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नई दिल्ली। भारत के तीन दिवसीय दौरे पर आए ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी आज दौरे का अंतिम दिन है। रुहानी ने शनिवार सुबह राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान रुहानी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। पीएम मोदी और रुहानी के बीच आज द्विपक्षीय वार्ता भी होनी है। माना जा रहा है कि इस मुलाकात के दौरान दोनों देशों के बीच कई समझौतों पर मुहर लग सकती है।
माना जा रहा है कि ईरानी चाबहार बंदरगाह को लेकर भी अहम फैसला हो सकता है। इससे पहले रूहानी हैदराबाद के दो दिवसीय दौरे के बाद शुक्रवार को दिल्ली रवाना हुए थे। रूहानी ने मुस्लिम नेताओं व विद्वानों को गुरुवार की रात संबोधित किया। रूहानी ने शुक्रवार की सुबह कुतुब शाही मकबरे का दौरा किया।
बाद में उन्होंने पुराने शहर की ऐतिहासिक मक्का मस्जिद में नमाज अदा की और सभा को संबोधित किया। अपने हैदराबाद दौरे का समापन उन्होंने हैदराबाद में बसे ईरानी लोगों को संबोधित कर किया। रूहानी दिल्ली में शनिवार को मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। इस दौरान दोनों देशों के बीच कई करार हो सकते है। |
करेंट अफेयर्स २४ जून २०२० हिंदी में
करेंट अफेयर्स २४ जून २०२० प्रशनावली यहां देखें करेंट अफेयर्स २४ जून २०२० हिंदी में / डेली करेंट अफयर २४ जून २०२० इन हिन्दी प्रश्न १- हाल ही में किस कम्पनी ने कोविड-१9 के हल्के से मध्यम मामलों के लिये भारत का पहला ओरल वैक्सीन लॉन्च किया है ? उत्तर ग्लेनमॉर्क फार्मास्युटिकल । रेड मोर करेंट अफेयर्स २४ जून २०२० हिंदी में
करेंट अफेयर्स २३ जून २०२० हिंदी में देखें
करेंट अफेयर्स २३ जून २०२० प्रशनावली यहां देखें करेंट अफेयर्स २३ जून २०२० हिंदी में / डेली करेंट अफयर २३ जून २०२० इन हिन्दी प्रश्न १- हाल ही में कोनसी राज्य सरकार शहरी गरीबों रोजगार गारंटी स्किम लॉन्च करेगी ? उत्तर झारखंड । प्रश्न २- विश्व हाइड्रग्राफ़ी दिवस कब मनाया जाता है ? रेड मोर करेंट अफेयर्स २३ जून २०२० हिंदी में देखें
करेंट अफेयर्स २२ जून २०२० हिंदी
करेंट अफेयर्स २२ जून २०२० प्रशनावली यहां देखें करेंट अफेयर्स २२ जून २०२० हिंदी में / डेली करेंट अफयर २२ जून २०२० इन हिन्दी प्रश्न १- हाल ही में की रिपोर्ट के अनुसार २०२० में एशिया की विकास दर कितने प्रतिशत रहेगी ? उत्तर ०.१% । प्रश्न २- अंतराष्ट्रीय योग दिवस कब मनाया रेड मोर करेंट अफेयर्स २२ जून २०२० हिंदी
करेंट अफेयर्स २१ जून २०२० हिंदी में
करेंट अफेयर्स २० जून २०२० हिंदी में
करेंट अफेयर्स २० जून २०२० प्रशनावली यहां देखें करेंट अफेयर्स २० जून २०२० हिंदी में / डेली करेंट अफयर २० जून २०२० इन हिन्दी प्रश्न १- हाल ही में किस फूटबॉल टीम ने लगातार ८वीं बारबुंडेसलीगा का ख़िताब अपने नाम किया है ? उत्तर बायर्न म्यूनिख । प्रश्न २- किस देश को हल रेड मोर करेंट अफेयर्स २० जून २०२० हिंदी में
करेंट अफेयर्स १९ जून २०२० प्रशनावली
करेंट अफेयर्स १८ जून २०२० प्रशनावली
करेंट अफेयर्स १८ जून २०२० प्रशनावली यहां देखें करेंट अफेयर्स १८ जून २०२० हिंदी में प्रश्न १- हाल ही में मनरेगा के तहत सबसे अधिक रोजगार देने वाला राज्य है ? उत्तर उत्तरप्रदेश। प्रश्न २- हाल ही में भारत के अगले राजदूत के रूप में किसे नियूक्त किया गया है ? उत्तर- संतोष रेड मोर करेंट अफेयर्स १८ जून २०२० प्रशनावली
करेंट अफेयर्स १७ जून २०२० हिंदी में
करेंट अफेयर्स १७ जून २०२० प्रशनावली यहां देखें करेंट अफेयर्स १७ जून २०२० हिंदी में प्रश्न १- हाल ही में किसने ए-ऑफिस ऐप्प को लॉन्च किया है ? उत्तर म अजित कुमार ने। प्रश्न २- अंतरास्ट्रीय परिवार प्रेक्षण दिवस कब मनाया जाता है ? उत्तर- १6 जून को। प्रश्न ३- किस देश ने रेड मोर करेंट अफेयर्स १७ जून २०२० हिंदी में
करेंट अफेयर्स हिंदी में जून २०२०
यहां देखें करेंट अफेयर्स हिंदी जून २०२० / समसामयिकी जून २०२० / डेली करेंट अफयर जून २०२० इन हिन्दी. करेंट अफयर १६ जून २०२० इन हिन्दी हाल ही में नासा के मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन की पहली महिला प्रमुख के रूप में किसे नियुक्त किया गया है कैथी ल्यूडर्स हाल ही में बिहार खादी का रेड मोर करेंट अफेयर्स हिंदी में जून २०२०
करंट अफेयर्स १ जून से ७ जून २०२०
जून प्रथम सप्ताह २०२० का कर्रेंट अफेयर्स हिंदी में यहां हम आपके लिये लेकर आये है १ जून से ७ जून २०२० तक का करंट अफेयर्स (करेंट अफयर) आशा करते है की यह जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित हो। करंट अफेयर्स १ जून से ७ जून २०२० प्रश्न उत्तर हाल ही में नेशनल फर्टिलाइजर रेड मोर करंट अफेयर्स १ जून से ७ जून २०२०
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होम \ उत्तर प्रदेश \ भारत की सड़कें हुईं और जानलेवा, हर ३.६ मिनट में मरता है एक इंसान
पहले से ही जानलेवा मानी जाने वाली भारत की सड़कें अब २०१५ में और अधिक जानलेवा हो गई हैं। २०१४ के मुकाबले भारत की सड़कों पर होने वाली दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या में ५ प्रतिशत का इजाफा हुआ है।
इस इजाफे के बाद यह संख्या १.४६ लाख पहुंच गई है। इसका मतलब है कि भारत की सड़कों पर दुर्घटनाओं में हर रोज ४०० मौतें होती हैं। इसे ऐसे भी समझा जा सकता है कि हर ३.६ मिनट में एक व्यक्ति की मौत होती है। 20१४ में करीब ४.८९ लाख मौतें हुई थीं, जो 20१५ में ५ लाख के आंकड़े को भी पार कर गई हैं।
यह आंकड़े परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को जगाने के लिए काफी हैं, जिन्होंने २०२० तक सड़क दुर्घटनाओं में हो रही मौतों को ५० प्रतिशत कम करने का लक्ष्य रखा है। फिलहाल इसमें कमी आने के बजाए बढोत्तरी ही होती जा रही है।
राज्यों की तरफ से मिले आंकड़ों के अनुसार उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक १७,६६६ मौतें हुईं। इसके बाद नंबर आता है तमिलनाडु का, जहां पर १५,६४२ लोग मारे गए। वहीं महाराष्ट्र में १३,२१२ कर्नाटक में १०,८५६ और राजस्थान में १०,5१० मौतें सड़क दुर्घटनाओं में हुई हैं।
जहां एक ओर देश के बड़े राज्यों में सड़क दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है, वहीं दूसरी ओर छोटे राज्यों और दिल्ली-चंडीगढ़ समेत सभी केन्द्रशासित प्रदेशों में सड़क दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या में कमी आई है। असम में मरने वालों की संख्या में ११५ की कमी आई और दिल्ली में ४९ मौतें कम हुईं।
सुषमा स्वराज के भाई पर पत्नी ने लगाए गंभीर आरोप, महिला थाने में केस दर्ज |
ससुराल जाने के लिए घर से निकला, कुछ देर बाद पटरियों पर बेटी पत्नी सहित मिली लाश - ओनेइंडिया हिन्दी
मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में दर्दनाक हादसा हुआ है। यहां ससुराल जान के लिए पति, पत्नी अपनी बेटी के साथ घर से हंसी-खुशी निकले थे। लेकिन तीनों का शव कुंदरकी रेलवे स्टेशन पर पड़ा हुआ मिला है। सूचना पर पहुंची जीआरपी पुलिस ने तीन शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
मुरादाबाद के कुंदरकी थाना क्षेत्र के नगला कमाल गांव के रहने वाले विजेंद्र शुक्रवार की सुबह अपनी पत्नी रेखा और कुट्टू (७) के साथ अपनी ससुराल जाने के लिए घर से निकले थे। कुछ देर बाद परिजनों को सूचना मिली की कि विजेंद्र ने परिवार सहित खुदकुशी कर ली है। विजेंद्र की कार कुंदरकी रेलवे स्टेशन के बाहर खड़ी मिली और वहीं से थोड़ी दूरी पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग के पास पटरी पर तीनों शव पड़े मिले। घटना की सूचना मिलते ही विजेंद्र के परिजन मौके पर पहुंच गए। तीनों शव देखकर परिजनों में कोहराम मच गया। |
होम > उत्पादों > मैन्स गुड बिब पैंट
(मैन्स गुड बिब पैंट के लिए कुल २४ उत्पादों)
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श्राद्ध पक्ष को लेकर लोगों के मन में आम तौर पर यह धारणा बनी हुई है कि यह अशुभ समय होता है और इस दौरान कोई भी नया काम करने या फिर कोई भी नई चीज खरीदना शुभ नहीं माना जाता, ऐसा करने से पितृगण नाराज हो जाते हैं। यही वजह है कि इस धारणा के कई व्यापार और उद्योग धंधे पितृ पक्ष के दिनों में मंदे पड़ जाते हैं। वहीं शास्त्रों में भी इस बात का उल्लेख कहीं नहीं मिलता है कि पितृपक्ष में खरीदारी करने से अशुभ परिणाम प्राप्त होते हैं। आइए जानते हैं पितृपक्ष को लेकर क्या हैं मान्यताएं और क्या कहते हैं विद्वान
१/५अशुभ मानने की वजह
कुछ विद्वानों का मानना है कि पितृ पक्ष में हमारे पूर्वज धरती का रुख करते हैं। ऐसे में हमें उनकी सेवा में और श्राद्ध कर्म में मन लगाना चाहिए। सेवा करने की बजाए यदि हम नई वस्तु की ओर ध्यान लगाएं तो हमारे पितृ आहत हो सकते हैं। यही वजह है कि पितृ पक्ष में नई वस्तु नहीं खरीदी जाती।
२/५पितरों का ऋण चुकाने का वक्त
श्राद्ध पक्ष को पितरों के प्रति समर्पण भाव से देखा जाता है। १५ दिनों की अवधि को पितरों का ऋण चुकाने के नजरिए से देखा जाता है। श्राद्ध करके, तर्पण करके, दान पुण्य करके उनका कर्ज उतारने का प्रयास करते हैं। ऐसे में यह माना जाता है कि हम पहले से ही पितरों के कर्ज में डूबे हैं और कर्ज में डूबा व्यक्ति नई वस्तु कैसे खरीद सकता है।
३/५इस वजह से मानते हैं शुभ
कुछ विद्वान ऐसे भी हैं जो पितृपक्ष में नई वस्तु की खरीद को अशुभ नहीं मानते। उनका यह मानना है कि पितृपक्ष में हमारे पूर्वज धरती पर आते हैं और आशीर्वाद देते हैं। ऐसे में हमें नई वस्तुओं के साथ देखकर भला वे दुखी क्यों होंगे?
४/५गणेश आराधना के बाद
श्राद्ध पक्ष की शुरुआत गणेश चतुर्थी के बाद और माता दुर्गा की पूजा से पहले होती है। तो अगर श्राद्ध पक्ष के आरंभ से पहले हम गणपति की पूजा कर चुके हैं तो वह अशुभ कैसे हो सकती हैं?
४ दिन बाद आ रहा है पितृपक्ष, ना करें ९ गलतियां, पितरों की आत्मा हो जाएगी नाराज
५/५मां दुर्गा का भी साथ
श्राद्ध पक्ष के पीछे मां दुर्गा भी खड़ी हैं तो इसे अशुभ मानने की कोई वजह नहीं है। श्राद्ध पक्ष में हमारे पूर्वज सूक्ष्म रूप में हमारे आस-पास ही रहते हैं और हमें आशीष देते हैं।
श्राद्ध पक्ष में खरीदारी |
"मेक इन इंडिया" की तर्ज़ पर अब "मेक इन यू० पी०" योजना - जाने पूरी जानकारी
होम आर्टिक्ल्स "मेक इन इंडिया" की तर्ज़ पर अब "मेक इन यू० पी०" योजना - जाने पूरी जानकारी
मेक इन इंडिया भारत सरकार द्वारा शुरूआत २५ सितंबर २०१४ को हमारे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने शुभारंभ किया था । मेक इन इंडिया मिशन का उददेश्य भारत में नई टेक्नालॉजी के विकास और भारत में ही बनाए जाने वाले उत्पादों को बढ़ावा देना है । मेक इन इंडिया की तर्ज पर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा यू०पी० में मेक इन यूपी योजना को लांच करने पर विचार किया जा रहा है | इसके बारे में आपको इस पेज बता रहे है |
"मेक इन इंडिया" की तर्ज़ पर अब "मेक इन यू० पी०" योजना
उत्तर प्रदेश सरकार यू०पी० में मेक इन इंडिया की तर्ज पर मेक इन यूपी को लांच करने के बारे में निर्णय ले रही है | स्टार्टअप के माध्यम से देश में बेरोजगारी की समस्या दूर की जा सकेगी | जिस प्रकार सैमसंग का फ़ोन खरीदने पर उसके बाक्स में मेड इन कोरिया लिखा होता है | सरकार चाहती है, कि हमारे देश में भी ऐसी चीजे बनें, जिसमें मेक इन यूपी लिखा हो | इससे विश्व में एक नयी पहचान बनेगी |
हमारे उत्तर प्रदेश का प्रत्येक शहर किसी न किसी कार्य के लिए प्रसिद्ध है जैसे कन्नोज ,इत्र के लिए ,आगरा पेठा के लिए ,कानपुर लेदर के लिए प्रसिद्ध है | यदि इन शहरों में प्रसिद्ध चीजो से सम्बंधित स्टार्टअप के माध्यम से विकसित किया जाये, तो वास्तव में ब्रांड उत्तर प्रदेश लिखने में अधिक समय नहीं लगेगा | यही सोंचकर सरकार इस दिशा में कदम उठा रही है |
मेक इन यूपी का उददेश्य और लाभ
स्टार्टअप के माध्यम से विदेशी कंपनियों को भारत में निवेश करने के लिए प्रेरणा मिले तथा भारत में ही उत्पादों को बनाने का प्रोत्साहन दिया जाये, सिर्फ विदेशी उत्पादों बल्कि योजना के अन्तर्गत भारतीय कंपनियों के उत्पादों को भी बढ़ावा मिलेगा । निवेश बढ़ने के साथ-साथ स्थानीय स्तर पर रोजगार की वृद्धि होगी |
देश में स्टार्टअप से सबसे बड़ा फायदा यह होगा, कि देश में निर्मित वस्तु का मूल्य कम होगा और लोगो को आसानी से उपलब्ध हो पायेगी, इसके साथ साथ यहाँ के लोगो में अपने ब्रांड के प्रति रूचि बढ़ेगी । इसके अतिरिक्त यदि वस्तु का निर्माण भारत में ही होगा तो उसका निर्यात कर भी राजकीय खजाने में जमा किया जा सकेगा ।
मित्रो, हमने आपको यहाँ मेक इन यूपी योजना के बारे में बताया | यदि इससे सम्बंधित आपके मन में कोई प्रश्न आ रह है तो कमेंट बाक्स के माध्यम से व्यक्त कर सकते है | आपके द्वारा की गयी प्रतिक्रिया का हमें इंतजार है | |
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि राजधानी के शैक्षिक संस्थानों को विश्व के १० शीर्ष संस्थानों की सूची में शामिल होने की कोशिश करनी चाहिए। उनकी सरकार इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए कोष की कमी को आड़े नहीं आने देगी।
नई दिल्लीः दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि राजधानी के शैक्षिक संस्थानों को विश्व के १० शीर्ष संस्थानों की सूची में शामिल होने की कोशिश करनी चाहिए। उनकी सरकार इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए कोष की कमी को आड़े नहीं आने देगी।
केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार एक सम्मेलन का आयोजन करेगी। इसमें दिल्ली में शिक्षा व्यवस्था में सुधार के तरीकों पर चर्चा करने के लिए समूची दुनिया से भारतीय मूल के शिक्षण पेशेवरों को आमंत्रित करेगी। आईआईआई-दिल्ली के परिसर में फेस दो के उद्धाटन कार्यक्रम में कहा, हम ऐसा जल्द करेंगे।मुख्यमंत्री ने कहा, आपको आश्वासन दे सकता हूं कि धन की कमी नहीं होगी। केजरीवाल ने इस बात पर अफसोस जताया कि हर साल १२वीं कक्षा पास करने वाले तकरीबन अढ़ाई लाख छात्रों में से केवल सवा लाख विद्यार्थी ही राष्ट्रीय राजधानी के कॉलेजों में दाखिला लेते हैं। उन्होंने कहा, ९७ प्रतिशत अंक हासिल करने वाले भी दाखिला नहीं लेते हैं। यह स्वीकार्य नहीं है। हमारी सरकार इस कमी को पाटने की कोशिश कर रही है।
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पंचायत में ५० हजार में हुआ बालिका की आबरू का सौदा तामकूही न्यूज
नेबुआ रायगंज। नेबुआ नौरंगिया क्षेत्र की बालिका के साथ रेप करने का मामला प्रकाश में आया है। मंगलवार को गांव में हुई पंचायत में बालिका की आबरू की कीमत ५० हजार रुपये लगाने के साथ ही आरोपी को २० चप्पल मारने की सजा सुनाई गई। बाद में इस मामले में सुलह समझौता हो जाने की बात कही जा रही है। पुलिस ने इस घटना से अनभिज्ञता जताई है।
बताया जा रहा है कि थाना क्षेत्र के एक गांव की नौ वर्षीय बालिका रिश्ते में चाचा लगने वाले पड़ोस के आरोपी युवक के घर सोमवार की देर शाम टेलीविजन देखने गई थी। आरोप है कि घर में बालिका को अकेली पाकर युवक ने उसके साथ दुष्कर्म कर दिया। बालिका रोती हुई घर गई और आपबीती बताई। थोड़ी ही देर में वहां भीड़ जुट गई।
लोग आरोपी के घर जाने को तैयार हुए, लेकिन कुछ लोगों ने रात का वक्त बताकर पीड़िता के घरवालों को रोक लिया। सुबह पीड़िता की मां ने डायल १०० की पुलिस को सूचना देकर बुला लिया। आरोप यह भी है कि पुलिस के पहुंचते ही कुछ लोग पुन: पहुंच गए और मारपीट की बात बताकर पुलिस को लौटा दिया।
बताया जा रहा है कि मंगलवार को दोपहर तक हुई पंचायत में बालिका के आबरू की कीमत ५० हजार रुपये लगाने तथा आरोपी को २० चप्पल मारने की सजा सुनाने के बाद सुलह समझौता करा लिया गया। नेबुआ नौरंगिया थाने के एसओ निर्भय सिंह ने बताया कि ऐसी कोई सूचना उन्हें नहीं मिली है। अगर ऐसी कोई बात है तो यह जघन्य अपराध है। तहरीर मिलते ही सख्त कार्रवाई की जाएगी। |
जानें बरेली की बर्फी की कुल अबतक की कमाई
आयुष्मान खुराना, राजकुमार राव और कृति सैनन अभिनीत फिल्म बरेली की बर्फी दर्शकों को पसंद आ रही है। ऐसा बॉक्स ऑफिस के आंकड़ों से पता चलता है। फिल्म ने अब तक २०.०२ करोड़ रुपये की कमाई कर ली है। फिल्म अपने पहले दिन २.4२ करोड़ कमाने में कामयाब रही। इस फिल्म ने शनिवार को ३.९५ करोड़ रुपये की कमाई करते हुए सप्ताहांत में अच्छी पकड़ जारी रखी। बरेली की बर्फी तीसरे दिन रविवार को ५.१५ करोड़ रुपये कमाते हुए एक बढ़िया वृद्धि दर्ज की। यह फिल्म १८ अगस्त को जारी हुई थी। फिल्म ने सोमवार को बॉक्स ऑफिस पर सफलतापूर्वक १.९० करोड़ रुपये कमाए, मंगलवार को २.०० करोड़ रुपये, बुधवार को १.6३ करोड़ रुपये और दूसरे सप्ताह के पहले दिन फिल्म ने १.३0 करोड़ रुपये बटोरे, जिससे फिल्म का कुल आंकड़ा २०.०२ करोड़ रुपये तक पहुंच गया। |
लोक सभा इलेक्शन्स २०१९ : शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष और फिरोजपुर सीट से प्रत्याशी सुखबीर सिंह बादल से नत्व की खास बातचीत
जनरल इलेक्शन्स : शिरोमणि अकाली दल के मुखिया सुखबीर सिंह बादल का दावा है कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी-एसएडी १० सीटें जीतेंगी.
बादल ने कहा - बीजेपी-एसएडी जीतेगी १० से ज्यादा सीटें, आप रहेगी खाली हाथ
कहा- कैप्टन अमरिंदर अपनी आर्मी को आगे भेजते हैं, खुद घर में रहते हैं
कहा- मैं पार्टी का प्रधान हूं, मैं आगे हूं और हमारा काडर हमारे पीछे है
शिरोमणि अकाली दल (सड) के मुखिया और पंजाब के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल (सुखबीर सिंह बादल) इस बार खुद पंजाब (पंजाब) की फिरोजपुर लोकसभा सीट से चुनाव (लोक सभा इलेक्शन्स २०१९) लड़ रहे हैं. सन २००७ से लेकर २०१७ तक लगातार १० साल तक सत्ता में रहने के बाद शिरोमणि अकाली दल पंजाब में तीसरे नंबर की पार्टी बन गई.
शिरोमणि अकाली दल (सड) के अध्यक्ष सुखबीर बादल (सुखबीर सिंह बादल) से नत्व ने बात की, जो कि गुरुवार को बठिंडा में अपनी पत्नी के प्रचार पर निकले थे.
सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि 'पार्टी ने फैसला किया कि टॉप लीडरशिप चुनाव लड़े, इसलिए मैं फिरोजपुर से चुनाव लड़ रहा हूं. कैप्टन अमरिंदर सिंह को हम दिखाएंगे कि कौन पंजाब की १३ की १३ सीटें जीतेगा. अकाली दल-बीजेपी पंजाब में १० से ज़्यादा सीटें जीतेगा.' उन्होंने कहा कि 'कैप्टन अमरिंदर सिंह कांग्रेस का प्रधान है. वो अपनी आर्मी को आगे भेजता है और खुद घर में रहता है. और मैं पार्टी का प्रधान हूं, मैं आगे हूं और हमारा काडर हमारे पीछे है. आई लीड फ्राम द फ्रंट.'
क्या अब भी नाराज हैं सिद्धू? पंजाब में कांग्रेस कितनी सीटें जीतेंगी के सवाल पर बोले- मुझसे क्यों पूछते हो कैप्टन से पूछो...
बादल कहा कि 'अब कांग्रेस के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेंसी है. कैप्टन अमरिंदर सिंह एक उदाहरण नहीं दे सकते कि मैंने ढाई साल में यह काम किया है. कैप्टन अमरिंदर सिंह १० बार से ज्यादा पंजाब में नहीं आए और एक बार भी अपने ऑफिसियल दफ़्तर नहीं गए.' उन्होंने कहा कि अकाल तख्त का फैसला है कि किसी सिख को डेरा सच्चा सौदा से कोई संबंध नहीं रखना. कोई समर्थन डेरा सच्चा सौदा से नहीं लेंगे.
उन्होंने कहा कि 'आम आदमी पार्टी खत्म है, इस बार एक सीट नहीं जीतेगी. ड्रग्स का मुद्दा बनाया गया, अकाली दल को बदनाम किया गया. ढाई साल में कोई एक भी अकाली वर्कर पकड़ा गया? बिक्रमजीत सिंह मजीठिया के खिलाफ कोई एक भी केस नहीं है. बेअदबी मामले में, ढाई साल हो गए हैं कांग्रेस की सरकार बने हुए. दोषी क्यों नहीं पकड़े गए? बताओ किस अकाली वर्कर को पकड़ा आपने.पहले उन्होंने दो साल रिपोर्ट में लगा दिए और उसके बाद एसआईटी बना दी. यह लोग सियासत कर रहे हैं. सबसे बड़ी बेअदबी तो कांग्रेस ने की है, जिसने दरबार साहिब पर हमला किया है. राहुल गांधी के परिवार ने हजारों गुरुद्वारों को आग लगाई है इससे बड़ी बेअदबी कौन सी हो सकती है.'
विडियो : अमृतसर सीट पर किसकी होगी जीत |
राज्यस्तरीय कराते प्रतियोगिता में भाग लेगें दतिया के खिलाडी - हिन्दन्यूसर्विसेस
होम खेल खिलाड़ी राज्यस्तरीय कराते प्रतियोगिता में भाग लेगें दतिया के खिलाडी
राज्यस्तरीय कराते प्रतियोगिता में भाग लेगें दतिया के खिलाडी
दतिया। (हिन्द न्यूज सर्विस)। उज्जैन में होने वाली मध्यप्रदेश राज्यस्तरीय कराते प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए गुरूवार को कराते खिलाडिय़ों का दल रवाना हो गया है। इस दल में विभिन्न आयु वर्गो के बालक-बालिकाएं शामिल है।
प्रतियोगिता के बारे में अधिक जानकारी देते हुए जिला प्रशिक्षक राजेन्द्र तिवारी ने बताया कि ५ जनवरी से ८ जनवरी के मध्य उज्जैन में मध्यप्रदेश राज्य स्तरीय कराते प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाडिय़ों को कराते कोच हरि गुर्जर व विनय भार्गव लंबे समय से प्रशिक्षित कर रहे थे। इस राज्य स्तरीय कराते प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए दतिया जिले से अमन शर्मा, रंजित गुर्जर, सूरज पटेल, गौरव रायकवार, हनुमंत रायकवार, सुरेन्द्र साहू, सूरज तिवारी, आस्था गुप्ता, साधना उनिया आदि खिलाडिय़ों का चयन किया गया।
गुरूवार को ग्वालियर संभाग कराते कोच संजय पाण्डे ने दतिया आकर खिलाडिय़ों से मुलाकात की तथा उन्हें प्रतियोगिता के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए उनका उत्साहावर्धन किया। चयनित खिलाडिय़ों को प्रतियोगिता में भाग लेने पर खेल प्रतिनिधि राजेन्द्र निचरेले, लिटिल फ्लॉवर स्कूल के डायरेक्टर मंनिदर सिंह, संजय पाठक, प्रयास मित्रा, अखिल त्रिपाठी, अनवर अली, संजय तिवारी आदि ने बधाई दी।
प्रेवियस आर्टियलसरकार के संरक्षण में भाजपा दफ्तर में लिखी जा रही है सांप्रदायिक तनाव की स्क्रिप्ट-मिश्रा
नेक्स्ट आर्टियलमहिला कांग्रेस ने पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले सेस को लेकर किया धरना-प्रदर्शन |
पंच पक्षी से वैवाहिक मिलान मार्च २०१४
अंक के और लेख | सम्बंधित लेख | व्यूस : २०७७ |
फ्यूचर समाचार के जनवरी २०१४ के आलेख में आपको अपना पक्षी ज्ञात करने की विधि समझाई गई है तथा आपकी सुविधा के लिए सारणी भी संलग्न किया गया है ताकि आपको कोई असुविधा न हो तथा आप अपने जन्मपक्षी का निर्धारण आसानी से कर सकें। पंच पक्षी शास्त्र से दो भिन्न व्यक्तित्व के वर एवं कन्या के आगामी जीवन के आपसी संबंधों का विश्लेषण किया जाता है। प्रत्येक पक्षी का दूसरे पक्षी के साथ एक खास प्रकार का संबंध एवं आपसी व्यवहार होता है। दो पक्षियां आपस में मित्र हो सकते हैं, एक दूसरे के लिए सम अर्थात् न तो मित्र और न ही शत्रु अथवा एक-दूसरे के कट्टर शत्रु हो सकते हैं। आइए देखें कि दो भिन्न पक्षियों के वर एवं कन्या के बीच विवाहोपरांत कैसी समरसता अथवा सामंजस्य की भावना होती है अथवा नहीं होती है। पंच पक्षी से वैवाहिक मिलान वर-गिद्ध: कन्या-गिद्ध यद्यपि कि आप दोनों के स्वभाव एवं गुण एक जैसे हैं किंतु यह समानता वैवाहिक जीवन के लिए ठीक नहीं है क्योंकि आप दोनों सख्त, लापरवाह, बच्चों जैसी हरकतें करने वाले, जिम्मेवारी से मुंह मोड़ने वाले हैं। अपने सख्त बर्ताव के कारण आप हमेशा एक-दूसरे की भावनाओं, इच्छाओं एवं आवश्यकताओं की अवहेलना करेंगे तथा अनावश्यक रूप से लड़ते-झगड़ते रहेंगे। कठिन परिस्थितियों में आप एक-दूसरे का साथ नहीं देंगे। यदि आपको वैवाहिक सामंजस्य बनाए रखना है तो एक-दूसरे का सम्मान करें, उत्तरदायित्व को समझें। आज पति-पत्नी के बीच में तालमेल आवश्यक है। भगवान शिव की आराधना आपके लिए श्रेयस्कर है।
व्यूस : १९०८१
व्यूस : २१९७१
व्यूस : २२८९
व्यूस : २८३४५
व्यूस : १९९०३ |
ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज क्रिकेटर एलन बॉर्डर ने उम्मीद जताई है कि ३० मई से इंग्लैंड में शुरू हो रहे आईसीसी एकदिवसीय वर्ल्ड कप में विराट कोहली, इयोन मोर्गन और आरोन फिंच सर्वश्रेष्ठ कप्तान साबित हो सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया को १९८७ में अपनी कप्तानी में विश्व चैम्पियन बनाने वाले इस खिलाड़ी ने कहा कि आक्रामक शैली और तुरंत जवाब देने का कप्तानी कौशल कोहली को मोर्गन और फिंच से अगल तरह का कप्तान बनाता है।
विरोधी टीम को आक्रामक अंदाज में जवाब देने को तैयार रहते हैं कोहली
बॉर्डर ने क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू से कहा, मुझे लगता है कि विराट कोहली एक अलग प्रकार के कप्तान हैं। वह थोड़े आक्रामक किस्म के खिलाड़ी हैं और विरोधी टीम को उसी के अंदाज में जवाब देने के लिए तैयार रहते है। उन्होंने कहा, विरोधी खिलाड़ी को पता होता है कि अगर वह ऐसे कप्तान से भिड़ेंगे तो उन्हें तुरंत जवाब मिलेगा। ऑस्ट्रेलिया के १७८ मैचों में कप्तानी करने वाले बॉर्डर, मोर्गन से भी काफी प्रभावित हैं, जिनके नेतृत्व में इंग्लैंड एकदिवसीय क्रिकेट के शिखर पर पहुंचा है।
इंग्लैंड टीम की गेंदबाजी किसी को भी दबाव में ला सकती है
उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि इंग्लैंड की टीम असाधारण रूप से अच्छा कर रही हैं। वे अलग तरह की योजना के साथ खेल रहे हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि वर्ल्ड कप में उनकी योजना क्या करिश्मा दिखाती है। वह एक खतरनाक टीम हैं और उनकी गेंदबाजी किसी को भी दबाव में ला सकती है। बाएं हाथ का ६३ साल का यह पूर्व कप्तान मुश्किल परिस्थितियों में फिंच की नेतृत्व क्षमता से प्रभावित है। उन्होंने कहा, आरोन फिंच शानदार काम कर रहे हैं। टीम से उन्हें अच्छा साथ मिल रहा है और मुझे लगता है कि यह उनकी कप्तानी में दिख रहा है। टीम में हर किसी को अपनी जिम्मेदारी का एहसास है। |
बिजनेस स्टैंडर्ड - ममता सरकार किसानों को कम ब्याज दर पर देगी कर्ज
ममता सरकार किसानों को कम ब्याज दर पर देगी कर्ज
अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनावों पर नजर रखते हुए पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने किसानों को सस्ती ब्याज दर पर कृषि ऋण आवंटित करने का फैसला किया है। पश्चिम बंगाल के सहकारिता मंत्री अरूप रॉय ने शुक्रवार को कहा कि ममता बनर्जी सरकार ने दो प्रतिशत की निम्न ब्याज दर पर ७,००० करोड़ रुपये का ऋण बांटने का फैसला किया है। कृषि ऋण पर ब्याज दर को मौजूदा चार प्रतिशत से कम किया गया है। अरूप रॉय ने बताया कि अगले साल मार्च से पहले यह ऋण सहकारी बैंकों और सोसायटियों के जरिए वितरित किया जाएगा। मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार को मिली शिकायतों के बाद यह कदम उठाया गया है। शिकायतों में कहा गया कि किसानों को या तो कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है या वाणिज्यिक बैंकों से ऋण नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा, 'कृषि ऋण की मात्रा पिछले साल के ५,२०० करोड़ रुपये से बढ़ाकर ७,००० करोड़ रुपये की गई है, जो ३४ प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। ब्याज दर भी चार प्रतिशत से घटाकर दो प्रतिशत कर दी गई है।'
राज्य सहकारिता विभाग के एक उच्च पदस्थ सूत्र ने कहा कि कई प्रयासों के बावजूद, राज्य सरकार ७१० ग्राम पंचायत क्षेत्रों में बैंक शाखाएं स्थापित नहीं कर पाई और इसलिए सहकारी समितियों को बैंक के रूप में कार्य करने की अनुमति देने का फैसला किया गया। इस आईएएस अधिकारी ने कहा, 'इसी के कारण, हमने २,६६१ सहकारी समितियों को सहकारी बैंकों की शाखाओं के रूप में कार्य करने की अनुमति देने का निर्णय लिया है। इससे बैंकिंग तंत्र के दायरे में अधिक किसानों को लाने में मदद मिलेगी।' अधिकारी ने कहा कि राज्य ने सहकारी बैंकों और सोसायटियों के माध्यम से स्व-सहायता समूहों के लिए १,२00 करोड़ रुपये के ऋण बांटने का भी फैसला किया है, और कहा कि पिछले साल यह राशि १000 करोड़ रुपये थी। |
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शैक्षिक गतिविधियों का अब होगा थर्ड पार्टी मूल्यांकन, निष्पक्ष आकलन को प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थाओं की लेंगे सेवाएं
शैक्षिक गतिविधियों का अब होगा थर्ड पार्टी मूल्यांकन, निष्पक्ष आकलन को प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थाओं की लेंगे सेवाएं रेवीव्द बाय राम कृष्ण मिश्र (रिक्की) ऑन ६:०० आम रेटिंग: ५ |
५१ मीन एगो चीन अब पाकिस्तान में ही पाकिस्तानियों पर लगा रहा नमाज पढ़ने पर पाबंदी!
बेंगलुरु। कर्नाटक के १५ विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों पर गुरुवार को हो रहे उपचुनावों में शाम पांच बजे तक ६० फीसदी मतदान दर्ज किया गया। निर्वाचान आयोग के अनुसार शाम पांच बजे तक ६६ प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है जबकि अपराह्न चार बजे तक यह ४६.६२ प्रतिशत था। उपचुनाव राज्य में मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार की किस्मत तय करेगा।
बीजेपी के पास विधानसभा में १०५ (एक निर्दलीय सहित) विधायक हैं। ऐसे में उसे बहुमत के लिए १५ सीटों में से कम से कम ६ सीटें जीतनी होंगी। कांग्रेस के ६६ और जेडीएस के ३४ विधायक हैं। बीएसपी के भी एक विधायक हैं। इसके अलावा एक मनोनीत विधायक और स्पीकर हैं। अगर बीजेपी ६ से कम सीटें जीतती है तो उसके लिए सरकार को बचाना मुश्किल हो जाएगा। |
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शादी के तीसरे दिन ही दुल्हन की गोली लगने से मौत
हाथरस। यूपी के हाथरस जिले के सिकंदराराऊ में शादी के तीसरे दिन ही नई नवेली दुल्हन की संदिग्ध परिस्थियों में गोली लग जाने से मौत हो गई। घटना की खबर मिलने के बाद पहुंचे दुल्हन के पिता ने ससुराली जनों के खिलाफ दहेज हत्या का मामला दर्ज करवाया है।
मिली जानकारी के मुताबिक जयपुर निवासी सपना की शादी ९ नवंबर को सिकंदराराऊ निवासी संतोष कुमार के साथ हुई थी। १० नवंबर को अपने पिता के घर से विदा होकर वह अपने पति के घर आई थी। पति के घर में उसका तीसरा दिन था और पगफेरों की रस्म के लिए सपना को मायके भेजे जाने की तैयारियां चल रहीं थीं। तभी अचानक एक गोली चली और सारी खुशियों को ग्रहण लग गया। जब तक कोई कुछ समझता सपना गोली लगने से घायल हो गई थी। आनन फानन में ससुराल वालों ने उसे इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया। सपना की गंभीर हालत को देखते हुए डाक्टरों ने उसे अलीगढ़ मेडिकल कालेज रिफर कर दिया गया। जहां उसकी मौत हो गई।
ससुराली जनों का कहना है कि रस्म के मुताबिक सपना को संतोष के साथ विदाई के दो दिन बाद मायके जाना था। जिसकी तैयारियां चल रहीं थी। इस बीच घटना हो गई। गोली कैसे चली किसने चलाई इस बात की पुष्टि नहीं पाई है।
वहीं दूसरी ओर घटना की जानकारी मिलने के बाद सिकंदराराऊ पहुंचे सपना के पिता ने ससुरालीजनों के खिलाफ दहेज हत्या का मामला दर्ज करवाया है। स्थानीय पुलिस का कहना है कि घटना की असल वजह कोई बताने को तैयार नहीं है। अगर ससुराली जनों की सही माने तो वारदात दुर्घटनावश हुई प्रतीत होती है। उस समय सपना के साथ कौन मौजूद था? क्या शादी को लेकर पतिपत्नी के बीच कोई नपंसदी थी? ऐसी कई बातें हैं जिनको लेकर छानबीन की जानी है। फिलहाल पीड़ित पिता की तहरीर पर मामला दर्ज कर लिया गया है।
अलीगढ़ मेडिकल कालेज
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जावास्क्रिप्ट संघर्ष ज्ञएरी
र्टम्प को वीडियो इनपुट स्ट्रीम कनवर्ट करें प्लूपलोड में अतिरिक्त मापदंडों को पारित करने में असमर्थ मैं ज्ञएरी के साथ पाठ नोड्स कैसे चुनूं? वीडियो स्ट्रीम के लिए छवि अनुक्रम? सी ++ / सीएलआई सिस्टम से परिवर्तित :: स्ट्रिंग ^ से स्तड :: स्ट्रिंग एकाधिक पंक्तियों में एक एसक्यूएल कॉलम में सीमांकित मूल्यों को विभाजित करना क्या मैं सचमुच क्लाइंट आईडी के साथ ओपन सोर्स नहीं डाल सकता हूं? मैं एडीबी के साथ एंड्रॉइड से कनेक्ट कैसे कर सकता हूं? कार्यस्थान में सक- नमूना प्रोजेक्ट को डुप्लिकेट कैसे करें? एंड्रॉइड स्टूडियो: स्रोतों संसाधनों के अंतर्गत संसाधन फ़ाइल को बाहर निकालें जावा-आधारित एप्लिकेशन के उपयोग के लिए लाइव वीडियो डिवाइस से छवियों को कैद करने का सबसे अच्छा तरीका क्या है? मेरी साइट के वैकल्पिक संस्करण में मोबाइल डिवाइस को रीडायरेक्ट करें पृष्ठ पर विशिष्ट तत्व के लिए आसानी से स्क्रॉल करें कहाँ त्रुटि क्स०४३३ "प्रकार &एपोस;एक्स&एपोस; दोनों पहले से ही दोनों में मौजूद है आ.डल और ब.डल" से आए हैं? ज़्कोड ६ मानक आर्किटेक्चर अर्म्व७स बाहर रखा
मैं एक ही हत्मल पृष्ठ पर जावास्क्रिप्ट और ज्ञएरी कोड दोनों का उपयोग कर रहा हूँ। किसी कारण के लिए, ज्ञएरी के पुस्तकालय ठीक से काम करने से मेरे मूल जावास्क्रिप्ट कोड रोक रहा है।
मुझे यह पृष्ठ मिला: ज्ञएरी कोई विरोध नहीं है जो कहते हैं कि आप ज्ञएरी.नोकॉन्फ्लिक्ट का उपयोग कर सकते हैं $ जावास्क्रिप्ट को वापस रिलीज़ करने के लिए। हालांकि, मुझे यकीन नहीं है कि यह कैसे करना है?
विशेष रूप से, मुझे यकीन नहीं है कि यह कैसे सही तरीके से कार्यान्वित करें? ज्ञएरी कोड कहां जाता है, जहां जेएस कोड जाता है?
मेरा कोड नीचे है:
तत्व -मोज-ट्रांस्फ़ॉर्म प्राप्त करें: ज्ञएरी में रोटेट वैल्यू
ज्ञएरी - इसके टेक्स्ट विवरण के माध्यम से एक चयनित नियंत्रण का चयनित मान सेट करना
ज्ञएरी: एजेक्स कॉल की सफलता के बाद डेटा वापस लौटें
ज्ञएरी.नोकॉन्फ्लिक्ट $ चर रीसेट करेगा, इसलिए यह अब ज्ञएरी उपनाम नहीं है। एक बार इसे सिर्फ एक बार फोन करने के अलावा, आप वास्तव में करने की जरूरत नहीं है और बहुत कुछ नहीं है। यद्यपि, यदि आप चाहें, तो आप रिटर्न मान के साथ अपना स्वयं का उपनाम बना सकते हैं:
और, आम तौर पर, आप ज्ञएरी और किसी भी प्लग इन को शामिल करने के बाद यह सही करना चाहते हैं:
आप एक कदम आगे भी जा सकते हैं और नोकॉन्फ्लिक्ट(ट्रू) साथ ज्ञएरी को मुक्त कर सकते हैं। यद्यपि, यदि आप इस मार्ग को लेते हैं, तो आप निश्चित रूप से एक उपनाम चाहते हैं जैसे न तो और न ही ज्ञएरी , शायद आप क्या चाहते हैं:
मुझे लगता है कि यह अंतिम विकल्प ज्यादातर ज्ञएरी के संस्करणों के मिश्रण के लिए उपयोग किया जाता है, खासकर आउट-डेटेड प्लगइन्स के लिए जब आप स्वयं ही ज्ञएरी को अपडेट करना चाहते हैं:
डिफ़ॉल्ट रूप से, ज्ञएरी चर ज्ञएरी का उपयोग करता है और $ आपकी सुविधा के लिए उपयोग किया जाता है यदि आप टकराव से बचने के लिए चाहते हैं, तो एक अच्छा तरीका है, जैसे ज्ञएरी को एंकाप्सूलते करना है:
अगर मै गलत नहीं हूँ:
तो आप ज्क के साथ ज्ञएरी फ़ंक्शन कॉल कर सकते हैं। (जो भी)
यह आपको ज्ञएरी के चर को एक अलग नाम देने की अनुमति देता है, और अभी भी इसका उपयोग करता है:
आमतौर पर इसका उपयोग किया जाता है यदि आप किसी अन्य लाइब्रेरी का उपयोग कर रहे हैं जो $ का उपयोग करता है
ज्ञएरी के लिए $ प्रतीक का उपयोग करने के लिए, मैं आमतौर पर इसका उपयोग करता हूं:
यदि आप एपीआई पेज पर दिए गए उदाहरणों को देखते हैं तो यह है: उदाहरण: स्क्रिप्ट के बाकी हिस्सों में उपयोग करने के लिए ज्ञएरी के बजाए एक अलग उपनाम बनाता है।
वर ज = ज्ञएरी.नोकॉन्फ्लिक्ट() ज्ञएरी में लाने के बाद वर ज = ज्ञएरी.नोकॉन्फ्लिक्ट() और फिर विवादित लिपियों में लाएं। फिर आप अपनी सभी ज्ञएरी आवश्यकताओं के लिए $ स्थान पर ज उपयोग कर सकते हैं और दूसरी स्क्रिप्ट के लिए $ उपयोग कर सकते हैं।
उस के अतिरिक्त, $ $ सही नहीं जा रहा है । पिछले (यदि कोई हो) वैश्विक चर ज्ञएरी बहाल करेगा, ताकि प्लगइन्स को सही ज्ञएरी संस्करण के साथ आरम्भ किया जा सकेगा, जब एकाधिक संस्करण उपयोग किए जा रहे हों।
आप अपने डिफ़ॉल्ट $ बजाय ज्ञएरी का उपयोग करने के लिए एक कस्टम चर निर्दिष्ट करें ज्ञएरी फिर एक नए फ़ंक्शन गुंजाइश में लपेटता है, इसलिए $ अब नाम स्थान संघर्ष नहीं है
नोकॉन्फ्लिक्ट () विधि $ शॉर्टकट पहचानकर्ता रिलीज़ करता है, ताकि अन्य स्क्रिप्ट अगली बार के लिए इसका उपयोग कर सकें।
डिफ़ॉल्ट ज्ञएरी $ के रूप में:
या कस्टम के रूप में:
आज मुझे यह समस्या है क्योंकि मैंने "बूटस्ट्रैप मेनू" को कार्यान्वित किया है जो "फेंसीबॉक्स छवि गैलरी" के साथ एक ज्ञएरी संस्करण का उपयोग करता है बेशक एक प्लगइन काम करता है और अन्य नहीं ज्ञएरी के संघर्ष के कारण, लेकिन मैं इसे का पालन के रूप में दूर किया है:
सबसे पहले मैंने स्क्रिप्ट पाद लेख में "बूटस्ट्रैप मेनू" जेएस जोड़ दिया है क्योंकि मेन्यू को वेबसाइट के पृष्ठों पर प्रस्तुत किया गया है:
और "फंसेबॉक्स" छवि गैलरी पृष्ठ में अनुसरण करें:
और अच्छी बात यह है कि दोनों एक जादू की तरह काम कर रहे हैं
मैंने इस संघर्ष कोड को जोड़कर उस त्रुटि को तय किया है
मेरे ज्ञएरी और जेएस फाइलों के बाद और फ़ाइल को त्रुटि मिली (ब्राउजर के कंसोल द्वारा पाया गया) और मेरी मेजेंटो वेबसाइट में सभी त्रुटि जेएस फाइलों पर इसके बाद ज्ञएरी द्वारा सभी &एपोस;$&एपोस; को बदल दें। यह मेरे लिए अच्छा काम कर रहा है मेरे ब्लॉग पर यहां अधिक जानकारी प्राप्त करें
हत्मल५ स्थानीय स्टोरेज सुरक्षा
कन्वर्ट। परिवर्तनीय प्रकार () में विफल रहता है
काउंटर और समुच्चय बनाए रखने के लिए फायरबेज कंट्रोल सर्वर
आपने निम्नलिखित एसडीके घटकों के लाइसेंस समझौते को स्वीकार नहीं किया है |
संस्करण १.११ २ महीने पहले
यह खेल केवल एक मजेदार विध्वंस डर्बी अनुभव प्रदान नहीं करता है, लेकिन यह भी एक काफी यथार्थवादी सिम्युलेटर है कि वास्तविक विनाश और एक दूसरे के खिलाफ बसों दुर्घटना के रूप में मलबे अनुकरण प्रदान करता है; इसके अलावा खेल बहुत यथार्थवादी वाहन ड्राइविंग अनुभव बना भौतिकी बहुत प्रामाणिक महसूस लाता है। तो एक समर्थक आप यकीन है कि आप कुछ समय के लिए एक उच्च गति कार चालक और नियंत्रण के साथ प्रयोग के रूप में अभ्यास करने के लिए लेने के लिए बनाने की जरूरत बन गया है।
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गद्दाफ़ी के पुत्र की गृह युद्ध की चेतावनी - बैक न्यूज हिंदी
इमेज कैप्शन लीबिया के पूर्वी और दक्षिणी भाग से प्रदर्शन राजधानी त्रिपोली तक फैल गए हैं
लीबिया में कर्नल गद्दाफ़ी की सरकार के ख़िलाफ़ प्रदर्शन बेनग़ाज़ी से राजधानी त्रिपोली तक फैल गए हैं. सड़कों पर गोलीबारी की आवाज़े सुनी जा सकती हैं और थानों समेत कई इमारतों को आग लगा दी गई है.
इस बीच कर्नल गद्दाफ़ी के एक पुत्र सैफ़ अल इस्लाम ने लीबिया के सरकारी टीवी पर देश को संबोधित करते हुए चेतावनी दी है कि यदि ये परिस्थितयाँ जारी रहीं तो देश में गृह युद्ध, विभाजन और हिंसक संघर्ष होगा जो लीबिया ग़रीबी और भुखमरी की ओर धकेल देगा.
ग़ौरतलब है कि पहले ट्यूनिशिया और ११ फ़रवरी को मिस्र में लोकतंत्र समर्थकों के प्रदर्शनों से हुए सत्ता परिवर्तन के बाद अरब जगत में कई जगह प्रदर्शन शुरु हो गए हैं.
अरब जगत में बहरीन, यमन, मोरोक्को और अलजीरिया में प्रदर्शन हो रहे हैं. यही नहीं, ईरान में भी राजधानी तेहरान समेत कुछ शहरों में लोगों ने प्रदर्शन करने की कोशिश की है. पूर्व राष्ट्रपति अक़बर हाशमी रफ़सनजानी की बेटी और सांसद फ़ाज़ेह हाशमी को गिरफ़्तार किया गया और फिर रिहा कर दिया गया.
स्थिति चिंताजनक: अमरीका
लीबिया ट्यूनिशिया या मिस्र नहीं है. विदेशों में रह रहे विपक्षी तत्व मिस्र जैसी फ़ेसबुक क्रांति लाने के प्रयास कर रहे हैं. सुरक्षाकर्मियों ने उनकी साज़िश नाकाम कर दी है. सैनिकों ने गोलियाँ इसलिए चलाईं क्योंकि वे नागरिकों के प्रदर्शनों का सामना करने में प्रशिक्षित नहीं हैं. लीबिया की सेना बहुत अच्छी हालत में है और हज़ारों कबायली नेता गद्दाफ़ी और राजधानी की हिफ़ाज़त के लिए त्रिपोली पहुँच रहे हैं. लीबिया और उसकी क़ौम का भविष्य दांव पर है और मैं और मेरा परिवार अंत तक लड़ेंगे
चाहे देश में ४१ साल से सत्ता में बने हुए लीबियाई नेता कर्नल गद्दाफ़ी के बारे में कोई पुख़्ता जानकारी नहीं है लेकिन उनके पुत्र ने दावा किया कि वे देश में ही मौजूद हैं.
उधर अरब लीग में लीबिया के दूत अब्देल मोनिम अल होनी ने घोषणा की है कि 'प्रदर्शनकारियों के दमन और उनके ख़िलाफ़ हुई हिंसा' का विरोध करने के लिए वे 'क्रांति का हिस्सा' बनने जा रहे हैं.
अमरीका ने लीबिया में हिंसा की निंदा की है और सरकार के अनुरोध किया है कि वह शांतिपूर्ण प्रदर्शनों की इजाज़त दे. बीबीसी संवाददाता टोन बर्रिज के अनुसार अमरीकी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि उसे लीबिया की स्थिति पर गंभीर चिंता है.
अमरीकी अधिकारियों ने लीबिया के विदेश मंत्री से बात की है और प्रदर्शनकारियों के ख़िलाफ़ हिंसा पर आपत्ति जताई है.
'गद्दाफ़ी देश में हैं, अंत तक लड़ेगें'
सैफ़ अल इस्लाम गद्दाफ़ी ने अपने संबोधन में कहा, "बेनग़ाज़ी पर विपक्ष का कब्ज़ा हो गया है और चरमपंथियों ने घोषणा की है कि देश का तीसरा बड़ा शहर अल बायदा इस्लामी अमीरात बन गया है. बैदा में केवल १४ लोग मारे गए थे और बेनग़ाज़ी में ८० लोग मरे थे. यदि ये स्थिति बनी रहती है तो देश में गृह युद्ध, विभाजन, मौतें और हिंसक संघर्ष होगा. इससे तेल और गैस के भंडार नष्ट हो जाएँगे और देश ग़रीबी और भुखमरी का शिकार हो जाएगा."
इमेज कैप्शन सैफ़ गद्दाफ़ी ने चेताया कि सेना अच्छी हालत में है और कबायली नेता गद्दाफ़ी के समर्थन में पहुँच रहे हैं
उनका कहना था, "लीबिया ट्यूनिशिया या मिस्र नहीं है. विदेशों में रह रहे विपक्षी तत्व मिस्र जैसी फ़ेसबुक क्रांति लाने के प्रयास कर रहे हैं. सुरक्षाकर्मियों ने उनकी साज़िश नाकाम कर दी है. सैनिकों ने गोलियाँ इसलिए चलाईं क्योंकि वे नागरिकों के प्रदर्शनों का सामना करने में प्रशिक्षित नहीं हैं."
सैफ़ अल इस्लाम ने कहा, "लीबिया की सेना बहुत अच्छी हालत में है और हज़ारों कबायली नेता गद्दाफ़ी और राजधानी की हिफ़ाज़त के लिए त्रिपोली पहुँच रहे हैं. लीबिया और उसकी क़ौम का भविष्य दांव पर है और मैं और मेरा परिवार अंत तक लड़ेगे."
सैफ़ गद्दाफ़ी के संबोधन से कुछ ही देर पहले तक त्रिपोली में प्रदर्शनकारियों के नारे गूँज रहे थे. सूत्रों के मुताबिक कम से कम एक पुलिस थाने और सत्ताधारी पार्टी की एक इमारत को आग लगा दी गई थी.
लीबिया के बारे जानकारी
प्रदर्शनकारी गद्दाफ़ी के गद्दी छोड़ने और लोकतंत्र के पक्ष में हैं.
अल बैदा, बेनग़ाज़ी, तोब्रुक और अब त्रिपोली तक फैल गए हैं.
त्रिपोली के गौर्गा इलाक़े में सुरक्षाकर्मियों ने आँसू गैस छोड़ी और गोलियाँ चलाई.
बेनग़ाज़ी, तोब्रुक, अल बायदा में प्रदर्शन
पूर्वी लीबिया में स्थित बेनग़ाज़ी शहर पर प्रदर्शनकारियों का कब्ज़ा हो गया है. वहाँ पिछले कई दिनों से हिंसक प्रदर्शन हो रहे थे और सेना ने मशीन-गनों से प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी की थी.
बेनग़ाज़ी के अस्पतालों में अब भी हताहतों को लाया जा रहा है. एक डॉक्टर ने कहा कि रविवार दोपहर तक वहाँ ५० शव लाए गए थे.
राजधानी त्रिपोली से ४० किलोमीटर पश्चिम में स्थित शहर अज़ ज़ाविया से एक नागरिक ने बीबीसी को बताया कि प्रदर्शनकारियों ने गद्दाफ़ी प्रशासन से जुड़ी कई इमारतों को आग लगा दी जिनमें लीबियाई नेताओं के गेस्ट हाउस शामिल हैं.
प्रदर्शन तोब्रुक और अल बायदा में भी हो रहे हैं.
लीबिया से पुष्ट जानकारी पाना मुश्किल हो गया है क्योंकि वहाँ विदेशी पत्रकारों को त्रिपोली के बाहर जाने की इजाज़त नहीं है. साथ ही, सरकार ने इंटरनेट और अन्य मीडिया पर प्रतिबंध लगा दिए हैं. |
इन ५ वेबसाइट से कमाइए पैसे, ६० हजार रु महीने तक हो सकती है इनकम
अगर आप भी घर बैठे ऑनलाइन पैसा (मोने) कामना चाहते है. तो आपके पास घर बैठे ऑनलाइन पैसा कमाने (ऑनलाइन पैसा कमने) का अच्छा मौका है।
जिसे आप इन ५ वेबसाइटों पर अपना रजिस्ट्रेशन करके सुविधा और समय के अनुसार १०० घंटे काम करके ६० हजार रुपए तक हर महीने कमा सकते हैं। इस तरह की कई बेवसाइट्स मौजूद हैं, जिनके जरिए आप बिना किसी इन्वेस्टमेंट के काम शुरू कर सकते हैं। इन वेबसाइट्स से बिना इन्वेस्टमेंट के ऑनलाइन पैसे कमाने के लिए सबसे पहले आपको एम टर्क, ओ डेस्क, स्क्रिप्टेड, फीवर और इलैंस वेबसाइट्स पर रजिस्टर्ड होना होगा। इसके बाद आप ऑनलाइन जॉब के लिए साइन-इन कर सकते हैं। साथ ही, साइन-इन करते समय आपको इंटरनेशनल डिजिटल वॉलेट पर अपना रजिस्ट्रेशन भी कराना होगा। रजिस्ट्रेशन का विकल्प वेबसाइट को साइन-इन करने के बाद आता है। ऐसा इसलिए जरूरी है, ताकि काम पूरा होने के बाद बिना किसी रुकावट के पैसा आपके बैंक अकाउंट में ट्रांसफर हो जाए।
क्या है इंटरनेशनल डिजिटल वॉलेट,
यह एक तरह का इलेक्ट्रॉनिक वॉलेट है, जिसका उपयोग बिजनेस संबंधी काम के लिए किया जाता है। यह हर व्यक्ति के लिए अलग-अलग होता है और यह आपके बैंक अकाउंट में ट्रांसफर होता रहता है।
पैसे कमाने (पैस कमने) के लिए इलैंस डॉट कॉम सबसे बड़ी ऑनलाइन वेबसाइट है। इस कैटेगरी में यह सबसे पुरानी वेबसाइट्स में से एक है। इसे १९९९ में शुरू किया गया था। एक अनुमान के मुताबिक, तकरीबन २० लाख फ्रीलांसर इसके साथ नियमित रूप से जुड़े हुए हैं। इसके अलावा पिछले साल ओ डेस्क डॉट कॉम का अधिग्रहण इलैंस ने कर लिया था। अभी दोनों वेबसाइटस करीब ८० लाख लोगों के साथ जुड़कर के 1८० देशों में फ्रीलांस का काम कर रही है। जबकि इन वेबसाइटस का ऑनलाइन कारोबार तकरीबन 1२०0 करोड़ रुपए का है। यदि आप भी घर बैठे के साथ काम करना चाहते हैं तो इस पर लाग इन करना होगा। इसके बाद आपको दो ऑप्शन मिलेगा जिसमें से दाहिने साइट में वर्क फाइंड करने का ऑप्शन है जिस पर क्लिक करके मांगी गई जानकारी को स्टेप बाई स्टेप देकर के आप काम शुरू कर सकते हैं। जहां से आप हर महीने अच्छी कमाई कर सकते हैं।
२) अमेजन मेकैनिकल टर्क (आमाज़न तुर्की) पर हिट से कमाएं पैसा
एम टर्क (अमेजन मेकैनिकल टर्क) एक मार्केट प्लैटफॉर्म है, जहां फ्रीलांसर और डेवलपर्स के तौर पर बिजनेस से संबंधित काम कराया जाता है। इस प्लेटफॉर्म पर कारोबार से संबंधित छोटे-छोटे काम होते हैं, जिसको ऑनलाइन पूरा किया जाता है। इन सभी काम को अलग-अलग हिस्सों में बांटकर ऑनलाइन काम करने वाले को सौंप दिया जाता है। इसके बाद हिट के आधार पर उसका पेमेंट होता है। उदाहरण के तौर पर एक शॉपिंग बिल से किसी आइटम को निकालकर एक्सेल सीट में उसे जोड़ना होता है। ऐसे काम को पूरा करने में ३ मिनट से भी कम समय लगता है, जिसके लिए एम टर्क आपको ५ रुपए (मोने) देती है। अमेजन मेकैनिकल टर्क डॉट कॉम के साथ काम शुरू करने के लिए आप पर लॉग इन करें। इसके बाद आप स्टेप बाई स्टेप इसको क्लिक करते जाएंगे और आपका काम पूरा हो जाएगा।
स्टेप वन:- फाइंड वर्क स्
टेप टू :- अपने हिट पर काम करें स्
टेप थ्री :- किए गए काम का पेमेंट लें।
एम टर्क इस तरह के कई काम आपको घर बैठे अपनी सुविधा और समय के अनुसार करने की छूट देती है। इस तरह एम टर्क पर काम करके आप ६० हजार रुपए प्रतिमाह तक कमाई कर सकते हैं।
ओ डेस्क एक ऐसा प्लेटफार्म है, जो अपने साथ छोटे-छोटे कारोबार के लिए इंडिविजुअल्स डेवलपर्स और फ्रीलांसर को जोड़ने का काम करता है। यदि आप वेब डिजाइनिंग, लोगो डिजाइनिंग के अलावा वर्डप्रेस वेबसाइट को डेवलप और मेंटेन करने की योग्यता रखते हैं, तो इसके साथ जुड़कर अच्छी कमाई कर सकते हैं। ओ डेस्क इस तरह के काम के लिए ३०० रुपए (मोने) तक प्रति घंटे के हिसाब से पेमेंट करती है। ओ डेस्क के साथ काम करने के लिए आपको पर लॉग इन करना होगा। जहां पर सबसे पहले हाऊ इट वर्क का ऑप्शन आएगा, जिस पर क्लिक करने पर तीन ऑप्शन मिलेंगे जहां पर आपको स्टेप बाई स्टेप क्लिक करना है। यहां पर जॉब एग्रीमेंट करके आप प्रत्येक महीने अच्छी कमाई कर सकते हैं।
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कक१९ - न्यूजीलैंड ने अफगानिस्तान को सात विकेट से हराया
टानटन (इंग्लैंड),९ जून - जेम्स नीशम (३१-५) और लाकी फग्र्यूसन (३७-४)की कहर बरपाती गेंदों के बाद कप्तान केन विलियमसन (नाबाद 7९) की बेहतरीन अर्धशतकीय पारी के दम पर न्यूजीलैंड ने यहां के कूपर एसोसिएट्स काउंटी ग्राउंड पर शनिवार को खेले गए आईसीसी विश्व कप के अपने तीसरे मुकाबले में अफगानिस्तान को सात विकेट से हरा दिया।
टास जीतने के बाद पहले गेंदबाजी करते हुए न्यूजीलैंड ने अफगानिस्तान को ४२.१ ओवरों में १72 रनों पर ही ढेर कर दिया और फिर ३२.१ ओवरों में तीन विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। मार्टिन गुपटिल (०) इस मैच में खाता नहीं खोल सके लेकिन कोलिन मुनरो ने २२, रास टेलर ने ४८ और टाम लाथम ने नाबाद १3 रन बनाए।
विलियमसन की ९९ गेंदों की पारी में नौ चौके शामिल हैं जबकि टेलर ने ५२ गेंदों पर छह चौके और एक छक्का लगाया। न्यूजीलैंड ने जो भी विकेट गंवाए, वे आफताब आलम के खाते में गए।
जहां तक अफगानिस्तान की बात है तो उसके लिए हसमातुल्लाह शाहिदि ने सबसे ज्यादा ५९ रन बनाए। इसके अलावा हजरतुल्लाह जाजई ने ३४, नूर अली जादरान ने ३१ और अफताब आलम ने १४ रनों का योगदान दिया।
न्यूजीलैंड की ओर से कोलिन ग्रैंडहोम ने भी एक सफलता हासिल की। नीशम इस विश्व कप में पहली बार पांच विकेट लेने वाले गेंदबाज बने और इसके लिए उन्हें मैन आफ द मैच चुना गया। |
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(अन्य एमएल ११२९ का नाम के लिए कुल २४ उत्पादों)
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जानें क्या है पुनर्वसु नक्षत्र ? कैसे होते है इस नक्षत्र में जन्मे व्यक्ति ?
वैदिक ज्योतिष के अनुसार, पुनर्वसु नक्षत्र का स्वामी ग्रह गुरु और नक्षत्र देवता अदिति है। आकाश मंडल में पुनर्वसु सातवां नक्षत्र है। अदिति इस नक्षत्र की इष्टदेवी है। पुनर्र का अर्थ आवृत्ति है तथा वसु का अर्थ प्रकाश की किरण है। इस प्रकार पुनर्वसु का अर्थ पुनः प्रकाश बनने से है। इस नक्षत्र का प्रतीक तीरों का तरकश है, जो इच्छाओं या महत्वाकांक्षाओं के प्रति प्रयास करने की क्षमता को दर्शाता है।
वैदिक ज्योतिष में बृहस्पति को समृद्धि, शिष्टाचार, सद्भावना और जन कल्याण की भावना रखने वाले ग्रह के रूप में जाना जाता है। बृहस्पति की ये विशेषताएं इस नक्षत्र के माध्यम से प्रदर्शित होती हैं, जिसके चलते इस नक्षत्र के प्रबल प्रभाव में आने वाले जातक समृद्ध,शिष्टाचार तथा परोपकारी प्रवृति के ही देखे जाते हैं।
इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्ति के अंदर दैवीय शक्तियाँ होती हैं। पुनर्वसु नक्षत्र के व्यक्ति बेहद मिलनसार, दूसरों से प्रति प्रेमपूर्वक व्यवहार रखने वाले होते हैं। इनका शरीर काफी भारी और याद्दाश्त बहुत मजबूत होती है। इन पर जब कभी कोई मुसीबत आती है,तो कोई अदृश्य शक्ति इनकी सहायता करने अवश्य आती है। ये लोग काफी धनी भी होते हैं। इनके गुप्त शत्रुओं की संख्या अधिक होती है।
इस नक्षत्र के लोगों को समय-समय पर ईश्वर की कृपा प्राप्त होती है। इन लोगों को अपने नेक और सरल स्वभाव के कारण समाज में मान-सम्मान और आदर प्राप्त होता हैं। पढ़ने-लिखने में यह काफी होशियार होते हैं। अपनी योग्यता के बल पर सरकारी क्षेत्र में उच्च पद प्राप्त करते हैं।
बृहस्पति के प्रभाव के कारण यह आर्थिक मामलों के अच्छे जानकार होते हैं, आर्थिक क्षेत्र में यह सफलता प्राप्त करते हैं। प्रबंधन तथा व्यवसाय में भी इन्हें अच्छी सफलता मिलती है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्ति आर्थिक रूप से संपन्न होते हैं। |
टेंपो पलटने से एक की मौत, चार लोग घायल
हुसैनाबाद : जपला देवरी मुख्य पथ के महुराव खेल मैदान के समीप गुरुवार को टेंपो पलट गया.जिसमें एक की मौत व चार लोग घायल हो गये. इस सड़क दुर्घटना में बिहार औरंगाबाद टंडवा थाना क्षेत्र के लहंग करमा निवासी विनोद भुइयां ४० की मौत हो गयी. जबकि चार लोग घायल हो गये .
घायलों में सिगसिगी निवासी सरीता देवी, वहीं गढवा बेलचंपा के दरमी नावाडीह निवासी साकेत सिंह,शंकर रजक ,निरंजन सिंह शामिल हैं. जबकि टेंपू चालक फरार बताया जाता है. घायल निरंजन सिंह ने बताया की हम सभी लोग गुप्ता धाम बाबा मंदिर से लौट रहे थे. सोन पार करने के बाद देवरी घाट से जपला आने के लिए टेंपो पकड़ा.
टेंपो चालक बार-बार मोबाइल से गाना बजाने के लिए प्रयास कर रहा था. इसी क्रम में वह टेंपो चालन में डिस्ट्रर्ब हो रहा था. जिससें असंतुलित होकर टेंपो पलट गया.पुलिस शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू कर दी.
इटखोरी, चौपारण व हुसैनाबाद में राजनाथ सिंह ने की सभा, कहा, नक्सलवाद को जड़ से करेंगे समाप्त
वंशवाद की राजनीति करती है कांग्रेस
प्रगति के मार्ग पर निरंतर बढ़ रहा है देश : बीडी राम
झुठ की बुनियाद पर टिकी है भाजपा : हेमंत सोरेन |
बिहार के लखीसराय जिले के सूर्यगढ़ा थाना क्षेत्र के किऊल नदी में एक नाव पलट गई। बुधवार सुबह घटी इस घटना में नाव सवार आधा दर्जन से ज्यादा लोग डूब गए हैं, जिसमें से एक महिला का शव बरामद कर लिया गया है। |
इस जगह मां दुर्गा ने किया था शुंभ-निशुंभ का संहार, नासा ने रिसर्च कर माना यहां है कोई पॉजटिव एनर्जी अखिलेश-शिवपाल में सुलह करवा रहे थे मुलायम 'रेफरी' या बॉक्सिंग ? कलह सुलझाने की कोशिश जारी: चार बजे होगी स्प की कोर कमेटी की बैठक, अखिलेश और शिवपाल होंगे शामिल समाजवादी पार्टी की उठापटक पर प्म मोदी का तंज, परिवारवाद से नहीं होगा उप का विकास पत्रकार राजदेव रंजन हत्या मामले में बढ़ीं शहाबुद्दीन की मुश्किलें, स्क ने पूछा- क्यों ना सीवान जेल से तिहाड शिफ्ट कर दें होम ओदर मुरादाबाद में छेड़छाड़ के बाद नर्स से गैंगरेप, आरोपी फरार मुरादाबाद में छेड़छाड़ के बाद नर्स से गैंगरेप, आरोपी फरार मुरादाबाद में छेड़छाड़ के बाद नर्स से गैंगरेप, आरोपी फरार
मुरादाबाद. रामपुर के एक निजी अस्पताल में काम करने वाली एक नर्स के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि नर्स आरोपी इरशाद के खिलाफ छेड़छाड़ के मामले में बयान दर्ज करवाने कोतवाली जा रही थी. इसी दौरान दोस्तों के साथ मिलकर इरशाद ने नर्स के साथ गैंगरेप किया और सुनसान सड़क पर फेंक कर चला गया. नर्स ने आरोप लगाया कि आरोपी इरशाद उसे शादी करने के लिए लगातार दबाव बना रहा था. इंकार करने पर आरोपी लगातार उससे छेड़छाड़ करता रहा और जान से मारने की धमकी दी. नर्स ने रामपुर पुलिस से इसकी शिकायत की थी लेकिन शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. फिलहाल मुरादाबाद पुलिस इस मामले की जांच में लगी है. |
>भारत के किस एक राज्य में कुल भूक्षेत्र का अधिकतम वन क्षेत्र है ? >वॉ का पूरा रूप क्या है ? >सती प्रथा का अन्त तथा ठगी प्रथा को समाप्त करने का श्रेय किसे है ? >उस्ताद बिस्मिल्लाह खाँ का सम्बन्ध किस वाद्ययंत्र से था ? >रतौंधी किस विटामिन की कमी का कारण है ? >संविधान सभा की प्रारूप समिति के अध्यक्ष कौन थे ? >फुटबॉल में ब्लैक पर्ल के उपनाम से किसे जाना जाता है ? >वह विज्ञान जिसमें पशु/मानव शरीरिक संरचना का विच्छेदन द्वारा सीखा जाता है ? >सर्वप्रथम कागज का आविष्कार कहाँ हुआ था ? >ई.ड्यूको का क्या अर्थ है ? >भील पुरुष अपने बालों को ढकने के लिए सिर पर जो पहनते हैं, उसे क्या कहते हैं ? >किस वायसराय को भारत में स्थानीय स्वशासन की स्थापना का श्रेय जाता है ? >कम्प्यूटर का जनक किसे कहा जाता है ? >किसके द्वारा एकाधिकारी प्रतियोगिता का सिध्दांत विकसित किया गया है ? >प्रिंटर, कीबोर्ड और मोडम जैसी बाहरी डिवाइसें क्या कहलाती हैं ? >आदि.रेखंाश कहाँ से होकर गुजरती है ? >१९४७ ई. में भारत की स्वंतत्रता के समय इंग्लैण्ड में किस राजनीतिक दल की सरकार थी ? >मोहिनीअट्टम मूल रूप से किस राज्य में जन्मा और विकसित हुआ लोक नृत्य है ? >सूर्य की एक परिक्रमा पूरी करते हुए पृथ्वी कितनी दूरी तय करती है ? >भारत का कौन सा राज्य कॉफी एवं सिल्क के उत्पादन में ७० प्रतिशत का योगदान देता है ? >जिसके पेट पर माँ ने रस्सी बाँधी थी उसे क्या कहते ? >भारत का प्रथम गवर्नर जनरल कौन था ? >मस्तिष्क कोरी पटिया के समान है, जिस पर अनुभव के द्वारा कुछ भी लिखा जा सकता है. उक्त कथन किसका है ? >यद्यपि एक ही समय में कई प्रोग्राम खोले जा सकते हैं, लेकिन कितने प्रोग्राम एक्टिव हो सकते हैं ? >उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक पुराना विश्वविद्यालय कौन-सा है ? >चन्द्रगुप्त द्वितीय और किस नाम से जाना जाता था ? >चंगेज खाँ शब्द का क्या अर्थ होता है ? >राष्ट्रपति को पद एवं गोपनीयता की शपथ कौन दिलवाता है ? >स्याद्वाद किस धर्म के दर्शन का मूल आधार है ? >उत्तर प्रदेश को पूर्व में किस नाम से जाना जाता था ? >भारत के संविधान निर्माण के दौरान संविधान सभा की प्रारूप समिति के अध्यक्ष कौन थे ? >ऐनेमोमीटर क्या मापने के काम आता है ? >मानव हृदय का कौन सा प्रकोष्ठ, पूर्णतः आक्सीजनीड्डत रक्त को महाधमनी में और वहां से पूरे शरीर में भेजता है ? >अपनी जैव.विविधता के कारण प्रसिध्द मेचूका घाटी कहाँ स्थित है ? >लोकमान्य की उपाधि से किस भारतीय को नवाजा गया है ? >शिक्षा यानि ऐजुकेशन शब्द की उत्पत्ति हुई किस भाषा से हुई है ? >अन्नपूर्णा योजना किस वर्ष कार्यन्वित की गई थी ? >योजना आयोग को स्थापित किए जाने का वर्ष कौन सा था ? >केन्द्रीय सरकार ने गाँव की ओर एक कदम की नीति स्वीकार करते हुए एक योजना जिसका नाम भारत निर्माण योजना था, प्रारम्भ की। यह योजना कब शुरू हुई ? >भेल द्वारा भारत का प्रथम अल्ट्रा हाई वोल्टेज ट्रांसफॉर्मर कहाँ स्थापित किया गया है ? >वनस्पति घी के निर्माण में कौनसी गैस प्रयुक्त होती है ? >अंग्रेजी भाषा का एक मिलियन्थ (दस लाखवाँ) शब्द बनने का सम्मान किसको गया ? >उत्तर प्रदेश में जैन एवं बौध्द दोनों धर्मों का प्रसिध्द तीर्थ कौन सा है ? >भारत के किस राज्य को चावल का कटोरा (राइस बाउल) कहा जाता है ? >किस अधिनियम को काला कानून की संज्ञा दी गई थी ? >किसने कहा था, अच्छा नागरिक अच्छा राज्य बनाता है और बुरा नागरिक बुरा राज्य बनाता है ? >सूचना का अधिकार किस वर्ष पास हुआ ? >भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का प्रथम अधिवेशन बिहार में कहाँ सम्पन्न हुआ ? >कौन-सा एक विटामिन अमरूद में प्रचुरता से मिलता है ? >मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है. यह कथन किसका है ? >किस ग्रह को सान्ध्य तारा कहा जाता है ? >राज्यसभा के सदस्यों का चुनाव कितनी अवधि के लिए किया जाता है ? >कोणार्क का सूर्य मन्दिर नरसिंह देव प्रथम ने बनवाया था। वे किस राजवंश से थे ? >उत्तर प्रदेश में विकेन्द्रित नियोजन प्रणाली कब शुरू की गई ? >भारत की कौनसी कम्पनी विश्व की चैथी बड़ी टेलीकॉम ऑपरेटर बन गई है ? >रामदेवजी मेले का प्रमुख नृत्य कौनसा है ? >भारत के किस राज्य को स्पाइस गार्डन के नाम से जाना जाता है ? >राज्य योजना आयोग का अध्यक्ष कौन होता है ? >बॉक्साइट किसकी कच्ची धातु है ? >किस मुगल शासक ने न्याय की जंजीर लगवाई थी ? >गुरु केलुचरण महापात्र किस नृत्य शैली में निपुण थे ? >सालारजंग संग्रहालय कहाँ स्थित है ? >११ मार्च 20११ को जापान में आए जोरदार भूकंप एवं सुनामी द्वारा जिन न्यूक्लीय रिएक्टरों की भारी क्षति के फलस्वरूप विकिरण का रिसाव हुआ, वे किस जगह थे ? >वायुमण्डल की सबसे निचली परत को क्या कहते हैं ? >वानखेड़े स्टेडियम कहाँ अवस्थित है? >भारत का दक्षिणतम बिन्दु का नाम क्या है ? >गुप्तकालीन नवरत्न किस शासक के दरबार में थे ? >संविधान सभा ने राष्ट्रीय गान को कब स्वीकार किया ? >योजना आयोग का पदेन अध्यक्ष कौन होता है ? >किशन महाराज किस वाद्य यंत्र से सम्बन्धित हैं ? >भारत में सबसे गहरी खान कहां स्थित है ? >बेटल कन किस खेल से सम्बन्धित है ? >भारत का राष्ट्रीय खेल क्या है ? >पीतल किन धातुओं से मिलकर बनता है ? >प्रेजेंटेशन/स्लाइड शो तैयार करने के लिए सामान्यतः कौन-सा एप्लिकेशन प्रयोग किया जाता है ? >विशेष आर्थिक क्षेत्र (सेज) की अवधारणा किस देश में पहले शुरू की गई थी ? >देवा शरीफ उत्तर प्रदेश में कहाँ स्थित है ? >भारत का सबसे बड़ा व्यावसायिक बैंक कौन सा बैंक है ? >राष्ट्रीय आय आकलन की तैयारी किस संगठन का दायित्व है ? >अनसॉलिसिटेड ई.मेल को क्या कहते हैं ? >सवाना चरागाह कहाँ पाए जाते हैं ? >भारत में रक्षा बलों का सर्वोच्च कमांडर कौन होता है ? >किस राज्य में २०५ एकड़ भूमि में रु. १६२ करोड़ की लागत से भारतीय राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय की स्थापना को केन्द्रीय कैबिनेट ने मंजूरी दी है ? >प्रथम पंचवर्षीय योजना की शुरूआत कब हुई ? >अंग्रेजी ईस्ट इंडिया कंपनी का प्रतिनिधि कैप्टन हॉकिंस किसके राजदरबार में राजकीय अनुग्रह प्राप्त करने के लिए उपस्थित हुआ था ? >दिल्ली स्थित राजघाट किसका समाधि स्थल है ? >किसे लोकसभा की कार्यवाहियों में भाग लेने का अधिकार तो है, परन्तु मत देने का नहीं है ? >चंगेज खान ने जलाउद्दीन का पीछा करते हुए, किसके शासन काल में भारत की सीमाओं पर आक्रमण किया था ? >किस वायसरॉय के काल में वर्नाकुलर प्रेस एक्ट निरस्त किया गया ? >उत्तर प्रदेश में लोकायुक्त संगठन कब बना ? >जनगणना 20११ के अनुसार भारत में प्रति हजार पुरुषों पर महिलाओं की संख्या कितनी है ? >भारत में राष्ट्रीय आय का आकलन करने के लिए कौन सी सरकारी एजेंसी उत्तरदायी है ? >हमारी आकाशगंगा का सबसे बड़ा तारा कौन-सा है ? >भारत में प्रच्छन्न बेरोजगारी सामान्यतः किस क्षेत्र में दिखाई देती है ? >संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम का मुख्यालय कहाँ पर है ? >किस वर्ष में सूचना का अधिकार अधिनियम प्रभावी हुआ ? >भारतीय प्रतीक पर उत्कीर्ण सत्यमेव जयते कहाँ से लिया गया है ? >राजभाषा विभाग किस मंत्रालय के अधीन आता है ? >ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह कहाँ स्थित है ? >सुन्दरवन का डेल्टा कौनसी नदी बनाती है ? >पेनिसिलीन की खोज किसने की थी ? >हजामत का शीशा किस तरह का होता है ? >शाहनामा के रचनाकार कौन हैं ? >यूरोपीय मौद्रिक संघ की मुद्रा कौनसी है ? >कनिष्क किस वर्ष में राज्य सिंहासन पर आरूढ़ हुए ? >बगदाद किस नदी के किनारे स्थित है ? >कॉन्क्वेस्ट ऑफ सेल्फ पुस्तक के लेखक कौन है ? >कौनसी लोकसभा के कार्यकाल को संविधान में उल्लिखित साधारण पांच वर्ष के कार्यकाल से अधिक बढ़ा दिया गया था ? >दलबदल से सम्बन्धित प्रावधान किस अनुसूची में रखे गए हैं ? >पृथ्वी को १ अक्षांश घूमने में कितना समय लगता है ? >विस्सू, पांचोई और दियाई उत्सव किस जनजाति द्वारा मनाए जाते हैं ? >किसी अन्य ग्रह के आकार को मापने वाला पहला व्यक्ति कौन था ? >शिवसमुद्रम जलप्रपात किस नदी के मार्ग में पाया जाता है ? >किस मुगल सम्राट को हिन्दी गीतों की रचना का श्रेय प्राप्त है ? >भारत के राष्ट्रपति के चुनाव के लिए नागरिक को कितनी आयु पूरी कर लेनी चाहिए ? >किस वैज्ञानिक ने सबसे पहले पता लगाया था कि मंगल ग्रह का दिन भी पृथ्वी के दिन के समान लगभग २४ घंटे लंबा होता है ? >महाभारत काल में गंगापुत्र किसे कहा गया था ? >वह युक्ति जिसके द्वारा आँकड़ों को टेलीफोन के माध्यम से बाइनरी सिग्नलों की सहायता से भेजा जाता है, क्या कहलाती है ? >पृथ्वी की ऊपरी परत को क्या कहा जाता हैं ? >उत्तर प्रदेश में किस वर्ष पंचायती राज प्रणाली का शुभारम्भ हुआ था ? >उत्तर प्रदेश का प्रसिध्द दुधवा नेशनल पार्क किस जिले में स्थित है ? >महान लॉन टेनिस खिलाड़ी बोर्न बॉर्ग किस देश का है ? >४ अक्टूबर किस दिवस के रूप में मनाया जाता है ? >भारत में कार्यपालिका का अध्यक्ष कौन होता है ? >किस ब्रिटिश प्रधानमंत्री के समय भारत स्वतन्त्र हुआ ? >योजना आयोग को किस वर्ष में स्थापित किया गया ? >सिखों के अन्तिम गुरु कौन थे ? >आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली किसके चुनाव के लिए प्रयोग की जाती है ? >मधुमक्खियों का पालना क्या कहलाता है ? >किस सुल्तान ने बाजार नियन्त्रण व्यवस्था लागू की ? >योजना आयोग के प्रथम अध्यक्ष कौन थे ? >जिप्सीयों का मूल निवास स्थान कहां था ? >नरसिंहम समिति किससे सम्बन्धित है ? >केनन शब्द किस खेल से सम्बन्धित है ? >बुध्द को प्रबोध कहां प्राप्त हुआ था ? >उपन्यास देवदास का लेखक कौन है ? >कम्प्यूटर व दूरसंचार प्रणाली की सबसे छोटी सूचना संग्रहण इकाई कौन सी है ? >किस देश ने विश्व की सबसे लम्बी हाई स्पीड रेल लाइन को ट्रेनों के आवागमन के लिए खोला है ? >गया सम्बन्धित है भगवान बुध्द से, आखिर किस कारण से ? >संसद की किस वित्तीय समिति में राज्य सभा का कोई प्रतिनिधित्व नहीं होता ? >शरीर में सबसे बड़ी अंतःस्रावी ग्रंथि कौनसी है ? >सूर्य का वार्षिक चक्कर लगाकर पृथ्वी कितने किलोमीटर की दूरी तय करती है ? >किसे सितार एवं तबला का आविष्कारक माना जाता है ? >राष्ट्रीय ड्डषि विपणन केन्द्र कहाँ स्थित है ? >संविधान की कौनसी अनुसूची में केंद्र और राज्यों में विधायी शक्तियों का विभाजन किया गया है ? >डाइनामाइट बनाने में किस द्रव का प्रयोग किया जाता है ? >गीतगोविन्द के लेखक कौन थे ? >हड़प्पा सभ्यता में विशाल स्नानागार का साक्ष्य कहाँ से प्राप्त हुआ है ? >हीराकुण्ड बाँध किस नदी पर बनाया गया है ? >किस मुगल शासक ने तंबाकू के प्रयोग पर प्रतिबंध लगा दिया था ? मैनेज सर्विसेस बाय: समीक्षा सोफ्त्वार् |
संदिग्ध गुब्बारे व उपकरण से फैली सनसनी
लाठी थानांतर्गत धायसर गांव में सोमवार को मिले गुब्बारे व उपकरण से ग्रामीणों में सनसनी फैल गई। लाठी थानाक्षेत्र के धायसर गांव के पास सोमवार शाम एक गुब्बारा व उससे लगा उपकरण गिरा।
जैसलमेर/पोकरण. लाठी थानांतर्गत धायसर गांव में सोमवार को मिले गुब्बारे व उपकरण से ग्रामीणों में सनसनी फैल गई। लाठी थानाक्षेत्र के धायसर गांव के पास सोमवार शाम एक गुब्बारा व उससे लगा उपकरण गिरा। सूचना पर आस पड़ौस से ग्रामीण एकत्र हो गए। संदिग्ध गुब्बारा व उपकरण देखकर ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। पुलिस ने बताया कि गुब्बारे के बारे में जानकारी प्राप्त कर ली गई है। यह गुब्बारा व उपकरण मौसम विभाग का है। जिसे गुब्बारे के साथ उड़ाया जाता है। गुब्बारा फूटने पर यह उपकरण गिर जाता है। इससे डरने की कोई जरुरत नहीं है। गुब्बारे व उपकरण को कब्जे में लेकर कार्रवाई की जाएगी।
दांतल के उपस्वास्थ्य केन्द्र को क्रमोन्नति का इंतजार
पोकरण. क्षेत्र के दांतल गांव में स्थित उपस्वास्थ्य केन्द्र वर्षों से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में क्रमोन्नति का इंतजार कर रहा है। गौरतलब है कि गांव में वर्षों पूर्व क्षेत्र में चिकित्सा सेवा मुहैया करवाने को लेकर उपस्वास्थ्य केन्द्र की स्थापना की गई थी। समय के साथ क्षेत्र की आबादी बढ़ी, लेकिन इस उपस्वास्थ्य केन्द्र को क्रमोन्नत नहीं किया गया है। दांतल ग्राम पंचायत के झलोड़ा भाटियान, हेमावास, जीयासर, गड़ेली कुंआ, खेतासर, भूरासर, सांगाबेरा में करीब आठ हजार की आबादी निवास करती है। इन ग्रामीणों को छोटी से छोटी बीमारी के उपचार के लिए फलसूण्ड, भणियाणा, पोकरण अथवा जोधपुर जाना पड़ रहा है। दांतल में मात्र उपस्वास्थ्य केन्द्र होने के कारण एक एएनएम के भरोसे ग्राम पंचायत क्षेत्र के सभी सात गांवों से आने वाले मरीजों के उपचार, टीकाकरण, मलेरिया, डेंगू आदि फैलने के दौरान टांकों में टेमीफोस डालने आदि सभी कार्यों का जिम्मा है। ऐसे में क्षेत्र के मरीजों को समय पर उपचार नहीं मिल पाता है। ग्रामीणों की ओर से कई बार उपस्वास्थ्य केन्द्र को क्रमोन्नत करने के लिए सरकार व जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाई गई, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
करंट से हुई मौत के बाद परिजनों को दिया ५ लाख रुपए की राशि का चेक
वाच विडियो:अंडरब्रिज में जमा पानी से परेशानी |
एक नगर सेठ थे एक दिन सेठ सेठानी में बहस हो गई सेठानी ने कहा कि "आपकी नगर जो भी सम्मान है वह मेरी वजह से है आपके पास चाहे जितना धनी हो लेकिन घर की औरत प्रतिष्ठा बना भी सकती है बिगाड़ भी सकती है" | रही सही बात समाप्त हो गई |
सेठ उठ कर अपनी सेठानी के पास आया और बोला ! कि "मैं मान गया तुमने आज मेरा मान सम्मान तो समाप्त कर दिया समारोह में आए मित्रगण कैसी-कैसी बातें कर रहे थे | अब तुम यही सम्मान वापस लाकर दिखाओ" |
सेठानी बोली ! "इसमे कौन सी बड़ी बात है आज जो मित्रगण समारोह में थे उन्हें आप फिर किसी बहाने से निमंत्रण दीजिए" |
ऐसे ही सेठ ने सबको बुलाया बैठक और मौज मस्ती के बहाने | सभी मित्रगण बैठे थे, हंसी मजाक चल रहा था कि फिर वही सेठ के बेटे की रोने की आवाज आई | सेठ ने आवाज देकर पूछा ! "सेठानी क्या हुआ क्यों रो रहा है हमारा बेटा" ? सेठानी ने कहा "फिर वही खिचड़ी खाने की हठ कर रहा है" | लोग फिर एक दूसरे का मुँह देखने लगे कि यार एक मामूली खिचड़ी के लिए इस सेठ के घर पर रोज झगड़ा होता है |
सेठ मुस्कुराते हुए बोला "अच्छा सेठानी तुम एक काम करो तुम खिचड़ी यहाँ लेकर आओ | हम स्वयं अपने हाथों से अपने बेटे को देंगे | वो मान जाएगा और सभी मित्रगणों को भी खिचड़ी खिलाओ" | सेठानी ने आवाज दी ! ''जी सेठ जी''
सेठानी बैठक में आ गई पीछे नौकर खाने का सामान सर पर रख आ रहा था | हंडिया नीचे रखी और अतिथियों को भी देना आरंभ किया अपने बेटे के साथ | सारे सेठ के मित्र हैरान - जो परोसा जा रहा था वो चावल की खिचड़ी तो कत्तई नहीं थी | उसमे खजूर-पिस्ता-काजू बादाम-किशमिश-गरी इत्यादि से मिला कर बनाया हुआ सुस्वादिष्ट व्यंजन था | अब लोग मन ही मन सोच रहे थे कि ये खिचड़ी है ? सेठ के घर इसे खिचड़ी बोलते हैं तो मावा-मिठाई किसे बोलते होंगे ?
सेठ जी ने सेठानी के सामने हाथ जोड़े और कहा "मान गया मैं कि घर की औरत प्रतिष्ठा बना भी सकती है बिगाड़ भी सकती है और जिस व्यक्ति को घर में प्रतिष्ठा प्राप्त नहीं उसे संसार में कहीं सम्मान नहीं मिलता" |
आइटम रेवीव्द: घरनी से घर न कि घर से घरनी डेस्क्रिप्शन: एक नगर सेठ थे एक दिन सेठ सेठानी में बहस हो गई सेठानी ने कहा कि "आपकी नगर जो भी सम्मान है वह मेरी वजह से है आपके पास चाहे जितना धनी हो लेकिन घर की औरत प्रतिष्ठा बना भी सकती है बिगाड़ भी सकती है" | रही सही बात समाप्त हो गई | रेटिंग: ५ रेवीव्द बाय: आशीष शुक्ल |
रांची: झारखंड (झारखंड) के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एल खियांग्ते ने कहा कि सेक्टर अफसरों को मतदान के दिन (वोटिंग दए) दी जाने वाली रिजर्व (एवम इंफोरमेशन) ईवीएम की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि ईवीएम देने से लेकर उसे निर्धारित स्थान पर
समर स्किनकरे टिप्स इन हिन्दी: त्वचा की देखभाल (स्किन कारे) के उपाय हम हर मौसम में तलाशते हैं. अब जबकि मौसम बदल रहा है और गर्मियां दस्तक दे चुकी हैं. त्वचा की देखभाल से जुड़े खास सवाल त्वचा की देखभाल कैसे करें, घरेलू उपाय (होम
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नव दिल्ली: देशभर में मंगलवार को मौसम अचानक बदल गया. गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, राजस्थान, झारखंड, हिमाचल, हरियाणा, नई दिल्ली में बारिश, आंधी और बिजली गिरने से ३५ लोगों की मौत हो गई. वहीं ४० लोग घायल हुए हैं. बिहार के लिए जारी रेड अलर्ट
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दुल्हन बनकर गर्लफ्रेंड जा रही थी ससुरात, बीच में आ गया ब्वॉयफ्रेंड |
संक्षिप्त स्वभाव - कारण और इससे कैसे निपटना है - मनोविज्ञान और मनोरोग - २०१९
गर्म स्वभाव असामान्य, अत्यधिक भावनात्मक अभिव्यक्तियों, साधारण चिड़चिड़ाहट के लिए विस्फोटक प्रतिक्रियाएं, असंयम, क्रोध की प्रवृत्ति है। विचाराधीन घटना पुरुषों में अधिक आम है। महिलाओं को भी गर्म स्वभाव का खतरा होता है, लेकिन उनका संस्करण अक्सर पीड़ित व्यक्ति की स्थिति से पीछे हट जाता है और आमतौर पर अपराधों या उन्माद में पाया जाता है। हिस्टीरिया और स्पर्शशीलता को स्वभाव का स्त्रैण रूप माना जाता है। इस अवधारणा को अक्सर खराब चरित्र लक्षणों के रूप में जाना जाता है। यह पूरी तरह सच नहीं है, क्योंकि गर्म स्वभाव के दो रूप हैं: उचित और खाली।
एक त्वरित गुस्सा पैदा करता है
प्रश्न में अवधारणा को सबसे अच्छा लक्षण नहीं माना जाता है, क्योंकि बेकाबू क्रोध गंभीरता से अस्तित्व और पर्यावरण के साथ संबंधों को विकृत कर सकता है। जब तंत्रिका उत्तेजना, जो अक्सर क्रोध और आक्रामकता के साथ होती है, तो यह कहना मुश्किल है कि क्या कहा गया था और सही शब्दों का चयन करें। परिणामस्वरूप, छोटे स्वभाव वाले व्यक्ति अक्सर अपने अयोग्य व्यवहार की अभिव्यक्तियों के कारण शर्मिंदा होते हैं। हालांकि, एक छोटी अवधि के बाद, कई परिस्थितियों के प्रभाव में इस स्थिति को दोहराया जाता है।
गर्म स्वभाव मनोविज्ञान में एक खतरनाक घटना है, क्योंकि यह नकारात्मक भावनाओं को चेतना की गहराई में ले जाता है, जिससे मानसिक समस्याएं होती हैं, संचार और आत्म-धारणा में विकार होता है।
अत्यधिक गुस्सा भड़काने के कारणों में विभिन्न तनाव या अन्याय शामिल हैं।
सामान्य कारक जो प्रश्न की स्थिति का कारण बनते हैं: नींद की नियमित कमी, बुरी आदतें, निरंतर चिंता, अस्वास्थ्यकर आहार, कम कैलोरी वाले खाद्य पदार्थों का दुरुपयोग, बढ़ती चिंता, संचित थकान, विटामिन की कमी, अवसाद, जीवन की परेशानियां।
अक्सर, बढ़ी हुई उत्तेजना संक्रामक रोगों, मानसिक विकारों, पाचन तंत्र के रोगों, मधुमेह मेलेटस की उपस्थिति का संकेत देती है। इसके अलावा, थायराइड की शिथिलता के कारण गर्म स्वभाव हो सकता है।
महिला आबादी में गर्म स्वभाव अक्सर गर्भावस्था या रजोनिवृत्ति के दौरान होता है। इसी तरह की स्थिति शरीर में हार्मोनल परिवर्तन के साथ जुड़ी हुई है। हार्मोन टेस्टोस्टेरोन के उत्पादन में कमी के कारण एडम के बेटे अत्यधिक उत्तेजना से पीड़ित हैं। साथ ही, विज्ञान ने सिद्ध किया है कि यह विशेषता, यदि यह एक स्थिर विशेषता है, तो एक वंशानुगत प्रकृति है।
जिन व्यक्तियों का आत्म-सम्मान कम होता है, वे अक्सर उसके सामने बार को नजरअंदाज कर देते हैं। परिणामस्वरूप, वे आदर्श "ई" की अपनी दूर की छवि के अनुरूप नहीं हो सकते। इससे पारिवारिक रिश्तों में निराशा, काम के माहौल में समस्याएं आती हैं। परिणाम एक निरंतर उपस्थित चिड़चिड़ापन है, दृढ़ता से मन में निहित है। इससे बचने के लिए, अन्य व्यक्तियों की सफलताओं के साथ अपनी स्वयं की उपलब्धियों की तुलना करना आवश्यक नहीं है।
आंतरायिक गर्म स्वभाव परेशान
आक्रामकता, मौखिक अपमान, हमले के हमले अत्यधिक छोटे स्वभाव के लक्षण हैं। कोई भी व्यक्ति मनोवैज्ञानिक बन सकता है, लेकिन अक्सर आक्रामकता आंतरायिक छोटे स्वभाव के विकार से उत्पन्न होती है, जो अक्सर मानवता के एक मजबूत आधे हिस्से को प्रभावित करती है।
वर्णित विकार की एक विशेषता को मामूली स्थिति के लिए अपर्याप्त प्रतिक्रिया माना जाता है, मामूली बहाना, आलोचना, बर्ब, तनाव, रिश्तों में कठिनाई। प्रत्येक विषय भड़कने में सक्षम है, लेकिन बहुमत अभी भी अत्यधिक भावनात्मक प्रतिक्रिया को नियंत्रित करने में सक्षम है, लेकिन प्रश्न में विकार के साथ, व्यक्ति अपनी प्रतिक्रियाओं में अजेय है। उसकी सनक हमेशा अनुमति से परे होती है और समय-समय पर दोहराती रहती है।
आंतरायिक स्वभाव के विकार को व्यवहार संबंधी असामान्यताओं के रूप में संदर्भित किया जाता है, जो क्रोध के विस्फोटक एपिसोड की विशेषता है, अक्सर एपोगी तक पहुंच जाता है। इस तरह की चमक उन परिस्थितियों के लिए अनुपातहीन हैं जिन्होंने उन्हें जन्म दिया। आवेगी आक्रामकता अनैच्छिक है और किसी भी उकसावे, वास्तविक या योजनाबद्ध प्रतिक्रिया के कारण होती है। कुछ व्यक्ति जब्ती से पहले भावात्मक परिवर्तनों का प्रदर्शन करते हैं।
वर्णित असामान्यता एक गंभीर मानसिक स्वास्थ्य विकार है जिसका इलाज किया जाना चाहिए क्योंकि यह हिंसा में बदल सकता है। मित्र, सहकर्मी, रिश्तेदार पीड़ित हो सकते हैं। इस विकार से पीड़ित व्यक्तियों को अन्य मानसिक विकारों का खतरा होता है। इनमें शराब और नशीले पदार्थों की लत के लगातार मामले हैं। इसके अलावा, उम्र के साथ वर्णित विकार अक्सर मायोकार्डियल समस्याओं, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, गठिया का कारण बनता है। इसलिए, गर्म स्वभाव से छुटकारा पाने का सवाल इसकी प्रासंगिकता के बिना नहीं है।
आज, इस विकार को आत्म-नियंत्रण और व्यवहार प्रतिक्रिया के विघटनकारी, आवेगी विकार के रूप में वर्गीकृत किया गया है। वर्णित विचलन से पीड़ित मरीजों में विभिन्न शारीरिक लक्षणों (पसीना, आक्षेप, रेट्रोस्टर्ननल स्पेस में संयम, चिकोटी) के लक्षण दिखाई देते हैं। आक्रामक व्यवहार अक्सर राहत की भावना के साथ होता है, कभी-कभी खुशी की भावना के साथ। देर से पश्चाताप ऐसी भावनाओं को बदल देता है।
इस विचलन की एक महत्वपूर्ण विशेषता आक्रामक शिकारियों के प्रतिरोध की कमी के असतत एपिसोड की उपस्थिति है, जिससे गंभीर दुर्भावनापूर्ण कार्य या चीजों का विनाश होता है।
प्रकोप के दौरान दिखाई गई आक्रामकता की डिग्री उत्तेजना के लिए आनुपातिक नहीं है या मनोसामाजिक तनाव का प्रभाव है।
वर्णित विचलन का निदान करना मुश्किल है, क्योंकि केवल निदान करना संभव है यदि अन्य मानसिक विकारों को बाहर रखा जाता है, जो कि गर्म स्वभाव के एपिसोड के साथ भी हो सकता है, उदाहरण के लिए, असामाजिक या सीमावर्ती व्यक्तित्व विकार, उन्माद प्रकरण, व्यवहार संबंधी विकार।
इसके अलावा, इसी तरह की नैदानिक अभिव्यक्तियाँ अल्जाइमर रोग, कुछ रसायनों के प्रत्यक्ष शारीरिक प्रभावों (फार्माकोपियाल ड्रग्स, मादक दवाओं), और सिर की चोटों के कारण हो सकती हैं।
प्रश्न में विकार के संकेतों में आमतौर पर निम्नलिखित शामिल हैं:
- आक्रामक उत्तेजनाओं का विरोध करने से इनकार के कई असतत हमले, हिंसक नकारात्मक भावनाओं या संपत्ति के विनाश का कारण बनते हैं;
- एक प्रकोप के दौरान प्रकट होने वाली आक्रामकता की डिग्री एक मनोदैहिक तनाव के साथ असंगत है;
- मानस के अन्य विकृति की उपस्थिति के कारण आक्रामकता का प्रकोप नहीं होता है।
गर्म स्वभाव से कैसे निपटें
अत्यधिक स्वभाव से पीड़ित व्यक्ति, अपने ही रिश्तेदारों के अस्तित्व को जटिल बनाते हैं। कोई भी तिपहिया ऐसे विषयों में एक नकारात्मक अपर्याप्त प्रतिक्रिया उत्पन्न कर सकता है। यह सहकर्मियों, परिचितों, रिश्तेदारों के साथ बातचीत को जटिल बनाता है। अत्यधिक गुस्सा अक्सर पारिवारिक रिश्तों में कलह पैदा करता है। इस प्रकार, बाहरी जीवन से आवेगों के लिए एक अपर्याप्त नकारात्मक प्रतिक्रिया है और कैरियर के विकास में बाधा उत्पन्न करती है।
गर्म स्वभाव से छुटकारा पाने के तरीके को समझने के लिए, आपको इसकी प्रकृति से निपटने की आवश्यकता है। भावनाओं की कोई भी अभिव्यक्ति उत्तेजना के लिए तंत्रिका तंत्र की प्रतिक्रिया है। बयानों में व्यक्तिगत अविश्वास में असंगति, गुस्से का तेज प्रकोप, चारों ओर हो रही हर चीज में असमान असहमति अक्सर नर्वस ओवरस्ट्रेन का एक परिणाम है। इसलिए, अगर इन कारकों से अत्यधिक गर्म स्वभाव उत्पन्न होता है, तो एक सामान्य आराम, एक पूर्ण नींद या एक शौक से छुटकारा पाने में मदद मिलेगी।
जब किसी व्यक्ति को गंभीर जीवन की उथल-पुथल का सामना करना पड़ता है, तो कोई भी मामूली घटना आक्रामकता के एकल प्रकोप को भड़काने या अधिक गंभीर बीमारियों के जन्म का स्रोत बन सकती है। इसलिए, मनोवैज्ञानिक कहते हैं कि नकारात्मक भावनाओं को बाहर निकलने का रास्ता दिया जाना चाहिए, अन्यथा वे स्थिति को बढ़ा देंगे। व्यक्ति अंदर की ओर डुबकी लगाएगा और पर्यावरण के लिए घृणा पैदा करना शुरू कर देगा। चरित्र के एक अविभाज्य लक्षण में अत्यधिक गुस्सा के पुनर्जन्म का खतरा भी है।
चूंकि मनोविज्ञान में गर्म स्वभाव को एक खतरनाक स्थिति माना जाता है, जिससे शरीर प्रणालियों के कामकाज में गड़बड़ी होती है, यह आक्रामकता के अनियंत्रित प्रकोप से निपटने के लिए आवश्यक है।
स्पोर्ट, विशेष रूप से इसकी किस्मों को उच्च शारीरिक गतिविधि से जुड़ा हुआ है, आक्रामकता के प्रकोप को रोकने में एक विशेष प्रभावशीलता है। खेल गतिविधियां अत्यधिक तंत्रिका तनाव के उन्मूलन में योगदान करती हैं।
स्व-सम्मोहन और केले के ऑटो-प्रशिक्षण के तत्वों की उपेक्षा करना भी अनुशंसित नहीं है। व्यायाम निष्पादन में काफी सरल हैं, लेकिन प्रभाव जल्दी आता है। तेजी से परिणाम प्राप्त करने के लिए, इन अभ्यासों को श्वास अभ्यास के तत्वों के साथ संयोजित करने की सिफारिश की जाती है।
इसके अलावा, आपको क्रोध पैदा करने वाले वाक्यांशों या कार्यों पर तुरंत प्रतिक्रिया न करने के लिए एक नियम बनाना चाहिए। एक प्रतिक्रिया बयान या कार्रवाई से पहले इसे रोकने की सिफारिश की जाती है। आप मानसिक रूप से ५ तक गिनती कर सकते हैं। सचमुच कुछ सेकंड में, जलन थोड़ी कम हो जाएगी, जिसके परिणामस्वरूप आक्रामकता का कोई प्रकोप नहीं होगा।
सकारात्मक भावनाओं के साथ इसे संतृप्त करने के लिए अपने स्वयं के अस्तित्व में विविधता लाने की भी सिफारिश की जाती है। रिश्तेदारों के साथ प्रकृति से अधिक बार बाहर निकलना, सिनेमाघरों में जाना, दोस्तों से मिलना, साहित्य पढ़ना आवश्यक है। हमें अत्यधिक संयम के हार्मोनल उत्पत्ति को बाहर नहीं करना चाहिए। एक योग्य एंडोक्रिनोलॉजिस्ट यहां आक्रामकता के एपिसोड से छुटकारा पाने में मदद करेगा। |
क्व्स तट पट सिलेबस २०२०: केंद्रीय विद्यालय संगठन की तरफ से जल्द ही केवीएस टीजीटी पीजीटी भर्ती २०२० का नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा. हालांकि भर्ती का नोटिफिकेशन कब जारी किया जाएगा इसका आधिकारिक ऐलान केंद्रीय विद्यालय संगठन की तरफ से नहीं किया गया है. केवीएस टीजीटी पीजीटी भर्ती २०२० के अंतर्गत टीजीटी और पीजीटी शिक्षकों के ५००० पदों पर योग्य उम्मीदवारों की भर्ती की जाएगी. नोटिफिकेशन जारी होने के बाद इच्छुक और योग्य उम्मीदवार केंद्रीय विद्यालय संगठन की आधिकारिक वेबसाइट क्व्संगतन.निक.इन पर जाकर आवेदन कर सकते हैं.
क्व्स तट पट सिलेबस २०२०: केंद्रीय विद्यालय संगठन की तरफ से जल्द ही केवीएस टीजीटी पीजीटी भर्ती २०२० का नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा. हालांकि भर्ती का नोटिफिकेशन कब जारी किया जाएगा इसका आधिकारिक ऐलान केंद्रीय विद्यालय संगठन की तरफ से नहीं किया गया है. केवीएस टीजीटी पीजीटी भर्ती २०२० के अंतर्गत टीजीटी और पीजीटी शिक्षकों के ५००० पदों पर योग्य उम्मीदवारों की भर्ती की जाएगी. अगर आप इस भर्ती प्रक्रिया के अंतर्गत आवेदन करने के इच्छुक हैं तो आपको सलाह है कि अभी से तैयारी करना शुरू कर दें. नोटिफिकेशन जारी होने के बाद इच्छुक और योग्य उम्मीदवार केंद्रीय विद्यालय संगठन की आधिकारिक वेबसाइट क्व्संगतन.निक.इन पर जाकर आवेदन कर सकते हैं.
बता दें कि जो उम्मीदवार केंद्रीय विद्यालय में बतौर शिक्षक कार्य करने के इच्छुक हैं उनके लिए यह भर्ती प्रक्रिया एक सुनहरा मौका है. अगर उम्मीदवार अभी से भर्ती परीक्षा की तैयारी करना शुरू कर देते हैं तो एग्जाम पास करना उनके लिए आसान हो जाएगा. हालांकि किसी एग्जाम की तैयारी करने के लिए उसका सिलेबस और पैटर्न जानना बेहद जरूरी होता है. इस आर्टिकल में हम आपके लिए केवीएस टीजीटी पीजीटी भर्ती २०२० एग्जाम के पूरे सिलेबस और पैटर्न की जानकारी लेकर आए हैं. केवीएस टीजीटी पीजीटी भर्ती २०२० के संबंध में अधिक जानकारी हासिल करने के लिए उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट पर मौजूद नोटिफिकेशन को डाउनलोड कर सकते हैं. नोटिफिकेशन में भर्ती के संबंध में विस्तृत जानकारी दी हुई है.
जानें पीजीटी, टीजीटी, प्रिंसिपल, वाइस प्रिंसिपल और लाइब्रेरियन पदों का एग्जाम पैटर्न और सिलेबस
पीजीटी के पदों पर अभ्यर्थियों के चयन के लिए आयोजित किए जाने वाला एग्जाम ३ घंटे का होगा. एग्जाम २०० अंकों का होगा. एग्जाम में जनरल इंग्लिश से जुड़े से २० प्रश्न, जनरल हिंदी से जुड़े २० प्रश्न, करेंट अफेयर्स से जुड़े २० प्रश्न, रिंजनिंग से जुड़े २० प्रश्न, टीचिंग मेथेडोलॉजी के २० प्रश्न और संबंधित विषय से १०० प्रश्न कुल मिलाकर २०० प्रश्न पूछे जाएंगे. लिखित परीक्षा के बाद इंटरव्यू राउंड होगा. इंटरव्यू राउंड ६० अंकों का होगा.
टीजीटी के पदों पर अभ्यर्थियों के चयन के लिए आयोजित किए जाने वाला एग्जाम ढाई घंटे का होगा. एग्जाम २०० अंकों का होगा. एग्जाम में जनरल इंग्लिकेश के २० प्रश्न, जनरल हिंदी के २० प्रश्न, करेंट अफेयर्स के २० प्रश्न, रिजनिंग के २० प्रश्न, टीचिंग मेथेडोलॉजी के २० प्रश्न और संबंधित विषय के १०० प्रश्न कुल २०० प्रश्न पूछे जाएंगे.
क्व्स तट पट २०२० के लिए ऐसे करें आवेदन
टीजीटी और पीजीटी के पदों पर आवेदन करने के लिए सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट क्व्संगतन.निक.इन पर जाएं.
वेबसाइट के होमपेज पर दिख रहे क्व्स तट पट २०२० के लिंक पर क्लिक करें.
क्व्स तट पट २०२० लिंक पर क्लिक करते ही नया पेज ओपन होगा. |
ऑपड फुल फॉर्म इन हिन्दी क्या होती है, ऑपड क्या होता है, ऑपड के क्या कार्य होते है, ऑपड की सेरिवएस क्या- क्या होती है. अगर आप ऑपड से जुड़े हुए इन्ही सवालों का जबाब खोज रहे है तो ये पोस्ट आपके लिए ही है.
आज आपको में इस पोस्ट में ऑपड के बारे में जानकारी देने जा रहा हूँ. मैं आशा करता हूँ कि आप ऑपड के बारे में जो कुछ भी जानना चाहते है वो आपको इस पोस्ट में अवश्य मिल जाये. अगर आप ऑपड के बारे में अच्छे से समझना चाहते है तो इस पोस्ट को पूरा रेड जरुर करे.
दोस्तों, यदि आप कभी- भी किसी मरीज को किसी हॉस्पिटल लेकर गये हो आप ने देखा होगा की किसी भी मरीज को युही एडमित नही किया जाता. पहले उस हॉस्पिटल में मौजूद सभी फॉर्मलिटीज पूरी करनी होती है.
ऑपड स्टैंड फॉर आउटपतिंट डिपार्टमेंट (आउट पेशेंट डिपार्टमेंट).ऑपड को हिंदी में बाह्य रोगी विभाग कहते है. यह हॉस्पिटल का वह भाग है जहाँ रोगी को चिकित्सा व उससे जुडी अन्य सेवाए प्रदान की जाती है.
यह डिपार्टमेंट उन रोगियों के लिए देसिग्निंग किया गया है जिन्हें हॉस्पिटल में रुकने या एडमित होने की आवश्यकता नही होती है. यह पहले रोगियों की बीमारीयों का पता लगया जाता है जब डॉक्टर्स को रोगी का एडमित होना जरूरी लगता है तब उसे हॉस्पिटल में एडमित कर लिया जाता है.
कन्सलतेशन चंबर्स- यह ऑपड का भाग होता है जहाँ रोगियों को सर्जिकल, चिकित्सा, आहार विज्ञान और विशेषज्ञों की राय दी जाती है.
एक्समिनेशन रूम- यह ऑपड का भाग होता है जहाँ रोगियों को एक्सामिन (जाँच) किया जाता है जिससे उनकी बीमारी का पता लगाया जा सके.
डाआयग्नोस्टिक्स- यह ऑपड का कॉलेक्शन पॉइंट (संग्राहक बिंदु) होता है जहाँ रेडियोलॉजी, विकृति विज्ञान, सूक्ष्म जीव विज्ञान और अन्य नैदानिक सेवाओं का सैंपल संग्रहित किया जाता है.
बाकि से सेवाए इसमें जरूरत के हिसाब से जोड़ी जाती है.
हैलो फ्रेंडस, आशा करता हूँ की आपको ये ऑपड फुल फॉर्म इन हिन्दी ओ. पी. डी. क्या होता है पोस्ट पसंद आई होगी. अगर आपको इस पोस्ट से रिलेटेड कोई सवाल या सुझाव है तो नीचे कमेंट करें और इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ जरुर शारें करें.
बहुत अच्छा गुरु जी की तरह समझा दिया |
कार्ति की सीबीआई हिरासत ३ दिन बढ़ी - लाइव आर्यावर्ट
होम देश कार्ति की सीबीआई हिरासत ३ दिन बढ़ी
आर्यावर्त डेस्क मंगलवार, मार्च ०६, २०१८ देश,
अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सीबीआई की तरफ से बहस करते हुए कहा कि एजेंसी को कार्ति चिदंबरम से पूछताछ की जरूरत है क्योंकि एजेंसी को पर्याप्त नए सबूत मिले हैं। मेहता ने कहा, "सोमवार को कुछ और कंपनियों के नाम सामने आए हैं और इसके लिए हिरासत जरूरी है।" सीबीआई ने अदालत में दस्तावेज दाखिल किए हैं, जिसे आईएनएक्स मीडिया मामले में कार्ति चिदंबरम द्वारा किए गए विदेशी लेन-देन से संबंधित माना जा रहा है। मेहता ने आरोप लगाया कि कार्ति इस मामले में सबूत के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं और अगर अदालत उसकी हिरासत बढ़ाएगी तो, वह उनसे अपराध कबूल करवा लेंगे। उन्होंने कहा कि कार्ति चिदंबरम ने पूछताछकर्ताओं को अपने फोन के पासवर्ड देने से इनकार कर दिया, जो 'एक सबूत है' और वह सहयोग नहीं कर रहे हैं। मेहता ने कहा, "मैं इस बात से सहमत हूं कि कार्ति को चुप रहने का अधिकार है, लेकिन जब संबंधित प्रश्न पूछा जाता है तो, उन्हें जवाब देना चाहिए।" वहीं, सिंघवी ने अदालत से कहा कि आरोपी पहले ही पांच दिन एजेंसी की हिरासत में बिता चुके हैं और मुंबई में उनका सामना इंद्राणी मुखर्जी से केवल २५ मिनट तक ही कराया गया था। इंद्राणी पूर्व मीडिया कार्यकारी हैं, जो हत्या के मामले में जेल में हैं। साथ ही वह इस धनशोधन मामले में गवाह भी हैं।
सिंघवी ने तर्क दिया कि सीबीआई द्वारा रिमांड को आगे बढ़ाने वाले आवेदन में कोई भी कारण नहीं दिया गया है। फिर क्यों वह कार्ति की हिरासत को आगे बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। मामले की पिछली सुनवाई में सीबीआई ने अदालत से कहा था कि कार्ति चिदंबरम का मुखर्जी से आमना-सामना कराया जाएगा। सीबीआई ने कहा था कि मुखर्जी ने कथित रूप से दावा किया है कि कार्ति ने उनसे १० लाख डॉलर की मांग की थी और उन्होंने कार्ति को बतौर रिश्वत वह रकम अदा की थी। उन्होंने कहा, "कार्ति बम लिए हुए आतंकवादी नहीं हैं। उनसे बिना हिरासत में लिए भी पूछताछ की जा सकती है।" मेहता ने इसके जवाब में कहा कि सिर्फ इंद्राणी का बयान ही आरोपी के खिलाफ सबूत नहीं है। अदालत ने कार्ति चिदंबरम को कोर्ट रूम में उनके पिता पी. चिदंबरम और माता नलिनी से १० मिनट के लिए मुलाकात करने की इजाजत दी। इससे पहले, इससे संबंधित एक और मामले में, सर्वोच्च न्यायालय ने मंगलवार को आईएनएक्स मीडिया धनशोधन मामले में कार्ति चिंदबरम की याचिका पर प्रवर्तन निदेशालय से जवाब मांगा। कार्ति ने इस मामले में उनके खिलाफ ईडी द्वारा जारी समन को सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती दी थी। प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा, न्यायमूर्ति ए.एम. खानविलकर और न्यायमूर्ति डी.वाई. चंद्रचूड़ की पीठ ने हालांकि याचिका पर सुनवाई करते हुए कार्ति की इस मांग को नकार दिया कि ईडी को उन्हें गिरफ्तार नहीं करने दिया जाए। पीठ ने मामले की अगली सुनवाई गुरुवार को मुकर्रर करते हुए कहा कि न्यायालय केवल कार्ति के वकील कपिल सिब्बल द्वारा उठाए गए कानून के प्रश्न पर सुनवाई करेगा। |
विन्ध्यवासिनी मन्दिर व पक्का घाट का लिया जायजा - अखंड भारत न्यूज
होम उत्तर प्रदेश मिर्ज़ापुर विन्ध्यवासिनी मन्दिर व पक्का घाट का लिया जायजा
विन्ध्यवासिनी मन्दिर व पक्का घाट का लिया जायजा
गर्भगृह में जाने वाले प्रथम प्रवेशद्वार के पहले से डिवाइडर लगाया जाएगा जिससे दर्शनार्थियों को दबाव न झेलना पड़े । फोर्स उपलब्ध होने के पश्चात मन्दिर तक पहुँचने वाले वाहनों को दूर से ही रोक जाएगा । चार प्रमुख स्नान घाटों पर बैरिकेटिंग की व्यवस्था की जाएगी ।
नई पुलिस फोर्स की उपलब्धता पर मन्दिर परिसर में ड्यूटी पर तैनात पुलिस अपने मोबाइल से भी अराजको पर नजर बनाए रखेंगे । जिलाधिकारी ने कहा कि दुकानदार अपने दुकानों के सामने कूड़ादान रखे जिससे गन्दगी सड़क पर नही फैलेगी । इस दौरान पण्डा समाज के अध्यक्ष राजनपाठक भी मौजूद रहे ।
प्रेवियस आर्टियलमैजिक और बाइक कि टक्कर में दो बुरी तरह घायल
नेक्स्ट आर्टियलनवरात्रि बीतने के बाद अब-तक चार लोगों की डूबने से हो चुकी है मौत |
सिटिज़न न्यूज़ सर्विस - सीएनएस: महिलाओं का घरेलू हिंसा से बचाव कानून क्या हैं?
महिलाओं का घरेलू हिंसा से बचाव कानून २००५ एक दिवानी कानून है जिसका मकसद घरेलू रिश्तों में हिंसा झेल रहीं महिलाओं को तत्काल व आपातकालीन राहत पहुंचाना है। इस कानून का मुख्य उद्देष्य किसी भी महिला को हिंसा मुक्त घर में रहने का अधिकार दिलाना है।
हमारे इस समाज में महिलाओं के लिए न मायके में कोई जगह है और नही ससुराल में। यही कारण है कि महिलाएं सर छुपाने के लिए छत और पैर टिकाने के लिए जमीन के एवज में बहुत से अनचाहे समझौते करती रहती हैं। यह भारत में पहला ऐसा कानून है जो महिलाओं को अपने घर में रहने का अधिकार देता है। यह कानून घरेलू हिंसा को रोकने के लिए केन्द्र व राज्य सरकार को जबाबदेह व जिम्मेदार ठहराता है। इस कानून के अनुसार महिला के साथ हुई घरेलू हिंसा के साक्ष्य प्रमाणित किया जाना जरूरी नहीं हैं। महिला के द्वारा प्रस्तुत साक्ष्यों को ही आधार सुनिष्चित माना जायेगा क्योंकि अदालत का मानना है कि घर के अन्दर हिंसा के साक्ष्य मिलना मुश्किल है।
इस कानून के मुताबिक घरेलू हिंसा यानी ऐसी कोई भी हरकत या व्यवहार जो कि महिला के शरीर या स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होकर दर्द या चोट पहुंचाये। ऐसा कोई भी आपत्तिजनक व अनचाहा यौनिक व्यवहार व हरकत जो महिला को शारीरिक कष्ट दे या अपमानित करें या उनके मान-सम्मान पर चोट पहुंचाये। ऐसी समस्त घरेलू संसाधन व सुविधाएं जिसकी महिला व उसके बच्चे को जरूरत हो एवं जिस पर उनका अधिकार बनता हो, पर नियन्त्रण एवं उससे वन्चित रखना।
इस कानून के तहत घरेलू हिंसा की रोक थाम के लिए जज या अदालत तीन दिन के अन्दर-अन्दर बचावकारी आदेश एवं गिरफ्तारी के वारन्ट जारी करेंगे। घरेलू हिंसा से पीडि़त कोई भी महिला अदालत में जज के समक्ष स्वयं अथवा वकील, सेवा प्रदान करने वाली संस्था या संरक्षण अधिकारी की मदद से अपनी सुरक्षा के लिए बचावकारी आदेष ले सकती है। पीड़ित महिला के अलावा कोई भी पड़ोसी, परिवार का सदस्य, संस्थाएं या फिर खुद भी महिला की सहमति से अपने क्षेत्र के न्यायिक मजिस्ट्रेट के कोर्ट में शिकायत दर्ज कराकर बचावकारी आदेष हासिल किया जा सकता है। घरेलू घटना रपट (डोमेस्ट्रिक इंसिडेंट रिपोर्ट) एक दफ्तरी प्रारूप है जिसमें घरेलू हिंसा की रिपोर्ट दर्ज करायी जाती है। इस कानून के तहत मिलने वाली राहत में बचावकारी आदेष, काउन्सिलिंग, क्षतिपूर्ति, भरण पोषण, बच्चों का संरक्षण और जरूरत पड़े तो रहने की जगह भी दी जाती है। अगर पीडि़त की रिपोर्ट से जज को ऐसा लगे कि पीडि़त को हिंसा कर्ता से आगे भी खतरा हो सकता है तो जज हिंसा कर्ता (पुरूष) को घर से बाहर रहने के आदेष दे सकते हैं। इस कानून के अन्तर्गत नियुक्त प्रोटेक्शन ऑफिसर (संरक्षण अधिकारी) की जिम्मेदारी यह है कि पीडि़त महिला को आवेदन लिखने में मदद करना, आवेदन जज तक पहुंचाना एवं कोर्ट से राहत दिलाना।
परन्तु ये सब जानकारी पीडि़तों तक पहुंचाना एक बहुत बड़ा काम है। महिलाओं के मुद्दों पर काम कर रहे संगठन कई परेशानियों और चुनौतियों का सामना करते हैं। जैसे कि आश्रित गृह की व्यवस्था न होना, संरक्षण अधिकारियों का न मिलना, वकील न मिलना, समय पर जुर्माना न मिलना और केस को गम्भीरता से न लिया जाना। यह भी एक गम्भीर स्थिति है कि पिछले चार सालों में उत्तर प्रदेश को इस काम के लिए केवल साढ़े चार लाख रूपयों का बजट मिला है। कानून के मुताबिक एक केस तीन महीने की भीतर खत्म हो जाना चाहिए, पर २००५ से लेकर आज तक हजारों में से केवल ११ केस ऐसे रहें हैं जो तीन महीने के अन्दर सुलझाये गये हैं। घरेलू हिंसा का शिकार हुई सभी महिलाओं में से केवल एक चैथाई ही रिपोर्ट दर्ज कराती हैं।
इस पर सेवा निवृत्त डी०जी० श्री ईष्वर चन्द्र द्विवेदी का कहना है कि जानकारी की शुरूआत कानून के रखवालों से करनी होगी। पुलिस वालों को ही इस तरह के कानून के बारें में पता नहीं है, तो वह इसे लागू कैसे करेगें?
(लेखिका सिम्बोयोसिस इंस्टिट्यूट ऑफ़ मीडिया एंड काम्मुनिकेशन की छात्रा है ) |
तार्किक शिक्षा की जरूरत
शिक्षा कैसी हो इस बारे में बहुत कम दार्शनिकों ने विचार व्यक्त किए हैं। यह बात अलग है किन इन दार्शनिकों ने परम्परागत शिक्षा ग्रहण नहीं की। आधुनिक भारत में जहां कुछ पिछडे हुए लोगों को उठाने के लिए आरक्षण की व्यवस्था की गई है वहीं अगडों में से भी अधिकांश के पास नौकरी और सुरक्षित भविष्य नहीं है।
राष्ट्रवादी संगठनों ने मैकाले को गाली दी और अपनी जिम्मेदारी से मुक्ति पा ली। कुछ संगठन और मिशनरीज स्कूलें भी चला रहे हैं ताकि बचपन में ही बच्चों को धर्म विशेष का बीज पकडा दिया जाए। ताकि बडे होकर वे सफेद, लाल, गेरूए या हरे वस्त्र पहनकर धर्मयुद्ध में कूद सकें।
फिर भी आज एक पिता को इस बात की चिंता रहती है कि उसके पुत्र का भविष्य क्या होगा। क्या वह अपने पैरों पर खडा हो पाएगा, क्या वह वायोलेंट होते समाज में अपने पैर जमा पाएगा, क्या वह प्रतिस्पर्द्धा में टिक पाएगा। उसे क्या बताया जाए कि वह सबसे आगे रहे। अक्षर ज्ञान प्राप्त कर चुके लोगों को भी यह पता नहीं कि अपने अधिकारों की रक्षा कैसे की जाए या फिर आज की हमारी नैतिक जिम्मेदारी क्या है
किसी बच्चे को तार्किक और स्पष्ट सोच के लिए न केवल पढाई की बल्कि तर्कपूर्ण वातावरण की भी आवश्यकता होती है।
अगले पोस्ट में मैं बात करुंगा ओशो के नजरिए की। |
अन्य प्रयोग हेतु, कॉर्न (बहुविकल्पी) देखें।
कॉर्न (जो स्टाइल से अक्सर कों के रूप में लिखा जाता है) एक अमेरिकी न्यू मेटल बैंड है जिसे बेकर्सफील्ड, कैलिफोर्निया में गठित किया गया. वर्तमान बैंड में चार सदस्य शामिल हैं: जोनाथन डेवीस, जेम्स मंकी शेफर, रेजिनाल्ड "फील्डि" अर्विजू, और रे लुज़िअर. यह बैंड ल.आ.प.ड. के बाद बना (एक बैंड, जो तीन सदस्यों से निर्मित था, जो कॉर्न के साथ थे).
कॉर्न का १९९३ में गठन किया गया, और उसी वर्ष उन्होंने अपना पहला डेमो एल्बम नीदरमेयर्स माइंड जारी किया.[१] इस एल्बम में कॉर्न के दो पूर्व-सदस्य थे, ब्रायन "हेड" वेल्श डेविड सिल्वेरिया. उनका पहला एल्बम, कॉर्न १99४ में जारी किया गया था, जहां उन्होंने उन्हीं संगीतकारों को प्रस्तुत किया जिन्होंने नीदरमेयर माइंड पर प्रदर्शन किया था. बैंड ने अप्रैल १99६ को लाइफ इस पीची की रिकॉर्डिंग शुरू की, और १५ अक्तूबर, १99६ को इसे जारी किया. फ़ॉलो द लीडर को कॉर्न की मुख्यधारा सफलता के रूप में पहचाना जाता है, जो १999 में अपने अगले एल्बम इश्यूज़ के साथ १998 में बिलबोर्ड २०० पर #१ पर चढ़ गया.[२] बैंड ने ११ जून, २००0 को अनटचेबल्स जारी किया, और बाद में २१ नवंबर, २००३ को टेक अ लुक इन द मिरर जारी किया, दोनों ने बिलबोर्ड २०० के शीर्ष १0 में स्थान बनाया. उनका पहला संकलन एल्बम, बिलबोर्ड २०० पर #४ पर पहुंचा. सी यू ऑन द अदर साइड ६ दिसंबर, २००५ को जारी हुआ, और इसके बाद कॉर्न का शीर्षकहीन एल्बम करीब दो साल बाद २7 जुलाई, २००7 को जारी किया गया,कोर्न ई: रिमेंबर वो यू अरे जिसके लिए उन्होंने प्रस्तावित किया था कि संभव है यह २0१0 की शुरूआत में जारी किया जाए.[३] वर्तमान में कॉर्न के ३३ एकल हैं जिनमें से १7 को चार्ट में स्थान मिला.[२][४][५] बैंड के नाम ६ वीडियो एल्बम और ३२ संगीत वीडियो हैं.
आज की तारीख तक, कॉर्न ने अमेरिका में १६.५ मिलियन एल्बम बेचे हैं[६] जबकि छः ग्रेमी नामांकन प्राप्त किये - जिसमें से दो उन्होंने जीता ("फ्रीक ऑन अ लीश" और "हिअर टु स्टे" [७]
१.६ टेक अ लुक इन द मिरर , ग्रेटेस्ट हिट्स: वोल्यूम १ , हेड का प्रस्थान (२००३-२००५)
१.७ सी यू ऑन द अदर साइड , एमी/वर्जिन, रिटर्न ऑफ़ फैमिली वैल्यूज़ दौरा (२००५-२००६)
१.८ शीर्षकहीन एल्बम, म्त्व अनप्लग्ड , डेविड सिल्वेरिया का प्रस्थान (२००६-200८)
गठन, नीदरमेयर्स माइंड डेमो, कॉर्न (१९९३-१९९५)[संपादित करें]
गायक रिचर्ड मोरील की ड्रग की लत के कारण जब ल.आ.प.ड. समूह बंद हो गया तो कॉर्न का गठन किया गया. संगीतकार, रेजिनाल्ड अर्विजू, जेम्स शेफर, और डेविड सिल्वेरिया जारी रखना चाहते थे, और उन्होंने गिटारवादक ब्रायन वेल्श को भर्ती किया और क्रीप नाम का एक नया बैंड शुरू किया.
१९९३ की शुरूआत में, इस बैंड का ध्यान सेक्सार्ट बैंड के गायक जोनाथन डेविस पर गया और उन्होंने उसे क्रीप में शामिल करने का प्रयास किया. डेविस, शुरू में बैंड में शामिल होने के इच्छुक नहीं थे पर एक मनोवैज्ञानिक से परामर्श के बाद उन्होंने ऑडिशन करने का निर्णय लिया और बैंड में शामिल हो गए, जैसा कि खुद जोनाथन डेविस द्वारा द्व्ड हु देन नाउ? के एक साक्षात्कार में कहा गया. जोनाथन को भर्ती करने के बाद, उन्होंने निर्णय लिया कि उन्हें एक नए नाम की ज़रूरत है. जल्द ही, उन्होंने अपना नाम "कॉर्न" में परिवर्तित कर लिया. जोनाथन ने एक ठसाठस सत्र के दौरान कॉर्न नाम का सुझाव दिया, और यह हर किसी को पसंद आया. तो बस जोनाथन ने एक क्रेयोन लिया और बच्चों की लिखावट में अपना लोगो लिखा, जिसकी अंग्रेज़ी की वर्तनी में "च" के बजाय "क" था, और एक पीछे घूमा हुआ, उठा हुआ "" था.[८]
उस वर्ष अप्रैल में, बैंड ने अपने काम के लिए निर्माता रॉस रॉबिन्सन के साथ अपने संबंधों को विकसित करना शुरू किया, जिसके परिणामस्वरूप नीदरमेयर्स माइंड नाम का उनका पहला डेमो टेप जारी हुआ. बैंड को अपने प्रथम वर्ष के दौरान अनुबंध में समस्याएं हो रही थीं, और उसकी वजह थी १९९० के दशक में रॉक का परिदृश्य, जो मुख्य रूप से ग्रंज था. रिकार्ड सौदे के लिए कई प्रयासों के बाद, इम्मोर्टल/एपिक रिकॉर्ड्स के पॉल पोंटिअस ने एक नाइट क्लब में इस बैंड को सुना और इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने वहीं उन लोगों को अनुबंधित कर लिया.[९] एक निर्माता और एक लेबल के साथ, कॉर्न ने अपने प्रथम स्व-शीर्षक एल्बम पर काम शुरू कर दिया.
संगीत के नज़रिए से, वह एल्बम हेवी मेटल, हिप हॉप, ग्रंज और फंक का एक मिश्रण था, जिसमें बाद के तत्वों को बैंड की रचनाओं के तालबद्ध दृष्टिकोण में समाहित किया गया था. "ब्लाइंड", एल्बम का पहला एकल था जिसे पर्याप्त ध्यान और प्रसारण प्राप्त हुआ. ११ अक्तूबर, १९९४ को कॉर्न की रचनाएं एक बार जारी होने के बाद, बैंड ने रेडियो या वीडियो स्टेशनों के समर्थन के बिना ही लगातार दौरा किया. यह बैंड, अपनी सजीव गहन प्रस्तुतियों पर ही पूर्ण रूप से निर्भर था जिसने विशाल पंथ-सदृश समर्पित प्रशंसकों को पैदा किया. यह उन प्रशंसकों का ही प्रयास था जिसने कॉर्न को बिलबोर्ड २०० पर पहुंचाया जो अंततः १९९६ में #७२ पर चढ़ गया,[२] जहां धातु के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए "शूट्स एंड लैडर" उनका पहला ग्रेमी नामांकन बना.[१०] अपने पहले बड़े दौरे पर, कॉर्न ने मर्लिन मैन्सन के साथ-साथ डांज़िग के लिए शुभारम्भ किया. अन्य बैंड, जिनके लिए कॉर्न ने १९९५ में शुभारम्भ किया, वे थे मेगाडेथ, 3११, फिअर फैक्ट्री, |
बिहार के गांव-गांव पहुंची बिजली, 'लालटेन' की जरूरत खत्म हुई: नीतीश कुमार
बता दें कि लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी का चुनाव निशान लालटेन है. नीतीश ने इशारों-इशारों में विपक्षी दल पर निशाना साधा.
नीतीश कुमार. फाइल फोटो
मुंगेर: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यहां बुधवार को कहा कि हमारी सरकार तकनीकी शिक्षा के साथ-साथ बेहतर नौकरी प्राप्त करने के लिए भी विभिन्न योजनाओं के तहत शिक्षण संस्थान खोल रही है. उन्होंने कहा कि राज्य के सभी घरों तक बिजली पहुंच गई है. गांव से अंधेरा खत्म हुआ है और लोगों की लालटेन की जरुरत भी खत्म हुई है. बता दें कि लालटेन लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी का चुनाव निशान है. मुख्यमंत्री ने यहां बुधवार को हवेली खगड़पुर राजकीय पॉलिटेकनिक कॉलेज, टेटियाबंबर प्रखंड और अंचल भवन एवं बरियारपुर रेल ऊपरी पुल (सेतु) का उद्घाटन किया.
इस अवसर पर राजकीय पॉलिटेकनिक कॉलेज परिसर में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार सात निश्चय योजना के तहत प्रत्येक जिले में इंजीनियरिंग कॉलेज, पॉलिटेक्निक कॉलेज, महिला आईटीआई एवं पारा मेडिकल संस्थान खोल रही है. उन्होंने कहा कि मुंगेर जिले में इंजीनियरिंग कॉलेज के लिए जल्द ही काम प्रारंभ हो जाएगा. उन्होंने कहा कि बेगूसराय में मेडिकल कॉलेज खोला जा रहा है और जमुई में केंद्र सरकार के द्वारा मेडिकल कॉलेज खोला जा रहा है. उन्होंने स्वीकार करते हुए कहा कि सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज खोलना आसान नहीं है क्योंकि इसके लिए बहुत जमीन की आवश्यकता होती है और ज्यादा संसाधन की जरूरत होती है. उन्होंने कहा कि बेतिया, मधेपुरा और पावापुरी में मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं. सरकार ने इसके बाद तीन जगहों और बाद में अन्य पांच जगहों पर मेडिकल कॉलेज खोलने का निर्णय लिया है.
मुख्यमंत्री ने भीम बांध क्षेत्र को पर्यटन क्षेत्र बनाने की बात करते हुए कहा, भीम बांध क्षेत्र की बेहतरी के लिए उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने पहल शुरू कर दी है. यह इको टूरिज्म के लिए अच्छी जगह साबित होगी. यहां गरम पानी का झरना है जो ज्यादा गरम रहता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार न्याय के साथ विकास के पथ पर आगे बढ़ रही है. हर इलाके और हर तबके का विकास किया जा रहा है. इस कार्यक्रम को उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव, भवन निर्माण मंत्री महेश्वर हजारी, विज्ञान एवं प्रावैधिकी मंत्री जय कुमार सिंह, ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार ने भी संबोधित किया.
पटना में नशे में धुत शख्स ने ३ माह की गर्भवती बकरी से किया रेप |
आज के वक्त में अगर किसी की आंखों के आस-पास काले गहरे निशान दिख जाएं तो दिमाग में सबसे पहला खयाल यही आता है कि मोबाइल बहुत यूज करते हैं या फिर नींद पूरी नहीं लेते आंखों के आस-पास डार्क सर्कए यानी काले घेरे होने की समस्या अब बेहद आम है। करीब १० से १५ साल पहले अगर किसी को इस तरह की समस्या होती थी तो माना जाता था कि ये इंसान या तो बहुत गंभीर बीमारी से हाल-फिलहाल ठीक हुआ है या फिर इसके अंदर बहुत अधिक कमजोरी आ गई है। यहां जानें, नारियल तेल के जरिए आंखों के आस-पास का कालापन दूर करने के तरीके
नाइट क्रीम की तरह यूज
नारियल तेल से दूर करें आंखों के काले घेरे
-आंखों के पास का कालापन दूर करने के लिए आप रात को सोने से पहले अपना चेहरा ताजे पान से धुलें। चाहें तो फेसवॉश का उपयोग कर सकते हैं। अब चेहरा कॉटन के सॉफ्ट तौलिया से साफ करें और थोड़ी-सी रूई को नारियल तेल में भिगोकर आखों के चारों तरफ लगाएं।
-ध्यान रखें आपको इसके लिए कुछ ही बूंद नारियल तेल की जरूरत होगी। मात्र २ से ३ बूंद नहीं तो पूरा चेहरा ऑइली लगने लगेगा। अब इस तेल से अपनी आंखों के चारों तरफ हल्के हाथों से हल्की-हल्की मसाज करें, जब तक आपकी स्किन इस तेल को सोख ना ले।
जब स्किन पूरी तरह से तेल सोख ले तो आप मसाज करना बंद करें और चेहरे पर कोई और क्रीम लगाए बिना ऐसे ही सो जाएं। यह आपकी आंखों के काले घेरे कम करने मदद करेगा साथ ही यह आपकी आखों की नाजुक त्वचा में नमी बनाए रखने का काम भी करेगा।
अगर काले घेरे के साथ ही झाइयां भी हों
घर बैठे आंखों का कालापन दूर करने का आसान तीरका
-जिन लोगों की स्किन बहुत अधिक सेंसेटिव होती है, उनके साथ इस तरह की दिक्कत आती है कि काले घेरे के साथ ही उनके चेहरे पर फाइन लाइन्स और झाइयां उभर आती हैं। इस दिक्कत का अगर आप भी सामना कर रहे हैं तो जरूरी है कि आप नारियल तेल और अरंडी के तेल यानी कैस्टर ऑइल को बराबर मात्रा में मिक्स करके एक सलूशन बनाएं और इसे एक खूबसूरत बॉटल में भर लें।
हर रात को सोने से पहले आंखों सहित पूरे चेहरे पर इस तेल की ३ से ४ बूंदें लेकर मसाज करें। यह मसाज आपको हर रात १० से १५ मिनट तक करनी है और हल्के हाथों से करनी है।
मसाज करते वक्त आप अपनी उंगलियों को चेहरे पर क्लाक वाइज घुमाएंगे। मसाज करने के बाद आप टिश्यू पेपर या कॉटन के सॉफ्ट हैंकी से चेहरा पौंछ लें। इससे त्वचा पर बनी तेल की परत हट जाएगी।
-अब आप सो जाएं और सुबह हल्के गुनगुने पानी से चेहरा धोकर अपनी पसंद की क्रीम लगाएं। ऐसा करीब २ हफ्ते तक लगातार करने पर आपके चेहरे से काले घेरे और झाइयां हल्की होते-होते गायब हो जाएंगी और आप पाएंगे निखरी हुई रंगत।
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१५ अगस्त १९४७ को अंग्रेज भारत से चले जाने पर मजबूर हो गए - मेरा हिन्दी ब्लॉग
होम इम्पोर्तंट १५ अगस्त १९४७ को अंग्रेज भारत से चले जाने पर मजबूर हो गए
१५ अगस्त १९४७ को अंग्रेज भारत से चले जाने पर मजबूर हो गए
प्यारे बच्चों, आज आप जहाँ चाहते हो चले जाते हो, जो चाहते हो करते हो, जैसा चाहते हो पहनते हो, मेरा कहना का मतलब है कि आप हर काम अपनी मर्जी से करते हो लेकिन क्या तुम्हें पता है कि हमें ये सब नहीं करने दिया जाता था.
१५ अगस्त १९४७ से पहले हमें अपनी मर्जी से कुछ भी करने की आजादी नहीं थी. फिर हमारे देश में भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव और सुभाष चन्द्र बोस जैसे कई निडर क्रांतिकारी पैदा हुए और उन्होंने अंग्रेजों से मुकाबला किया और खुद के जीवन को मृत्यु के हवाले करके भी हमारे लिए आजादी की नीव रख दी. उनकी इस कुर्बानी से ही १५ अगस्त १९४७ को अंग्रेज भारत से चले जाने पर मजबूर हो गए.
बच्चो के लिए स्वतंत्रता दिवस पर कविता:-
हम नन्हें-मुन्ने हैं बच्चे,
आजादी का मतलब नहीं है समझते।
इस दिन पर स्कूल में तिरंगा है फहराते,
गाकर अपना राष्ट्रगान फिर हम,
तिरंगे का सम्मान है करते,
कुछ देशभक्ति की झांकियों से
दर्शकों को मोहित है करते
आजादी का अर्थ सिर्फ यही है समझते।
वक्ता अपने भाषणों में,
न जाने क्या-क्या है कहते,
उनके अन्तिम शब्दों पर,
बस हम तो ताली है बजाते।
हम नन्हें-मुन्ने है बच्चे,
आजादी का अर्थ सिर्फ इतना ही है समझते।
विद्यालय में सभा की समाप्ति पर,
गुलदाना है बाँटा जाता,
भारत माता की जय के साथ,
स्कूल का अवकाश है हो जाता,
शिक्षकों का डाँट का डर,
इस दिन न हमको है सताता,
छुट्टी के बाद पतंगबाजी का,
लुफ्त बहुत ही है आता,
बस इतना ही है समझते,
आजादी के अवसर पर हम,
खुल कर बहुत ही मस्ती है करते।। |
कन्वर्ट मुद्रा, भारतीय रुपए को न्यूजीलैंड डॉलर
भारतीय रुपए (इनर) को न्यूजीलैंड डॉलर (नार्ड) मुद्रा विनिमय दर
कितने भारतीय रुपए एक न्यूजीलैंड डॉलर है? एक इनर ०.०219 नार्ड है और एक नार्ड ४५.६३३८ इनर है। यह जानकारी २३ फ़रवरी 2०2० को १२:०5 पूर्वाह्न सेट पर आखिरी बार अपडेट की गई थी।
भारतीय रुपए (इनर) को न्यूजीलैंड डॉलर (नार्ड) चार्ट
यह इनर/नार्ड चार्ट आपको कई वर्षों के इतिहास में दो मुद्राओं के बीच के रिश्ते को देखने देता है।
के बारे में सामान्य जानकारी इनर को नार्ड
के लिए मुद्रा कोड भारतीय रुपए: इनर ()
भारतीय रुपए (इनर) को अमेरिकी डॉलर (उसड)
भारतीय रुपए (इनर) को ब्रिटिश पाउंड (गप)
भारतीय रुपए (इनर) को जापानी येन (जपी)
भारतीय रुपए (इनर) को ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (औद)
भारतीय रुपए (इनर) को कैनेडियन डॉलर (कैड)
भारतीय रुपए (इनर) को स्विस फ्रैंक (च्फ)
भारतीय रुपए (इनर) को चीनी रॅन्मिन्बी (क्नी)
भारतीय रुपए (इनर) को स्वीडिश क्रोन (सेक)
भारतीय रुपए (इनर) को न्यूजीलैंड डॉलर (नार्ड) |
*प्रदेश की सभी उच्च शिक्षण संस्थाओं में छात्रसंघ चुनाव २८ अगस्त को* *जयपुर, १६ अगस्त !!* उच्च शिक्षा मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी ने बुधवार को सम्पूर्ण राज्य की उच्च षिक्षण संस्थाओं में होने वाले छात्रसंघ चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया। कार्यक्रम के अनुसार २८ अगस्त, २०१७, सोमवार को सभी उच्च शिक्षण संस्थाओं में चुनाव करवाए जाएंगे और उसी दिन चुनाव परिणाम भी घोषित किया जाएगा। उच्च शिक्षा मंत्री ने शिक्षा संकुल स्थित सभागार में पत्रकारों को संबोधित करते हुए जानकारी दी कि छात्रसंघ चुनाव के लिए मतदाता सूचियों का प्रकाशन २१ अगस्त, मतदाता सूचियों पर आपत्ति प्राप्त करने के लिए २२ अगस्त, मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन २२ अगस्त को किया जाएगा। उन्होंने बताया कि उम्मीदवारी के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की तारीख २३ अगस्त है। उम्मीदवारों के नामांकन पत्रों की जांच एवं आपत्तियां इसी दिन प्राप्त की जा सकती हैं। वैध नामांकन सूची का प्रकाशन २४ अगस्त को किया जाएगा, इसी दिन उम्मीदवारों द्वारा नाम वापस लिया जा सकेगा। श्रीमती माहेश्वरी ने बताया कि उम्मीदवारों की अंतिम नामांकन सूची का प्रकाशन भी २४ अगस्त को दोपहर २-५ तब किया जाएगा। मतदान २८ अगस्त को प्रातः ८ बजे से अपराह्न १ बजे तक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मतगणना एवं चुनाव परिणामों की घोषणा तथा विजयी उम्मीदवारों का शपथ अपराह्न २ बजे से कार्य समाप्ति तक की जाएगी। शकुंतलम् कॉलेज, २२ पीएस, रायसिंहनगर के सभी छात्र-छात्राओं से ये अनुरोध है कि प्रेजिडेंट(अध्यक्ष) पद के लिए भूपेन्दर कुमार और जनरल सेक्रेटरी(महासचिव) पद के लिए दीपक सारस्वत(शर्मा) के पक्ष में अपना अमूल्य वोट देकर इनकी और हम सबकी जीत सुनिष्चित करें।
शकुंतलम् पी.जी. महाविद्यालय से छात्र संघ चुनावों में प्रेजिडेंट(अध्यक्ष) के पद के लिए भाई भूपेन्दर कुमार चुनाव लड़ रहे हैं। आप सभी से अनुरोध है की भाई भूपेन्दर कुमार को अपना अमूल्य वोट देकर विजयी बनाएं।
शकुंतलम् पी.जी. महाविद्यालय, २२ पीएस, रायसिंहनगर से भाई दीपक सारस्वत(शर्मा) महासचिव के पद पर चुनाव लड़ रहें हैं। आपसे अनुरोध है कि भाई दीपक सारस्वत(शर्मा) के पक्ष में अपना अमूल्य वोट देकर इन्हें विजयी बनावें।
शाकुंतलम महाविद्यालय के सभी छात्र-छात्राओं से अनुरोध है कि २८ अगस्त, २०१७ वार-सोमवार को वोट देते समय प्रेजिडेंट(अध्यक्ष) पद के लिए भाई भूपेन्द्र कुमार और जनरल सेक्रेटरी(महासचिव) पद के लिए भाई दीपक सारस्वत(शर्मा) का नाम अवश्य याद रखें और अधिक से अधिक वोटिंग इनके पक्ष में करके विजयी बनावें।
माँ की जुड़वा बहन को देख कर बच्चा कन्फ्यूज्ड है कि उसकी असली माँ कौन है। |
होमज़रा हटकेलॉकडाउन में मुर्गी को कुत्ते वाला पट्टा पहनाकर सड़क पर घुमाया, वीडियो हुआ वायरल
स्पेन (स्पेन) में इन दिनों लोग हाथो में मुर्गी (हें) और मछली (फिश) के बाउल लेकर सड़कों पर घूमते नजर आ रहे हैं.
लॉकडाउन में मुर्गी को कुत्ते वाला पट्टा पहनाकर सड़क पर घुमाया
कोरोनावायरस (कोरोनाविरस) के कहर के बीच इन दिनों स्पेन (स्पेन) के लोग हाथों में मुर्गी (हें) और मछली (फिश) के बाउल लेकर सड़कों पर घुमते नजर आ रहे हैं. जैसा कि आपको पता है कोरोनावायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में से एक स्पेन भी है. इन दिनों स्पेन को भी पूरी तरह से लॉकडाउन कर दिया गया है. लेकिन लॉकडाउन (लॉकडाउन) के बीच वहां के लोग सड़क पर कुछ अलग अंदाज में ही घुमते नजर आ रहे है. तो चलिए आपको बता दें कि इसके पीछे का कारण यह है कि स्पेन में लॉकडाउन के दौरान लोगों को घर में रहने का आदेश दिया गया है और यह नियम बनाया गया है कि इस लॉकडाउन के दौरान सिर्फ वही व्यक्ति घर से बाहर निकल सकता है जिसके घर में पालतू जानवर है, तो ऐसे में उस पालतू जानवर को घुमाने के लिए ही शख्स घर से बाहर निकल सकता है. लेकिन वहां के लोगों ने इस नियम का जिस तरह से फायदा उठाया है उसका नतीजा आप इस वायरल वीडियो में देख सकते हैं. स्पेन में लॉकडाउन के दौरान ज्यादातर लोग अपने हाथों में मुर्गी और फिश बाउल के साथ सड़कों पर घुमते दिख रहे हैं.
स्पैनिश नेशनल पुलिस ने हाल ही में अपने ट्विटर हैंडल से एक फोटो ट्वीट किया जिसमें लोग्रोनो शहर में एक शख्स के ऊपर जुर्माना लगाया गया क्योंकि वह लॉकडाउन के दौरान हाथ में मछली का बाउल लेकर सड़क पर घूम रहा था. इस फोटो को ट्वीट करते हुए स्पैनिश पुलिस ने लिखा कि यह सरकारी आदेशों का उल्लंघन कर रहा है वहीं दूसरी तरफ इस फोटो में साफ दिख रहा है कि उस शख्स ने मछली के बाउल को बेंच पर रख दिया है.
ट्विटर पर स्पेन के लोगों का यह फोटो और वीडियो काफी वायरल हो रहा है. अबतक फोटो और वीडियो को ७,५०० से अधिक 'लाइक' मिल चुके हैं. वहीं दूसरी तरफ स्पेनिश सिविल गार्ड ने भी एक वीडियो ट्वीट किया है, जिसे सोशल मीडिया पर काफी पसंद किया जा रहा है, इस वीडियो में एक शख्स सड़क के किनारे मुर्गी को कुत्ते का पट्टा पहनाकर घुमाता हुआ नजर आ रहा है. इस वीडियो को अबतक ट्विटर पर ७8,००० से अधिक बार देखा जा चुका है. साथ ही हजार से ज्यादा लोग इसपर कमेंट कर चुके हैं. |
शिलोंग, खानापारा & जुवाई, तीर लॉटरी रेसल्ट्स १० डिसेंबर २०१९: इस महीने क्रिसमस और न्यू ईयर जैसे बड़े त्योहार आने वाले है, और ऐसे में भारत के सभी राज्य के लॉटरी विभाग वाले भी अपने सभी हिस्सेदार के लिए एक अनमोल तोहफा लेकर आए हैं। इन सभी में सबसे पहला नाम आता है तीर लॉटरी का, बता दें कि तीर लॉटरी सबसे पुरानी और सबसे ज्यादा यकीन करने वाली एकमात्र विश्वसनीय लॉटरी है। अगर आपने भी तीर लॉटरी में हिस्सा लिया है तो, या फिर आप एक नए हिस्सेदार है तो आज ही अपना नाम दर्ज कराएं क्योंकि शुभ काम में देरी कैसी।
आज अगर हम खोज बीन करें तो मेघालय की आधे से ज्यादा जनता तीर लॉटरी के जरिए अपने सभी सपनों को पूरा करते हुए नजर आ रही है। इसके अलावा आज मेघालय में वंगला फेस्टिवल जैसे बड़े त्योहारों में भी तीर लॉटरी को सबसे ज्यादा महत्व दिया जाता है। आज तीर लॉटरी पर भरोसा करना काफी ज्यादा आसान है, बस शर्त यह है कि आपकी उम्र कम से कम १८ साल के ऊपर होनी चाहिए और आपके अंदर है कुछ काम करने का जज्बा होना चाहिए। नीचे तीर लॉटरी के नतीजों और समय के बारे में पूर्ण जानकारी दी गई है।
जुवाई तीर लॉटरी का रिजल्ट दोपहर २:३० बजे घोषित किए जाएंगे, पहले दौर के परिणाम दोपहर ३:०० बजे घोषित किए जाएंगे।
नोट:: १० दिसंबर २०१९ के शिलोंग तीर, खानापारा तीर, जुवाई तीर रेसल्ट के नतीजों को बस कुछ घंटों बाद दोपहर ३:०० बजे ऑनलाइन आप सभी के सामने प्रस्तुत कर दिया जाएगा। इन सभी नतीजों को आप शाम ४:३0 बजे संपूर्ण तरीके से हमारे इसी पेज पर आके बिना किसी दिक्कत के आराम से देखते हैं। हमारी साइट रोज के लॉटरी रिजल्ट के नतीजों को दिखाने में एक बड़ा योगदान देती है ताकि आपको किसी भी प्रकार की दिक्कत ना हो। शिलॉन्ग तीर, खानापारा तीर, और जुवाई तीर लॉटरी से जुड़ी और जानकारी जानने के लिए हमारे साथ बने रहिये। |
योगासन मुद्रा वाली तस्वीरों से प्रकाशमान हुआ संयुक्त राष्ट्र भवन - २४ हिन्दी न्यूज
योगासन मुद्रा वाली तस्वीरों से प्रकाशमान हुआ संयुक्त राष्ट्र भवन
संयुक्त राष्ट्र २१ जून को दूसरे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस आयोजन को लेकर तैयार है और इसी के तहत विश्व संस्था के मुख्यालय पर योगासन मुद्रा वाली तस्वीर को प्रदर्शित किया गया.
संयुक्त राष्ट्र में भारत के दूत सैयद अकबरूद्दीन ने ट्वीट किया, योग से प्रकाशमान हुआ संयुक्त राष्ट्र. अंतरराष्ट्रीय योग दिवस २०१६ पर न्यूयार्क स्थित प्रतिष्ठित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय पर योग मुद्राओं की तस्वीरें प्रदर्शित की गईं.
संयुक्त राष्ट्र भवन पर प्रदर्शित इस तस्वीर में एक महिला को पर्वतासन (अंग्रेजी के अक्षर वी का उल्टा रूप) करते दिखाया गया है. |
भिगोकर खाएंगे बादाम तो सेहत को मिलेंगे ये ३ फायदे | तेहलथईट हिन्दी
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भिगोकर खाएंगे बादाम तो सेहत को मिलेंगे ये ३ फायदे
बादाम न सिर्फ पाचन क्रिया बेहतर बनाता है बल्कि क्रेविंग भी कम करता है।
बादाम एक पौष्टिक मेवे और एक बेहतरीन भोजन के तौर पर जाना जाता है। इसे खाने की सलाह बार-बार दी जाती है। बहुत से लोग बादाम भिगोकर खाते हैं और दूसरों को भी ऐसा करने की सलाह देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह तरीका भी बहुत फायदेमंद है। आइये जानते हैं भीगे बादाम खाना आपकी सेहत के लिए कितना लाभदायक हो सकता है-
पाचन क्रिया बनती है बेहतर- रातभर पानी में भिगोकर रखे बादाम खाना से हमारी पाचन क्रिया को मज़बूत और स्वस्थ बनती है। जर्नल ऑफ फूड साइंस में प्रकाशित एक अध्ययन में ये पाया गया कि भीगे कच्चे बादाम खाने से पेट जल्दी साफ होता है और प्रोटीन पचाना आसान हो जाता है। बादाम का छिलका निकल जाने से उसके छिलते में मौजूद एंजाइम अलग हो जाते हैं और इस वजह से फैट तोड़ने में आसानी होती है। ऐसे में पाचन क्रिया और पोषक तत्वों का अवशोषण आसान हो जाता है।
दिल की सेहत बनती है अच्छी- जर्नल ऑफ न्यू ट्रिशन में प्रकाशित एक अध्यीयन के अनुसार, बादाम एक बहुत ही शक्तिशाली एंटीऑक्सीाडेंट एजेंट हैं, जो एलडीएल कोलेस्ट्रॉ ल के ऑक्सी्करण को रोकने में मदद करता है। बादाम के ये गुण दिल को स्वस्थज रखने और पूरे हृदय प्रणाली को नुकसान और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेकस से बचाने में मदद करता है। अगर आप दिल की बीमारी के किसी भी रूप से पीड़ित हैं तो स्व स्थस रहने के लिए अपने आहार में भीगे हुए बादाम को शामिल करें।
वेट लॉस में होती है मदद -अपनी डायट में भीगे हुए बादाम को शामिल करने से आपका वज़न जल्दी घट सकता है। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ ऑबेसिटी रिलेटिड मेटाबॉलिक डिसॉर्र में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, लो कैलोरी डायट में बादाम शामिल करने से वज़न जल्दी घटाने में मदद मिलती है। बादाम न सिर्फ पाचन क्रिया बेहतर बनाता है बल्कि क्रेविंग भी कम करता है। ये मोटापे का एक बड़ा कारण मेटाबॉलिक सिंड्रोम से लड़ने में भी मदद करता है। |
यहाँ क्यों मैक ओएस पर एक वीपीएन का उपयोग कर रहा है - टेली रिले
घर " टिप्स अन्य विशेष रुप से प्रदर्शित तकनीक और दूरसंचार क्यों मैक ओएस पर एक वीपीएन का उपयोग करें
यहाँ क्यों मैक ओएस पर एक वीपीएन का उपयोग कर रहा है
टेल्स रीले २९ जून २०१९
मसिंतोष १९८४ में आपोल इनक. द्वारा विकसित ऑपरेटिंग सिस्टम (मैक) है। जैसे-जैसे मैक ओएस उपयोगकर्ताओं की संख्या बढ़ती है, इस ऑपरेटिंग सिस्टम में प्रकट भेद्यता और कई सुरक्षा कमजोरियां उचित सुरक्षा उपाय नहीं किए जाने पर उपयोगकर्ता डेटा से समझौता कर सकती हैं।
उपयोगकर्ता-संवेदनशील जानकारी चुराने के लिए विशेष रूप से मैक ओएस के लिए कुछ मैलवेयर तैयार किए गए हैं:
जनवरी २०१९ के अंत में कुकीमवेयर मैलवेयर खोजा गया था। यह पासवर्ड और उपयोगकर्ता क्रेडेंशियल्स चुराता है। यह दो-कारक प्रमाणीकरण को दरकिनार करने, पीड़ित के बटुए तक पहुंचने और उपयोगकर्ता की क्रिप्टोक्यूरेंसी चोरी करने के लिए आवश्यक जानकारी इकट्ठा करने के लिए पाठ संदेश वाले आइट्यून्स का उपयोग कर सकता है।
मई २०१८ में, क्रिप्टोमिनर म्शेल्पर एप्लिकेशन ने मैक ओएस को लक्षित किया। संक्रमित उपयोगकर्ताओं ने देखा कि उनके प्रशंसक बहुत तेजी से घूम रहे थे और उनकी परिधीय सामान्य से अधिक गर्म थी, यह दर्शाता है कि एक पृष्ठभूमि प्रक्रिया संसाधनों पर एकाधिकार कर रही थी। आप उम्मीद कर सकते हैं कि क्रिप्टोक्यूरेंसी खनिक भविष्य में अधिक से अधिक खतरनाक हो सकते हैं।
फरवरी २०१८ में, मैक उपयोगकर्ताओं को एक नकली एडोब फ्लैश प्लेयर इंस्टॉलर के माध्यम से मैक मैलवेयर के एक संस्करण के बारे में चेतावनी दी गई थी। स्थापना के दौरान, उन्नत मैक क्लीनर की एक प्रति स्थापित की जाती है जो इंगित करती है कि इसने आपके सिस्टम के साथ समस्याओं का सामना किया है। उन्नत मैक क्लीनर और क्रॉसड्राइडर के विभिन्न घटकों को हटाने के बाद भी, यह पाया गया कि इस तरह के मैलवेयर अभी भी सिस्टम में मौजूद थे।
अपने सिस्टम को सभी प्रकार के साइबर हमले से रोकने के लिए, आपको सबसे अच्छा स्थापित करना होगा मैक के लिए वीपीएन, जो आपको एक सार्वजनिक नेटवर्क पर निजी तौर पर संवाद करने की अनुमति देता है, असुरक्षित और बिना लाइसेंस के। अधिकांश वीपीएन टूल में आपके डेटा को सुरक्षित करने के लिए विशिष्ट एन्क्रिप्शन संस्करण हैं।
सुरक्षा: एक वीपीएन पूरे उपयोगकर्ता के वेब सत्र को एन्क्रिप्ट करता है। यह प्रत्येक वेबसाइट को बैंक या अन्य वित्तीय साइट के रूप में सुरक्षित बनाता है।
बैंडविड्थ संपीड़न: एक वीपीएन आपको भेजने से पहले सर्वर पर सभी ट्रैफ़िक को संपीड़ित करता है। इससे आप अपने डेटा तक अधिक पहुंच बना सकते हैं।
पहुँच: विभिन्न कंपनियों द्वारा उनकी सेवाओं के स्थान और समय के बारे में कई ऑनलाइन प्रतिबंध लगाए गए हैं। इसके अलावा, कई दमनकारी सरकारें ऐसी सूचनाओं को प्रतिबंधित करती हैं जो "स्वतंत्र सोच" का कारण बन सकती हैं। एक वीपीएन उपयोगकर्ताओं को इंटरनेट पर हर चीज के बिना सेंसर और सुरक्षित पहुंच की अनुमति देता है।
कॉन्फिडेन्शियालित: एक आभासी निजी नेटवर्क उपयोगकर्ताओं के पते को पहचानता है और उनकी पहचान को ट्रैक करने से बचाता है।
इसके अलावा, पूरेवप्न मैक उपयोगकर्ताओं के लिए पूर्ण कार्यक्षमता प्रदान करता है, जो डिजिटल सुरक्षा को उच्च स्तर तक बढ़ाता है। उदाहरण के लिए; मैक सॉफ्टवेयर के लिए पूरेवप्न हाई-स्पीड सर्वर के साथ आता है जो नॉन-बफर स्ट्रीमिंग अनुभव और बेहद तेज़ डाउनलोड स्पीड प्रदान करता है। एक और महत्वपूर्ण विशेषता दन्स लीक के खिलाफ सुरक्षा है। यह भेद्यता एक इंटरनेट सेवा प्रदाता, साथ ही रास्ते में किसी भी ईवसड्रॉपर को अनुमति देती है, यह देखने के लिए कि उपयोगकर्ता किन वेब साइटों पर जा सकते हैं। यह संभव है क्योंकि ब्राउज़र दन्स क्वेरीज़ सीधे इस्प् के दन्स सर्वर पर भेजी जाती हैं। पूरेवप्न आपके इंटरनेट सेवा प्रदाता की सुरक्षा करता है और आपके इप पते को प्रकट करने वाली किसी भी गतिविधि को रोकता है और आपके सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकता है। पूरेवप्न आपके और तीसरे पक्ष के खिलाफ एक ढाल के रूप में काम करता है, जिसके माध्यम से आने वाले और बाहर जाने वाले सभी ट्रैफ़िक पूरेवप्न सर्वर के माध्यम से प्रेषित होते हैं। आप फ़िल्टर किए गए ट्रैफ़िक प्राप्त करते हैं जो आपको सुरक्षित रूप से इंटरनेट का उपयोग करने की अनुमति देता है।
साइबरपंक २०७७ आपकी हार्ड ड्राइव पर ८० गब तक कब्जा कर लेगा
इंटरनेट पर अश्लील वीडियो देखने के बाद जबरन वसूली का शिकार व्यक्ति - ज़्नैक्स |
टाटा संस की बोर्ड मीटिंग में नहीं पहुंचे मिस्त्री
बाय आईएएनएस ऑन नोवंबर १८, २०१६ १०:१८ आम कम्मंट ऑफ ऑन टाटा संस की बोर्ड मीटिंग में नहीं पहुंचे मिस्त्री
मुंबई। टाटा संस के अध्यक्ष पद से हटा दिए गए साइरस मिस्त्री और उनकी जगह अंतरिम अध्यक्ष बने रतन टाटा गुरुवार को होने वाली टाटा समूह के बोर्ड सदस्यों की बैठक में आमने-सामने होने वाले थे, लेकिन मिस्त्री इस बैठक में हिस्सा लेने नहीं पहुंचे। टाटा संस के मुख्यालय बॉम्बे हाउस में हुई बैठक में हिस्सा लेकर बाहर निकले बोर्ड सदस्य विजय सिंह ने इसकी पुष्टि की। बोर्ड के दो अन्य सदस्यों फरीदा खंबाटा और राल्फ स्पेथ भी इस बैठक में नहीं पहुंचे।
टाटा संस के बोर्ड सदस्यों में रतन टाटा, ईशात हुसैन, साइरस पी. मिस्त्री, विजय सिंह, नितिन नोहरिया, रोनेन सेन, फरीदा खंबाटा, वेणु श्रीनिवासन, अजय पीरामल, अमित चंद्रा, राल्फ स्पेथ और एन. चंद्रशेखरन शामिल हैं। |
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पीबीएस 'नोवा, जेन गुडॉल टू नेशनल नेशनल बोर्ड ऑफ पब्लिक सर्विस अवार्ड्स - समाचार - २०२०
बोस्टन, मा: नेशनल साइंस बोर्ड (न्सब) ने आज घोषणा की कि "प्रसिद्ध और मानक-सेटिंग" विज्ञान टेलीविजन श्रृंखला नोवा, जो पीबीएस पर प्रसारित होती है, और प्राइमेटोलॉजिस्ट जेन गुडॉल योगदान के लिए इसके पहले वार्षिक लोक सेवा पुरस्कार के प्राप्तकर्ता हैं। विज्ञान और इंजीनियरिंग की सार्वजनिक समझ। "वैज्ञानिक समुदाय में कई पुरस्कार हैं, लेकिन यह विशेष होगा क्योंकि इस पुरस्कार को प्राप्त करने वाले लोग और संस्थान अपने काम में ज्ञान, समझ और मानवता की भावना प्रदान करके हर रोज अमेरिकियों के दिल और दिमाग तक पहुंचते हैं," रिचर्ड ज़ारे, न्सब अध्यक्ष ने कहा सार्वजनिक सेवा के लिए नया पुरस्कार मई में वाशिंगटन, नेशनल प्रेस क्लब में वार्षिक न्सब अवार्ड्स डिनर में प्रस्तुत किया जाएगा। सालों के दौरान नोवा को हर शीर्ष प्रसारण सम्मान मिला है, लेकिन कार्यकारी निर्माता पाउला एप्सेल का कहना है कि यह उनके लिए सबसे ज्यादा मायने रखता है। और नोवा टीम। एप्सेल कहते हैं, "देश में प्रमुख विज्ञान संस्थान हमारे काम के लिए हमारी सराहना करते हैं क्योंकि हम अपने २५ वें सीज़न को लॉन्च करने के लिए तैयार हैं।" "नोवा निर्माता आज दुनिया में कहीं भी हो रहे विज्ञान की खोज के लिए बहुत मेहनत करते हैं, और उन कहानियों पर एक तरह से रिपोर्ट करते हैं जो दोनों बुद्धिमान हैं और इसमें दर्शकों को शामिल किया जाता है कि विज्ञान कैसे होता है।" "जेन गुडाल एक अग्रणी प्राइमेटोलॉजिस्ट हैं जिन्होंने हमारी संवेदनशीलता को अन्य प्रजातियों की गरिमा को बढ़ाया है और हमें दुनिया पर अपनी खुद की जगह को बेहतर ढंग से समझने में मदद की है।" "वह हम सभी के लिए एक प्रेरणा के रूप में कार्य करती हैं, जो प्रकृति को समझना चाहती हैं, और विज्ञान में कैरियर चुनने वाली युवा महिलाओं के लिए एक रोल मॉडल के रूप में हैं।" डेविड पर्लमैन, इस वर्ष के पुरस्कार के लिए चयन समिति के अध्यक्ष, ने गुडल के योगदान को अपने शोध से परे उद्धृत किया, जिसमें "उनके जीवनकाल के लिए काम उनके जीवन के परिणामों को व्यापक संभव सार्वजनिक (ओं), और गुडाल के" संस्थानों के अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्क सहित वैज्ञानिक उद्यम में युवाओं और वयस्कों की भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए। ज़रे ने अपने २५ वें सीज़न की पूर्व संध्या पर पब्स और नोवा सीरीज़ को बुलाया और अब ५०० कार्यक्रमों को पास करते हुए कहा, "एक उज्ज्वल बीकन विज्ञान और प्रौद्योगिकी को समझने के लिए हमारे रास्ते को रोशन करता है। नोवा ने हमें विज्ञान प्रदान करने के लिए मानक निर्धारित किए हैं कि विज्ञान कैसे और क्या किया जाता है। कौन क्या करता है। " पर्लमैन ने नोवा को अपनी बधाई देते हुए कहा, "यह एक अमेरिकी संस्था बन गई है, जो अपने विशाल पीबीएस दर्शकों को नियमित रूप से स्पष्ट, सटीक और व्यापक स्तर के कार्यक्रमों में प्रवेश करती है, जो विज्ञान के लगभग हर पहलू की खोज करती हैं।" पर्लमैन ने समान गुणवत्ता के विज्ञान कार्यक्रमों को प्रस्तुत करने के लिए वाणिज्यिक प्रसारण और केबल चैनलों पर एक बड़ा प्रभाव होने के लिए नोवा की भी प्रशंसा की। "यह इतना महत्वपूर्ण है कि अमेरिकी विज्ञान और प्रौद्योगिकी के बारे में अपनी जागरूकता बढ़ाते हैं और हमारे सभी जीवन में मौलिक और व्यावहारिक अनुसंधान नाटकों की सराहना करते हैं, इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि राष्ट्रीय विज्ञान बोर्ड ने यह वार्षिक पुरस्कार बनाया है," पर्लमैन ने कहा। अब इसके २४ वें सीजन में, व्गभ साइंस यूनिट द्वारा पब्स के लिए नोवा का उत्पादन किया जाता है। पाउला एस अप्सेल डब्ल्यूजीबीएच साइंस यूनिट की निदेशक हैं और एनओवीए के कार्यकारी निर्माता हैं। नोवा के लिए प्रमुख धन पार्क फाउंडेशन, नॉर्थवेस्टर्न म्यूचुअल लाइफ और ओमेगा कॉर्पोरेशन द्वारा प्रदान किया जाता है। न्सब लोक सेवा पुरस्कार नवंबर, १९९६ में स्थापित किया गया था। प्रत्येक पुरस्कार दो मई, एक व्यक्ति को, एक संगठन को दूसरा दिया जाएगा। यह पुरस्कार न केवल व्यक्तियों और संगठनों के वैज्ञानिक और इंजीनियरिंग योगदान को मान्यता देगा, बल्कि शोध और अवधारणाओं के बारे में आम जनता की समझ को बढ़ावा देने के लिए गतिविधियाँ भी करेगा जो खोज का मार्ग प्रशस्त करेगा।
चमगादड़ के लिए: क्या अच्छा लगता है हमेशा अच्छा स्वाद नहीं होता है
रक्त परीक्षण पसंद नहीं है? नए माइक्रोस्कोप व्यक्तिगत रक्त कोशिकाओं के प्रवाह की छवि के लिए प्रकाश के इंद्रधनुष का उपयोग करते हैं
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स्नातक विज्ञान और इंजीनियरिंग शिक्षण में सुधार की आवश्यकता है |
गेम का टॉस्क पूरा करने के लिए मासूम के बाथरूम में घुसा छात्र - इनेक्स्ट लाइव
गेम का टॉस्क पूरा करने के लिए मासूम के बाथरूम में घुसा छात्र
- छात्रा के पैरेंट्स ने स्कूल मैनेजमेंट से की शिकायत
- थाने पहुंचा मामला, कई घंटे की पंचायत के बाद दोनों पक्षों में समझौता
सर्वे भवंतु सुखिन: का रास्ता दिखाएंगा कुंभ : स्वामी चिदानंद
अलीगंज स्थित शहर के एक प्रतिष्ठित स्कूल में मासूम से गर्ल्स टॉयलेट में छेड़छाड़ की घटना से हंगामा मच गया. छात्रा के पैरेंट्स ने इसकी शिकायत स्कूल मैनेजमेंट से की. इस पर आरोपी छात्र के पैरेंट्स को स्कूल बुलाया गया. स्कूल में दोनों बच्चों के पैरेंट्स आपस में भिड़ गए. सूचना पर पहुंची पुलिस दोनों को थाने ले आयी और मामले की पड़ताल शुरू की. करीब सात घंटे की पड़ताल के बाद छेड़छाड़ की घटना एक गेम का टारगेट निकला, जिसके बाद दोनों पक्षों ने समझौता कर लिया.
१५ दिनों में फेरबदल होगा पूरा, एक लाख से ज्यादा शिक्षामित्रों की होगी 'घर' वापसी
५५ सेकंड का वीडियो आया सामने
अलीगंज स्थित शहर के प्रतिष्ठित स्कूल में पढ़ने वाले कक्षा ८ के छात्र पर आरोप था कि उसी स्कूल की कक्षा तीन की छात्रा के साथ उसने गर्ल्स बाथरूम में घुसकर छेड़छाड़ की. यह हरकत उसने शुक्रवार को स्कूल की छुट्टी के समय की थी. घर पहुंची छात्रा ने इसकी शिकायत अपने पैरेंट्स की. शनिवार को मासूम के पैरेंट्स स्कूल पहुंचे और स्कूल मैनेजमेंट से शिकायत की. स्कूल मैनेजमेंट ने बाथरूम के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज चेक की, जिसमें ५५ सेकंड के वीडियो मेंछात्र मासूम के बाथरूम में दाखिल होते दिख्ायी दिया.
स्कूल से थाने पहुंचा मामला
छात्रा के पैरेंट्स ने वीडियो देखने के बाद अपना आक्रोश जाहिर किया और आरोपी छात्र को थप्पड़ मार दिया. शिकायत पर छात्र के पैरेंट्स को भी स्कूल बुलाया गया था. थप्पड़ मारने पर आरोपी छात्र के पैरेंट्स भड़क गए और दोनों के पैरेंट्स के बीच कहासुनी हो गई. बात बढ़ने पर पुलिस को सूचना दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस उन्हें स्कूल से थाने लेकर पहुंची. जहां छात्रा के पैरेंट्स ने छेड़छाड़ की शिकायत की. स्कूल मैनेजमेंट और दोनों पक्षों से सीओ अलीगंज ने पूछताछ शुरू की.
गेम का चैलेंज पूरा करने काे की हरकत
करीब सात घंटे की पड़ताल के बाद सामने आया कि आरोपी छात्र ने टूथ एंड डेयर गेम के चैलेंज को पूरा करने के लिए बाथरूम में घुसा. छेड़छाड़ और रेप के प्रयास जैसी की कोई घटना नहीं हुई थी. एसपी टीजी हरेंद्र कुमार ने बताया कि छात्र के साथियों ने स्कूल की छुट्टी के समय गेम का टॉस्क दिया था, जिसे पूरा करने के लिए वह बच्ची के बाथरूम में घुसा था. छेड़छाड़ जैसी कोई घटना नहीं हुई. देररात दोनों बच्चों के परिजनों ने समझौता कर लिया. सीओ अलीगंज दीपक कुमार सिंह ने बताया कि इस तरह का गेम स्कूल में खेला जा रहा है. स्कूल में बच्चों की सुरक्षा को लेकर सोमवार को पुलिस की एक टीम जाएगी और जांच पड़ताल करेगी. |
जवाब दो कि आपराधिक छवि वालों को क्यों दिया टिकट: सभी दलों को सुप्रीम कोर्ट ने दिया निर्देश तत्पर पत्रिका : वेब मगजीन
राजनीति के आपराधीकरण को लेकर गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने महत्वपूर्ण निर्णय सुनाया है। कोर्ट ने राजनीति के अपराधीकरण पर चिंता जताते हुए तमाम राजनीतिक पार्टियों को निर्देश दिया है कि आपराधिक बैकग्राउंड वाले उम्मीदवारों को चिह्नित कर के ४८ घंटों के भीतर उनकी पूरी प्रोफाइल पार्टी की वेबसाइट पर अपलोड करें।
कोर्ट ने कहा,पिछले चार लोकसभा चुनावों में इसमें काफी वृद्धि हुई है। इस क्रम में सभी राजनीतिक पार्टियां आपराधिक पृष्ठभूमि के उम्मीदवार का नामांकन स्पष्ट होने के ४८ घंटे के भीतर उम्मीदवार का आपराधिक रिकॉर्ड अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित करें। राजनीतिक क्षेत्र में बढ़ते आपराधीकरण को रोकने के प्रयास काफी समय पहले से किये जा रहे हैं।
निर्वाचन आयोग को कोर्ट का निर्देश
मीडिया के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को राजनीतिक पार्टियों को निर्देश दिया है कि आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों के चयन का कारण अपनी वेबसाइटों पर अपलोड करें। साथ ही, कोर्ट ने निर्वाचन आयोग को भी चेताया है कि इन निर्देशों का पालन नहीं किए जाने को अदालत की अवमानना माना जाएगा। ऐसे में यदि पार्टियों ने कोर्ट के निर्देश का पालन नहीं किया तो निर्वाचन आयोग इस मामले को कोर्ट तक ले आएगी।
सियासी पार्टियों के लिए गाइडलाइन
कोर्ट ने सियासी पार्टियों के लिए गाइडलाइन जारी की हैं। कोर्ट ने कहा है कि पिछले चार आम चुनावों से राजनीति में आपराधीकरण तेजी से बढ़ा है। इसके अनुसार, यदि राजनीतिक दलों द्वारा आपराधिक पृष्ठभूमि के व्यक्ति को टिकट दिया जाता है तो उसका आपराधिक विवरण पार्टी की वेबसाइट पर और सोशल मीडिया पर देना होगा। साथ ही, उन्हें यह भी बताना होगा कि किसी बेदाग को टिकट क्यों नहीं दिया गया।
सोशल मीडिया पर भी देना होगा डिटेल
जस्टिस एफ नरीमन की अध्यक्षता वाली संवैधानिक पीठ ने राजनीतिक पार्टियों को यह भी निर्देश दिया है कि राजनीतिक पार्टियां ऐसे उम्मीदवारों के विवरण को फेसबुक और ट्विटर जैसे विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी शेयर करें। इसके अलावा एक स्थानीय व एक राष्ट्रीय अखबार में भी इस विवरण को प्रकाशित किया जाए। शीर्ष कोर्ट ने आगे कहा कि ऐसे उम्मीदवारों के चयन के बाद ७२ घंटों के भीतर उनके खिलाफ लंबित आपराधिक मामलों को लेकर राजनीतिक पार्टियों को इस बारे में चुनाव आयोग को सूचित करना होगा। |
ग-२० ऊर्जा मंत्रियों की बैठक: ऊर्जा की खपत का प्रमुख केंद्र बना रहेगा भारत दीक्षांत इयास
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस और इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने १० अप्रैल २०२० को ग-२० असाधारण ऊर्जा मंत्रियों की आभासी बैठक में भाग लिया। भारत, अमेरिका को हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन दवाओं की सप्लाई करने के बाद ऊर्जा के क्षेत्र में भी वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने को तैयार है। इस बैठक को सऊदी अरब द्वारा बुलाया गया था और इसकी अध्यक्षता सऊदी अरब ऊर्जा मंत्री द्वारा की गई थी।
जी-२० देशों के ऊर्जा मंत्रियों की बैठक में केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस तथा इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शिरकत की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि भारत इस वैश्विक संकट के दौरान भी ऊर्जा की खपत का प्रमुख केंद्र बना रहेगा। इस बैठक में मांग में कमी और उत्पादन अधिशेष के बीच स्थिर ऊर्जा बाजारों को सुनिश्चित करने के तरीकों और साधनों पर चर्चा की गई।
जी-२० समूह के ऊर्जा मंत्रियों की ओर से ११ अप्रैल २०२० को एक संयुक्त वक्तव्य जारी कर यह जानकारी दी गयी। संयुक्त वक्तव्य के मुताबिक जी-२० देशों के ऊर्जा मंत्रियों ने महामारी कोविड-१९ की वैश्विक चुनौती के बीच अंतरराष्ट्रीय तेल एवं ऊर्जा बाजार की स्थिरता को सुनिश्चित करने हेतु आवश्यक कदम उठाए जाने को लेकर प्रतिबद्धता जताई है।
जी-२० देशों के अलावा कई संगठन भी हुए शामिल
कोरोना संकट के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जी-२० देशों के ऊर्जा मंत्रियों की बैठक की अध्यक्षता अध्यक्ष देश के रूप में सऊदी अरब ने की। सऊदी अरब के ऊर्जा मंत्री प्रिंस अब्दुल अजीज़ के साथ जी-२० के सभी देशों के ऊर्जा मंत्री इस बैठक में विशेष रूप से मौजूद रहे। जबकि ऊर्जा के साथ तेल एवं गैस क्षेत्र से जुड़े अंतरराष्ट्रीय संगठन ओपेक, आईईए (इंटरनेशनल एनर्जी एसोसिएशन) और इंटरनेशनल एनर्जी फोरम (आईईएफ) विशेष रूप से आमंत्रित थे।
उज्ज्वला गैस की नि:शुल्क आपूर्ति
कोरोना संकट को लेकर विश्वभर में जताई जा रही आशंकाओं के बीच ऊर्जा क्षेत्र में मांग कम रहने की आशंका बड़ी-बड़ी आर्थिक महाशक्तियों को सता रही है। इस मौके पर इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड-१९ से निपटने को लेकर जी-२० देशों की मानवीय पहल की प्रशंसा कर चुके हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत में ८ करोड़ से अधिक लोगों को उज्ज्वला गैस की नि:शुल्क आपूर्ति की जा रही है। १.७ लाख करोड़ से अधिक के राहत पैकेज के अंतर्गत उठाए गए इस कदम से जहां ऊर्जा और आर्थिक सुरक्षा के साथ सामाजिक सशक्तिकरण को बल मिलेगा। वहीं ग्लोबल एनर्जी डिमांड को भारत से रफ्तार मिलेगी।
इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि वैश्विक ऊर्जा की मांग को गति देने के लिए केंद्र सरकार की ओर से और भी कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। प्रधान ने तेल बाजार में आ रहे उतार-चढ़ाव पर कहा कि भारत हमेशा तेल बाजार में स्थिरता का पैरोकार रहा है, जिससे कि न सिर्फ उत्पादकों बल्कि उपभोक्ताओं के हितों की भी रक्षा हो। उन्होंने इस मौके पर तेल निर्यातक देशों के संगठन ओपेक और ओपेक प्लस देशों द्वारा तेल की आपूर्ति को लेकर उठाए गए प्रभावी कदमों की भी प्रशंसा की।
जी-२० देश की अगली बैठक
बयान में यह भी कहा गया कि तेल बाजार की स्थिति पर जी-२० देश अगली बैठक सितंबर में करेंगे। लेकिन यदि जरूरी हुआ तो सितंबर से पहले भी बैठक हो सकती है। साथ ही सदस्यों ने सिर्फ तेल बाजार की स्थिरता के लिए प्रतिबद्धता जताई। इससे पहले ०९ अप्रैल २०२० को ओपेक प्लस बैठक में रिकॉर्ड उत्पादन कटौती के लिए बनी योजना पर अकेले मेक्सिको असहमत था।
कोविड-१९ के कारण विश्वभर में कच्चे तेल की मांग और आपूर्ति में असाधारण कमी आई है जिससे ऊर्जा बाजार में काफी अस्थिरता देखी जा रही है। इसके कारण कई देशों की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो रही है। लाखों लोगों के रोजगार पर खतरा मंडरा रहा है। |
होम > उत्पादों > एमसीएक्स महिला कनेक्टर
(एमसीएक्स महिला कनेक्टर के लिए कुल २४ उत्पादों)
एमसीएक्स महिला कनेक्टर - निर्माता, कारखाने, आपूर्तिकर्ता चीन से
हम विशेष हैं एमसीएक्स महिला कनेक्टर निर्माताओं और आपूर्तिकर्ताओं / कारखाने चीन से। कम कीमत / सस्ते के रूप में उच्च गुणवत्ता के साथ थोक एमसीएक्स महिला कनेक्टर, चीन से अग्रणी ब्रांडों में से एक एमसीएक्स महिला कनेक्टर में से एक, शर्कॉन डेवलमेंट को.,लैड।
तग: एमसीएक्स कनेक्टर दायां कोण , एमसीएक्स जैक कनेक्टर , एमसीएक्स महिला कनेक्टर
तग: पैनल माउंटिंग एमसीएक्स महिला कनेक्टर , पैनल एमसीएक्स महिला कनेक्टर , एमसीएक्स जैक कनेक्टर पैनल बढ़ते हुए
पैनल माउंटिंग एमसीएक्स कनेक्टर स्नैप-ऑन इंटरफेस का उपयोग करते हैं और आमतौर पर ५० ओम प्रतिबाधा होता है। यह डीसी से ६ गीगाहर्ट्ज तक ब्रॉडबैंड क्षमता प्रदान करता है। उनके पास समान आंतरिक संपर्क और इन्सुलेटर आयाम एसएमबी कनेक्टर के रूप में हैं लेकिन ३०%...
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उत्तराखंड से आज एक कोरोना संक्रमित, बढ़कर संख्या हुई ५२। | सजग इंडिया
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उत्तराखंड से आज एक कोरोना संक्रमित, बढ़कर संख्या हुई ५२।
उत्तराखंड में कोरोना संक्रमितों की संख्या में इजाफा हुआ है। आज एम्स ऋषिकेश में भर्ती नैनीताल निवासी एक महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जिसके बाद अब प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या ५२ हो गई है। वहीं आज एक मरीज डिस्चार्ज भी किया गया है। ऋषिकेश में कोरोना का यह दूसरा मामला सामने आया है, इससे पूर्व यहां यूरोलॉजी विभाग के एक नर्सिंग अफसर में कोरोना पॉजिटिव पाया गया था।
प्रदेश में अब तक देहरादून जिले से २९, पौड़ी से १, ऊधमसिंहनगर से ४, नैनीताल से १0 तो हरिद्वार से ७ व अल्मोड़ा जिले से १ कोरोना संक्रमित मरीज सामने आए हैं। वहीं अब तक से 3४ मरीजों को अस्पताल से डिस्चार्ज भी किया जा चुका है। आज ३०० सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं आज २६९ सैंपल टेस्ट के लिए भेजे गए, जबकि 28४ सैंपल की रिपोर्ट आनी बाकी है। प्रदेश में अब तक 52१2 सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है। प्रदेश में अब केवल १8 सक्रिय कोरोनो संक्रमित हैं।
प्रेवियस आर्टियलशिक्षा मंत्री के शिक्षा सचिव को निर्देश, प्राइवेट स्कूलों में सख्ती से लागू कराएं एनसीईआरटी की पुस्तकें।
नेक्स्ट आर्टियलऋषिकेश में कोरोना पॉजिटिव मिली महिला के परिवार की लालकुुंआ में जुटाई गई जानकारी। |
अब १ मई से प्रतिदिन तय होंगे पेट्रोल-डीजल के दाम
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केंद्र ने फैसला किया है की है एक मई से अब रोजाना पेट्रोल-डीजल के दाम तय होंगे। शुरुआत में सरकार ने ये व्यवस्था पांच शहरों में लागू करने का फैसला लिया है। इस फैसले के बाद अब कच्चे तेल की ताजा लागत के हिसाब से पेट्रोल-डीजल के दाम तय होंगे और दाम तय करने के लिए मौजूदा व्यवस्था के अनुसार १५ दिनों का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया कि ये पायलट प्रोजेक्ट पुद्चेरी, विशाखापटनम, उदयपुर, जमशेदपुर और चंडीगढ़ में शुरू होगा और इन शहरों में रोजाना पेट्रोल-डीजल के दाम तय होंगे।
रिपोर्ट के अनुसार, भारत पेट्रोलियम, इंडियन ऑयल और हिंदुस्तान पेट्रोलियम की यह मांग रही है कि पेट्रोल-डीजल के दाम रोजाना तय होने चाहिए। तेल कंपनियों की इस मांग पर सरकार ने एक पायलट प्रोजेक्ट तैयार किया है जो पांच शहरों में लागू होगा। |
अंडे देने उड़ीसा के समुद्रतट पर पहुंचे ओलिव रिडले कछुए | अंडे देने उड़ीसा के समुद्रतट पर पहुंचे ओलिव रिडले कछुए - हिन्दी ओनेइंडिया
अंडे देने उड़ीसा के समुद्रतट पर पहुंचे ओलिव रिडले कछुए
एक अधिकारी ने बताया कि ये कछुए बंगाल की खाड़ी से यहां पहुंचे हैं। रिशिकुल्या समुद्रतट राज्य के उन तीन स्थानों में एक है, जहां ये कछुए अंडे देने पहुंचते हैं।
पिछले वर्ष ये कछुए १४ फरवरी को यहां पहुंचे थे लेकिन इस वर्ष इन्हें पहुंचने में एक महीने देरी हो गई है।
क्षेत्रीय वन्य अधिकारी ए.के. जेना ने आईएएनएस को बताया, "तीन हजार से अधिक कछुए सोमवार को तट पर पहुंचे। कछुओं ने तड़के एक बजे के आसपास तट पर बालू में घोंसला बनाना शुरू कर दिया। यह काम सुबह तक जारी रहा।"
इस क्षेत्र में कछुओं के संवर्धन के लिए कार्यरत संस्था-ऑपरेशन कच्छप के संयोजक विश्वजीत मोहंती ने बताया कि घोंसले बनाने का काम आमतौर पर मादा कछुआ करती हैं।
राज्य में कछुओं की शरणस्थली के रूप में मशहूर अन्य दो स्थान केंद्रपाड़ा जिले में स्थित गहिरमाथा के करीब स्थित नाली द्वीप और पुरी जिले में स्थित देवी नदी का तट हैं।
गहिरमाथा में तो कछुओं द्वारा अंडे देने की प्रक्रिया पिछले महीने ही शुरू हो चुकी है लेकिन कछुए वार्षिक प्रवास के लिए देवी नदी के तट पर अब तक नहीं पहुंचे हैं। |
गर्मियों के कैम्प कॉर्क | बच्चे और किशोर अंग्रेज़ी पाठ्यक्रम स्कूल छुट्टियां २०१८
कॉर्क, आयरलैंड में बच्चों और किशोरों के लिए विदेशों में भाषा अध्ययन के कार्यक्रम
में कॉर्क में २ भाषा स्कूल भाषा स्कूल जो जूनियर (<१८ साल) पाठ्यक्रम
२०१८ में गर्मियों और दूसरी स्कूल की छुट्टियों में ६ से १८ वर्ष के किशोरों और बच्चों के लिए अंग्रेज़ी कोर्स। भाषा अध्ययन के लिए यात्राओं के कार्यक्रम कॉर्क, आयरलैंड सीखने और मज़े की गतिविधियों को साथ जोड़ते हैं।
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आयरलैंड में सभी १४ जूनियर (<१८ साल) पाठ्यक्रम। किलकेनी (१), केरी (१), डबलिन (८), ब्रे (१), लिमरिक (१) में अंग्रेज़ी जूनियर (<१८ साल) पाठ्यक्रम.
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होम / उप्तत / उप्तत : नियुक्ति पत्र जारी न होने पर आत्मदाह की चेतावनी, टीईटी पास उर्दू अभ्यर्थी कई दिन से धरने पर
टीईटी उर्दू पास अभ्यर्थियों ने चार हजार उर्दू शिक्षकों के नियुक्ति पत्र वितरण और भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू न करने पर आत्मदाह की चेतावनी दी है। इको गार्डेन स्थित धरना स्थल पर टीईटी पास मोअल्लिम-ए- उर्दू एसोसिएशन के नेतृत्व में टीईटी पास उर्दू अभ्यर्थी कई दिन से धरने पर बैठे हैं। एसोसिएशन की प्रदेश अध्यक्ष उम्मे सफिया फरीदी का कहना है कि प्राथमिक विद्यालयों के लिए १२४६० बीटीसी तथा ४००० उर्दू शिक्षकों की भर्ती हेतु विज्ञापन जारी किया था। जिसमें उर्दू शिक्षकों की पहली काउंसलिंग भी हो गई थी लेकिन नियुक्ति पत्र नहीं किया। बल्कि सरकार ने चलती भर्ती पर बिना किसी वजह से रोक लगा दी। अभ्यर्थियों के अदालत जाने पर कोर्ट ने भर्ती शुरू करने निर्देश दिए लेकिन शिक्षा विभाग अभी तक भर्ती शुरू नही कर रहा है। इससे नाराज उर्दू अभ्यर्थी विवश होकर धरना-प्रदर्शन के लिए मजबूर हुए हैं। वहीं १२४६० शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू कराकर नियुक्ति पत्र भी सरकार ने बांट दिए हैं। ऐसे में उर्दू शिक्षकों के साथ दोहरा मापदण्ड अपनाए जाने से नाराज अभ्यर्थियों का कहना है कि जब तक सरकार भर्ती प्रक्रिया शुरू करने का शासनादेश जारी नहीं करती है। तब तक ये लोग धरना प्रदर्शन लगातार जारी रखेंगे। एसोसिएशन के उपाध्यक्ष मो. अय्यूब खान, सचिव जुबैर मजीद खान के अलावा अतीक, अलोक, नवनीत आदि का कहना है कि बीजेपी सरकार अपने वादे से मुकर गयी है। अभ्यर्थियों ने चेतावनी दी है यदि भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू नही की गई तो वो आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
उप्तत : नियुक्ति पत्र जारी न होने पर आत्मदाह की चेतावनी, टीईटी पास उर्दू अभ्यर्थी कई दिन से धरने पर २०१८-०५-१४त०५:३५:००+०५:३० रेटिंग: ४.५ दीपोस्कान ओलेह: न्यूज |
खाद्य सुरक्षा से ज्यादा जल सुरक्षा जरूरीः राजेन्द्र सिंह | मीडियामोरचा
मनोज सिन्हा / मुंगेर। विश्व बैंक की नजर गंगा की कमाई पर है, जबकि गंगा माई किसानों, मछुआरों के साथ गंगा तट पर बसे लोगों के जीविका का आधार है। गंगा के नाम पर वोट तो बटोरे गये, लेकिन सत्ता के गलियारें में पहुचते ही गंगा को बहुराष्ट्रीय कंपनियों के हवाले करने पर सरकार अमादा है। आज जिस तरह प्राकृतिक संसाधनों से आम लोगों का हक छिनता जा रहा है, उस स्थिति में मीडिया को महात्मा गांधी की पत्रकारिता की भूमिका अदा करनी होगी। ये उद्गार मैग्सेसे एवार्ड से सम्मानित पुरूष राजेन्द्र सिंह ने सूचना भवन, मुंगेर में मुंगेर पत्रकार समूह द्वारा प्राकृतिक संसाधनों के दोहन को रोकने में मीडिया की भूमिका पर आयोजित संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में व्यक्त किये।
उन्होंने कहा कि गंगा पर बराज बनाने के लिये विश्व बैंक की मदद से ३०० करोड़ का डीपीआर बनाने को कहा कहा है। यह अच्छा है या खराब? उन्होंने कहा कि फरक्का पर बराज बनने का हश्र क्या हुआ, इससे सब वाकिफ हैं। जब १६ बराज बनेंगे तो स्थिति और खराब होगी। गंगा को लेकर सरकार की दो योजना है। नमामि गंगा ३९०० करोड़ की है। वहीं गगा यातायात ५९०० करोड़ की है। उन्होंने कहा कि गंगा में बडे पोत चलाना किसी भी कीमत पर लाभकारी नहीं है।
उन्होंने मुंगेर के जिलापदाधिकारी और पत्रकारों का ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि मुगेर में गंगा से जुड़े तीन अहम् सवाल हैं। यहां गंगा का क्षेत्र १६ किलोमीटर लंबा है। जिला पदाधिकारी गंगा के तट पर हो रहे अतिक्रमण को रोकें। मीडिया राज और समाज को जोड़ने की कड़ी है। मीडिया का दायित्व है कि विस्थापन कैसे रूके, इसके लिये लोगों को जागरूक करे। आंकड़ों की जुवानी उन्होने कहा कि आजादी के समय देश के २३२ गांवों में पानी नहीं था, लेकिन आज २ लाख ५६ हजार गांवों में पानी नहीं है। देश को खाद्य सुरक्षा से ज्यादा जल सुरक्षा की जरूरत है। शहर गंदा पानी गंगा में नहीं जाए, गंगा को लक्ष्य बनाकर गंगा की अविरलता के लिये काम करें।
संगोष्ठी को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए मुंगेर के जिलापदाधिकारी अमरेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि आम जनमानस को जागृत करने में मीडिया की अहम भूमिका है। प्रकृति के शोषण ने पर्यावरण के संतुलन को बिगाड़ दिया है, जिसके दुष्परिणाम को देख रहे हैं। जलपुरूष जैसे इस अभियान मे लगे है, इसमें सबकी सहभागिता जरूरी है।
इसके पूर्व विषय प्रवेश कराते हुए बरिष्ठ पत्रकार कुमार कृष्णन ने कहा कि प्राकृतिक संसाधन देश के करोड़ों लोगों के जीविका का आधार है। पूंजीपतियों और कारपारेट द्वारा यह आधार भी छिना जा रहा है। गलत विकास नीति के कारण आज का मोल घट रहा है। गंगा का वेसिन ११ राज्यों में फैला हुआ है। इस क्षेत्र में ४० फीसदी आवादी रहती है। उत्तराखंड से लेकर फरक्का तक ६०० बांध बन रहे हैं या बनने की योजना है। ये जहां गंगा की अविरलता को नष्ट कर रहे है, वहीं मौत की इवारत लिख रहे हैं।
मुंगेर कृषि वैज्ञानिक रामगोपाल शर्मा ने कहा कि वहुफसलीय प्रणाली की तकनीक अपना कर हम जल के दोहन को रोक सकते है। नबार्ड के जिला विकास प्रबंधक शीतांषु शेखर ने कहा कि जलपुरूष प्रेरणा स्त्रोत हैं। मीडिया को सकारात्मक भूमिका अदा करनी होगी।
संगोष्ठी को रामबिहारी सिंह, चंद्रशेखरम, ग्रीन लेडी जया देवी, अवधेश कुमार, किशोर जायसवाल, नरेशचंद्र राय, इम्तियाज, अरूण कुमार शर्मा, सज्जन कुमार गर्ग, सुनील सोलंकी, रंजीत कुमार, सुनील कुमार सिंह, सुनील जख्मी, मनीष कुमार ने संबोधित किया। संगोष्ठी का समापन करते हुए जिला जनसंपर्क पदाधिकारी ज्ञानेष्वर प्रकाश ने कहा कि मीडिया के किया गया यह सार्थक पहल है। जनसंपर्क का मुख्यकाम संवाद कायम करना और कायम करने में मदद के साथ साथ जन सामान्य की प्रतिक्रिया से वाकिफ कराना है। |
आगरा में सेवानिवृत्त शिक्षक ने की खुदकुशी - इब्न७ हिन्दी
आगरा में सेवानिवृत्त शिक्षक ने की खुदकुशी
आगरा: आगरा में दिल्ली के एक सेवानिवृत्त शिक्षक ने यहां होटल में खुद को बिजली का करंट लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने बुधवार को बताया कि जगदीश राज सेठी (६५) दिल्ली में कालकाजी के रहने वाले थे। वह गणित के सेवानिवृत्त शिक्षक थे और अपने घर में बच्चों को ट्यूशन पढ़ाते थे।
वह एक सुसाइट नोट छोड़ गए हैं, जिसमें उन्होंने पुलिस से अनुरोध किया है कि वह उनका शव उनके बेटे को न सौंपा जाए।
सेठी अपनी बेटी के लिए एक सीलबंद लिफाफा भी छोड़ गए हैं, जो दिल्ली से यहां पहुंचीं। अपने सुसाइड नोट में उन्होंने पुलिस से होटल कर्मचारियों को प्रताड़ित नहीं करने की अपील भी की है।
इंस्पेक्टर ज्ञानेंद्र सिरोही ने आईएएनएस को बताया कि सेठी के परिवार के सदस्यों ने इस बात के संकेत दिए हैं कि उनके बेटे तथा बहू से अच्छे संबंध नहीं थे।
होटल प्रबंधक संतोष खन्ना ने पुलिस को बताया कि सेठी सोमवार (आठ जून) की शाम होटल में आए थे। मंगलवार की सुबह उन्होंने चाय व नाश्ता लिया था।
खन्ना के मुताबिक, "अपराह्न् करीब तीन बजे मैंने उन्हें यह बताने के लिए फोन किया कि वह अपनी कार रास्ते से हटा लें, लेकिन यह फोन उनकी बेटी को लगा, जिसने बताया कि उनके पिता गुमशुदा हैं। जैसे ही मैंने उन्हें बताया कि उनके पिता यहां हैं, वह अपने पति के साथ आगरा के लिए रवाना हो गईं।"
खन्ना ने बताया, "रात करीब आठ बजे हमने नकली चाबी से कमरे का दरवाजा खोला तो हमने सेठी को वहां मृत पाया।" |
मंगलवार व शुक्रवार को किसान क्रेडिट कार्ड बनाने के लिए लगाए जाएंगे कैंप
ललितपुर। ब्लाक बिरधा स्थित सभागार में जिलाधिकारी ने कैंप में किसान क्रेडिट कार्डों का वितरण किया। इस दौरान बताया गया कि प्रत्येक मंगलवार एवं शुक्रवार को किसान क्रेडिट कार्ड कृषि विभाग के कर्मचारियों द्वारा कृषकों को कैंपों के माध्यम से वितरित किए जाएंगे।
जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह ने सर्वप्रथम फीता काटकर शिविर का शुभारंभ किया। अग्रणी जिला प्रबंधक एसके श्रीवास्तव ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार पूरे माह जुलाई में अभियान चलाकर किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड वितरित किए जाएंगे। इस अभियान के तहत जनपद के ऐसे किसान जो किसान क्रेडिट कार्ड की सेवा से वंचित हैं, उन किसानों के किसान क्रेडिट कार्ड बैंक के माध्यम से बनाए जाएंगे। प्रत्येक मंगलवार एवं शुक्रवार को किसान क्रेडिट कार्ड कृषि विभाग के कर्मचारियों द्वारा कृषकों को कैंपों के माध्यम से वितरित किए जाएंगे। कृषकों के किसान क्रेडिट कार्ड बनाने पर किसानों को सरकार की लाभकारी योजनाओं का लाभ मिल सकेगा। जिन किसानों के किसान क्रेडिट कार्ड पूर्व से बने हुए हैं, वह समय-समय पर अपने किसान क्रेडिट कार्ड का नवीनीकरण जरूर कराएं। संबंधित विभागों जैसे राजस्व, कृषि, सहकारिता, मत्स्य, उद्यान, पशुपालन, ग्राम-विकास के मदद से छूटे हुए किसानों को अभियान के दौरान किसान क्रेडिट कार्ड निर्गत करने के लिए शाखावार एवं ब्लॉक स्तर पर विशेष कैंप लगाने की जानकारी दी गई। जिला कृषि अधिकारी गौरव यादव ने कहा कि जनपद के किसानों को कृषि के साथ-साथ पशु पालन एवं मत्स्य पालन पर भी विशेष रुप से ध्यान देना चाहिए।
किसान क्रेडिट कार्ड के तहत सरकार द्वारा प्राप्त मूल धनराशि का प्रयोग कृषि कार्य के लिए ही करें, जिससे सरकार की किसानों को लाभ दिलाये जाने की मंशा पूर्ण हो सके। कार्यक्रम में खंड विकास अधिकारी बिरधा सुनील कुमार ने कहा कि किसान क्रेडिट कार्ड अभियान में किसानों को प्रधानों के माध्यम से जानकारी प्रदान की जा रही है। प्रत्येक किसान अपने घरों में शौचालय आवश्यक रुप से बनवायें, साथ ही सरकार द्वारा दी गई धनराशि का प्रयोग सही दिशा में करें। कृषक खेती के साथ-साथ पशु पालन एवं मत्स्य पालन की ओर ध्यान दें। जनपद में मत्स्य पालन एवं पशु पालन के लिए संसाधन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। जिलाधिकारी द्वारा १० कृषकों को उड़द के बीज की मिनी किट वितरित की गई। कैम्प के माध्यम से २०७ किसानों का किसान क्रेडिट कार्ड वितरित किये गए, जिसकी कैम्प के दौरान ही स्वीकृति प्रदान की गई। इस कैम्प में ७१ कृषकों को २ करोड़ ०७ लाख के किसान क्रेडिट कार्ड एवं ५५ किसानों के पुराने किसान क्रेडिट कार्ड फसली वित्तीय मान के अनुसार बढ़ाकर वितरित किए गए। कार्यक्रम के बाद विकासखण्ड परिसर में जिलाधिकारी ने शीशम, अग्रणी जिला प्रबंधक द्वारा सहजन एवं अन्य अधिकारियों द्वारा विभिन्न किस्म के पौधेरोपण किया गया। कार्यक्रम में विभिन्न बैंकों के शाखा प्रबंधक सहित कृषि विभाग के कर्मचारी एवं कृषक उपस्थित रहे।
खूनी संघर्ष में बदला मटकी फोड़ने के दौरान हुआ विवाद, एक की मौत
बरसात बनी गोवंश के लिए काल
माताटीला बांध से छोड़ा गया पानी
युवक की नदी में डूबने से मौत
जामनीबांध के सभी छह गेट खुले
सेल्फी से प्रमाणित होगी शिक्षकों की हाजिरी
महाराष्ट्र बाढ़ पीड़ितों की सहायता को आगे आया जैन समाज
अज्ञात ८० लोगों पर रिपोर्ट दर्ज
आत्मा में धर्म को धारण करो : प्रवर सागर
दस हजार बकाया है तो कटेगा बिजली कनेक्शन
आधीरात को जन्मे कन्हैया
बाइक सवार घायल की मौत
किसान ने खेत पर लगाई फांसी, मौत
किसी भी कोटा दुकान से राशन ले सकते हैं कार्डधारक |
राज्य स्थापना सप्ताह के तहत मसूरी में हिन्दी, गढ़वाली एवं कुमांऊनी फिल्मों को अनुदान राशि के रूप में सीएम ने किये चेक वितरित -जानिए खबर - उत्तराखंड जोश
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने गढ़वाली फिल्म हैलो यूके के निर्माता श्री मनीष वर्मा, बौडिगी गंगा के निर्माता श्री अनिरूद्ध गुप्ता, भुली ए भुली के निर्माता ज्योति खन्ना, कुमाऊंनी फिल्म गोपी भिना की निर्माता श्रीमती मीनाक्षी भट्ट व उत्तराखण्ड में फिल्मायी गई हिन्दी फिल्म साइलेंट हिरोज के निर्माता श्री कमल वीरानी/श्री महेश भट्ट को अनुदान राशि के चेक भेंट किये। मनीष वर्मा के प्रतिनिधि के तौर पर श्री आर.के.वर्मा और प्रदीप भण्डारी ने चेक प्राप्त किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि फिल्म कॉन्क्लेव में जो भी सुझाव प्राप्त हुए हैं, उन पर शीघ्र अमल किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कंटेंट क्रियेशन वर्किंग ग्रुप का गठन किया जाएगा।
फिल्म सिटी स्थापना की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना की दिशा में भी विचार किया जा रहा है। राज्य में फिल्म नीति को और अधिक प्रभावी बनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि एक फिल्म डायरेक्टरी का भी प्रकाशन किया जायेगा, जिसमें टैक्नीशियन, कलाकार तथा लोकेशन आदि के सम्बन्ध में जानकारी मिल सकेगी।
जिससे फिल्म निर्माताओं को राज्य में उपलब्ध संसाधनों के विषय में जानकारी प्राप्त हो सकेगी। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कार्यक्रम में आये फिल्म निर्माता व निर्देशकों को भी सम्मानित किया।
घर बैठे कर पायेंगे सेवा के अधिकार से सबंधित सेवाओं और प्रमाणपत्रों के लिये आवेदन -जानिए खबर
अयोध्या केश : सुप्रीमकोर्ट ने अयोध्या मामले पर सुनाया बड़ा फैसला -जानिए खबर |
घरेलू शेयर बाजार की नजर इस सप्ताह जारी होने वाले प्रमुख आर्थिक आंकड़ोंघरेलू शेयर बाजार की नजर
घरेलू शेयर बाजार की नजर इस सप्ताह जारी होने वाले प्रमुख आर्थिक आंकड़ों
घरेलू शेयर बाजार की नजर इस सप्ताह जारी होने वाले प्रमुख आर्थिक आंकड़ों और देश की कुछ बड़ी कंपनियों की ओर से जारी किए जाने वाले पहली तिमाही के नतीजों पर होगी। साथ ही, विदेशी बाजार से मिलने वाले संकेतों, अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल के भाव और डॉलर के मुकाबले रुपए की चाल से बाजार को दिशा मिलेगी। वहीं, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों और घरेलू संस्थागत निवेशकों के निवेश रुझानों से भी बाजार की चाल तय होगी।
बीते सप्ताह के आखिर में आम बजट २०१९-२० की घोषणाओं पर घरेलू शेयर बाजार की तत्काल प्रतिक्रिया निराशाजनक रही। मगर, इस सप्ताह बजट के समग्र प्रावधानों को समझने के बाद बाजार अपनी प्रतिक्रिया दे सकता है। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला आम बजट २०१९-२० शुक्रवार को लोकसभा में पेश किया। भारतीय शेयर बाजार की निगाहें अब संसद के बजट सत्र के दौरान होने वाली चर्चाओं और राजनीतिक घटनाक्रमों पर भी बनी रहेंगी।
इस सप्ताह मंगलवार को देश की प्रमुख आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी यानी टीसीएस चालू वित्त वर्ष २०१९-२० की पहली तिमाही, अप्रैल-जून, के अपने नतीजे जारी कर सकती है। वहीं, सप्ताह के आखिर में शुक्रवार एक और बड़ी आईटी कंपनी इन्फोसिस अपने तिमाही परिणामों की घोषणा कर सकती है। देश में औद्योगिक उत्पादन के मई महीने के आंकड़े भी शुक्रवार को जारी होने की संभावना है।
आर्थिक सर्वे पर बाजार का मिला-जुला रुख, सेंसेक्स में ६९ अंकों का उछाल
वित्त मंत्री की ओर से पेश किए गए आर्थिक सर्वे का शेयर बाजार का मिला-जुला रुख दिखा। बंबई स्टॉक एक्सचेंज का ३० शेयरों का संवेदी सूचकांक सेंसेक्स ६८.८१ अंकों की तेजी के साथ ३९,९०८ अंकों पर जाकर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी ३० अंकों की तेजी के साथ ११,९४६ अंकों पर जाकर बंद हुआ।
गुरुवार को सेंसेक्स में मामूली तेजी देखी गई। सेंसेक्स में बैंकिंग, ऑटो, फाइनेंस, टेलीकॉम, पीएसयू, आईटी, टेक जैसे प्रमुख शेयर बढ़त के साथ हरे निशान में बंद हुए जबकि मेटल, कंज्यूमर ड्यूरेबल, हेल्थकेयर जैसे सेक्टर के शेयर गिरावट के साथ लाल निशान में बंद हुए। निफ्टी में भी सेंसेक्स जैसा हाल रहा और बैंक, ऑटो, फाइनेंस सर्विसेज, एफएमसीजी, आईटी, पीएसयू बैंक, प्राइवेट बैंक, रियल्टी सेक्टर के शेयर हरे निशान में बंद हुए। निफ्टी में मीडिया, मेटल और फार्मा सेक्टर के शेयर लाल निशान में बंद हुए।
सेंसेक्स में कॉरपोरेशन बैंक ८.४१ फीसदी, यूपीएल ६.९४ फीसदी, आईआईएफएल ६.६३ फीसदी, जैन इरिगेशन सिस्ट्म्स लिमिटेड ६.२३ फीसदी, इंडियन ओवरसीज बैंक ५.१२ फीसदी की तेजी के साथ टॉप गेनर रहे। निफ्टी में इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस ७.५0 फीसदी, इंड्सइंड बैंक ३.९९ फीसदी, आईटीसी १.२२ फीसदी, जी एंटरटेनमेंट १.१9 फीसदी, ग्रॉसिम १.११ फीसदी की तेजी के साथ टॉप गेनर रहे।
निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष २०१९-२० - ७ लाख रुपए तक की इनकम पर नहीं लगेगा टैक्स, ये है पूरा गणित
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष २०१९-२० के लिए पूर्ण बजट पेश कर दिया है। इस बजट में आम आदमी के लिए बड़ी घोषणाएं नहीं की गई हैं। इस पूर्ण बजट में इनकम टैक्स को लेकर कोई बड़ा बदलाव नहीं किया गया है और अंतरिम बजट में किए गए प्रावधानों को ही मंजूरी दी गई है। बजट के नए प्रावधानों के बाद अब आपकी ७ लाख रुपए तक की आय पर किसी भी प्रकार को कोई टैक्स नहीं लगेगा। मनी भास्कर आपको बता रहा है कि कैसे आप ७ लाख रुपए तक की इनकम को टैक्स फ्री बना सकते हैं।
वित्त मंत्री की ओर से पेश किए गए आर्थिक सर्वे का शेयर बाजार का मिला-जुला रुख दिखा
गुरुवार को सेंसेक्स में मामूली तेजी देखी गई। सेंसेक्स में बैंकिंग, ऑटो, फाइनेंस, टेलीकॉम, पीएसयू, आईटी, टेक जैसे प्रमुख शेयर बढ़त के साथ हरे निशान में बंद हुए जबकि मेटल, कंज्यूमर ड्यूरेबल, हेल्थकेयर जैसे सेक्टर के शेयर गिरावट के साथ लाल निशान में बंद हुए। निफ्टी में भी सेंसेक्स जैसा हाल रहा और बैंक, ऑटो, फाइनेंस सर्विसेज, एफएमसीजी, आईटी, पीएसयू बैंक, प्राइवेट बैंक, रियल्टी सेक्टर के शेयर हरे निशान में बंद हुए।
निफ्टी में मीडिया, मेटल और फार्मा सेक्टर के शेयर लाल निशान में बंद हुए। सेंसेक्स में कॉरपोरेशन बैंक ८.४१ फीसदी, यूपीएल ६.९४ फीसदी, आईआईएफएल ६.६३ फीसदी, जैन इरिगेशन सिस्ट्म्स लिमिटेड ६.२३ फीसदी, इंडियन ओवरसीज बैंक ५.१२ फीसदी की तेजी के साथ टॉप गेनर रहे। निफ्टी में इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस ७.५0 फीसदी, इंड्सइंड बैंक ३.९९ फीसदी, आईटीसी १.२२ फीसदी, जी एंटरटेनमेंट १.१9 फीसदी, ग्रॉसिम १.११ फीसदी की तेजी के साथ टॉप गेनर रहे।
शारें मार्केट टिप्स/हरे निशान में खुले बाजार, सेंसेक्स में ५७ अंकों की तेजी
पांच जुलाई को बजट से पहले सरकार आज यानी ४ जुलाई को आर्थिक सर्वे पेश करेगी। इस सर्वे से देश की अर्थव्यवस्था की सही तस्वीर सामने आएगी। आर्थिक सर्वे पेश होने से पहले निवेशकों में सकारात्मक माहौल बना हुआ है। इसी कारण भारतीय शेयर बाजार गुरुवार को हरे निशान में खुले। बंबई स्टॉक एक्सचेंज का ३० शेयरों का संवेदी सूचकांक सेंसेक्स ६२ अंकों की तेजी के साथ ३९९०२ अंकों पर खुला। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का ५० शेयरों का संवेदी सूचकांक निफ्टी १२ अंकों की तेजी के साथ ११,९२८ अंकों पर खुला। सुबह ९.2४ बजे सेंसेक्स ५७ अंकों की तेजी के साथ 3९,8९7 अंकों पर और निफ्टी १६ अंकों की तेजी के साथ ११,९33 अंकों पर कारोबार कर रहे हैं।
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स में
कॉरपोरेशन बैंक, मनपसंद बेवरेजेस, आरकॉम, शारदा कॉरपोरेशन, इलाहाबाद बैंक के शेयरों में तेजी का माहौल है। निफ्टी में इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस, इंड्सइंड बैंक, आईटीसी, जी एंटरटेनमेंट, ग्रॉसिम के शेयरों में तेजी का माहौल है। |
आप अपने प्यार के हैंडल को कम करने और स्वस्थ होने के लिए जिम जाते हैं, लेकिन क्या आपकी पसंदीदा सुविधा आपको बीमार कर सकती है? फिटनेस उपकरण समीक्षा वेबसाइट पर लोग, फ़िट्रेटड, लगता है कि यह एक निश्चित संभावना है। यह पता लगाने के लिए कि औसत जिम कितना गंभीर है, फिटरेटेड ने तीन अलग-अलग राष्ट्रीय जिम श्रृंखलाओं में २७ विभिन्न उपकरणों के उपकरणों से बैक्टीरिया के नमूनों को इकट्ठा किया- और जो उन्होंने पाया वह काफी परेशान था: ट्रेडमिल, बाइक और वजन सभी बैक्टीरिया कोशिकाओं के साथ झुका रहे थे। वास्तव में, उनके पास प्रति वर्ग इंच में १ मिलियन से अधिक कॉलोनी बनाने वाली इकाइयां (सीएफयू) हैं! और हम हानिरहित प्रकार के जीवाणुओं के बारे में बात नहीं कर रहे हैं, या तो। आपके जिम के अंदर छिपाने वाला प्रकार त्वचा संक्रमण और बीमारियों का कारण बन सकता है।
परिप्रेक्ष्य में अपने जिम के अंदर रहने वाले जीवाणुओं की विशाल मात्रा को रखने के लिए, फिटरेटेड ने रोजमर्रा की वस्तुओं के स्तर की तुलना की। औसत व्यायाम बाइक, उदाहरण के लिए, कैफेटेरिया ट्रे की तुलना में १.३ मिलियन सीएफयू, या ३9 गुना अधिक बैक्टीरिया है। औसत ट्रेडमिल एक साधारण सार्वजनिक बाथरूम नल की तुलना में लगभग १.३ मिलियन सीएफयू या ७४ गुना अधिक बैक्टीरिया है। और सामान्य मुक्त वजन जैसे डंबेल और केटलबेल? उन लोगों को परिवार के शौचालय की तुलना में ३62 गुना अधिक जीवाणु पाया गया था। सकल, है ना?
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हालांकि, कुछ अच्छी खबर है। रोगाणुओं को दूर रखने के लिए बाइसप्स और फ्लैट पेट को उगलने के अपने सपनों को दूर करने की कोई आवश्यकता नहीं है! सुरक्षित रहने के लिए, फ़िट्रेटड उन सभी का उपयोग करने से पहले और बाद में सभी फिटनेस उपकरणों कीटाणुशोधन की सिफारिश करता है। पसीने के कमरे में पसीना तोड़ने या बदलने के दौरान आपको नंगे पैर के चारों ओर घूमने या अपने चेहरे को छूने से भी बचना चाहिए। ओह, और यह गैर-विचारणीय है: कसरत के तुरंत बाद अपने हाथ धोएं और अपने जिम कपड़े से बाहर निकलें। यह उन संभावित स्वास्थ्य-धमकाने वाले रोगाणुओं को आपके घर से बाहर रखने का सबसे अच्छा तरीका है।
कॉपिराइट यह आपके जिम उपकरण पर कितने रोगाणु हैं |
वीरेंद्र सहवाग जन्म तिथि से राशिफल | वीरेंद्र सहवाग २०२० का राशिफल
वीरेंद्र सहवाग की कुंडली के बारे में और पढ़ें
वीरेंद्र सहवाग के जीवन साथी को कई स्वास्थ्य संबंधी परेशानिया होंगी। मानसिक रूप से अत्यधिक तनावग्रस्त रहेंगे और वैवाहिक अथवा प्रेमजीवन में कुछ अनहोनी हो सकती है। खर्चों में बढोत्तरी होगी। पद खोने का खतरा रहेगा और वीरेंद्र सहवाग के वरिष्ठों के वीरेंद्र सहवाग के विरोध में जाने की भी संभावना है। जीवन के हर मोड़ पर वीरेंद्र सहवाग को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
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वीरेंद्र सहवाग जन्म कुंडली/ कुंडली/ जन्म राशिफल
जन्म कुंडली वीरेंद्र सहवाग के जन्म के समय आसमान का लिया गया चित्र है जन्म-कुंडली जन्म के समय का आकाशीय मानचित्र है। वीरेंद्र सहवाग की कुंडली आपको बताएगी वीरेंद्र सहवाग के जन्म के समय की ग्रहीय स्थिति, दशा, राशि कुंडली और राशि आदि। यह शोध-कार्य के लिए आपको वीरेंद्र सहवाग की विस्तृत कुंडली एस्ट्रोसेज क्लाउड में खोलने की सुविधा भी देगा।
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वीरेंद्र सहवाग ज्योतिष
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सुपर स्टार गोविंदा ने किया काव्यकामिनी और कामिनी ऐसी ही है, पुस्तकों का लोकार्पण! न्यूज इन हिन्दी
मुंबई, पलपल इंडिया. प्रसिद्ध लेखक, संगीत निर्देशक, सिंगर, एंकर, आरजे, एस्ट्रोलॉजर कामिनी खन्ना की दो पुस्तकों- काव्यकामिनी और कामिनी.. ऐसी ही है! का लोकार्पण मीठीबाई काॅलेज, जुहू जागृति हाॅल, विले पारले पश्चिम, मुंबई में हुआ.
इस समारोह की शुरूआत में फेमस एक्ट्रेस रागिनी खन्ना ने प्रसिद्ध रचनाकार कामिनी खन्ना और उनसे संबंधित पुस्तकों के बारे में जानकारी दी. इस अवसर पर श्रीमती सुजाता त्रिवेदी ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की. समारोह में बड़ी संख्या में कामिनी खन्ना के मित्र, परिचित, मीडिया सहित उनकोे चाहनेवाले श्रोता, दर्शक और रीडर्स उपस्थित थे. |
ब्लू व्हेल गेम एक नेशनल प्रोब्लम, हल बेहद जरूरी : सुप्रीम कोर्ट | टो न्यूज
पोस्टेड बाय: सोमाली ब्लू व्हेल गेम एक नेशनल प्रोब्लम, हल बेहद जरूरी : सुप्रीम कोर्ट
चर्चित ब्लू व्हेल गेम पर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने कड़ा रुख अपनाया है। कोर्ट ने पाया है कि यह गेम एक राष्ट्रीय समस्या है, जिसके खिलाफ कारगर कदम उठाए जाने बेहद जरूरी है। कोर्ट ने ब्लू व्हेल पर डाली गई याचिका पर सुनवाई के दौरान अपना पक्ष रखा। बिग ब्रेकिंग: यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इण्टर की परीक्षाओं का ऐलान, जानिए कब से शुरु होगी!
कोर्ट ने कहा कि दूरदर्शन और प्राइवेट चैनल इसके खिलाफ मुहिम चलाए और अपने प्राइम टाइम प्रोग्राम में जागरुकता के लिए कार्यक्रम भी प्रसारित करें।
बता दें कि देश में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जिसमें इसे यूज करने वालों ने खुद को खत्म कर दिया या गंभीर रूप से घायल कर दिया। दरअसल, द ब्लू व्हेल किलर चैलेंज को रूस के सायकॉलजी के स्टूडेंट फिलिप बुदेकिन ने ईजाद किया था। उसे उसकी यूनिवर्सिटी से निकाल दिया गया था। वह कहता था कि वह इस गेम के ज़रिए सोसायटी को साफ करना चाहता है और ऐसे लोगों को मिटा देना चाहता है जो समाज के किसी काम नहीं आने वाले।
बाद में एक और १७ साल की रूसी लड़की को पकड़ा गया है जिसे इस गेम का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। पहले यह लड़की इस खेल में भागीदारी करती थी। उस पर आरोप है कि उसने उन ५० चैलेंजों को बढ़ावा दिया है जिसमें इस गेम को खेलने वाले लोग खुद को नुकसान पहुंचाते हैं।
अक्टोबर २३, २०१७ सोमाली कम्मंट ऑफ ऑन आज हनीप्रीत क्बी की विशेष अदालत में होगी पेश, विपासना पर भी कसेगा शिकंजा |
धनजिव मिश्रा, वीरगन्ज १३ भदौ | भारतके बिहार मे मदिरापान, बिक्री वितरण मे प्रतिबन्ध लगने के बाद, बिहार के सीमा से जुडे हुए रौटहट, बारा, पर्सा के ग्रामीण क्षेत्रों में शराब पीने के लिए आने वाले शराबीयो के कारण सीमावर्ती क्षेत्र नेपाल मे असुरक्षा बढ रही है।
नेपाल के सीमा क्षेत्र मे शराब के दुकान मे शराब पीने के लिए आने वाले भारतीय शराबी, शराब पीकर होहल्ला और झगडा करते है, सडक मे चलने वाली युवतियों और महिलाओ को बुरे नजरो से देखते है ।
बिहार से सीमा जुड़े हुए पर्सा के गाँव और बजार में दर्जनों के संख्या मे अवैध रूप में शराब की भट्टी सञ्चालन हो रहा है जिसके कारण औरतों को रास्ते चलना और साम होने के बाद घर से बाहर निकलना बन्द हो गया है।
पर्सा सिमावर्ती क्षेत्रके स्थानिय बताते है बोर्डर पार करके बिहार के लोग शराब पीने हमारे गाँव मे आते है । शराब पीने के बाद देर रात तक होहल्ला करतेहैं। भिस्वा गाविस के निलम देवी ने बताया आजकल साँम परने के बाद सडक मे चलना तो क्या घरसे बाहर निकलने मे भी रुह काँपती है ।
बिहार सरकार द्धारा शराब पिना और बिक्री वितरण मे प्रतिबन्ध लगाने के बाद सीमावर्ती नेपाल के गाँव और बजार मे शराब के दुकान, शराब भट्टी और सडक छाप होटलों के संख्या मे भी बृद्धी हो चुकी है । यह सारे होटल अबैध रुप से सँचालन होने के कारण, मानव स्वास्थ्य पर भी खतरा की घण्टी बजा रही है ।
लंगडी निवासी चिन्जीवी यादव बतातें है कि सीमावर्ती क्षेत्र भारत के ओर घरेलु और सिलबन्दी दोनो किस्मों के शराब तस्करी बढ चुकी है। बिहार से जुड़े हुए पर्सा के भिस्वा, लहावरथकरी, जानीकीटोला, महादेवपट्टी, सुवर्णपुर, शंकरसरैया लगायत दर्जनो गाविस मे घरेलु शराब की भट्टी अवैध रुप से सञ्चालन हो रही है और वहाँ के उत्पादित घरेलु मदिरा भारत के विभिन्न स्थान मे तस्करी हो रही।
महिला साक्षरता आज की आवश्यकता
नेवर पोस्टयथार्थपरक विचारों का सम्प्रेषण ही हमारा, परम कर्तव्य होना चाहिए: गंगेश मिश्र
ओल्डर पोस्टबारा जिल्ला के अधिकांश सरकारी कार्यालय का लाइन काटा गया |
असी के मुस्लिम अधिकारी का दावा, मंदिर के ऊपर बनाई गई बाबरी | स्वदेशी न्यूज
होम रिलिजियस असी के मुस्लिम अधिकारी का दावा, मंदिर के ऊपर बनाई गई बाबरी
असी के मुस्लिम अधिकारी का दावा, मंदिर के ऊपर बनाई गई बाबरी
राम मंदिर निर्माण की अटकलों के बीच एक नया खुलासा हुआ है | मंदिर निर्माण की पहल के बीच अयोध्या में खुदाई के दौरान के मिले पुरातात्विक साक्षों पर आधारित एक किताब की भी चर्चा है | यह किताब मलयालवी भाषा में लिखी गई है जिसका नाम है न्यान एन्ना भारतीयन जिसका हिन्दी अर्थ है मैं एक भारतीय ओय इसके लेखक हैं डॉ. के के मुहम्मद |
डॉ. मुहम्मद असी के उत्तरी क्षेत्र के निदेशक रहे हैं | दिल्ली प्रवास पर डॉ. मुहम्मद ने एक संवाददाता को बताया कि असी को विवादित ढांचे में मिले १४ स्तम्भ ही नहीं एनी कई पुरातात्विक साक्ष्य साफतौर पर ये गवाही देते हैं कि अयोध्या में मंदिर के ऊपर मस्जिद बनाई गई |
डॉ. मुहम्मद ने बताया कि असी ने पहली बार १९७६-७७ में पहली बार प्रो. बीबी लाल के नेतृत्व में विवादित ढांचे का निरीक्षण किया| फिर उसके बार २००२-०३ में कोर्ट के आदेश पर विवादित स्थल के आस पास उत्खनन कराया गया | तब वहां करीब ५० वैसे ही चबूतरे मिले जैसा चबूतरा विवादित स्थल के अन्दर है |इस उत्खनन कार्य में कई अधिकारी कर्मचारी खाशतौर पर शामिल किये गए थे | डॉ. मुहम्मद के अनुसार खुदाई के दौरान मंदिर के ऊपर लगाये जाने वाले कलश के नीचे का पत्थर का गोल अमलका मिला और अमलका केवल मंदिर में ही लगाया जाता है जलाभिषेक के बाद जल मको बाहर निकलने वाली मगर प्रणाली भी मिली जो सिद्ध करती है कि बाबरी का निर्माण मंदिर के ऊपर किया गया | |
...और बल्लू ने पर्चा भर दिया ।
२० जून २०19 | रवि रंजन गोस्वामी (इस आर्टिक्ल को ७३ बार पढ़ा जा चुका है)
और बल्लू ने पर्चा भर दिया। (व्यंग)
शहर में चुनावों की सरगरमियां शुरू हो गयीं थीं। पार्टियों के दफ्तरों में टिकट के लिये अभ्यर्थियों की पहले लाइन लगी जो शीघ्र ही भीड़ में बदल गयी जब नेतागण समर्थकों के साथ जुटने लगे।
कहीं ले देके काम हो रहा था। कहीं लाठी डंडों से निबटारा हो रहा था।
नेताओं ने ये सब काम कार्यकर्ताओं और समर्थकों के ऊपर छोड़ा हुआ था। जिनमें बहुत से किराये के थे।
शायद रिकॉर्ड दर्ज करने वालों का ध्यान नहीं गया वरना सर्वाधिक संख्या और प्रकार के रोजगार पैदा करने वाली संस्थाओं में चुनाव आयोग का भी उच्चतर स्थान होता।
बल्लू खास पार्टी के दफ्तर के सामने पान की दुकान चलाता था। खास पार्टी के अधिकांश नेताओं के खादी के कुर्तों पर उसी की दुकान के पान के छींटे हुआ करते थे। दुकान के आसपास राजनैतिक माहौल रहने से बल्लू की भी राजनीति में रुचि हो गयी थी। उसकी इच्छा होती थी कि वह भी चुनाव लड़े। लेकिन फिर सोचता था कहीं हार गया तो? हार से वो बड़ा डरता था और समझता था उसकी बड़ी बदनामी होगी। मोहल्ले वाले मज़ाक उड़ायेंगे। और वह मन मसोस कर रह जाता था।
खास पार्टी की स्थिति अजीब थी। कभी लोग खरीद के टिकट लेते थे अबकी बार मुफ़त में कोई टिकट लेने को तैयार नहीं। चुनाव में उतारने के लिये प्रत्याशियों का अकाल सा पड़ गया। पार्टी प्रभारी भंवर लाल को एक छोटे कार्यकर्ता लटटू ने स्थानीय चुनाव क्षेत्र से चुनाव लड़वाने के लिये बल्लू का नाम सुझाया। बल्लू की उस कार्यकर्ता से दोस्ती थी और कभी उसने उसे अपनी चुनाव लड़ने की ख़्वाहिश के बारे में बताया था।
भंवर लाल की बांछे खिल गयी। हाईकमान को कुछ तो बताने को रहेगा।
वह तुरंत खुद ही लट्टू के साथ बल्लू की दुकान पर पहुँच गये।
भंवर लाल सीधा बल्लू से बोले, बल्लूजी आप व एक अरसे से पार्टी की सेवा कर रहे है अतः पार्टी ने तय किया है। इस चुनाव क्षेत्र से आप को टिकट दिया जाये और आप यहाँ से चुनाव लड़ेंगे।
बल्लू ने कहा, हमने तो पार्टी का कोई काम किया नहीं और अनुभव भी नहीं है।
भंवर लाल ने कहा, अरे भाई आप इतने सालों से हम सब के बीच हैं। पार्टी का हर नेता और कार्यकर्ता आपको जानता है। किसी अजनबी को पार्टी के दफ्तर का पता समझाने में बताना पड़ता है कि बल्लू पानवाले की दुकान के सामने है।
बल्लू ने अब अपना सबसे बड़ा डर बताया, साब चुनाव हार गये तो बड़ी बेइज्जती सी लगेगी।
भंवर लाल बोले, ऐसे तो बड़े बड़े नेता हार जाते है।
सो तो है। पर हमारी बीरादरी वाले पता नहीं क्या सोचें। बल्लू ने अपनी झिझक व्यक्त की।
लट्टू बीच में बोल पड़ा, बल्लू इसकी चिंता करने की जरूरत नहीं। हार भी गये तुम्हें दोष थोड़ी न मिलेगा।
बल्लू ने पूछा, कैसे?
लट्टू ने कहा, सब हारने वाले नेताओं की तरह तुम भी कह देना कि ई वी एम खराब थे।
बल्लू ने इस बार चुनाव का पर्चा भर दिया।
अगला लेख: ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी है देश की ५० सबसे खूबसूरत महिलाओं में शामिल, दिलचस्प है लव स्टोरी
ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी है देश की ५० सबसे खूबसूरत महिलाओं में शामिल, दिलचस्प है लव स्टोरी |
काले महिलाओं शीर्ष चीन के शीर्ष दस उत्पादों की बिक्री - बाय चीन के शीर्ष दस उत्पादों की बिक्री,चीन के शीर्ष दस उत्पादों की बिक्री,चीन के शीर्ष दस उत्पादों की बिक्री प्रोडक्ट ऑन अलीबाबा.कॉम
काले महिलाओं शीर्ष चीन के शीर्ष दस उत्पादों की बिक्री
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थोक आदेश के लिए आप भुगतान करना चाहिए ३०% डिपोसाइट बेफोर उत्पादन
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लेबल और डिजाइन
हम कपड़े पर अपने खुद के लेबल जोड़ सकते हैं
अपने खुद के डिजाइन स्वीकार्य हैं
आप भी हमारी वेब से शूस डिजाइन कर सकते हैं या खुद के डिजाइन से शो रूम
हम १-५ पस नमूना ३-५डेस में के बारे में ५-१0 नमूने की जरूरत ५-८डेस
वई ८डेस में थोक आदेश के २०० पस खत्म कर सकते हैं. २००-५०० पस के थोक आदेश १४डेस के बारे में की जरूरत है। ५००-१००० पस 1८डेस में समाप्त हो सकता है। १०००-२५ दिनों में ५००0 पस फिनीजहद किया जा सकता है
१ पस पाली बैग प्रति १0 बग्स दर्जन प्रति १0 दर्जनों एक गत्ते का डिब्बा में
मानक गत्ते का डिब्बा आकार ५८*४२*४० कम
अनुकूलित गत्ते का डिब्बा डिजाइन और आकार उपलब्ध है
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हम अक्सर उपयोग में एप्रेस क्लुडिंग डीएचएल टीएनटी यूपीएस और अक्सर ३-५डेस के बारे में की जरूरत
हम एक पेशेवर निर्माता हैं के विभिन्न प्रकार के फैशन महिलाओं के लिए अप्पेरेल्स, विकास और उत्पादन को एकीकृत. महिलाओं के लिए हमारे मुख्य उत्पादों बुना हुआ और बुना पहनता, ऐसे पोशाक के रूप में, टी शर्ट, शीर्ष ब्लाउज, स्कर्ट, निहित, कोट, जींस, खेलों, और इतने पर।
के बारे में १,५०० वर्ग मीटर के एक क्षेत्र को कवर, हमारे कारखाने १00 से अधिक पेशेवर कर्मचारियों की है। हम शुरू की है विभिन्न ग्राहकों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए उन्नत उत्पादन उपकरण और टेकनीक है। वर्तमान में, हमारे उत्पादन क्षमता प्रति माह ५०,००० पीसेस है.
हम १० साल के लिए परिधान उद्योग में किया गया है। " ग्राहक पहले, गुणवत्ता अग्रिम " प्रबंधन सिद्धांत हम करने के लिए छड़ी है, हमें प्राप्त है जो व्यापक विश्वसनीयता और हमारे भागीदारों से विश्वास दोनों देश और विदेश में है। आप के लिए अफसोस नहीं होगा सुनिश्चित करने के लिए मार्क के रूप में हमें अपने स्रोत है।
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आपके आने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद हमें
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व्यवसायिक प्रौद्योगिकियों व्यवसायिक १ ज़िप्पी शेन्ज़ेन व्यवसायिक प्रौद्योगिकी व्यवसायिक बैटरी व्यवसायिक बिजली ज़िपी
ज़िपी व्यवसायिक व्यवसायिक थोक व्यवसायिक बैग ज़िपी बैग व्यवसायिक बैटरी व्यवसायिक खिलौने
ज़िप्पी ज़िपी व्यवसायिक व्यवसायिक १ व्यवसायिक बैटरी व्यवसायिक इलेक्ट्रॉनिक्स व्यवसायिक खिलौना |
पोस्टेड बाय: सोमाली गस्ट: १२०५ सामानों के रेट तय है, जरूरी सामान हुए सस्ते, महज १९ फीसदी सामान ही २८ फीसदी के स्लैब में, शीतल पेय और कारें होंगी महंगी
देश में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लागू होने के बाद खाने-पीने और दैनिक आवश्यकता की आवश्यक वस्तुएं तो सस्ती होंगी ही, बिजली और लोहा-इस्पात के भी सस्ते होने के आसार हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि जीएसटी परिषद ने इनसे जुड़ी वस्तुओं पर जीएसटी की दर वर्तमान दर से भी कम तय की है। इसका फैसला केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली की अध्यक्षता में श्रीनगर में हुई जीएसटी परिषद की १४वीं बैठक में हुआ यह भी पढ़े: अभी-अभी: मोदी-मोदी चिल्लाने वाले तमाम लोग, मोदी के इस फैसले के बाद मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे
जरूरी सामान हुए सस्ते
बिजली, लोहा-इस्पात भी होंगे सस्ते
महज १९ फीसदी सामान ही २८ फीसदी के स्लैब में
जीएसटी में आने वाली सभी वस्तुओं में से सात फीसदी सामान एक्जंप्ट सूची में रहेगी, जबकि १४ फीसदी सामानों पर जीएसटी की सबसे कम दर पांच फीसदी लगेगी। १७ फीसदी सामान १२ फीसदी के टैक्स स्लैब में, जबकि ४३ फीसदी सामान १८ फीसदी के स्लैब में रहेंगे। सिर्फ १९ फीसदी सामानों पर ही जीएसटी की अधिकतम दर, यानी, २८ फीसदी कर लिया जाएगा। एयरेटेड ड्रिंक और कार इसी स्लैब में हैं।
शीतल पेय और कारें होंगी महंगी
जीएसटी दरों पर जो तय हुआ
वस्तु मौजूदा टैक्स जीएसटी
चाय ३.९ प्रतिशत ५ प्रतिशत
कॉफी ३.९ प्रतिशत ५ प्रतिशत
मसाले ३.९ प्रतिशत ५ प्रतिशत
प्रोसेस्ड फूड १५ प्रतिशत ५ प्रतिशत
एंटरटेनमेंट २२ प्रतिशत १८ प्रतिशत
होटल रेस्टोरेंट २२ प्रतिशत १८ प्रतिशत
साबुन २८ प्रतिशत १८ प्रतिशत
टूथपेस्ट २२.२४ प्रतिशत १८ प्रतिशत
हेयर ऑयल ८ प्रतिशत ८ प्रतिशत |
रमेश बक्षी :: :: :: अगले मुहर्रम की तैयारी :: कहानी
सोच रहा हूँ कि दरवाजा खुले तो जाऊँ उनके घर और पाँचेक मिनट को बैठ आऊँ। पर अजीब हैं ये कि सई-साँझ साढ़े आठ को दरवाजे भिड़ा सो गए! नहीं, यह तो मेरा सोचना है, सोए थोड़े ही होंगे, अंदर खाना-वाना खा रहे होंगे, सो बाहर का दरवाजा लुढ़का दिया। नहीं तो ऐसी धमा-चौकड़ी में किसी को नींद आती है? पर उन बेचारों को बाजे-गाजे, जुलूस-जमासे से क्या? गम-डूबों की तो एक अलग अपनी दुनिया होती है। उनके कान में शहनाई फूँको फिर भी उन्हें सुन नहीं पड़ता। तकिये पर सिर रख पड़ा हूँ तो उठ बैठा, क्योंकि बाहर आँगन में सोया हूँ। हवा हल्के-हल्के चल रही है और मेरा सोचना लोरी सुनने-सा है। सोचना शुरू किया नहीं कि नींद आई नहीं।
इस समय कुछ-कुछ लोग करबला से लौट रहे हैं। बच्चों का है मजा तो। वे दोनों बच्चे किरकिरी खरीद लाए हैं और बजाते जा रहे हैं। मोटे पेट वाला बच्चा निकर की जेब से रेवड़ियाँ निकाल-निकाल कर चबा रहा है। वह बच्ची बड़ी प्यारी है, उम्र सातेक की और कपड़े बीसी-उम्र के। कली वाली सलवार, घुटनों से नीची कुरती और गोटा-लगी चुन्नट। माथे पर गोटा खूब चमक रहा है, इसकी पसंद भी खूब है, खरीद कर लाई है लकड़ी पर नाचने वाला बंदर, और रास्ता चलते मगन है बंदर नचाने में कि कभी लगती है ठोकर और कभी साथ-चलतों से बिछुड़ जाती है। इन बच्चों को आता देख बड़ा दर्द लगता इनको, भला है कि दरवाजा बंद कर रखा है पर, कुछ देर में दरवाजा खोलेंगे तो कुछ देर को हो जाऊँगा इनके घर। न भी जाता पर आज सवेरे उनके चेहरे देखे तब से मन आँसू-आँसू हो रहा है।
कैसा है यह बुश्शर्ट वाला बाबू भी कि हर साल इसके चेहरे पर एक-न-एक नई झुर्री आ जाती है। इसका ब्याह हुआ तब से जानता हूँ। मुझे यह कमरा किराये पर अटकाए कोई तीन साल या साढ़े तीन साल हुए होंगे। जब मैंने इस कमरे में ताला लगाया तभी था इसका ब्याह। कंपनी का एजेंट हूँ न, तो कभी सप्ताह, कभी पखवारे और कभी माह तिमाह यहाँ आता हूँ। किराया सात है इस कमरे का, सो अपने नाम पर अटका रहा है, पाँव रखने को जगह तो है, नहीं तो इस शहर में तो धर्मशाला, होटलें भी भरी रहती हैं। यह मकान तो एक चाल है। बीसेक किरायेदार तो रहते ही होंगे पर मुझे सब जानते हैं क्योंकि जब कभी मैं आता हूँ तो सबको कंपनी का कैलेंडर दे जाता हूँ। सामने चाचा रहते हैं, साल-की-साल सरकारी ताजिया ये ही बनाते हैं। एक जमाना था कि जब चालीस खन (खंड) का बनता था जातिया। शहर के सैकड़ों कंधे उसे उठाते थे और ताजिये से आध-आध फर्लांग दूर उसकी रस्सी खींची जाती थी। लोगों का मन भी छोटा होता गया और जातिये के खन भी छोटे होते गए। पहले तो इमामबाड़े में साल-भर धूम रहती थी पर अब मेंहदी की रात से पखवारे पहले कागज कटते हैं और तीन बड़े, चार छोटे खनों का जातिया आनन-फानन में खड़ा हो जाता है। चाचा को मैं जो कैलेंडर देता हूँ, उसकी तसवीर काट कर वे हर साल ताजिये में लगा देते हैं।
दरवाजा बजता है। मैं उठता हूँ, जूते पहनता हूँ पर दरवाजा नहीं खुलता। मैं जूते पहने ही बिस्तर पर अधलेटा हो जाता हूँ, हाँ पहली बार इसके ब्याह-बरस मैंने जब कैलेंडर दिया थान तो बड़ा खुश हुआ था यह बुश्शर्ट वाला बाबू। कैलेंडर पर बनी थी एक बच्च्ो की तसवीर और उसकी नई दुलहिन के पैर भारी थे। एक दिन उसकी बीवी को देखा था मैंने : भरा हुआ शरीर, तेज साफ रंग और माँ बनने से पहले की गंभीरता उसके चेहरे पर थी। पशु-पक्षी की मादाएँ माँ बनने से पहले बड़ी तेज और चपल दिखने लगती हैं क्योंकि गुफा-घोंसले के प्रबंध में लगी रहती हैं वे, पर औरतें उसी दशा में होने पर भी जाने क्यों बड़ी आलसिन लगने लगती हैं। ऐसे ही आलस के भाव बुर्श्शट वाले बाबू की भरे बदन वाली बीवी के चेहरे पर ही नहीं सारे शरीर पर थे। ...और यही भाव मुझे हमेशा उसके चेहरे पर दिखाई देता रहा। मैं सोचता कि साल में एक बच्चा भी होता होगा तो कम-से-कम तीन महीने तो इसकी हालत ठीक रहनी चाहिए, पर उन तीन महीने वह अपनी या अपने बच्चे की बीमारी में डूबी रहती होगी गले-गले कि कभी दिख ही नहीं पड़ती। ...पर इस बार तो वह वैसी नहीं दिखाई दी। ...पर बच्चा भी तो दो या ढाई महीने का ही हुआ होगा।
दरवाजे फिर बजे। मैंने उधर झाँक कर देखा, अंदर लालटेन जल रही है ओर दरवाजा खुलने का भ्रम इसलिए हो रहा है शायद कि हवा के झोंके से साँकल बार-बार हिल जाती है। होगा भी... आज नहीं कल हो जाऊँगा क्योंकि कल तो ठहरना ही है मुझे। ऐसे ही दो साल पहले भी चार दिन ठहरा था मैं यहाँ। तभी बुश्शर्ट वाले बाबू के यहाँ सोहर गूँजी थी और उसने एक पेड़ा ला कर मेरा मुँह मीठा कराया था। फिर दोबारा जब आया तो पता लगा कि वह बच्चा मर गया। जाने कौन-से रोग की बात कह रहा था बुश्शर्ट वाला बाबू कि डॉक्टर ने माँ का दूध छुड़वा देने को कहा और डिब्बे का दूध उसे रास न आया, बच्चा सूखता ही गया, एक नंगा काँटा-सा हो गया था उसका शरीर। कहता था कि दवा-दारू में हाथ नहीं खींचा, बीवी की चूड़ियाँ भी रहन के पेट में गिरफ्तार हो गईं पर वह नहीं बचा। मैं डेढ़ माह में फिर आया तो देखा कि उसकी भरे बदन वाली बीवी के पाँव फिर भारी हैं, चेहरे पर आलस पुता है और साड़ी की पटलियाँ उसके शरीर पर चाय की गोल केटली की आकृति बना रही हैं। फिर मेरे तीन-चार बार आने के बाद वह वुश्शर्ट वाला बाबू एक लड़की का बाप बन गया। उसने लड़की का कोई नाम नहीं रखा था। मैंने छह महीने की उसकी लड़की को देखा था, गुदगुदा बदन और सुंदर नाक-नक्श। उसी समय मैंने उसकी माँ को भी देखा, वह फिर उसी हालत में थी, भरा बदन और भारी पाँव, चेहरे पर आलस की रेखाएँ और पटलियों की वर्तुल रेखा। कोई पखवारे बाद जब मैं आया और उसे कैलेंडर देने गया तो पूछा, 'तुम्हारी बेबी कहाँ है?' वह कुछ नहीं बोला। मैंने जब फिर पूछा तो वह इतना कह कर अंदर चला गया - 'मर गई' कहना अच्छा नहीं लगता। मैं बड़ा दुखी हो गया। चाचा से पूछा तो बोले, 'इसकी बीवी के दूध में कोई खराबी है। उसकी बच्ची अच्छी-भली थी पर एकदम सूख गई और चल बसी।' चाचा कह रहे थे, 'इस बार इमाम हुसैन की मिन्नत मनवा दी है। चारेक रुपयों का एक ताजिया बनवा कर उससे रेवड़ी बँटवा दूँगा...।'
अब तो दरवाजा खुल ही गया। कौन है यह? बुश्शर्ट वाला बाबू ही तो है, पर यह तो बड़ा खुश दिख रहा है... इतना ही खुश दो-ढाई महीने पहले भी तो था जब इसके घर पलने में तीसरा बच्चा आया था। लड़के की खुशी उसके चेहरे पर तो आ गई थी पर उसने कहा था मुझे, 'इस बार हम कोई खुशी नहीं मना रहे हैं, इसलिए कि बच्चे को नजर न लग जाए।' मैंने हमदर्दी से उसके कंधे पर हाथ रख दिए थे और मेरा जी हुआ था कि इसे नए छपे कैलेंडर का एक और डिजाइन दे दूँ। मैंने केवल इसी बार उसकी बीवी के पाँव हलके देखे। जाने क्यों मेरा जी हुआ कि इसे कोई नेक सलाह दे दूँ कि बीवी की सेहत का भी थोड़ा ख्याल रखा करो। मिसाल के रूप में मैं स्वयं को ही रखना चाहता था कि मैंने तीन बच्चों का बाप बनते ही डॉक्टर की सलाह मान ली, पर कुछ बोला नहीं क्योंकि दरवाजे में खड़ी उसकी बीवी दिख गई थी और उसकी साड़ी की पटलियाँ पैर के अँगूठे को छूती हुई सीधी लकीर बना रही थीं। वह मुझ से बोला था, 'मेरी जिंदगी में मेरी बीवी के अलावा कोई और नहीं है।' मैंने मजाक किया था, 'और हर साल आने वाले बच्चे का जिक्र क्यों नहीं करते?' उसे इस प्रश्न ने जरूरत से ज्यादा गंभीर बना दिया था। उसके चेहरे की झुरियाँ दर्द से वैसे ही ऐंठ गई थीं जैसे भीगने पर सन की रस्सी। वह बोला था, 'हर साल आने वाले बच्चों का आना मैं कैसे रोकूँ? नहीं रोक सकता, क्योंकि उन बच्चों के चले जाने का गम भी तो मुझे गलत करना पड़ता है।' मैंने इस बात का कोई उत्तर नहीं दिया था।
लो मैं इसके घर जाने वाला था और इस भले आदमी ने फिर दरवाजा बंद कर लिया है। चाहूँ तो अपने कमरे से उसके कमरे को जोड़ने वाले सदा बंद दरवाजे की सेंध में से देख सकता हूँ कि वह क्या कर रहा है अंदर। पर ऐसा करना किसी की पीड़ा का मजाक उड़ाना होगा और मैं कंपनी का एजेंट हूँ तो हूँ पर किसी के दर्द को संदेहक आँखों से देख कर उसकी गहराई पर विश्वास नहीं करूँगा। मैं फिर बिस्तर पर अधलेटा हो गया हूँ। इस बार यहाँ बहुत रहा हूँ। परसों किसी भी हालत में लौट जाना होगा। हेड ऑफिस में सारा आकाउंट देना है और आर्डर सप्लाई करवाने हैं। इन दिनों यहाँ कटी मजे में। मेहँदी की रात तो ऐसा जी हुआ कि मैं भी गाने लगूँ। इमामबाड़े में खूब रोशनी हो रही थी। ताजिये के खन जगमग-जगमग कर रहे थे और गूगल की धूनी दूर तक फैल रही थी। इस बार खूब रेवड़ियाँ खाई हैं और चाचा के साथ रतजगार की है। कल बादल घिर आए। बुश्शर्ट वाले बाबू का बच्चा महीने-ऊपर से रोंव-रोंव कर रहा था। पिछले बच्चे की तरह वह भी सूख गया और कल जब कत्ल की रात थी तो वह नहीं रहा। किसी फिल्म में एक के बाद एक मौत जब देखता हूँ तो उसकी कहानी लिखने वाले को वैसी अस्वाभाविकता के लिए गाली दिए बिना नहीं रहता पर असल जिंदगी में जब ऐसा हो तो किस कहानीकार को गाली दूँ? मुझे उस क्षण सारी दुनिया सिर झुका कर बोझ ढोने वाले गधे की तरह लगती रही। मैं शहर गया था। लौटा तो बुश्शर्ट वाले बाबू के तीसरे बच्चे का गुजर जाना सुना। दिन में चाहा था उसके घर हो आऊँगा।
अब फुरसत में हूँ, जा सकता हूँ उसके घर पर दरवाजा बंद किए हैं वह तो। बेचारे दोनों सिर से सिर लगाए रो रहे होंगे। कल रात उसकी भरे बदन वाली बीवी का रोना मैंने सुना था। उधर इमामबाड़े में शामे-गरीबाँ के उनवान से तकरीरें हो रही थीं, मर्सिये पढ़े जा रहे थे, लोग नौहाख्वानी में उदास हो रहे थे, सोजख्वानी में डूबे थे और इधर ये दोनों भी अपने फूल से बच्चे की याद में बेजार रो रहे थे। वे बहुत परेशान है, मुझे उनके घर जाना ही चाहिए। मैं उठता हूँ तो देखता हूँ, 'मुहर्रम तो हो गए न चाचा, अब इस रात को बाँस क्यों छील रहे हैं?' मुझे बैठने को कह वे बोल रहे हैं, 'अगले मुहर्रम के लिए बाँस छील रहा हूँ। पहले जब सरकारी ताजिया बनता था न, तो यही करते थे हम, कि करबला से लौटे और शुरू कर दी अगले मुहर्रम की तैयारी। अब तो एक बाँस छील कर रख देते हैं...।' मैं उनकी बातें सुनता रहता हूँ पर नींद बड़ी जोर से आ रही है तो उठ जाता हूँ। बिस्तर पर जाते सोचता हूँ कि कल सुबह ही पाँचेक मिनट को हो आऊँगा, तभी बुश्शर्ट वाले बाबू के घर में से कुछ अजीब आवाजें सुनाई देती हैं - कहीं वो बेचारी माँ बच्चे की याद में पागल न हो जाए! मैं उठ कर अंदर जाता हूँ। उसके और मेरे कमरे को मिलाने वाले सदा बंद दरवाजे की सेंध में से झाँकता हूँ, जो कुछ देखता हूँ उसे देखते ही अपने-आपको उस सेंध से दूर खींच लेता हूँ। मैं सुनता हूँ, उसकी पत्नी कह रही है, 'देखो, कोई है, दरवाजा बजा रहा है।' बुश्शर्ट वाला बाबू कोई जवाब नहीं देता। मेरा मन करता है कि उस सेंध में से झाँक कर फिर देखूँ पर मन को रोक लेता हूँ क्योंकि विवाहित आदमी हूँ, मेरे लिए यह सब जिज्ञासा की बात नहीं रही।
पत्नी फिर कहती है, 'देखो, कोई है, दरवाजा बजा रहा है।'
बुश्शर्ट वाले बाबू की व्यस्त आवाज सुनाई पड़ रही है, 'कोई नहीं है। वे तो इमामबाड़े वाले चाचा हैं, अगले मुहर्रम के लिए बाँस छील रहे हैं।' |
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होम विशेष लेख हिमाचली खानपान की समृद्ध परम्परा है धाम
शादी ब्याह या अन्य मांगलिक अवसरों पर आयोजित सामूहिक भोजन को हिमाचल में धाम कहते हैं। धाम का मुख्य आकर्षण है सभी मेहमानों को समान रूप से, जमीन पर बिछी पंगत पर एक साथ बैठाकर खाना खिलाना। खाना आमतौर पर पत्तों के बनाए हुए पत्तल पर ही परोसा जाता है और किसी-किसी क्षेत्र में साथ में दोने भी रखे जाते हैं.मंडी क्षेत्र के खाने की खासियत है सेपू बड़ी, जो बनती है बड़ी मेहनत से और खाई भी बड़े चाव से जाती है। यहां मीठा (मूंगदाल या कद्दू का), छोटे गुलाब जामुन, मटर पनीर, राजमा, काले चने (खट्टे), खट्टी रौंगी (लोबिया) व आलू का मदरा (दही लगा) व झोल (पकौड़े रहित पतली कढ़ी) खाया व खिलाया जाता है। आइए जानें कहाँ और कैसे परोसी जाती है परम्परा के स्वाद वाली धाम.
सैंकड़ों वर्ष पुरानी है यह परम्परा
हिमाचली खाना बनाने, परोसने व खाने की सैंकड़ों बरस पुरानी परंपरा के साथ-साथ एक कहावत भी पक चुकी है- पूरा चौका कांगड़े आधा चौका कहलूर, बचा खच्या बाघला धूढ़ धमाल हंडूर। इसके अनुसार चौके (रसोई) की सौ प्रतिशत शुद्घता तो कांगड़ा में ही है। कहलूर (बिलासपुर) क्षेत्र तक आते-आते यह पचास प्रतिशत रह जाती है। बचा खुचा बाघल (सोलन) तक और हंडूर (नालागढ़) क्षेत्र तक आते-आते धूल, मिट्टी में जूतों समेत बैठ कर खाना खा लिया जाता है।
क्रम के साथ आते हैं पकवान
पहले वोटी ही बांटते थे धाम
चंबा में दोने भी पतल का साथ देते हैं। यहां चावल, मूंग साबुत, मदरा, माह, कढ़ी, मीठे चावल, खट्टा, मोटी सैंवियां खाने का हिस्सा हैं। यहां मदरा हैड बोटी (खाना बनाने वाली टीम का मुखिया) डालता है। किसी जमाने में बोटी पूरा अनुशासन बनाए रखते थे और खाना-पीना बांटने का सारा काम बोटी ही करते थे। एक पंगत से उठ कर दूसरी पंगत में बैठ नहीं सकते थे। खाने का सत्र पूरा होने से पहले उठ नहीं सकते थे। मगर जीवन की हड़बड़ाहट व अनुशासन की कमी ने बदलाव लाया है।
कहीं पेठे का तो कहीं कद्दू का बनता है खट्टा
सलूणा भी है लोकप्रिय
कहीं मीठे का है नियमित प्रचलन
मंडी की सेपू बड़ी है ख़ास
यहाँ मिलता है शराब और मांस
सीडू है यहाँ का लोकप्रिय व्यंजन
सिरमौर के एक तरफ हरियाणा व साथ-साथ उत्तराखंड लगता है, इसलिए यहां के मुख्य शहरी क्षेत्रों में सिरमौर का पारंपरिक खाना सार्वजनिक उत्सवों व विवाहों में तो गायब ही रहता है, भीतरी ग्रामीण इलाकों में चावल, माह की दाल, पूड़े, जलेबी, हलवा या फिर शक्कर दी जाती है। पटांडे, अस्कलियां, सिडो सिरमौर के लोकप्रिय व्यंजन हैं। लड़के की शादी में बकरे का मीट भी लाजमी है।
अब आ गया है बदलाव
इस बदलाव के जमाने में लोग अब मिल बैठकर धाम कम ही खाते हैं. भौतिकवादी जीवन में खड़े खड़े धाम खाना जहाँ आज फैशन समझा जाता है वहीँ पत्तों से बने हुए पत्तल भी नहीं दिखते, पत्तलों का स्थान आज नकली बर्तनों ने ले लिया है जो स्वास्थ्य की दृष्टि से घातक हैं. आज जहां हमने अपनी कितनी ही सांस्कृतिक परंपराओं को भुला दिया है , वहीं हिमाचली खानपान की समृद्ध परंपरा बिगड़ते-छूटते भी काफी हद तक बरकरार है।
पिछली पोस्टभूकंप के तेज़ झटकों से हिला हिमाचल
अगली पोस्टधूमधाम से मनाया जाएगा अन्तर्राष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव
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लोना : वि० [हिं० लोन] [भाव० लोनाई] १. नमकीन। सलोना। २. लावण्ययुक्त। सुन्दर। पुं० १. नमक की तरह का वह सफेद पदार्थ जो सीड़ के कारण ईंट, पत्थर मिट्टी आदि की दीवारों में लगता है। इससे दीवार कमजोर होकर झड़ने लगती हैं। यह रोग प्रायः नींव की ओर से आरम्भ होता है और क्रमशः ऊपर बढ़ता है। नोना। क्रि० प्र०लगना। २. वह धूल या मिट्टी जो लोना लगने पर दीवार से झड़कर गिरती है। यह खाद के रूप में खेत में डाली जाती है। क्रि० प्र०झडना। ३. खार मिली हुई वह मिट्टी जिससे शोरा बनता है। ४. वह क्षार जो चने की पत्तियों पर इकट्ठा होता है, और जिसके कारण उसकी पत्तियाँ चाटने में खट्टी जान पड़ती हैं। ५. घोंघे की जाति का एक प्रकार का कीड़ा जो प्रायः नाव के पेदे में चिपका हुआ मिलता है। ६. अमलोनी नामक घास जिसका प्रयोग धातु सिद्ध करने में करते हैं। उदाहरणकहाँ सो खोए बीरौ लोना।जायसी। स० खेत में की तैयार फसल काटना। लवना। स्त्री० एक कल्पित चमारी जिसके नाम से ओझा लोग मंत्र आदि पढ़ते हैं।
लोनाई : स्त्री० १. =लुनाई। २. =लवनी।
लोनारा : पुं० [हि० लोन०] वह स्थान जहाँ नमक निकलता बनता या बनाया जाता या मिलता हो। |
प्राउड ऑफ बिहार : छात्र राजनीति का राष्ट्रीय चेहरा बना मनीष कोसी टाइम्स
होम रिसेंट (स्लाइडर) प्राउड ऑफ बिहार : छात्र राजनीति का राष्ट्रीय चेहरा बना मनीष
प्राउड ऑफ बिहार : छात्र राजनीति का राष्ट्रीय चेहरा बना मनीष
संघर्ष के दम पर कोशी के कछार से छात्र राजनीति के जरिए महाविद्यालय से विश्वविद्यालय प्रदेश के रास्ते राष्ट्रीय क्षैतिज पर दमदार उपस्थिति दर्ज करा बीएनएमयू के छात्र नेता से राष्ट्रीय छात्र नेता के रूप मे पहचान बनाने वाले कोशी के सहरसा जिले के महिषी प्रखंड स्थित सरौनी गाँव निवासी एवं पूर्व पंचायत समिति सुधीर यादव के पुत्र मनीष कुमार की राजनीतिक सफलता से कोशी की राजनीतिक जमीन पुनः उर्वर हुई है ।
बिहार से ९ वर्ष बाद एक मात्र छात्र नेता के रूप मे मनीष कुमार को भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन ( एनएसयूआई ) के राष्ट्रीय टीम मे राष्ट्रीय संयोजक पद पर नियुक्त किया गया इस नए मुकाम पर मनीष के पहुंचने से कोशी समेत संपूर्ण बिहार मे संघर्षशील छात्र नेता और एनएसयूआई के कार्यकर्ताओ मे नई उर्जा का संचार हुआ है।
मिली जानकारी के अनुसार एनएसयूआई के राष्ट्रीय संरक्षक एवं कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी के द्वारा पुरानी राष्ट्रीय कमिटी को भंग कर गत वर्ष अगस्त मे टाइलैंट हन्ट के जरिए नई राष्ट्रीय कमिटी मे देश भर के आम एनएसयूआई कार्यकर्ताओ के लिए रास्ता खोल दिया गया था योग्यता के अनुरूप पुरे हिन्दुस्तान से २५० से ज्यादा छात्र नेता ने राष्ट्रीय कमिटी के लिए आवेदन किया जिनको जवाहर लाल नेहरू लीडरशिप इंस्टीट्यूट के साक्षात्कार टीम ने चुन कर एनएसयूआई के संरक्षक राहुल गांधी एवं तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष फैरोज खान और राष्ट्रीय प्रभारी रूचि गुप्ता समेत एनएसयूआई के एक्जीक्यूटिव काउन्सिल को दिया। कई चरणो मे हुए साक्षात्कार के बाद ८३ छात्र नेताओं के नाम पर सहमति बनी जिनको देश के विभिन्न राज्य मे ३ माह के लिए प्रभार दिया गया जिसमे फाइनल रूप से बेहतर प्रदर्शन करने वाले ५० छात्र नेताओ का एनएसयूआई राष्ट्रीय कमिटी मे चयन हुआ जिसमे बिहार से एक मात्र नेता मनीष कुमार राष्ट्रीय संयोजक के रूप मे राष्ट्रीय टीम मे जाने का गौरव हासिल किया ।
मनीष कुमार बीएन मंडल विश्वविद्यालय मधेपुरा से एलएलबी फाइनल कर चुका है ।वर्ष २००९ में सहरसा के एमएलटी कॉलेज अध्यक्ष के रूप मे अपनी छात्र राजनीति शुरू की. एमएलटी कॉलेज सहरसा में आइसीआर शुल्क वापसी आंदोलन मे कॉलेज प्रशासन के द्वारा किए गए एक मुकादमें में वर्ष २०११ में मनीष कुमार को ढाई महीने की जेल यात्रा करनी पड़ी थी . कई छात्र आन्दोलन सहित बीएनएमयू मे व्याप्त शैक्षणिक अराजकता के खिलाफ ३ महिने के आंदोलन मे लगातार २ बार १५ दिन और १७ दिन का अनिश्चितकालीन आमरण अनशन कर बीएनएमयू बचाओ आंदोलन से बिहार स्तर पर मनीष की पहचान बनी. मनीष ने लगातार ३ बार प्रदेश स्तरीय सांगठनिक आंतरिक चुनाव मे क्रमश: २01२ में प्रदेश सचिव, २0१५ में प्रदेश महासचिव और २0१७ मे राष्ट्रीय प्रतिनिधि पद पर जीतकर राष्ट्रीय छात्र राजनीति में महत्वपूर्ण दस्तक दिया और राष्ट्रीय नेतृत्व के द्वारा गत वर्ष दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव मे बतौर लॉ फैकल्टी प्रभारी के जिम्मेदारी को निभा दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव मे एनएसयूआई की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
इसके बाद मनीष को दिल्ली प्रदेश एनएसयूआई के प्रभारी के रूप मे जिम्मेदारी दी गई थी जिसमे मनीष के कुशल नेतृत्व और संगठनात्मक क्षमता और बेहतर प्रदर्शन को देखते हुए आॅल इंडिया एनएसयूआई के संरक्षक और अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष राहुल गांधी , एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष फैरोज खान, एनएसयूआई के राष्ट्रीय प्रभारी रूचि गुप्ता के द्वारा मनीष कुमार को भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन एनएसयूआई के राष्ट्रीय संयोजक की नई जिम्मेदारी दी गई ।
एनएसयूआई के राष्ट्रीय संयोजक के रूप मे मिली नई जिम्मेदारी पर मनीष ने कहा कि देश मे वर्तमान समय में छात्र और शिक्षा के हालात को देखकर यह जिम्मेदारी एक बड़ी चुनौती है जिसे संघर्ष के दम पर छात्र हित में काम करूंगा और कोशी समेत बिहार के स्वाभिमान को बढ़ाने की कोशिश करूंगा । |
मुंबई इंडियंस की टीम आईपीएल के मैच में बुधवार को जब किंग्स इलेवन पंजाब से खेलेगी तो उसका इरादा पिछले मैच में मिली हार का बदला चुकता करने का होगा। मुंबई। मुंबई इंडियंस की टीम आईपीएल के मैच में बुधवार को जब किंग्स इलेवन पंजाब से खेलेगी तो उसका इरादा पिछले मैच में मिली हार []
भारत की १५ सदस्यीय विश्व कप टीम का चयन १५ अप्रैल को मुंबई में किया जायेगा। प्रशासकों की समिति और पदाधिकारियों ने सोमवार को एक बैठक के दौरान यह फैसला लिया। भारतीय एकदिवसीय क्रिकेट टीम नई दिल्ली| भारत की १५ सदस्यीय विश्व कप टीम का चयन १५ अप्रैल को मुंबई में किया जायेगा। प्रशासकों की []
रिषभ पंत को किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ खेलना होगी धमाकेदार पारी। वॉर्नर का रिकॉर्ड तोड़ने के लिए ७४ रन की दरकार। मोहाली: दिल्ली कैपिटल्स की टीम सोमवार को जब किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ मुकाबला खेलेगी, तो रिषभ पंत के पास डेविड वॉर्नर के बल्लेबाजी रिकॉर्ड को तोड़ने का शानदार मौका होगा। पंत का []
रोहित शर्मा के संघर्ष और सफलता की कहानी |
भारतीय क्रिकेट की शान रोहित शर्मा की जीवनी आग में तप कर ही सोना और निखरता है. यह कहावत भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज रोहित शर्मा पर बखूबी लागू होती है. क्रिकेट जगत में सफलता के शिखर पर पहुंचे रोहित शर्मा ने अपने जीवन में काफी संघर्ष और कठिनाइयों का सामना किया है. भारतीय [] |
ब्रह्मांड बिग बैंग के साथ शुरू हुआ, और लगभग १३.७ बिलियन वर्ष पुराना (१३0 मिलियन वर्ष) होने का अनुमान है।
खगोलविदों ने ब्रह्मांड में पदार्थ और ऊर्जा घनत्व की संरचना को मापकर इस आंकड़े की गणना की, जिसने उन्हें यह निर्धारित करने में सक्षम किया कि ब्रह्मांड कितनी तेजी से अतीत में विस्तारित हुआ। नतीजतन, जब बिग बैंग हुआ, तो शोधकर्ता समय के हाथों को वापस मोड़ सकते थे और पिनपॉइंट कर सकते थे। उस विस्फोट के बीच का समय और अब ब्रह्मांड की उम्र को बढ़ाता है।
१९२० के दशक में, खगोलविद एडविन हबल ने क्रांतिकारी खोज की कि ब्रह्मांड स्थिर नहीं है, बल्कि विस्तार कर रहा है। लेकिन, यह लंबे समय से सोचा गया था कि ब्रह्मांड में पदार्थ का गुरुत्वाकर्षण इस विस्तार को धीमा कर देगा या यहां तक कि अनुबंध का कारण भी बन सकता है।
१९९८ में, हबल स्पेस टेलीस्कोप ने बहुत दूर के सुपरनोवा का अध्ययन किया और पाया कि, बहुत समय पहले, ब्रह्मांड आज की तुलना में अधिक धीरे-धीरे विस्तार कर रहा था। इस गूढ़ खोज ने सुझाव दिया कि एक अकथनीय बल, जिसे अंधेरे ऊर्जा कहा जाता है, ब्रह्मांड के त्वरित विस्तार को चला रहा है।
जबकि डार्क एनर्जी को विस्मयकारी बल माना जाता है जो ब्रह्मांड को हमेशा की गति से अलग कर रहा है, यह विज्ञान के महानतम रहस्यों में से एक है क्योंकि इसका पता वैज्ञानिकों के मायावी बना हुआ है।
रहस्यमयी डार्क एनर्जी को न केवल ब्रह्मांड के विस्तार को चलाने के लिए सोचा जाता है, यह लगातार बढ़ती गति के अलावा ब्रह्मांड को खींचती हुई प्रतीत होती है। १९९८ में, खगोलविदों की दो टीमों ने घोषणा की कि न केवल ब्रह्मांड का विस्तार हो रहा है, बल्कि इसमें तेजी भी आ रही है। शोधकर्ताओं के अनुसार, एक आकाशगंगा पृथ्वी से जितनी दूर है, उतनी ही तेजी से वह दूर जा रही है।
ब्रह्मांड का त्वरण अल्बर्ट आइंस्टीन के सामान्य सापेक्षता के सिद्धांत की भी पुष्टि करता है, और हाल ही में, वैज्ञानिकों ने आइंस्टीन के ब्रह्माण्ड संबंधी निरंतरता को पुनर्जीवित किया है जो कि अजीब अंधेरे ऊर्जा की व्याख्या करता है जो गुरुत्वाकर्षण का मुकाबला करता प्रतीत होता है और जिससे ब्रह्मांड का त्वरित गति से विस्तार होता है।
तीन वैज्ञानिकों ने अपनी १९९८ की खोज के लिए भौतिकी में २०११ का नोबेल पुरस्कार जीता था कि ब्रह्मांड का विस्तार तेज हो रहा था।
ब्रह्मांड का आकार गुरुत्वाकर्षण के खिंचाव (ब्रह्मांड में पदार्थ के घनत्व के आधार पर) और विस्तार की दर के बीच संघर्ष से प्रभावित होता है। यदि ब्रह्मांड का घनत्व एक निश्चित महत्वपूर्ण मान से अधिक है, तो ब्रह्मांड एक गोले की सतह की तरह "बंद" है। इसका तात्पर्य यह है कि ब्रह्मांड अनंत नहीं है, लेकिन इसका कोई अंत नहीं है। इस मामले में, ब्रह्मांड अंततः विस्तार करना बंद कर देगा और "बिग क्रंच" नामक एक घटना में अपने आप को ढहना शुरू कर देगा।
यदि ब्रह्मांड का घनत्व महत्वपूर्ण घनत्व मूल्य से कम है, तो ब्रह्मांड का आकार "खुला" है, जैसे एक काठी की सतह। इस मामले में, ब्रह्मांड की कोई सीमा नहीं है और हमेशा के लिए विस्तार करना जारी रखेगा।
फिर भी, यदि ब्रह्मांड का घनत्व महत्वपूर्ण घनत्व के बराबर है, तो ब्रह्मांड की ज्यामिति कागज की एक शीट की तरह "सपाट" है। यहां, ब्रह्मांड की कोई सीमा नहीं है और हमेशा के लिए विस्तार होगा, लेकिन अनंत समय तक विस्तार की दर धीरे-धीरे शून्य तक पहुंच जाएगी। हाल के माप बताते हैं कि ब्रह्मांड लगभग २ प्रतिशत की त्रुटि के साथ समतल है।
ब्रह्मांड उन चीज़ों से बना हुआ है जिन्हें देखा नहीं जा सकता। वास्तव में, सितारों, ग्रहों और आकाशगंगाओं का पता लगाया जा सकता है जो खगोलविदों के अनुसार ब्रह्मांड का केवल ४ प्रतिशत बनाते हैं। अन्य ९६ प्रतिशत ऐसे पदार्थों से बने होते हैं जिन्हें देखा या आसानी से ग्रहण नहीं किया जा सकता है।
इन मायावी पदार्थों, जिन्हें डार्क एनर्जी और डार्क मैटर कहा जाता है, का पता नहीं लगाया गया है, लेकिन खगोलविदों ने गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव पर अपने अस्तित्व को आधार बनाया है कि दोनों सामान्य पदार्थ पर फैलते हैं, एक के हिस्से
यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के प्लैंक उपग्रह द्वारा बनाई गई कॉस्मिक माइक्रोवेव पृष्ठभूमि की यह सभी आकाश छवि, ब्रह्मांड की भोर से छोड़ी गई बिग बैंग की गूँज को दिखाती है।
१३.७ बिलियन साल पहले ब्रह्मांड की रचना करने वाले बिग बैंग से बची हुई हल्की गूँज से कॉस्मिक माइक्रोवेव बैकग्राउंड बनता है। बिग बैंग विस्फोट का यह अवशेष विकिरण के एक घूंघट के रूप में ब्रह्मांड के चारों ओर लटका हुआ है।
यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के प्लैंक मिशन ने ब्रह्मांड को कैसे शुरू किया इसके बारे में नए सुरागों को प्रकट करने के लिए पूरे आकाश को माइक्रोवेव प्रकाश में मैप किया। प्लैंक की टिप्पणियों को प्राप्त ब्रह्मांडीय माइक्रोवेव पृष्ठभूमि के सबसे सटीक विचार हैं। ब्रह्मांड में सबसे अधिक बहस वाले कुछ प्रश्नों को निपटाने के लिए वैज्ञानिक मिशन से डेटा का उपयोग करने की उम्मीद कर रहे हैं, जैसे कि ब्रह्मांड बनने के तुरंत बाद क्या हुआ था।
यह विचार कि हम एक मल्टीवर्स में रहते हैं, जिसमें हमारा ब्रह्मांड कई में से एक है, अनन्त मुद्रास्फीति नामक एक सिद्धांत से आता है, जो बताता है कि बिग बैंग के तुरंत बाद, अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग दरों पर अंतरिक्ष-समय का विस्तार हुआ। सिद्धांत के अनुसार, इसने बुलबुला ब्रह्मांडों को जन्म दिया जो भौतिकी के अपने अलग-अलग कानूनों के साथ कार्य कर सकते थे।
अवधारणा विवादास्पद है और विशुद्ध रूप से काल्पनिक थी जब तक कि हाल के अध्ययनों ने कॉस्मिक माइक्रोवेव बैकग्राउंड में मल्टीवर्स सिद्धांत के भौतिक मार्करों की खोज की, जो बिग बैंग का एक अवशेष है जो हमारे ब्रह्मांड को व्याप्त करता है।
शोधकर्ताओं ने बबल ब्रह्मांड टकराव के संकेतों के लिए कॉस्मिक माइक्रोवेव पृष्ठभूमि की सर्वोत्तम उपलब्ध टिप्पणियों की खोज की, लेकिन निर्णायक कुछ भी नहीं मिला। यदि दो ब्रह्माण्ड टकरा गए थे, तो शोधकर्ताओं का कहना है कि, यह कॉस्मिक माइक्रोवेव बैकग्राउंड में एक गोलाकार पैटर्न को पीछे छोड़ देता था। |
शाही अंदाज में बग्घी पर बैठ फलकनुमा पैलेस में पहुंची इवांका, मोदी के साथ किया डिनर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बेटी एवं सलाहकार इवांका ट्रंप ने मंगलवार को स्थानीय फलकनुमा पैलेस में आयोजित भव्य रात्रिभोज में हिस्सा लिया। अभी चल रहे ग्लोबल आंत्रेप्रेन्योरशिप समिट (जीईएस) २०१७ के तहत केंद्र सरकार ने इस रात्रिभोज का आयोजन किया। निजाम के जमाने की मेज के लिए मशहूर फलकनुमा पैलेस को अब होटल में तब्दील किया जा चुका है।
हैदराबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बेटी एवं सलाहकार इवांका ट्रंप ने मंगलवार को स्थानीय फलकनुमा पैलेस में आयोजित भव्य रात्रिभोज में हिस्सा लिया। अभी चल रहे ग्लोबल आंत्रेप्रेन्योरशिप समिट (जीईएस) २०१७ के तहत केंद्र सरकार ने इस रात्रिभोज का आयोजन किया। निजाम के जमाने की मेज के लिए मशहूर फलकनुमा पैलेस को अब होटल में तब्दील किया जा चुका है। पैलेस की खासियत यह है कि इसकी मेज पर एक बार में १०१ मेहमान खाना खा सकते हैं। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने भी रात्रिभोज में हिस्सा लिया।
१,५०० प्रतिनिधियों ने किया डिनर
फलकनुमा पैलेस के लॉन में जीईएस के करीब १,५०० प्रतिनिधियों के लिए अलग से एक रात्रिभोज का आयोजन हुआ।
बग्घी में सवार होकर पहुंची इवांका
नवाबी शैली में बग्घी में सवार इवांका होटल के प्रमुख द्वार से यहां पहुंची। मोदी, सीएम राव और इवांका समेत अन्य हस्तियां १०१ सीटों वाले डायनिंग टेबल पर बैठे। डायनिंग टेबल पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन, तेलंगाना के गवर्नर ईएसएल नरसिंहन, मुख्यमंत्री राव के पुत्र और आईटी मंत्री के टी रामाराव, उद्योगपति मुकेश अंबानी, रतन टाटा, टाटा संस के सीईओ चंद्रशेखरन और आदी गोदरेज शामिल थे। अन्य प्रतिनिधियों के लिए, महल के विशाल लॉन पर रात्रिभोज का आयोजन किया गया था, जो अब होटल ताज के नियंत्रण में है।
इवांका को परोसा गया शाही खाना
इवांका के लिए फाइव कोर्स मेनू रखा गया थे। इसे मशहूर शेफ साजेश नायर की निगरानी में तैयार किया गया। इवांका को सर्व किए जाने वाले मेनू में दही के कबाब, गोश्त शिकमपुरी कबाब, कुबानी के मलाई कोफ्ता, मुर्ग पिस्ता का सालन, सीताफल कुल्फी खास रहे। इसके अलावा फाइव कोर्स मील की शुरुआत अगज (सूप) से की गई। इसके बाद मेजबन (अपेटाइजर), वक्फा (शोर्बा) के बाद इवांका को मेन कोर्स मील यानी मशगूल दस्तरखान और डिजर्ट ज़ौक ए शाही के नाम से परोसा गया। इतना ही नहीं हैदराबाद की बिरयानी मेनू में सबसे ऊपर थी जो सभी मेहमानों को भी परोसी गई।
मोदी ने इवांका को दिया खास गिफ्ट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इवांका से मुलाकात के दौरान उन्हें तोहफा भी दिया. पीएम ने इवांका को लकड़ी का एक बॉक्स गिफ्ट किया. इस बॉक्स पर गुजराती की फॉक कारीगरी की गई थी। इस कारीगरी को सडेली क्राफ्ट के नाम से भी जानते हैं। इस क्राफ्ट को सूरत के आसपास के एरिया में बनाया जाता है।
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शिवसेना के वरिष्ठ नेता बोले -१३५ सीटों पर चुनाव लड़ने का फार्मूले को स्वीकार कर सकती हैं पार्टी
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शिवसेना के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक पार्टी महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव में कुल २८८ सीटों में से १३५ सीटों पर चुनाव लड़ने की सहमति दे सकती है। हालांकि शिवसेना चाहती है कि भाजपा अपने कोटे से छोटे दलों को सीटें आवंटित करे।
शिवसेना १४४ सीटों पर चुनाव लड़ने पर कथित रूप से अड़ी रही और उसने राज्य की सत्ता में राजग के एक बार फिर लौटने की स्थिति में भाजपा के साथ मुख्यमंत्री कार्यकाल को आधा-आधा बांटने की भी मांग की है। हालांकि दोनों दलों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर औपचारिक समझौता होना अभी बाकी है।
शिवसेना के एक वरिष्ठ नेता ने मंगलवार को कहा, भाजपा और शिवसेना १३५-१३५ सीटों पर चुनाव लड़े जाने के फार्मूले को स्वीकार कर सकती हैं और १८ सीटें आरपीआई (ए), राष्ट्रीय समाज पक्ष और शिव संग्राम पार्टी के लिए छोड़ी जा सकती है। हालांकि एक पेंच यह भी है कि शिवसेना चाहती है कि भाजपा अपने कोटे से छोटे दलों को १८ सीटें आवंटित करे क्योंकि वे भाजपा के साझेदार हैं।
यदि भाजपा उनकी मांग को मानती है तो पार्टी केवल ११७ सीटों पर ही चुनाव लड़ सकेगी। वर्ष २०१४ में हुए विधानसभा चुनाव में दोनों दलों ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था और भाजपा ने १२२ सीटों और सेना ने ६३ सीटों पर जीत हासिल की थी। राज्य में अक्टूबर में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित है।
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होम मनोरजंन जानिए एक्ट्रेस प्रिया प्रकाश वारियर के बारे में वो बातें जिनसे अभी...
जानिए एक्ट्रेस प्रिया प्रकाश वारियर के बारे में वो बातें जिनसे अभी तक दुनिया हैं अनजान
यह एक्ट्रेस एक वीडियो के जरिए देशभर में चर्चित हो गई हैं. हर कोई इनके बारे में जानना चाहता है. दरअसल, ये हैं मलयाली फिल्म एक्ट्रेस प्रिया प्रकाश वारियर. इनका वीडियो वेलेंटाइन डे से पहले सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में वे आंखों ही आंखों में रोमांस करती नजर आ रही हैं. अपकमिंग मलयालम फिल्म उरु अदार लव के गाने मांनीक्या मलाराया पूवी का है. इसके एक सीन में प्रिया एक स्कूली लड़के से नैन मटक्का कर रही हैं. इस वीडियो को वेलेंटाइन डे के प्रतीक के रूप में वायरल किया जा रहा है. उरु अदार लव प्रिया की डेब्यू फिल्म है. लेकिन वे इसके रिलीज से पहले ही काफी चर्चा में आ गई हैं. उरु अदार लव ३ मार्च को रिलीज होगी.
प्रिया पहली फिल्म में स्कूल स्टूडेंट के रोल में हैं. इसमें टीनएज में पनपे प्रेम की कहानी बताई गई है. वायरल हुई इस क्लिप को एडिट कर अब अन्य वीडियो बनाए जा रहे हैं, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. प्रिया सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं. वे अच्छी डांसर भी हैं. वे बीकॉम फर्स्ट ईयर की स्टूडेंट हैं.
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इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज शुक्ला समेत सात के घर क्बी का छापा
ज्ञातव्य है कि जस्टिस शुक्ला इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खण्डपीठ में सिटिंग जज हैं। उन पर आरोप है कि इन्होंने निजी मेडिकल कालेज के मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश को नजर अंदाज करके आदेश पारित किया था। इसमें निजी मेडिकल कालेज को लाभ हुआ। इस मेडिकल कालेज में एणबीबीएस में प्रवेश लेने पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगाई थी। किन्तु श्री शुक्ला ने इस आदेश की अवहेलना करके प्रसाद इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज को अनुमति प्रदान कर दी।
सर्वोच्च न्यायालय की तीन जजों की थी जांच
शुक्ला पर आरोपों की जांच के लिए पूर्व चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने तीन जजों की समिति बनायी थी।इस समिति ने शुक्ला को दोषी माना था। इसके बाद उन्हें त्यागपत्र देने या वीआरएस लेने को कहा गया। लेकिन, वे तैयार नहीं हुए। बाद में मामले की जांच सीबीआई ने की तो इन पर आरोपो की पुष्टि हुई। इस पर सीबीआई ने सर्वोच्च न्यायालय से एफआईआर की अनुमति मांगी। तत्तकालीन चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने अनुमति दे दी। इसी एाआईआर के बाद जस्टिस शुक्ला के आवास पर छापेमारी की गई।
छह अन्य हैं आरोपी
मामले में सीबीआई ने छह अन्य को भी आरोपी बनाया है। इनमें छत्तीसगढ़ के पूर्व जज आईएम कुद्दूसी, प्रसाद एजूकेशन ट्रस्ट के भगवान प्रसाद यादव, पलास यादव, मेरठ के वेंकटेश्वर मेडिकल कालेज के सुधीर गिरि, भावना पाण्डे दिल्ली शामिल हैं।
नई दिल्ली, ०६ दिसम्बर २०१९ । (उप्रससे)। |
मुख्यपोषण और स्वास्थ्य: अपने रिकॉर्ड्स को तोड़ दो
विजय की पीड़ा
मैक्स क्या है?
क्रिसिस मैककॉमैक जीत गया है २०० से अधिक त्रायथलन। यदि वह दौड़ शुरू करता है, तो अपने स्वयं के हिसाब से उसके पास जीतने का ७५ प्रतिशत मौका है। केवल कुछ हद तक मनुष्यों ने आयरनमैन को पूरा करने के लिए ८ घंटे से भी कम समय लिया है, इसके २.४-मील तैरने, 11२-मील बाइक की सवारी और २6.२ मील की दौड़ के साथ। लेकिन मैककॉर्मैक ने इसे दो अलग-अलग पाठ्यक्रमों पर चार बार किया है।
तो जब आप उससे पूछें कि वह अपने अधिकतम प्रदर्शन के करीब कब आया, तो वह खुद को दौड़ में धक्का दे सकता था, आपको लगता है कि वह उन जीतों में से एक का उल्लेख करेगा। वह नहीं करता इसके बजाय, वह हवाई में २००६ आयरनमैन वर्ल्ड चैंपियनशिप के बारे में बात करता है, एक दौड़ जिसमें उसने दूसरा स्थान हासिल किया। वह कहता है, "यह संभवतः अधिकतम शरीर था जिसे मैं संभवतः अपने शरीर को ले सकता था।" "आपका शरीर आपको अपने जीवन में केवल एक या दो बार जाने की अनुमति देता है।"
यह समझने के लिए कि वह उस बिंदु पर कैसे और क्यों पहुंचे, यह कुछ संदर्भ जानने में मदद करता है। पहली बार मैककॉर्मैक ने २००२ में हवाई में भाग लिया, उन्होंने एक संवाददाता से कहा, "मैं यहां जीतने के लिए हूं।" उस टिप्पणी में हर कोई उसके खिलाफ रूटिंग था। वह थोड़ी देर के लिए आगे बढ़ रहा था, लेकिन फिर दौड़ गया और जाने के लिए २० मील की दूरी पर छोड़ दिया। वह २०03 में आखिरी कुछ मील की दूरी पर चले गए, २०04 में फिर से बाहर निकल गए, और २०05 में छठे स्थान पर रहे।
फिर २००६ में आया, जब मैककॉर्मैक बाहर निकल गया, तकनीकी रूप से एकदम सही दौड़ दौड़ गया... और अभी भी विजेता के पीछे ७१ सेकंड समाप्त हो गया।
आपको लगता है कि वह भावनात्मक रूप से विनाशकारी हो गया था क्योंकि वह शारीरिक रूप से था-और दौड़ के बाद वह एक मलबे था, चिकित्सा तम्बू में एक चतुर्थ के माध्यम से २ लीटर तरल पदार्थ ले रहा था। इसके बजाए, मैककॉर्मैक इस पल का वर्णन कैसे करता है: "कुछ और संतोषजनक नहीं है।"
कंट्रास्ट कि पावरलिफ्टर एजे के अनुभव के साथ। रॉबर्ट्स। अपने करियर के सबसे अच्छे दिन, रॉबर्ट्स ने दिया कि उनके पूर्ण प्रदर्शन से कम क्या हो सकता है। वह कभी नहीं जानता।
पावरलिफ्टिंग एक क्रूर पीछा है। यात्रा और गियर महंगे हैं, कोई भी पैसा नहीं कमाता है, और कोई भी जो उस पर अच्छा है वह उस समय दर्द में है। स्क्वाट में एक व्यक्तिगत रिकॉर्ड प्रयास लड़के की आंखों में इतने सारे केशिकाएं फट सकता है कि वह ऐसा लगता है कि वह १२ दिन के निविदा से बाहर आ रहा था। प्रतिस्पर्धा करने का केवल एक अच्छा कारण है: भारी चीजों को खींचने और धक्का देने के लिए जो कोई भी व्यक्ति फोर्कलिफ्ट के बिना आगे बढ़ने की कोशिश नहीं करेगा।
रॉबर्ट्स ६ मार्च, २०११ को पावरलिफ्टिंग मीटिंग में यही कर रहे थे। उन्होंने इतना अच्छा किया कि उन्हें पूरे दिन एक लिफ्ट याद नहीं आया। पावरलिफ्टिंग में आपके पास तीन प्रतियोगी लिफ्टों-स्क्वाट, बेंच प्रेस और डेडलिफ्ट में से प्रत्येक में तीन कोशिशें होती हैं- और उन्होंने सभी नौ प्रयास पूरे किए। दिन के अंत तक, उन्होंने प्रत्येक लिफ्ट में व्यक्तिगत रिकॉर्ड निर्धारित किए थे, और उन लिफ्टों का योग ३०८ पौंड वजन वर्ग के लिए एक विश्व रिकॉर्ड था। खेल में एकमात्र लड़का कुल मिलाकर ५० पाउंड से अधिक रॉबर्ट्स से अधिक हो गया।
रॉबर्ट्स का कहना है, "मैंने एक दिन के लिए खुश बैठक छोड़ दी।" "दिन और संख्याओं को मारने के दिन यह एक वास्तविक अनुभव था, मुझे आश्चर्य है कि अगर मैं वास्तव में इसे धक्का दे तो मैं क्या कर सकता था? शायद मैंने खुद को सीमित कर दिया।"
यह अधिकतम प्रयास का विरोधाभास है, हालांकि आप इसे परिभाषित करते हैं और फिर भी आप इसे आगे बढ़ाते हैं: आपका सबसे अच्छा संभव प्रदर्शन आवश्यक नहीं है जो घर ट्रॉफी लाता है। और ट्रॉफी घर लाने के लिए जरूरी नहीं है कि आपने सबसे अच्छा किया हो।
आइए इन चैंपियनों से एक पल के लिए कदम उठाएं और किसी और के बारे में बात करें जो आप अधिक मायने रखते हैं: आप। संभावना है कि आप ऑफिस फंतासी फुटबॉल लीग की तुलना में कुछ और प्रतिष्ठित में चैंपियन नहीं हैं।
या हम किसी के बारे में काफी कम महत्वपूर्ण बात कर सकते हैं: मैं।
मैंने अपने शुरुआती किशोरों में वजन उठाना शुरू किया, ज्यादातर निराशा से बाहर। मैं औसत समन्वय और भयानक दृष्टि के साथ धीमा, कमजोर और पतला था। एक चीज जो मैं अच्छी तरह से कर सकता था व्यायाम था। यही है, मैं वही काम कर सकता हूं और मैंने जो वृद्धिशील सुधार हासिल किया है, उसे गड़बड़ कर स्वीकार कर सकता हूं।
मेरे अधिकांश वयस्क जीवन के लिए, यह काफी अच्छा था। लेकिन कभी-कभी मेरे शुरुआती ४० के दशक में, मैंने पाया कि मैं जितना मजबूत हो गया, मेरी मांसपेशियों में बेहतर लग रहा था। मैंने अगले कुछ वर्षों के लिए शुद्ध ताकत पर ध्यान केंद्रित किया। इस पीछा में मुझे कोई अनुवांशिक फायदे नहीं थे; मैं बस देखना चाहता था कि मैं कितना दूर जा सकता था।
मेरे अधिकतम कुछ खास नहीं थे। रॉबर्ट्स की तरह एक वास्तविक लिफ्टर मेरे अधिकतम डेडलिफ्ट के साथ भी गर्म नहीं होगा, जो उस समय मेरे शरीर के वजन से दोगुना था। और जिस दिन मैंने मंजिल से ३६० पाउंड उठाए, ऐसा लगा कि लाखों साल के होमिनिड विकास रिवर्स में बदलाव करने वाले थे।
मैंने लिफ्ट पूरा कर लिया लेकिन शपथ ली कि मैं इसे फिर से कोशिश नहीं करूंगा, इससे आगे जाने के लिए बहुत कम प्रयास। मेरे शरीर ने मुझे एक स्पष्ट और स्पष्ट संदेश भेजा: वह तुम्हारा अधिकतम था! मुझे पता था कि मैंने उस दिन पूरी तरह से किया था जो मैंने कर सकता था, मेरी उम्र, शरीर के प्रकार, व्यक्तिगत परिस्थितियों और कुछ और सालों तक सीधे चलने की पूरी इच्छा। एक प्रश्न के साथ: क्या आप कभी अपने पास गए हैं अधिकतम? यही है, क्या आपने कुछ विशिष्ट, जैसे ताकत या सहनशक्ति के लिए प्रशिक्षित किया है, और जो आपने सोचा था वह आपके शरीर की सीमा थी? यदि आप पूरी तरह से सौंदर्य कारणों से काम करते हैं, तो क्या आप कभी भी संभवतः सर्वोत्तम संभव आकार में रहे हैं? आप टीम के खेल में सवाल का विस्तार कर सकते हैं: क्या आपने उस बिंदु पर अभ्यास किया है और प्रशिक्षित किया है जहां आपने सोचा था कि आपने उस खेल में अपनी क्षमता को अधिकतम किया है, और इसे उच्चतम स्तर पर खेला है?
यह वास्तव में एक साधारण सवाल नहीं है, है ना? सबसे पहले, आपको व्यक्तिगत रिकॉर्ड और अधिकतम प्रदर्शन के बीच अंतर करना होगा।आप आज बाहर जा सकते हैं और कुछ भी पीआर सेट कर सकते हैं, जब तक कि ऐसा कुछ ऐसा न हो जो आपने पहले कभी नहीं किया है। यदि यह कुछ ऐसा है जो आपने किया है, तो आप इसे थोड़ा कठिन, बेहतर, या तेज़ करने का एक तरीका ढूंढ सकते हैं। एक और प्रतिनिधि खत्म करें, एक और ब्लॉक चलाएं, उस अंतिम गोद में गति उठाएं, और आपके पास पीआर है।
एक अधिकतम प्रदर्शन कुछ और है। यह केवल एक विशिष्ट लक्ष्य की ओर समर्पित प्रशिक्षण से आ सकता है।
दक्षिण अफ़्रीकी खेल वैज्ञानिक टिमोथी नोएक्स, एमडी, डीएससी द्वारा लोकप्रिय विचारों का एक स्कूल है, जो आपके शरीर की पूर्ण सीमा तक पहुंचना असंभव है। एथलीट्स क्लॉक के लेखक थॉमस डब्ल्यू रोवलैंड, एमडी कहते हैं, "आपका शरीर आपको एक निश्चित स्तर से आगे बढ़ने की इजाजत नहीं देगा, एक पुस्तक जो चरम प्रदर्शन के सभी पहलुओं की पड़ताल करती है।
"तुम चुप हो जाओ।"
डॉ। रोवलैंड अपने बिंदु बनाने के लिए ट्रेडमिल तनाव परीक्षण के उदाहरण का उपयोग करते हैं। यदि आपने कभी नहीं लिया है, तो यह ऐसा कुछ जाता है: एक तकनीशियन आपकी छाती पर इलेक्ट्रोड को हुक करता है और आपको ट्रेडमिल पर चलना शुरू करने के लिए कहता है। ढलान तेज हो जाती है और तेज गति ३-मिनट की वृद्धि में होती है। किसी बिंदु पर आपको दौड़ना शुरू करना है। और तब तक आप तब तक दौड़ते हैं जब तक कि तीन में से एक चीज नहीं होती है: वह परीक्षा रोकता है क्योंकि उसे आपके दिल में समस्या आती है; जब आप लक्षित हृदय गति को मारते हैं तो वह परीक्षण समाप्त करता है; या आप हार मानो।
"आप छोड़ दें" परिदृश्य में, कल्पना करें कि आपका डॉक्टर आपको एक और मिनट के लिए जाने के लिए $ २ मिलियन प्रदान करता है। डॉ। रोवलैंड कहते हैं, "आप इसे करेंगे।" "आप जो भी कर सकते हैं उससे परे आप जा सकते हैं।"
आप अभी भी इतनी मेहनत नहीं करेंगे कि आप खुद को चोट पहुंचाएंगे, लेकिन आपको $ २ मिलियन कमाने का एक तरीका मिलेगा। मैं उसका मुद्दा देखता हूं। मेरे एकमात्र तनाव परीक्षण में, मैंने केवल १३ मिनट से कम छोड़ दिया। निश्चित रूप से, अगर डॉक्टर ने मुझे $ २ मिलियन की पेशकश की थी, तो मैं उस अतिरिक्त मिनट में जाता। बिल्ली, मैं इसे दोपहर के भोजन के पैसे के लिए किया होगा। अनुपस्थित किसी भी प्रकार का प्रोत्साहन, हालांकि, मैं सिर्फ शापित चीज़ को समाप्त करना चाहता था।
आप इसे पीक प्रदर्शन के योड सिद्धांत को कॉल कर सकते हैं: "हमेशा गति में आपका अधिकतम होता है।"
टेक्सास विश्वविद्यालय का प्रयोग वैज्ञानिक एड कोयले, पीएचडी, सहमत हैं, लेकिन केवल अगर हम अनचाहे व्यक्तियों के बारे में बात कर रहे हैं। एक एथलीट के प्रशिक्षण और अनुभव के स्तर जितना अधिक होगा, वह उस सीमा की ओर बढ़ सकता है। कोयले का कहना है, "एथलीटों के साथ कई बार, आप देख सकते हैं कि वे सिर्फ इतना ही कर रहे हैं कि वे सीधे रह सकें।" "मुझे नहीं लगता कि एक मिलियन डॉलर भी एक फर्क पड़ता है।"
१ ९ ६८ में बोस्टन मैराथन में एम्बी बुरफुट का २:२२:१7 का जीत प्रदर्शन कोयले की स्थिति का समर्थन करता है। वे वेस्लेयन विश्वविद्यालय में क्रॉस-कंट्री में २१ वर्षीय ऑल-अमेरिकन थे, जहां वह एक वरिष्ठ थे। "दौड़ के बीच में मैंने थोड़ी सी वृद्धि की, और केवल एक लड़का मेरे साथ चला गया," लंबे समय तक रनर के विश्व संपादक और स्तंभकार बुरफुट को याद करते हैं। वह जानता था कि वह दौड़ के अंत में उस लड़के को आउटप्रिंट नहीं कर सका।
"मेरी एकमात्र आशा थी कि मैं पहाड़ियों पर पूरी तरह से खुद को नष्ट कर दूं। वह अभी भी मेरे साथ शीर्ष पर था। वह ढलान पर चढ़ गया, और मैं अंत तक डूब गया। मैंने इसे २१ मील की दूरी पर बाहर रखा था। मैं घबरा गया उसके और उसके अलावा थोड़ा आगे। "
तो क्या बुरफुट का अधिकतम, उसका सर्वश्रेष्ठ संभव प्रदर्शन था? असल में, यह नहीं था। यह ८ महीने बाद जापान में मैराथन में आया था। उस समय अमेरिकी रिकॉर्ड के एक सेकंड के भीतर, बुर्फूट २:१४:२9 में भाग गया। लेकिन वह छठे स्थान पर रहा। "बोस्टन मैराथन जीतना एक बड़ी उपलब्धि थी," बुरफुट कहते हैं, "लेकिन मैं घड़ी से शासित एक खेल में भाग लेता हूं।" और घड़ी का कहना है कि जापान में दौड़ उनकी अधिकतम थी। वह जीत नहीं पाया। अपने प्राप्त करने के तरीके को जानने के लिए पढ़ें।
१३१९० जवाब दिया |
नमस्कार दोस्तों, मुझे उम्मीद है कि आप सभी अच्छे होंगे। दोस्तों आज मैं आपको बताऊँगा की अकेले रहना आपके किसी भी काम में बाँधा बन सकता है। ये ही बात मैं आपको एक इंस्पिरिंग स्पीच से समझाता हूँ। क्या आप अकेले सफर करते है हिन्दी इंस्पिरिंग स्पीच
एक गाँव में एक व्यक्ति रहता था। एक दिन उसे दूर के किसी गाँव में एक काम आ गया। जब वो चलने लगा तो उसकी माँ ने कहा बेटा तू अकेला मत जा। उसने कहा माँ तू बेकार में ही घबरा रही है। किसी को साथ में ले जाने की क्या जरुरत है। मुझे इस रास्ते पर कोई परेशानी नहीं होगी। माँ के बहुत समझाने पर भी जब बेटा नहीं माना तो माँ ने कहा बेटा तू इस केकड़े को ही साथ ले जा। शायद तेरे कुछ काम आ जाये।
माँ का मन रखने के लिए उस व्यक्ति ने उस केकड़े को पकड़कर। एक डिब्बी में बंद कर दिया और अपने सफर पर निकल गया। गर्मी के दिन थे और धूप भी बहुत तेज थी। इसलिए वह रास्ते में एक पेड़ के नीचे रूककर आराम करने लगा और आराम करते करते सो गया।
तभी पेड़ के पास बने एक बिल से एक साँप निकला और उस व्यक्ति की ओर बढ़ने लगा। साँप को उसके बैग से कपूर की गंध आ रही थी और सर्पो को ये गंध बहुत ही अच्छी लगती है। जैसे ही उस साँप ने कपूर की उस डिब्बी को निगलने की कोशिश करने लगा।
तभी उस डिब्बी का ढक्कन खुल गया और उसमे से केकड़े ने बाहर आकर, साँप की गर्दन को पकड़कर उसे मार डाला। इतनी हलचल देखकर उस आदमी की आँखे खुल गयी। जब उसने यह दृश्य देखा तो वह हैरान रह गया। उसे तुरंत ही अपनी माँ की कहि हुई बात याद आ गयी की अकेले नहीं जाना चाहिए।
दोस्तों इस इंस्पिरिंग स्पीच से मैं आपको ये समझाना चाहता हूँ की आपको सफर करते समय किसी हमसफर को जरूर ढूँढ लेना चाहिए। आप सुरक्षित भी रहेंगे और आपका सफर भी आराम से कट जायेगा। क्या आप अकेले सफर करते है हिन्दी इंस्पिरिंग स्पीच |
मुंबई-गोवा हाईवे पुल टूटा, २२ से अधिक लोग पानी में बहे
मुंबई-गोवा हाईवे पुल टूटा, २२ से अधिक लोग पानी में बहे टोप्याप्स
भारी बारिश की वजह से महाराष्ट्र में मुंबई-गोवा हाईवे पुल के टूटने की खबर है। पुल टूटने की वजह से २२ से अधिक लोग पानी में बह गए हैं। राहत व बचाव दल ने दो शवों को पानी से निकाला है। इंटोडे यह घटना राज्य के महाड इलाके में हुई है। हादसे में यात्रियों से भरी २ बस और २ कार पानी में बह गए। बताया गया है कि यह पुल काफी पुराना था। इस रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य परिवन की दो बसों में करीब २२ लोग सवार थे। मुंबई से करीब १७५ किलोमीटर दूर हुए हादसे के बाद मुंबई-गोवा हाईवे के दोनों तरफ लंबा ट्रैफिक जाम लग गया है। हादसे के बाद यहां राहत व बचाव अभियान के लिए एनडीआरएफ के अलावा सेना को जिम्मेदारी दी गई है। लापता वाहनों को खोजने के लिए नौसेना के हेलिकॉप्टरों की मदद ली जा रही है। लगातार हो रही बारिश की वजह से बचाव अभियान में दिक्कतें आ रही हैं। विसुअल ऑफ इंडियन नेवी एयर्क्राफ्ट कर्यिंग आउट सर्च ओपरेशन्स एट थे सायट ऑफ ब्रिज कोल्पसे इन राईगढ़(महाराष्ट्र) पिक.ट्विटर.कॉम/रोहुज़ोद्व्रु अनी (@अनी_न्यूज) ऑगस्ट ३, २016 अलसो सी |
हमारे संत/ पीपा जी - हमारे संत/ पीपा जी
हिंदी न्यूज़ हमारे संत/ पीपा जी
हमारे संत/ पीपा जी
जो ब्रह्मण्डे, जो खोजै सो पावै।
पीपा प्रणवै परम ततु है सतगुरु होइ लखावै।।
जिन तत्वों से ब्रह्माण्ड बना है, उन्हीं तत्वों से मनुष्य का पिण्डाण्ड भी बना है। जो परमात्मा ब्रह्माण्ड में व्याप्त है, वही मनुष्य के पिण्ड-शरीर के भीतर भी है। भीतर बैठे परमात्मा को जो खोजता है, वही पाता है। पीपा कहते हैं, वही परमात्म तत्व मेरा गुरु है, मैं उसी को प्रणाम करता हूं।
यह पीपा जी की वाणी है, जो संत भी थे, ज्ञानी भक्त भी थे और गागरोनगढ़ के प्रतापी राजा भी थे, जिनके ऐश्वर्य, पराक्रम और शक्ति की कहानी घर-घर कही जाती थी। पहले ये आदिशक्ति भगवती के भक्त थे। एक बार कुछ वैष्ण भक्त राज्य के अतिथि हुए। राजा ने उनका समुचित स्वागत नहीं किया। वैष्णव भक्तों ने समझ लिया कि राजा भगवती और भगवान में भेद कर रहा है। इसे पता नहीं कि कृष्ण और काली एक ही हैं। संतों ने भगवती से प्रार्थना की और भगवती ने राजा को प्रेरणा दी कि तू काशी जाकर संत रामानंद की शरण ले। पीपा जी काशी गए। रामानंद जी ने कहा-भई, हम संन्यासी हैं। हमारे यहां भोग के पुतले राजाओं का क्या काम। हमें तो साधु वेशधारी साधक चाहिए। दूसरे दिन पीपा जी साधु वेश में पहुंच गए। रामानंद जी ने कहा यदि ऐसी ही दृढ़ लगन है, तो जाओ कुएं में कूद जाओ। वहीं तुम्हें भगवान के दर्शन होंगे। पीपा जी कुएं में कूदने को दौड़े तो रामानंद जी के चेलों ने रोक लिया। पीपा जी परीक्षा में सफल हुए। स्वामी रामानंद जी ने उन्हें मंत्र दिया और उन्हें अपना शिष्य बना लिया। पीपा जी कुछ दिन काशी में ही रहे। गुरु की आज्ञा से जब जाने लगे तो रामानंद जी से प्रार्थना की-महाराज आप गागरोनगढ़ पधारें, तभी मैं अपनी गुरुभक्ति को सफल मानूंगा।
रामानंद जी ने कहा-राजाधिराज पीपा। यदि तुम अपनी निष्ठा-साधना-आराधना में ऐसे ही दृढ़ रहे तो हम एक दिन अवश्य आएंगे। और ऐसा ही हुआ। महाराज पीपा की भक्ति, साधना, आराधना बढ़ती गई। उन्होंने रामानंद जी को गागरोन पधारने का पत्र लिखा। स्वामी रामानंद जी ने अपने ४० शिष्यों के साथ पैदल प्रस्थान किया। शिष्य मंडली में कबीर-रैदास आदि भी थे। बड़े आदर और राजसी ठाठ-बाट से स्वामी रामानंद जी का स्वागत हुआ। चारों ओर से हजारों दर्शनाभिलाषी गागरोन आए। उत्सव, महोत्सव, भंडारे, उपदेश और प्रवचन एक महीने तक चले। राजधर्म और आध्यात्म के क्षेत्र में चरमोत्कर्ष पर पहुंचे संतों में महाराज पीपा का अमिट स्थान है, जो हमेशा रहेगा।
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चिकनपोक्स के ८ सबसे आम लक्षण
चिकनपोक्स एक आम बीमारी है जो विशेष रूप से १२ वर्ष से कम उम्र के बच्चों को प्रभावित करती है। हालांकि, यह कुछ मामलों में बडों को भी प्रभावित कर सकता है, खासकर गर्भावस्था और सहज रोग प्रतिरक्षा के चरणों के दौरान। यह वैरिसेल वायरस के कारण होता है और पहले यह एक सामान्य बीमारी थी, लेकिन अब इसे दुर्लभ रोगों की सूची में ड़ाला गया है वैरिसेल वैक्सीन को धन्यवाद । यदि आपका बच्चा १२ से १५ महीने की उम्र के बीच है, तो आपके बच्चे को टीका लगवाने की सिफारिश की जाती है; यह ४ से ६ सालों में एक बूस्टर खुराक के बाद दिया जाना चाहिए।
कोई भी टीका इस रोग को १०० प्रतिशत रोकने का आश्वासन नहीं दे सकता है। टीके आमतौर पर अच्छी तरह से काम करते हैं, लेकिन संभावना है कि आपके बच्चे को टीकाकरण के बाद भी चिकनपॉक्स हो सकते है। यह भी महत्वपूर्ण है कि आप चिकनपॉक्स के शुरुआती लक्षणों को पहचाने जब यह बीमारी
सौम्य चरण में होती है।
यहाँ एक गाइड है जो आपको चिकनपॉक्स और उसके शुरुआती लक्षणों के बारे में अधिक जानने में मदद कर सकता है:
चिकनपोक्स का कहर:
वैरिसेल विषाणु जो चिकनपोक्स का कारण बनता है, जब उसका कोर्स चल रहा हो तब एक निष्क्रिय स्थिति में, वह शरीर में रहता है। कई सालों बाद, यह त्वचा के संक्रमण के रूप में पुन: सक्रिय और प्रकट हो सकता है जिसे शिंगल्स कहा जाता है।
चिकनपोक्स कैसे फैलता है?
यह एक अत्यंत संक्रामक रोग है। जो लोग संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क में आते हैं उन्हें चिकनपोक्स हो सकते हैं। हालांकि, यह संक्रमण बीमारी के पहले दिनों के दौरान ही फैल सकता है, लगभग ४८ घंटों तक और चकत्ते के होने से पहले, जब तक सभी घाव सूख न जाए, तब तक।
हैरानी की बात है, कि चिकनपोक्स होने का यह फायदा है कि जब आपको एक बार चिकनपोक्स हो जाते है, तो आप फिर से संक्रमण से सुरक्षित होते हैं।
आपको चिकनपोक्स के लक्षणों की पहचान करने में सक्षम होना चाहिए क्योंकि प्रारंभिक पहचान और उपचार आपको या आपके बच्चे को चिकनपोक्स की जटिलताओं जैसे कि दाद (बहुत दर्दनाक त्वचा के लाल चकत्ते) से बचा सकता है।
चिकनपोक्स का पहला संकेत सिरदर्द है। कई लोगों में, सिर का दर्द चिकनपोक्स के लाल चकत्ते शुरु होने से पहले दिखाई देता है। लेकिन जब तक चिकनपोक्स के लाल चकत्ते निकल आते हैं, सिरदर्द बढ़ सकता है और एक माइग्रेन की तरह लग सकता है। कम रोग प्रतिरक्षा वाले लोग और शिशु लक्षणों के अधिक गंभीर रूप से ग्रस्त हो सकते हैं।
२. फ्लू जैसे लक्षण
लाल चकत्ते निकलने से पहले, आपके बच्चे को मांसपेशियों में दर्द, बुखार, उलटीयां, और ग्रंथियों का सूजन होना आम बात है। आप इन लक्षणों को फ्लू या सर्दी के कारण मान सकते हैं। लेकिन इन लक्षणों के बाद, चार से पांच दिनों के भीतर आपके बच्चे में चिकनपोक्स रोग के लक्षणों को देखा जा सकता है। इस चरण में, आप जान सकते हैं कि आपके बच्चे को चिकनपोक्स है और फ्लू नहीं है।
आपके बच्चे को बीमार और असुविधाजनक लगने से उर्जा की कमी महसूस हो सकती है। आपके बच्चे का शरीर बीमारी से लड़ रहा होता है इस तथ्य के कारण ऊर्जा की कमी से थकान हो सकती है। चूंकि चिकनपोक्स एक संक्रामक रोग है, इसलिए आपके बच्चे को रोग को फैलने से रोकने के लिए स्कूल से छुट्टी लेने की आवश्यकता हो सकती है।
४. पेट में दर्द
चिकनपोक्स के लाल चकत्ते होने से पहले बच्चे को पेट में दर्द और उलटी का अनुभव हो सकता है। एंटीवायरल दवाएं चिकनपोक्स के लक्षणों को कम करने में मददगार हो सकती हैं, लेकिन चिकनपोक्स को नहीं।
५. भूख की कमी
आपके बच्चे को खाने की इच्छा नहीं हो सकती। यह स्पष्ट है कि जब हम अस्वस्थ होते हैं तो हम कुछ भी खाना नहीं चाहते हैं। लेकिन भूख की कमी के कारण, आपके बच्चे का वजन कम हो सकता है और वायरस से लड़ने शरीर की क्षमता कम हो सकती है। इसलिए, उचित आहार लेना महत्वपूर्ण है। फ्लूइड डिप्लीशन से बचने के लिए अपने बच्चे को अच्छी तरह से हाइड्रेटेड रखने की भी आवश्यकता है।
आपके बच्चे को त्वचा पर दाने निकलने से कुछ दिन पहले और दाने निकलने के बाद भी स्पॉट की जगह पर तेज, जलन दर्द महसूस हो सकता है।
आपके बच्चे को छाती, चेहरे, सिर, हाथ, पेट और जांघ के बीच, और पैरों पर खुजली वाले लाल धब्बे हो सकते हैं। यह याद रखना बेहद जरूरी है कि चिकनपॉक्स वायरस त्वचा पर दाने निकलने के दो दिन पहले सबसे अधिक संक्रामक होता है। छाले कुछ छालों से लेकर ५०० या उससे अधिक हो सकते हैं। वे लाल और खुजली वाले गांठ जैसे भी दिखाई दे सकते हैं। यह गांठ आम तौर पर धड़ से शुरू होते हैं और चेहरा, गर्दन और शरीर के अन्य भागों की ओर बढ़ते हैं और छालों में बदल जाते हैं। आपके बच्चे को पांच दिनों के भीतर मुंह, गले और आंखों के आसपास छाले हो सकते हैं, जो बाद में पपड़ीदार होते है और सूख जाते हैं।
यदि संक्रमित व्यक्ति के संपर्क के बाद आपके बच्चे में कुछ दिनों के लिए फ्लू जैसी लक्षण हैं, तो तीसरी सुबह चिकनपोक्स होना सामान्य है। लाल पानी से भरे चकत्ते दिखाई देने से कुछ दिन पहले आपके बच्चे को संक्रमण हुआ होगा। छाले पीले हो सकते हैं, और दर्द का कारण बन सकते हैं। छालों को पानी से भरे फोडों में बदलने के लिए २४ से ४८ घंटे लगते हैं, और फिर से २४ से ४८ घंटे छालों को सूखने के लिए लगते हैं। कुल मिलाकर, ठिक होने के लिए इसे १० से १४ दिन लगते हैं।
दर्दनाक छालों के मामले में या छाले से कोई हरे रंग का बहाव होता है, तो आपके बच्चे में बैक्टीरिया का संक्रमण हो सकता है। आपको तुरंत डॉक्टर को दिखना चाहिए।
चिकनपोक्स के उपरोक्त शुरुआती लक्षणों को जानने से आपको प्रारंभिक अवस्था में इस बीमारी को पहचानने में मदद मिल सकती है और जटिलताओं और बीमारी के आगे फैलने से बचने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा बीमारी को रोकने के लिए आपको टीका लगाया जाना चाहिए। चिकनपॉक्स एक बहुत असुविधाजनक और संक्रामक बीमारी है, हालांकि, आधुनिक दवाईयों के साथ, यह स्थिति आम तौर पर ठीक हो सकती है या आसानी से रोका जा सकता है। |
आपोल मुज़िक का तीन महीने का मुफ़्त ट्रायल कुछ देशों में समाप्त, अब लगेगा न्यूनतम चार्ज थे टेक पोर्तल | हिन्दी
कुछ भौगोलिक क्षेत्रों में आपोल मुज़िक के मुफ़्त टियर उपलब्ध नहीं हैं। सेवा को खरीदने से पहले जो तीन महीने का ट्रायल समय होता था, वो उक्त देशों में बंद कर दिया गया है ऑस्ट्रेलिया, सेपोन व स्विट्ज़रलैंड। इस बात की जानकारी सबसे पहले हमें आप्लंसाइडर ने दी।
इन क्षेत्रं के उन उपभक्ताओं से ९९ सेंट (या उनकी करंसी में उतने ही) लिये जा रहे हैं, आपोल मुज़िक उपयोग करने की अनुमती को लिये। २०१५ में लांच हुई इस सेवा का मुफ़्त होना, इसके फ़ीचरों में प्रमुख था। कूपरटूनो कंपनी ने इस सेवा का ट्रायल अभी तक मुफ़्त रखा था, परंतु अब लग रहा है कि वे इसका वित्तीय लाभ उठाने के लिये तैयार हैं।
बताये गये हर क्षेत्र में इस बदलाव को आपोल मुज़िक की वेबसाइट पर देखा जा सकता है। इसका मतलब ये कि आपोल मुज़िक के लिये आपको ऑस्ट्रेलिया में $०.९९, स्पेन में ०.९९ यूरो और स्विट्ज़रलैंड में फ्र ०.९९ देने पड़ेंगे।
अभी तक आपोल मुज़िक में दाम रे बदलाव को लेकर आपोल से रिसी का बयान नहीं आया है, परंतु अक वक्ता ने थे वर्ज को बताया था कि आपोल मुज़िक के दाम व प्रतार हर देश को हिसाब से अलग रहते हैं। ये बयान बहुत स्पष्ट नहीं है और इससे हमें ये भी नहीं पता चलता है कि इन्हों तीन देशों में ये ट्रायल क्यों शुरू किया गया है। अगर ऐसा ही रहा, तो जल्द ही युनाइटेड स्टेट्स में भी भुगतान प्लान आ जायेंगे।
जैसे-जैसे स्पॉटिफ्य और गूगल प्ले मुज़िक जैसों से प्रतिद्वंद बढ़ता जा रहा है, वैसे-वैसे कुछ वर्षों सेवा कुछ समय को लिये मुफ़्त उपलब्ध करानो को बाद, आपोल मुज़िक भी अब पैसे कमाने में जुट रही है। इस मुफ़्त सेवा पर तब भी बवाल हुआ था, जब आपोल मुज़िक ने इस दौरान कमाई गयी रॉयल्टी कलाकारों को देने से इनकार कर दिया था। परंतु टेलर स्विफ़्ट जैसे नामी कलाकारों से निंदा झेलने के बाद, ये निर्णय वापस ले लिया गया था।
संभव है कि हमें कंपनी के इस कदम के बारे में और जानकारी अगले सप्ताह शुरू होने वाली वॉडक २०१७ में मिले। फ़िलहाल आपोल मुज़िक को पास २० मिलियन पेड सब्स्क्राइबर हैं और स्पॉटिफ्य को पास ५० मिलियन। |
रिजल्ट से पहले महंगाई: अमूल ने की दुग्ध उत्पादों पर २/लीटर तक की वृद्धि
होम देश-दुनिया लाटेस्ट न्यूज रिजल्ट से पहले महंगाई: अमूल ने की दुग्ध उत्पादों पर २/लीटर तक की वृद्धि
नई कीमत २१ मई से लागू होगी, गुजरात में नहीं बढ़े गाय के दूध के दाम
नई दिल्ली। डेयरी प्रमुख अमूल (अमूल) ने कहा कि उत्पादन लागत में वृद्धि के कारण वह मंगलवार से दिल्ली एनसीआर (दिल्ली न्क्र), महाराष्ट्र (महाराष्ट्र) और अन्य राज्यों में दूध की कीमतों में २ प्रति लीटर की बढ़ोतरी करेगा। इससे पहले, गुजरात सहकारी दूध विपणन महासंघ (गम्फ) ने अमूल ब्रांड के तहत दूध और दुग्ध उत्पाद बेचने वाले दूध उत्पादकों को मार्च २017 में संशोधित किया था।
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जीसीएमएमएफ ने एक बयान में कहा कि नई कीमत २१ मई से लागू होगी। यह बढ़ोतरी दिल्ली-एनसीआर, गुजरात, पश्चिम बंगाल, कोलकाता, उत्तरांचल, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों के प्रमुख बाजारों में बेची जा रही सभी छह ब्रांडों पर लागू होगी। अहमदाबाद में अमूल गोल्ड (अमूल गोल्ड) के ५०० मिलीलीटर (म्ल) पैक का संशोधित मूल्य २७, अमूल शक्ति (अमूल शक्ति) का मूल्य २५, अमूल ताज़ा (अमूल ताजा) का मूल्य २१, और अमूल डायमंड (अमूल डायमंड) का मूल्य २८ होगा। गुजरात में गाय के दूध की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
जीसीएमएमएफ (गम्फ) ने कहा, दूध की कीमतों में यह बढ़ोतरी दो साल के अंतराल के बाद हुई है, जिसका कारण दूध उत्पादन में कमी और उत्पादन लागत (प्रोडक्शन कोस्ट) में वृद्धि है। हमारा उद्देश्य दुग्ध उत्पादकों को पारिश्रमिक दूध खरीद मूल्य प्रदान करना है। दूध उत्पादन की लागत में वृद्धि को ध्यान में रखते हुए, गुजरात दूध संघ ने पिछले कुछ महीनों में दूध खरीद मूल्य में न्यूनतम ३० से ४० प्रतिशत की वृद्धि की है। |
कुंभ २०२१ की रणनीति उज्जैन में होगी तय, अखाड़ा परिषद की १२ जून को बैठक
उज्जैन: २०२१ में होने वाले हरिद्वार कुंभ की रणनीति तैयार करने के लिए अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद १२ जून को उज्जैन में बैठक बुलाई है। कुंभ के महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित करने के लिए अखाड़ों के सभी संत हरिद्वार आएंगे और १५ जून को सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ बैठक करेंगे।
हालांकि कुंभ २०२१ के लिए सिर्फ डेढ़ वर्ष का समय शेष बचा है लेकिन उत्तराखंड सरकार ने कुंभ की एक भी बैठक नहीं बुलाई है। मेले के लिए न तो कोई अधिकारी और न ही एसएसपी की घोषणा ही की गई है। अब मुख्यमंत्री ने संतों को संदेश भेजा है कि वे १५ जून को हरिद्वार में संतों के बीच आ रहे हैं। मुख्यमंत्री के साथ शासन के उच्च अधिकारी भी होंगे। इसे देखते हुए अखाड़ा परिषद ने अपनी बैठक दूसरे कुंभ नगर उज्जैन में बुला ली है।
इस बैठक में भाग लेने के लिए अखाड़ों के प्रतिनिधि उज्जैन जाएंगे। अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि ने बताया कि अखाड़ा परिषद की बैठक इस बार उज्जैन में ही होनी थी। सभी अखाड़ों से विचार और सुझाव आमंत्रित किए गए हैं। इसके आधार पर प्रस्ताव पारित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि संत समाज चाहता है कि हरिद्वार कुंभ के प्रबंध अब तक के हुए कुंभों में सर्वश्रेष्ठ हों, इसलिए चारों कुंभ नगरों का निचोड़ हरिद्वार के लिए तैयार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रयाग अर्द्धकुंभ में अब तक के सर्वश्रेष्ठ प्रबंध किए गए थे। अब हरिद्वार कुंभ को सर्वश्रेष्ठ बनाने के लिए मुख्यमंत्री से मिलने के बाद संत समाज प्रधानमंत्री से भी भेंट करने जाएगा।
सिंधिया को प्रदेशाध्यक्ष बनाने पर नाखुश है दिग्गी के भाई, सरकार के इस फैसले का भी किया... |
मुंबई: फर्जी एड्रेस लिखवाकर लापता हो रहे कोरोना के मरीज, तलाश में जुटी ब्म्च
कोरोना की जांच कराने वाले लोग लिखवा रहे फर्जी एड्रेस (प्रतीकात्मक तस्वीर)
महानगरपालिका के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार लापता मरीजों का पता लगाने के लिए बीएमसी (ब्म्च) मतदाता सूची और संपत्ति के कागजात खंगालने सहित सभी तरीके अपनाती है.
मुंबई. मुंबई (मुंबई) में कोरोना वायरस (कोरोनाविरस) के हर रोज बढ़ रहे मामलों के साथ ही महामारी के लापता मरीजों ने बृहन्मुंबई महानगरपालिका (ब्म्च) के की चिंता बढ़ा दी है. बीएमसी इन लोगों का पता लगाने के लिए हरसंभव कोशिश कर रही है. ब्म्च के एक अधिकारी ने कहा कि मरीजों का लापता होना उन मामलों में आम बात है, जहां लोगों को संक्रमण के हल्के लक्षण होते हैं या जिनमें बीमारी के कोई लक्षण नहीं होते और जो निजी प्रयोगशालाओं में अपनी जांच कराते हैं.
अधिकारी ने कहा, जब जांच कराने वाले लोग अपना पता या फोन नंबर जैसी चीजें सही नहीं बताते और वे संक्रमित पाए जाते हैं तो हम उनका पता लगाने की कोशिश करते है. यहां तक कि परीक्षण प्रयोगशालाएं भी लोगों का सही ब्योरा भरने में गलती कर देती हैं. हर रोज बढ़ रहे महामारी के मामलों की वजह से परेशान नगर निकाय के लिए लापता मरीज एक बड़ी चिंता का विषय है.
मार्च में आया था मुंबई में कोरोना का पहला मामला
मुंबई में कोरोना वायरस का पहला मामला ११ मार्च को सामने आया था और १९ मई तक महानगर में संक्रमण मामलों की संख्या २२,७०० से ऊपर पहुंच गई. महानगरपालिका के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार लापता मरीजों का पता लगाने के लिए बीएमसी मतदाता सूची और संपत्ति के कागजात खंगालने सहित सभी तरीके अपनाती है.
सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है बीएमसी
उन्होंने कहा कि कई मामलों में बीएमसी ने लापता मरीजों का पता लगाने के लिए निजी प्रयोगशालाओं की सीसीटीवी फुटेज तक खंगाली है. अधिकारी ने कहा कि लापता हुए मरीजों में से अधिकतर लोग मलिन बस्ती क्षेत्रों के रहने वाले हैं जिनके मन में कोरोना वायरस से संक्रमित होने को लेकर कुछ डर और गलत धारणाएं हैं. इस कारण वे अस्पताल में भर्ती होने से बचने के लिए फर्जी पता बताते हैं.
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संदिग्ध परिस्थितियों में पति-पत्नी की मौत - संदिग्ध परिस्थितियों में पति-पत्नी की मौत , कुंडली हिन्दी न्यूज - हिन्दुस्तान
संदिग्ध परिस्थितियों में पति-पत्नी की मौत
नगर कोतवाली क्षेत्र के उकरौड़ा गांव में एक नवविवाहित दंपति की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी। शुक्रवार की सुबह युवक का शव धरन से लटक रहा था तो उसकी पत्नी नीचे मरी पड़ी थी। दोनों की छह महीने पहले ही शादी हुई थी और वे २२ दिन पहले ही मुम्बई से गांव लौटे थे। विवाहिता के मायके वालों ने दोनों की गला दबाकर हत्या किये जाने का आरोप लगाया है जबकि पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का रहस्य खुल सकता है।
उकरौड़ा गांव निवासी मोहन (२५) पुत्र बृजलाल तथा उसकी पत्नी ज्ञानती देवी (२२) गत २८ अक्टूबर को मुम्बई से घर लौटे थे। मोहन के मां-बाप की मृत्यु हो चुकी है और उसका बड़ा भाई दो दिन पहले ही अपनी पत्नी के साथ ससुराल चला गया था। गुरुवार की शाम को ज्ञानती ने अपने मायके वालों से बात की थी और सब कुछ ठीकठाक बताया था। शुक्रवार की सुबह सात बजे तक जब दोनों नहीं उठे तो उनके दरवाजे पर लगे हैंडपाइप से पानी भरने गयी पड़ोस की एक लड़की ने दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।
उसने बगल की खिड़की से झांका तो मोहन का शव धरन से झूलते देख चिल्लाने लगी। इस आसपास के लोग जुट गये और अन्दर का नजारा देख इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दी। पुलिस ने मोहन का शव नीचे उतारा। उसकी पत्नी के चेहरे पर कई जगह चोट के निशान थे। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंचा मोहन का भाई इस हादसे की कोई वजह नहीं बता सका जबकि मृतका के मायके वालों का कहना था कि दोनों की गला दबाकर हत्या करने के बाद इसे आत्महत्या का रूप देने के लिए मोहन का शव धरन से लटका दिया गया। पुलिस का कहना है कि प्रथमदृष्ट्या तो यह आत्महत्या लग रही है, लेकिन पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने पर ही रहस्य का पर्दाफाश हो सकेगा।
वेब तितले:संदिग्ध परिस्थितियों में पति-पत्नी की मौत |
होम हिन्दी मुरथल में हुए गैंगरेप पर हाईकोर्ट ने कहा सबूत मौजूद महिलाओं से...
जाट आंदोलन के दौरान मुरथल में गैंगरेप के मामले में पंजाब एवं हरियाणा हाइकोर्ट ने हरियाणा पुलिस को फटकार लगाई है। हाइकोर्ट ने कहा कि मुरथल में गैंगरेप हुआ था और इसके सबूत हैं।
पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि कुछ गवाहों के बयान और घटनास्थल से बरामद महिलाओं के अंडरगारमेंट्स इस और इशारा कर रहे हैं कि फरवरी २०१६ में हुए जाट आरक्षण विरोध प्रदर्शन के दौरान मुरथ में गैंगरेप हुए।
गुरुवार को इस केस पर सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा राज्य पुलिस के विशेष जांच दल (सित) को आदेश दिया है कि वह घटना से जुड़े सभी तथ्यों की जांच करे और दोषियों को गिरफ्तार करे, ताकि जनता में पुलिस और कानून व्यवस्था के प्रति भरोसा बना रहे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुनवाई के दौरान हरियाणा सरकार ने कहा कि मामले में कोर्ई पीड़िता सामने नहीं आई है और न ही कोई चश्मदीद गवाह है। ऐसे में गैंगरेप की बात साबित नहीं होती, लेकिन जांच जारी है।
टाइम्स अॉफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक एक डिविजन बेंच ने खुली अदालत में यह बातें कहीं। कोर्ट ने दो गवाहों, जिनमें एक टैक्सी ड्राइवर भी था, के बयान का हवाला देते हुए कहा कि उसकी टैक्सी से महिलाओं के घसीटते हुए बाहर निकाला गया था, जो इशारा करता है कि वहां रेप हुए थे।
प्रेवियस आर्टियलजल्लीकट्टू के आयोजन के लिए अध्यादेश लाएगा तमिलनाडु
नेक्स्ट आर्टियलअभिनेत्री रति अग्निहोत्री के खिलाफ ४८.९६ लाख रुपये की बिजली चोरी का केस दर्ज |
सामान्यत:, आप फ़ाइल उपकरण में फ़ाइलों को उसी प्रकार प्रबंधित कर सकते हैं जैसा आप विंडोज एक्सप्लोरर करेंगे. नोट करें कि कुछ प्रबंधन कार्य, जैसे फ़ाइलो का नाम बदलना या हटाना, आपकी भूमिका को असाइन की गई उपकरण अनुमतियों द्वारा नियंत्रित हो सकती हैं. आप फाइल उपकरण में फ़ाइलों के साथ निम्न व्यवस्थापकीय कार्य कर सकते हैं:
फ़ाइलों की प्रतिलिपि बनाना या ले जाना
फ़ाइलों का नाम बदलना
फ़ाइलें सॉर्ट करना
फ़ाइल गुण देखना
नया फ़ाइल फ़ोल्डर बनाना
कोई नया फ़ोल्डर बनाना
फ़ोल्डर गुण देखना
किसी अन्य फ़ोल्डर (या तो फ़ाइल उपकरण में या विंडोज एक्सप्लोरर के किसी फ़ोल्डर में) में फ़ाइल की प्रतिलिपि बनाने के लिए, राइट-क्लिक मेनू पर प्रतिलिपि बनाएँ और चिपकाएँ आदेशों का उपयोग करें या फ़ाइल क्ट्र्ल-ड्राग करें. फ़ाइल को किसी अन्य फ़ोल्डर में ले जाने के लिए, खींचें और छोड़ें का उपयोग करें.
नीचे दी गई तालिका खींचें और छोड़ें व्यवहार का वर्णन करती है.
निम्न कार्य करें
फ़ाइल की समान फ़ाइल उपकरण में सबफ़ोल्डर पर प्रतिलिपि बनाएँ.
फ़ाइल को पेरेंट फ़ोल्डर से सबफ़ोल्डर में क्ट्र्ल-ड्राग करें. आप फ़ाइल को किसी भी अन्य फ़ोल्डर तक क्ट्र्ल-ड्राग भी कर सकते हैं जो फ़ोल्डर पदानुक्रम में नीचे है.
एक फ़ाइल की समान फ़ाइल उपकरण में फ़ोल्डर पदानुक्रम में उच्चतम स्तर के फ़ोल्डर पर प्रतिलिपि बनाएँ.
इस कार्रवाई के लिए खीचें और छोड़ें समर्थित नहीं है. राइट-क्लिक मेनू पर प्रतिलिपि बनाएँ और चिपकाएँ का उपयोग करें.
फ़ाइल की किसी अन्य फ़ाइल उपकरण के फ़ोल्डर में या शारपॉइंट कार्यस्थान के बाहर एक विंडोज फ़ोल्डर में प्रतिलिपि बनाएँ.
फ़ाइल खींचें और छोड़ें.
फ़ाइल को समान फ़ाइल उपकरण में सबफ़ोल्डर पर ले जाएँ
फ़ाइल को पेरेंट फ़ोल्डर से सबफ़ोल्डर पर खीचें. आप फ़ाइल को किसी भी अन्य फ़ोल्डर पर खींच भी सकते हैं जो फ़ोल्डर पदानुक्रम में नीचे है.
फ़ाइल को समान फ़ाइल उपकरण में फ़ोल्डर पदानुक्रम में उच्चतम स्तर पर एक फ़ोल्डर पर ले जाएँ
इस कार्रवाई के लिए खीचें और छोड़ें समर्थित नहीं है. राइट-क्लिक मेनू पर काटें और चिपकाएँ का उपयोग करें.
एक फ़ाइल को अन्य फ़ाइल उपकरण में किसी फ़ोल्डर पर या शारपॉइंट कार्यस्थान के बाहर एक विंडोज फ़ोल्डर पर ले जाएँ.
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आप ट्री-जैसी संरचना में फ़ाइल फ़ोल्डर बना सकते हैं और उसे व्यवस्थित कर सकते हैं, जैसा कि आप विंडोज एक्सप्लोरर में करेंगे. फ़ाइल उपकरण में शुरुआत में स्थायी रूप से "फ़ाइलें" नामक एक फ़ोल्डर होता है जो सूची में हमेशा एक उच्च-स्तर फ़ोल्डर होता है (आपके कंप्यूटर पर एक डिस्क ड्राइव नाम जैसे (च:\) के अनुरूप). आपके द्वारा जोड़ा गया कोई भी फ़ोल्डर पदानुक्रम में "फ़ाइलों" के नीचे प्रदर्शित किया गया है.
नए फ़ोल्डर हमेशा पदानुक्रम में चयनित फ़ोल्डर के नीचे रखे जाते हैं.
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एक गोला पूरी तरह से गोल ज्यामितीय (ज्यामिट्रिकल) वस्तु है जोकि त्रि-आयामी (थ्री डिमेन्स्नल) होने के साथ, इसके केन्द्र से इसकी सतह के प्रत्येक बिंदु की दूरी बराबर होती है।[१] कई आमतौर पर उपयोग होने वाली वस्तुएं जैसे गेंद या ग्लोब गोले होते हैं। यदि आप एक गोले के आयतन की गणना करना चाहते हैं, आपको केवल इसकी त्रिज्या पता करनी होगी और इसे आसान से फ़ॉर्मूला व = र में रखना होगा।[२]
एक गोले के आयतन की गणना करने वाले समीकरण को लिखें: यह समीकरण व = र है। इस समीकरण में, "व" आयतन और "र" गोले की त्रिज्या है।
त्रिज्या (रेडियस) पता करें: यदि आपको त्रिज्या दी गई है, फिर आप अगले चरण पर जा सकते हैं। यदि आपको व्यास (डायमिटर) दिया गया है, तब आपको इसे २ से भाग दे कर त्रिज्या निकालना होगी।[३] जब आपको पता चल जाये कि यह क्या है, इसे लिख लें। मान लीजिये कि हम जिस त्रिज्या पर काम कर रहे हैं वह १ इंच (२.५ कम)है।
यदि आपको केवल गोले का सतह क्षेत्र फल (सुर्फेस एरिया) दिया गया है, तब आप ४ से भाग दिए गए सतह क्षेत्र फल का वर्ग मूल (स्क्वेअर रूट) पता करके त्रिज्या निकाल सकते हैं। उस स्थिति में, र = रूट (सुर्फेस एरिया/४)[४]
त्रिज्या का घन निकालें: त्रिज्या का घन करने के लिए, इसे अपने आप से तीन बार गुणा करें, या इसे तीसरी घात तक बढ़ाएं। उदाहरण के लिए, १ इंच३ असल में सिर्फ १ इंच (२.५ कम) क्स १ इंच (२.५ कम) क्स १ इंच (२.५ कम) होती है। १ इंच३ सिर्फ १ ही रहता है, क्योंकि १ को अपने आप से कितनी भी बार गुणा करने पर १ ही रहेगा। आप माप की इकाई इंच को फिर से लगायेंगे, जब आप अपना आखिरी उत्तर लिखते हैं। ऐसा करने के बाद, आप त्रिज्या के घन को एक गोले के आयतन की गणना के असली समीकरण, व = र में रख सकते हैं। इसलिए, व = क्स १
उदाहरण के लिए, यदि त्रिज्या २ इंचा (५.१ कम) थी, तो इसका घन करने पर आपको २3 मिलेगा, जोकि २ क्स २ क्स २, और ८ है।
त्रिज्या के घन को ४/३ से गुणा करें: अब जब आपने र३, या १ को समीकरण में रख दिया है, आप इस परिणाम को समीकरण में रखने के लिए ४/३ से गुणा कर सकते हैं, व = र. ४/३ क्स १ = ४/३। अब, समीकरण व = क्स क्स १, या व = पढ़ा जायेगा।
समीकरण को से गुणा करें: यह एक गोले के आयतन को निकलने का आखिरी चरण है। आप को वैसा ही छोड़ कर, आखिरी उत्तर व = के रूप में लिख सकते हैं या, आप अपने कैलकुलेटर में की वैल्यू लिखकर और इसकी वैल्यू को ४/३ गुणा कर सकते हैं। की वैल्यू [५] (लगभग ३.१४१59) क्स ४/३ = ४.१८८७, जिसे ४.१९ में बदला जा सकता है। अपनी माप की इकाइयों और उत्तर को घन इकाइयों में लिखना न भूलें। १ त्रिज्या के गोले का आयतन ४.१९ इंच है।३
सुनिश्चित करें कि आपके सभी माप एक ही इकाई में हैं। अगर वे नहीं हैं, तो आपको उन्हें बदलना पड़ेगा।
नोट करें कि "*" चिन्ह को वेरिएबल "क्स" के भ्रम से बचने के किये गुणा के चिन्ह के रूप में उपयोग किया गया है।
यदि आपको गोले के एक हिस्से जैसे आधा या एक चौथाई की आवश्यकता है, तो पहले पूरे गोले का आयतन पता करें, फिर उस हिस्से से गुणा करें जिसे आप निकालना चाहते हैं। उदाहरण के लिए, आयतन ८ में से एक आधे गोले के आयतन के लिए, आप ४ पाने के लिए ८ को आधे से गुणा करेंगे या ८ को २ से भाग देंगे।
घन इकाइयों (ए.ग. ३१ फ्ट) का उपयोग करना न भूलें।
कैलकुलेटर (कारण: उन सवालों को हल करने के लिए जिन्हें इसके बिना करना थोड़ा कठिन होगा)।
पेंसिल और पेपर (यदि आपके पास एडवांस कैलकुलेटर है तो आवश्यकता नहीं है)।
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