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गुवाहाटी: व्यापारी के घर से मिले १.५५ करोड़ के नए नोट, पुलिस ने की जांच शुरू - कोहराम हिन्दी न्यूज होम राज्यवार ख़बरें गुवाहाटी: व्यापारी के घर से मिले १.५५ करोड़ के नए नोट, पुलिस... गुवाहाटी: व्यापारी के घर से मिले १.५५ करोड़ के नए नोट, पुलिस ने की जांच शुरू गुवाहाटी: असम पुलिस ने सोमवार को गुवाहाटी में एक स्थानीय व्यापारी के घर पर छापा मारा तथा २००० और ५०० रुपये के नए नोटों में करीब १.५५ करोड़ रुपये जब्त किए. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (सीआईडी) अनिल कुमार झा ने बताया कि एक गुप्त सूचना के आधार पर सीआईडी टीम ने हार्दी सिंह बेदी के घर से यह रकम जब्त की. बेदी का एक होटल एवं बार है और उसने शहर में किराये पर दुकानें दे रखी हैं. शहर के बेलटोला में उसके मकान पर छापे के दौरान पुलिस ने नए नोटों में १,५४,8१,००० रुपये जब्त किए गए. अनिल कुमार झा ने बताया कि १,५४,०६,००० रुपये 2०००-2००० के नोटों में थे और बाकी ७५,००० रुपये ५००-५०० के नोटों में थे. पुलिस ने यह मामला आयकर विभाग को सौंप दिया है और उसके उपायुक्त पी बोरा इसकी जांच कर रहे हैं.
प्राचार्यों की वेतनवृद्धि पर रोक मामले में आयुक्त लोकशिक्षण को हाईकोर्ट का नोटिस, क्रियान्वयन पर स्टे / म्प एडउकेशन न्यूज होमेकर्मचारीप्राचार्यों की वेतनवृद्धि पर रोक मामले में आयुक्त लोकशिक्षण को हाईकोर्ट का नोटिस, क्रियान्वयन पर स्टे / म्प एडउकेशन न्यूज जबलपुर। जैसा कि विदित है मध्यप्रदेश के शासकीय विद्यालयों के प्राचार्यों को उनके विद्यालय के परीक्षा परिणाम के न्यून रहने को लेकर, संबंधित प्राचार्यों के विरुद्ध, असंचयी प्रभाव से वेतन वृद्धि रोकने जैसा, माइनर पनिशमेंट, आयुक्त लोकशिक्षण, भोपाल द्वारा अधिरोपित किया गया था। इसी क्रम में, श्रीमती सुनीता जैन, प्राचार्य शासकीय हाई स्कूल, ग्वालटोली, जिला सीहोर के विद्यालय का परीक्षा परिणाम कथित रूप से ३० प्रतिशत ,वर्ष २०१८-१९ में रहा। जबकि, राज्य का औसत परिणाम ६२.०५ रहा है। इस आधार पर की, विद्यालय के न्यून परीक्षा परिणाम के कारण, प्रदेश का परीक्षा परिणाम प्रभावित हुआ तथा स्कूल शिक्षा विभाग की छवि धूमिल हुई, आयुक्त लोक शिक्षण, भोपाल द्वारा, श्रीमती सुनीता जैन के विरुद्ध , मध्यप्रदेश सिविल सेवा( वर्गीकरण नियंत्रण तथा अपील) नियम१९66 के नियम १६ के तहत , असंचयी प्रभाव से दो वेतन वृद्धियां रोकने का आदेश दिनांक १९/१२/१९ को जारी किया गया था। श्रीमती सुनीता जैन, प्राचार्य ग्वालटोली द्वारा, आदेश दिनाँक से १९/१२/२०१९ को उच्च न्यायालय जबलपुर के समक्ष, नियम विरुद्ध होने कारण चुनौती दी गई थी। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हुई सुनवाई के पश्चात, उच्च न्यायालय ने दिनाँक २०/०७/२०२० को वेतन वृद्धि रोकने वाले आदेश को स्टे कर, आयुक्त लोकशिक्षण एवं अन्य को नोटिस जारी किया है। श्रीमती सुनीता जैन की तरफ़ से पैरवी करने वाले, उच्च न्यायालय, जबलपुर के वकील श्री अमित चतुर्वेदी के अनुसार, मध्यप्रदेश सिविल सेवा( वर्गीकरण नियंत्रण तथा अपील) नियम१९६६ के नियम १६ के अतिक्रमण में दंड का आदेश जारी किया गया था। नियम १६ के अनुसार सुनवाई का अवसर नहीं दिया गया था। चूँकि पनिशमेंट का आदेश बिना जाँच के किया गया था, उन परिस्थितियों मे यह उल्लेख करना जरूरी होता है कि दंड के पूर्व जाँच क्यों आवश्यक नही है। कारणों का लिखित उल्लेख किया जाना चाहिए। कर्मचारियों की ओर से आरोप का निषेध होने पर, जाँच भी होनी चाहिये। न्यायालय द्वारा, प्रथम दृष्टया, वेतन वृद्धि रोकने वाला आदेश दिनाँक १९/१२/20१९ को नियम विरुद्ध पाया गया है एवं क्रियान्वयन पर रोक लगायी गयी है।
आज कल बड़े मज़े हैं... ह्म्म्म...इन दिनों मिजाज़ ही अलग हैमौसम ही शायद बदल गया हैएक पुरानी कविता याद आती है..."कहो जी बेटा राम सहायइतने जल्दी कैसे आए?अभी तो दिन के दो ही बजे हैंकहो आजकल बड़े मज़े हैं"बस यही हाल आजकल अपना है... सुबह देर से उठाना, रात में देर तक जग सकना, बेड-टी उठते ही हाँथ में होना... आहा... लगता है जैसे बरसों की कैद ख़त्म कर किसी होलिडे पर आ गयी हूँ...बोले तो पूरी ऐश... नो झंझट... सब कुछ फटाफट...शायद इसीलिए एक बुरी आदत भी लग रही है... आलस की...खैर... आजकल पापा के यहाँ हूँ... रेसिग्नेशन लेटर पटक ही आई हूँ, तो टेंशन भी नहीं है...पापा अच्छे-खासी गोवत. पोस्ट पर हैं तो किसी चीज़ की कमी है ही नहीं... सुबह से "बड़ी दीदी जी, चाय" का राग शुरू होता है... मैं हूँ भी तेहोलीक तो चाय के बिना तो काम ही नहीं चलता, बस टेस्ते बदलता रहता है... हाँ मम्मी जरूर कहती रहती हैं कि आदत बिगड़ जाएगी... पर हो गया यार, बड़े दिनों बाद ये आराम का वक़्त मिल रहा है... और वो भी न जाने कितने दिनों के लिए...इस समय तो बस पुराने बचे, आधे-अधूरे नोवल्स ख़त्म करने में लगी हूँ... अपनी खुद की कुछ कवितायेँ जो यूँहीं लिखी फ़िर बीच में ही छोड़ दी उन्हें पूरा करने में जुट गयी हूँ...आख़िर वक़्त मिला है, भले ही अपने मन का हो... तो करना भी चाहिए वही जो दिल चाहे...सुबह भी बड़े दिनों बाद कॉन्टिनुस गाने सुने... वर्ना बस पसंद आया, डावनलोड किया पर सुन नहीं पाते थे, या फ़िर शुरू की कुछ लाईन्स... या फ़िर एक-दो बार बस...पर आजकल... बस ऐश ही चल रही है...हाँ मम्मी-पापा को जरूर कुछ ख़ास बना कर खिलाया... वो भी मेरा मन हुआ इसीलिए, वर्ना पापा ने मन किया था...बस एक साल में ऐसे ही कुछ दिन मिल जाएं... और क्या चाहिए...पर तब भी न जाने क्यूं कुछ रिश्तों में शायद कुछ ग्रहण सा लग गया है... जब देखो बहस... और इस समय में लोड लेने के मूड में नहीं हूँ... और न ही लड़ने-झगड़ने में... इसीलिए कन्नी काट लेती हूँ और निकल लेती हूँ पतली गली से... बस शायद बचने की कोशिश करती हूँ अभी इस सब चीज़ों से... वर्ना, शॉर्ट-टेम्परड तो मैं हूँ ही...ये भी जानती हों कि वो लोग अभी इस पोस्ट को पढ़ भी रहे होंगें... कुछ गुस्सा और कुछ हंसी, दोनों मूड में होंगे... छोडो न यार... ख़त्म करो... फिलहाल में मूड में नहीं हूँ लड़ने के... बाद में निपटेंगें...खैर...आप सभी को आनेवाले वर्ष की ढेर सारी हार्दिक शुभकामनाएं...बाकी मैं पहली तारीख को तो आउंगी ही... काश मुहब्बत कुछ आसाँ होती... तो... और माई चली गई... माँ का बर्थडे था... आज की पोस्ट यहाँ नहीं है...
चीन कादर २०१६ कार टच स्क्रीन निर्माता और आपूर्तिकर्ता और फैक्टरी कादर २०१६ कार टच स्क्रीन - निर्माता, कारखाने, आपूर्तिकर्ता चीन से (कादर २०१६ कार टच स्क्रीन के लिए कुल २४ उत्पादों) कादर २०१६ कार डीवीडी प्लेयर टच स्क्रीन कादर २०१६ कार डीवीडी प्लेयर टच स्क्रीन १. कादर २०१६ कार डीवीडी प्लेयर टच स्क्रीन - निजीकृत गतिशील पृष्ठभूमि: उपलब्ध गतिशील पृष्ठभूमि। ग्राहक पृष्ठभूमि के रूप में भी अपने चित्रों का उपयोग कर सकते हैं। २. कादर २०१६ कार डीवीडी प्लेयर टच स्क्रीन के लिए यह मॉडल बहुत स्थिर है। हम ओएम सेवा स्वीकार करते हैं। आप लोगो, पैकेजिंग... कादर २०१६ कार टच स्क्रीन इक्स३५ २०१५ कार टच स्क्रीन डबल डिन टच स्क्रीन मज़्दा ६ २०१९ कार स्क्रीन कोरोला २०१६ प्लेयर टच स्क्रीन ई१० २०१४ कार प्लेयर टच स्क्रीन कोरोला २०१६ कार डीवीडी टच स्क्रीन फोकस २०१२ कार डीवीडी टच स्क्रीन
कोलकाता। पश्चिम बंगाल के हावड़ा में कुछ डिलीवरी राइडर्स के हड़ताल पर चले जाने के बाद, उन्होंने आरोप लगाया कि उनसे कंपनी जबरन गोमांस और पोर्क के व्यंजन डिलीवर करा रही है। अब ज़ोमैटो के सीईओ दीपिंदर गोयल ने इस मामले पर सफाई दी है। उन्होने अपने कर्मचारियों को लिखे पत्र में कहा कि यह विरोध हाल ही में किए रेट कार्ड सुधार से जुड़ा हुआ है। मामला भोजन या धर्म नहीं से जुड़ा हुआ है। गोयल ने कहा कि हावड़ा के एक स्थानीय राजनेता के संपर्क में आने के बाद इस मुद्दे को जानबूझकर गलत दिशा दी गई है। वहींं प्रदर्शन के पीछे राजनीतिक शक्तियों का दखल होने की खबरें सामने आने लगी हैं। गोयल ने लिखे अपने पत्र में कहा है कि, हमने अपने ऑर्डर डेटाबेस को चैक किया है। उस पूरे क्षेत्र में पिछले तीन महीनों में ना तो पोर्क की डिलीवरी हुई है और ना ही किसी स्थानीय द्वारा पोर्क को कोई ऑर्डर दिया गया है। वहीं गोयल ने आगे लिखा कि, उनके पास बीफ डिलीवर करने का एक ऑर्डर आया था। जिसे ग्राहक ने पहुंचाने से पहले की कैंसल कर दिया। यह बीफ का एक मात्र ऑर्डर था। जबकि मैं आपको उस क्षेत्र के परिवारों द्वारा दिए गए ऑर्डर के बारे में फैक्ट दे सकता हूं। ज़ोमैटो ने अपनी कर्मचारियों को चेतावनी देते हुए कहा, यह बहुत साफ तौर पर कहा जा रहा है कि, डिलीवरी पार्टनर अपनी स्वेच्छा से कंपनी के साथ जुड़े हैं, उन्हें अपने इलाके में कस्टमर द्वारा जो भी खाने के ऑर्डर दिए जाएंगे, उन्हें वे पूरे करने होंगे। बता दें दरअसल इस विरोध की शुरुआत हाल ही जोमैटो द्वारा रेट कार्ड में किए गए सुधार के बाद शुरू हुआ था। गोयल ने पत्र में कहा, जब हम किसी शहर मे अपनी सेवाओं की शुरुआत करते हैं तो हम अपने डिलीवरी पार्टनर्स को प्रति ऑर्डर और प्रति दिन एक निश्चित भुगतान देते हैं। जो उन्हें प्रति सप्ताह / महीने में निश्चित आय प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि, कुछ महीनों के बाद जैसा कि हमारे पास ऑर्डर अच्छी संख्या में आने लगते हैं और उनका काम अधिक कुशल हो जाता है। जिससे उनकी मासिक / साप्ताहिक आय बढ़ जाती है। तो हम अपने रेट कार्ड में सुधार करते हैं। गोयल ने कहा कि, रेट कार्ड सुधार एक नियमित प्रक्रिया है। कभी-कभी, कुछ डिलीवरी राइडर्स को रेट कार्ड सुधार को समझ नहीं पाते हैं तो वे बदलाव का विरोध करने लगते हैं।
इरफान खान ने ट्विटर पर लिखा, तब तक मेरे लिए दुआ करें मुंबई। ऐक्टर इरफान खान ने ट्विटर पर अपने एक गंभीर बीमारी की चपेट में आ जाने की खबर दी है। इरफान खान कई दिनों से काम से दूर हैं। कुछ दिन पहले उन्हें जॉन्डिस होने की खबर आई थी लेकिन अब उनका ट्वीट फैन्स में चिंता पैदा कर सकता है जिसमें उन्होंने अपनी बीमारी के बारे में बताया है। इरफान ने लिखा है, कभी-कभी आप एसे झटके के साथ उठते हैं कि आपकी जिंदगी आपको हिला कर रख देती है। मेरी जिंदगी के पिछले १५ दिन एक सस्पेंस स्टोरी की तरह रहे हैं। मुझे नहीं पता था कि दुर्लभ कहानियों की मेरी खोज मुझे एक दुर्लभ बीमारी तक पहुंचा देगी। मैंने कभी हार नहीं मानी है और हमेशा अपनी पसंद के लिए लड़ता आया हूं और आगे भी ऐसा ही करूंगा। मेरा परिवार और मेरे दोस्त मेरे साथ हैं हम सबसे अच्छे तरीके से इससे निपटने की कोशिश कर रहे हैं। तब तक आप लोग कृपया कुछ अंदाजा न लगाएं क्योंकि हफ्ते-दस दिन में जब सभी जांच के रिपोर्ट्स आ जाएंगे तब मैं खुद ही अपनी कहानी आपको बताऊंगा। तब तक मेरे लिए दुआ करें। कुछ दिन पहले ही इरफान खान को जॉन्डिस का पता चला था। इसके बाद डॉक्टर ने उन्हें आराम करने की सलाह दी थी। वह अपनी फिल्म ब्लैकमेल के प्रमोशन में हिस्सा नहीं ले पा रहे हैं। उनकी अन्य फिल्मों की शूटिंग भी रुकी हुई है। निदाहस ट्रॉफी के लिए टीम इंडिया का कल श्रीलंका से मैच आगरा: ताज महल के पास ड्रोन उड़ाते दो लोग हिरासत में फिल्म काबिल के लिये पहली पसंद नहीं थीं यामी गौतम
उत्तर प्रदेश: तलाक पीड़िताओं के लाई लड़ रही निदा खान और फरहत नकवी को राज्य सरकार का बुलावा मोदी सरकार के तीन तलाक पर 'बवाल हजार', ३१ जुलाई के बाद यूपी में हुए इतने तलाक त्रिपल तलाक: तीन तलाक बिल पर बना कानून, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बिल को दी मंजूरी त्रिपल तलाक : मुस्लिम महिलाओं में खुशी की लहर, मुख्तार अब्बास नकवी ने की खास बातचीत रात में कानून लाने और बनाने की आदत कांग्रेस की रही है बीजेपी की नहीं - विनय जेल तक भेजे जा सकते हैं आजम खान, कार्रवाई के मामले में जानें स्पीकर के अधिकार
इंदौर: मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में झूठी शान के नाम पर २१ वर्षीय नवविवाहिता की उसके नाबालिग भाई ने शनिवार को गोली मारकर हत्या कर दी. पुलिस के अनुविभागीय अधिकारी (एसडीओपी) रामकुमार राय ने कि इंदौर से करीब ३० किलोमीटर दूर एक गांव में लड़की को उसके १७ वर्षीय भाई ने गोली मार दी. उन्होंने बताया कि अपने भाई के हमले में बुरी तरह घायल नवविवाहिता को इंदौर के शासकीय महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय ले जाया गया. जांच के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. युवती ने किया था अलग जाति के युवक से विवाह राय ने बताया कि युवती ने अपने समुदाय से अलग जाति के एक युवक से करीब छह महीने पहले प्रेम विवाह किया था. आरोप है कि इस शादी से लड़की के परिजन नाराज थे और वे युवती के इस कदम को अपनी शान के खिलाफ मान रहे थे. उन्होंने कहा, 'लड़की और लड़का एक गांव के ही रहने वाले थे. लेकिन नवविवाहित जोड़ा शादी के बाद गांव से बाहर रहने चला गया था. यह जोड़ा शादी के बाद शनिवार को ही गांव लौटा था.' भाई ने बहन के सिर में मारी गोली एसडीओपी ने बताया कि युवती के नाबालिग भाई को नवविवाहित बहन के गांव लौटने की खबर मिली, तो वह कथित रूप से गुस्से में आग-बबूला होकर उसके घर पहुंचा और उसके सिर में गोली मार दी. उन्होंने बताया कि हत्याकांड के बाद आरोपी खुद ही थाने पहुंच गया. उससे पूछताछ के साथ मामले की विस्तृत जांच की जा रही है. अगली खबर ज़ियाओमी ने कम की इस पसंदीदा स्मार्टफोन की कीमत
मोतला की ताज़ा ख़बर, ब्रेकिंग न्यूज़ इन हिन्दी न्यूज़/टैग सर्च: "मोतला"वेबफोटो गैलरीसमाचार मोतला में लाखों के आभूषण व नकदी चोरीसंवाद सूत्र, सिहुंता : उपमंडल के तहत मोतला गांव में चोरों ने एक घर में सेंध लगाकर छह लाख रुपये के गहनों... २२ मार्च २०१७, ०२:२९ आम रेड मोर: जागरण न्यूजमोतलाआभूषणनकदी चोरी धुलारा व मोतला में जांची ४३४ मरीजों की आंखेंसंवाद सूत्र, सिहुंता : धुलारा पंचायत घर में सुबह दस से दोपहर एक बजे तक तथा दोपहर ढाई बजे से शाम पांच बजे... २० मार्च २०१७, ०५:५२ प्म रेड मोर: जागरण न्यूजधुलारामोतलामरीजआंखें मोतला में खेल मैदान के लिए ५० लाख स्वीकृत , : २०16-१७ २०14 , ५० , ११ ८७ , २२ , २०१७ ... २२ अकतूबर २०16, ०६:५७ आम रेड मोर: जागरण न्यूजमोतलाखेल मैदानलाख गांव मोतला में मिला कबूतर, पंखों पर उर्दू में कुछ लिखा है, लोगों में चर्चा पाक से आयाभास्कर संवाददाता | मुकेरियां गांवमोतला में शुक्रवार को एक घर में एक सफेद रंग का कबूतर गया। उसके पंखों... २४ सितम्बर २०१६, ११:०३ आम रेड मोर: पंजाब जालंधर होशियारपुर मुकेरियनगांव मोतलाकबूतरपंखउर्दूलिखालोगचर्चा पाक मोतला-गोला मार्ग पर आवाजाही रिस्की - - , , - , , - ... १२ जुलाई २०१६, ०३:०५ आम रेड मोर: दिव्यहिमचल्हिंदीमोतला गोलामार्गआवाजाही रिस्की मोतला-सरोग में रात को बिजली ठपउपमंडल सिहुता की तीन पंचायातों के लोगों का प्रतिनिधि मंडल पंचायत उपप्रधान ध्ुलारा सुरेंद्र महाजन... २६ जून २०१६, ०१:०५ आम रेड मोर: दिव्यहिमचल्हिंदिहिमाचमोतला सरोगरातबिजली पाल्हावास मोतला के तीन घरों में चोरीभास्कर न्यूज | कोसली/जाटूसाना क्षेत्रमें लगातार अभियान चलाने और ठीकरी पहरा लगाने की बात करने के बाद... ११ जून २०१६, ०५:५० आम रेड मोर: हरियाणा रोहतक रेवारी कोसलीपाल्हावास मोतलाघरोंचोरी राशिफल २०१७ मेष वृषभ
यह पौराणिक महाकाव्य रामायण के अंदर वर्णित एक विमान हुआ करता था । इस विमान का प्रयोग लंका के राजा रावण करता था । सीता हरण के समय रावण ने इसी विमान का प्रयोग किया था । पुष्पक विमान की अनेक विशेषताएं थी । जिनकी चर्चा हम इस लेख के अंदर करने वाले हैं। रावण को मारने के बाद राम लक्ष्मण और विभिषण इसी विमान के अंदर अयोध्या आए थे । किसने बनाया था पुष्पक विमान पुष्पक विमान के कुछ विशेष गुण पुष्पक विमान मन की गति से उड़ता था यह भूमी पर भी चल सकता था पुष्पक विमान को छोटा बड़ा किया जा सकता था पुष्पक विमान की बनावट अफगानिस्तान में मिला महाभारतकालीन विमान वैसे इस विमान का निर्माण विश्वकर्मा ने ब्रह्मा के लिए किया था । लेकिन रावण के भाई कुबेर ने तपस्या करके इस विमान को प्राप्त कर लिया था ।पुष्पक विमान धन के देवता कुबेर के पास हुआ करता था । लेकिन रावण ने इस विमान को और कुबरे की नगरी लंका पुरी को बलपूर्वक छीन लिया था । पुष्पक विमान का निर्माण अंगिरा ऋषि ने किया था और इसकी सजावट को विश्वकर्मा के द्वारा किया गया था। प्राचीन ग्रंथों के अंदर ऐसे अनेक विमानों का उल्लेख मिलता है। विमान मुख्य रूप से दो प्रकार के होते थे । एक मानव द्वारा बनाए गए विमान जोकि आम होते थे । दूसरे विशेष विमान होते थे । जिनके अंदर कुछ खास ताकते मौजूद होती थी । प्राचीन ग्रंथों के अंदर कई तरह के विमानों के युद्वों का वर्णन भी मिलता है। पुष्पक विमान एक खास प्रकार का विमान हुआ करता था । जिसके अंदर कुछ खास ताकते मौजूद थी । आइए उन खास ताकतों के बारे मे भी इस लेख के अंदर चर्चा कर लेते हैं। पुष्पक विमान के बारे मे यह कहा जाता है कि यह मन की गति से उड़ता इसका स्वामी अपने मन से इस विमान को पूरी तरह से कंट्रोल कर सकता था । इसकी गति को मन से नियंत्रित किया जाता था । पुष्पक विमान के अंदर अनेक विशेषताएं थी । उनमे से एक थी कि वह आकाश के अंदर उड़ने के साथ साथ भूमी पर भी चल सकता था । यह एक गाड़ी की तरह भी काम आता था । पुष्पक विमान केवल एक आकार के अंदर ही नहीं रहता था । वरन उसका आकार भी बदल सकता था । वह विमान आवश्यकता अनुसार बड़ा और छोटा हो सकता था। और उस पर वजन को भी उस हिसाब से कम या ज्यादा किया जा सकता था । रावण के वध के उपरांत पुष्पक विमान को भगवान राम ने कुबेर को वापस लौटा दिया था । पुष्पक विमान की बनावट बहुत ही सुंदर थी यह जब आकाश के अंदर उड़ता था तो स्वर्ण मेघ के समान लगता था । इसके चारों और हीरे और सोना को जड़ा गया था ।इसके आगे एक हंस का चित्र बहुत ही सुंदर ढंग से कोरा गया था ।इस विमान के उपर हाथी के आकार को भी उकेरा गया था । जो देखने मे बहुत सुंदर लगता था ।यह विमान रावण के महल के पास खड़ा रहता था । जिसको देखकर एक बार तो हनुमानजी भी आश्चर्यचकित हो गए थे । पुष्पक विमान के अलावा रावण के पास अन्य कई विमान थे । लेकिन कोई भी विमान पुष्पक का मुकाबला नहीं कर सकता था । एक वेबसाईट की रिपोर्ट के मुताबिक अफगानिस्तान की एक गुफा के अंदर एक बहुत पुराना विमान मिला है। यह विमान बहुत पुराना है। यह ५००० साल पुराना विमान है। जोकि एक टाइम वेल के अंदर फंसा हुआ था । टाइमवेल एक विशेष प्रकार का इलेक्ट्रो मैग्नेटिक क्षेत्र होता जिसमे रहने वाली वस्तु सुरक्षित रहती है। और उसके पास जाने वाले हर इंसान गायब हो जाते हैं।रूसी रिपोर्ट दिसम्बर २०१० के अंदर पेश हुई थी जिसके अंदर यह कहा गया था कि विमान के ४ पहिये लगे हुए हैं। इसके अंदर कई सारे घातक हथियार लगे हुए थे । जिनका प्रयोग दुश्मनों पर हमला करने के लिए किया जाता था । जब कमांडों कुछ दूर से इस विमान का निरक्षण किया जा रहा था तो इसका टाइम वेल सक्रिय हो गया और कई कमांडो गायब हो गए । वैज्ञानिकों के मता अनुसार टाइम वेल एक सर्पिलाकार आकाश गंगा की तरह होता है। जिसके संपर्क के अंदर आते ही जानवर ऐसे गायब हो जाते हैं। जैसे थे ही नहीं अब तक यहां पर ४० जर्मन डॉक्स की भी मौत हो चुकी है। इससे पहले कुछ लोगों का दावा है कि चीनियों को संस्क्रत के अंदर कुछ दस्तावेज भी मिले थे । जिनको अनुवाद के लिए चंडीगढ भेजा गया था । उसके बारे मे यह कहा जाता है कि वे इस विमान से संबंधित हो सकते हैं। इंका संभ्यता के खंड़रों के अंदर कुछ ऐसे चित्र भी मिले हैं। जिन मे मनुष्य के उपर पंख दिखाए गए हैं।मध्य अमेरिका के अंदर कुछ ऐसे आक्रति मिले हैं जो विमानों से मिलती हैं। कुल मिलाकर ऐसा कहा जा सकता है की प्रचाीन लोग कुछ ऐसी चीजों के बारे मे जानते थे जो अब तक हम नहीं जानते । टैग्स:पुष्पक विमान, पुष्पक विमान किसने बनाया, पुष्पक विमान की जानकारी, पुष्पक विमान के रहस्य, पुष्प्क विमान इन अफगानिस्तान सोने की लंका किसने बनाई थी अब लंका कैसी दिखती है
तीस आर्टियल मई नीद तो बे रेवरिटएन एंडिरेली तो कॉम्प्ली वित विकिपीड़िया'स क्वालिटी स्टैंडर्ड. यू कन हेल्प. थे डिस्कशन पाग मई कॉन्टेन सुएस्टन्स. (अक्टोबर २०१०) एक अनुमान के अनुसार हिंदुओं द्वारा पवित्र मानी जाने वाली नदी में बीस लाख लोग रोजाना धार्मिक स्नान करते हैं। हिन्दू धर्म में कहा जाता है कि यह नदी भगवान विष्णु के कमल चरणों से (वैष्णवों की मान्यता) अथवा शिव की जटाओं से (शैवों की मान्यता) बहती है। इस नदी के आध्यात्मिक और धार्मिक महत्व की तुलना प्राचीन मिस्र वासियों के लिए नील नदी के महत्त्व से की जा सकती है। जबकि गंगा को पवित्र माना जाता है, वहीं पारिस्थितिकी तंत्र से संबंधित इसकी कुछ समस्याएं भी हैं। यह रासायनिक कचरे, नाली के पानी और मानव व पशुओं की लाशों के अवशेषों से भरी हुई है और गंदे पानी में सीधे नहाने से (उदाहरण के लिए बिल्हारज़ियासिस संक्रमण) अथवा इसका जल पीने से (फेकल-मौखिक मार्ग से) स्वास्थ्य संबंधी बड़े खतरे हैं। १ २ गंगा कार्य योजना इस सेक्शन में विकिपीडिया के गुणवत्ता मापदंडों पर खरे उतरने के लिए सफ़ाई की आवश्यकता है। कृपया इस सेक्शन को सुधारने में यदि आप सहकार्य कर सकते है तो अवश्य करें। इसके संवाद पृष्ठ पर कुछ सलाह मिल सकती है। (मार्च २००९) नदी में प्रदूषण भार को कम करने के लिए १९८५ में श्री राजीव गांधी द्वारा गंगा कार्य योजना या गैप (गप) का शुभारंभ किया गया था। कार्यक्रम खूब धूमधाम के साथ शुरू किया गया था, लेकिन यह १५ वर्ष की अवधि में ९०१.७१ करोड़ (लगभग १०१०) रुपये व्यय करने के बाद नदी में प्रदूषण का स्तर कम करने में विफल रहा। १९८५ में शुरू किए गए जीएपी चरण १ की गतिविधियों को 3१ मार्च २००० को बंद घोषित कर दिया गया। राष्ट्रीय नदी संरक्षण प्राधिकरण की परिचालन समिति ने गैप (गप) की प्रगति और गैप (गप) चरण १ से से सीखे गए सबकों तथा प्राप्त अनुभवों के आधार पर आवश्यक सुधारों की समीक्षा की; इस योजना के अंतर्गत २.०० योजनाएं पूरी हो चुकी हैं। दस लाख लीटर मलजल को रोकने, हटाने और उपचारित करने का लक्ष्य है। वीर भद्र मिश्र अर्नेस्ट हैन्बरी हैंकिन जुलियन क्रैन्डल हौलिक द्वारा बैक्ट्रियोफेगेस के स्वयं-शुद्धि के प्रभाव, ऑक्सीजन प्रतिधारण रहस्य: मिस्ट्री फैक्टर्स गिव्स गैन्जेज़ अ क्लीन रेप्युटेशन. नैशनल पब्लिक रेडियो. इको फ्रेंड्स गैन्जेज़ कंज़र्वेशन " से लिया गया श्रेणियाँ: विकिपीड़िया आर्टिक्ल्स नीडिंग रेव्राइट फ्र्म अक्टोबर २०१०वागु और अंबिगुस टाइम अक्टोबर २०१०लेख जिनमें अक्टोबर २०१० से द्मी तिथि फोरमत प्रयोग करने की आवशकता हैगंगा नदीभारत में जल प्रदूषणहरिद्वारकानपुरइलाहाबादवाराणसीछुपी हुई श्रेणियाँ: साँचे में अमान्य तिथि प्राचल वाले लेखसुधार योग्य सभी लेखलेख जिन्हें मार्च २००९ से सफ़ाई की आवश्यकता हैसभी लेख जिन्हें सफ़ाई की आवश्यकता है दिक्चालन सूची भोजपुरीइंग्लिश कड़ी संपादित करें अन्तिम परिवर्तन ०६:५४, ७ अप्रैल 201७।
होम आत्म विकास आत्मविश्वास बढ़ाने के ८ असरदार तरीके आइये जानते हैं आत्मविश्वास बढ़ाने के ८ असरदार तरीके। आत्मविश्वास यानी खुद पर भरोसा रखना ये, सिर्फ एक शब्द नहीं है बल्कि हर सफल व्यक्ति के पीछे की हकीकत है। सफलता पाने के लिए जितनी जरुरत हमारी योग्यता की होती है उतनी ही जरुरत हम में आत्मविश्वास की भी होती है। अगर हमारे अंदर आत्मविश्वास की कमी है तो हम योग्यता होते हुए भी निराश और हताश हो जाते है और सफल नहीं हो पाते। अगर आप भी सफल होना चाहते हैं तो खुद में आत्मविश्वास जगाना बहुत जरुरी है और आइये आपको बताते हैं आत्मविश्वास बढ़ाने के ८ असरदार तरीके। १. कपड़े पहनने का तरीका बदलें आपके कपडे पहनने का तरीका आपका आत्मविश्वास बताता है। कपडे वही पहनें जो आप पर सही लगें। जगह के हिसाब से कपडे चुनें, अगर आप ऑफिस में या किसी मीटिंग में जा रहे हों तो फॉर्मल कपडे पहनें और अगर आप किसी पार्टी या शादी में जा रहे हों तो पार्टी के अनुसार ही कपड़े पहने। अगर आपका ड्रेसिंग सेंस बेहतर होगा तो लोग आपकी तारीफ करेंगे और आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा। २. आत्मविश्वास से भरे लोगों की आदतें अपनाएं आपने अक्सर अपने आस पास ऐसे लोग देखे होंगे जो आत्मविश्वास से भरे होते हैं वो कभी अपना मत रखने में हिचकिचाते नहीं है। आप ऐसे लोगों को देखें और उनकी आदतें अपनाएं। जैसे क्लास या सेमीनार में आगे की सीट पर बैठना, बेझिझक सवाल पूछना, वो किस तरह चलते और बोलते हैं वो अपनाना, कभी दबी आवाज में ना बोलना और हमेशा दूसरों से नजरें मिला कर बात करना। ३. छोटे-छोटे लक्ष्य बनायें अपने जीवन में छोटे छोटे लक्ष्य बनाएं क्योंकि छोटे लक्ष्य आसानी से हासिल हो सकते हैं और जैसे जैसे ये लक्ष्य हासिल होते जायेंगे आप में आत्मविश्वास बढ़ेगा। अगर आप एक बड़ा लक्ष्य बनाएंगे तो उसे पाने में बहुत समय लगेगा और बीच में कई असफलताएं और मुश्किलें आयेंगी जिनसे आप हताश हो जायेंगे और आप में आत्मविश्वास की कमी होने लगेगी। इससे बेहतर है आप अपने बड़े लक्ष्य को छोटे छोटे लक्ष्यों में तब्दील करें। ४. अपनी उपलब्धियों को याद करें हमेशा सकारात्मक रहें और हमेशा अपने अतीत की उपलब्धियों को याद करें ना की अपने अतीत की नाकामियों को सोचकर दुखी हो वरना ऐसे में आप में नकारात्मकता बढ़ेगी और आत्मविश्वास में कमी आएगी। इसलिए हमेशा अपनी उपलब्धियों को याद करें और खुद को प्रेरित करते रहें। ५. अपनी गलतियों से डरें नहीं गलतियां किये बिना कोई काम सफल नहीं होता गलतियां सभी करते हैं लेकिन सफल लोग उन गलतियों से सीख लेकर आगे बढ़ते हैं और जो लोग अपनी गलतियों से डरकर हताश हो जाते हैं वो कभी सफल नहीं हो पाते। इसलिए कभी अपनी गलतियों से डरें नहीं बल्कि उन गलतियों से सीख लें और उन्हें अनुभव के तौर पर लेकर आगे बढ़ें इससे आप के अंदर नयी ऊर्जा का संचार होगा और आत्मविश्वास बढ़ेगा। ६. जोखिम लेने से ना डरें किसी काम में सफल होने के लिए जोखिम लेना बहुत जरुरी है जब तक आप जोखिम लेकर किसी काम की शुरुआत नहीं करेंगे तब तक आपको अपनी क्षमता और उपलब्धियों के बारे में पता नहीं चलेगा। कोई काम करने के लिए जोखिम उठाने से ना डरें और अपनी सोच सकारात्मक बनायें क्योंकि अगर आप उसमे सफल ना भी हुए तो कम से कम आपको उससे सबक तो मिलेगा और भविष्य में आप वो गलतियां नहीं दोहराएंगे। ७. आत्मविश्वास के लिए अंग्रेजी आना जरुरी नहीं अक्सर हम लोग अपना आत्मविश्वास इसलिए खो देते हैं क्योंकि हमे अंग्रेजी भाषा नहीं आती लेकिन ये सही नहीं है। आत्मविश्वास के लिए अंग्रेजी भाषा का ज्ञान ही जरुरी नहीं है। उदाहरण के तौर पर आप हमारे प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी जी को देख सकते हैं वो हमेशा आत्मविश्वास से भरे रहते है जबकि वो विदेश में भी अपने ज्यादातर भाषण हिंदी में ही देते हैं। ८. आत्मविश्वास के लिए किसी काम को टालें नहीं कभी भी किसी नए काम की शुरआत करने के लिए आलस ना करें और उसे कल पर ना टालें क्योंकि ऐसा ना हो की आप उस काम की शुरआत करने में देर कर दें और उससे मिलने वाले परिणामों से वंचित रह जाएँ। ऐसे में आप में निराशा भर जाएगी और आप अपना आत्मविश्वास खो देंगे। उम्मीद है जागरूक पर आत्मविश्वास बढ़ाने के ८ असरदार तरीके कि ये जानकारी आपको पसंद आयी होगी और आपके लिए फायदेमंद भी साबित होगी। यात्रा के समय का सही उपयोग कैसे करें? अच्छी नींद के लिए अपनाएं ये घरेलू नुस्खे स्वस्थ आँखों के लिए इन बातों का ख्याल रखें
एल्कदतल बॉक्स ऑफिस: दूसरे दिन इतना बढ़ा फिल्म का बिजनेस सोनम कपूर, अनिल कपूर, राजकुमार राव और जूही चावला जैसे सितारों से सजी फिल्म एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा पहले दिन बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं दिखा सकी. सोनम कपूर, अनिल कपूर, राजकुमार राव और जूही चावला जैसे सितारों से सजी फिल्म एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा पहले दिन बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं दिखा सकी. तकरीबन ३५ करोड़ रुपये के बजट से बनी यह फिल्म पहले दिन में महज ३ करोड़ ३0 लाख रुपये की कमाई कर सकी. दूसरे दिन फिल्म के बिजनेस में ४०.९१ प्रतिशत का उछाल देखने को मिला. दूसरे दिन ४ करोड़ ६५ लाख रुपये की कमाई करने के बाद फिल्म का अब तक का कुल बिजनेस ७ करोड़ ९५ लाख हो गया है. फिल्म की कमाई के आंकड़े ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श ने अपने वैरिफाइड ट्विटर हैंडल से जारी किए हैं. कहा यह भी जा रहा है कि समलैंगिक रिश्तों की थीम पर बनी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर क्योंकि कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाती हैं. उस लिहाज से इस कलेक्शन को ठीक-ठाक माना जा सकता है. पहले दिन के बिजनेस एनालिसिस की बात करें तो सुबह के शो ठंडे रहे जबकि शाम के शोज में फुटफॉल बढ़ता नजर आया. अरबन थिएटर्स में बेहतर रही कमाई- ट्रेड विशेषज्ञों की मानें तो फिल्म को अरबन इलाकों में ज्यादा बिजनेस मिला है. फिल्म को कुल १५०० स्क्रीन्स पर रिलीज किया गया है. हालांकि बावजूद इसके इसे वो स्पेस नहीं मिल पा रहा है जितना मिलने की उम्मीद की जा रही थी. मणिकर्णिका से मिल रही टक्कर- फिल्म के बिजनेस को कंगना रनौत की फिल्म मणिकर्णिका से टक्कर मिल रही है. कंगना की फिल्म बॉक्स ऑफिस पर काबिज है और दर्शकों को अपनी ओर ज्यादा आकर्षित कर रही है. इस पीरियड ड्रामा फिल्म का विषय और कहानी जाहिर तौर पर दर्शकों को ज्यादा कनेक्ट करने में कामयाब है. इसके अलावा उरी और सिंबा जैसी फिल्में भी स्क्रीन्स पर हैं जो सोनम की फिल्म के बिजनेस को प्रभावित कर रही हैं. शादी के बाद कपिल पर कैसे छाया गिन्नी इफेक्ट, जूही ने बताया थे कपिल शर्मा शो कॉमेडी किंग कपिल शर्मा के शो पर रविवार रात मेहमान बनकर आई फिल्म एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा की स्टा ... बता दें कि शाहरुख खान का बर्थडे स्पेशल होने जा रहा है. शाहरुख जन्मदिन मनाने के साथ-साथ अपनी फिल्म जीरो का ट्रेलर भी लॉन्च कर ... सलमान खान कब शादी करेंगे ये सवाल के इंतजार में बॉलीवुड सेलेब्स के साथ दबंग खान के फैन भी हैं. लेकिन ये कम लोग ही जानते हैं ...
धोनी-गावस्कर पर बरसे गुहा, कुंबले का किया बचाव - बैक हिंदी धोनी-गावस्कर पर बरसे गुहा, कुंबले का किया बचाव प्रसिद्ध इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने बीसीसीआई की प्रशासक समिति से इस्तीफ़ा देते हुए पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और सुनील गावस्कर को अनैतिक आधार पर लाभ पहुंचाए जाने की कड़ी आलोचना की है. गुहा ने प्रशासक समिति के प्रमुख विनोद राय को दिए अपने इस्तीफ़े में उन कारणों का जिक्र किया है जिनके चलते उन्होंने सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित प्रशासक समिति से अलग होने का फैसला किया है. पढ़ें - कोहली की कुंबले से पटती नहीं है क्या? पढ़ें: 'मैदान में धोनी हों, तो आप उनके सपोर्टर बन जाते हैं'धोनी को ए ग्रेड का कॉन्ट्रैक्ट क्यों?गुहा ने अपने इस्तीफ़े में कहा है कि पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ ए श्रेणी का अनुबंध क्यों किया गया जबकि उन्होंने खुद को टेस्ट क्रिकेट से अलग कर लिया है. उन्होंने कहा कि यह फैसला एक गलत संदेश भेजता है. गावस्कर की कमेंट्री पर भी सवालगुहा ने गावस्कर की कमेंटेटर होने पर सवाल उठाते हुए कहा है कि गावस्कर खिलाड़ियों का प्रतिनिधित्व करने वाली कंपनी के मुखिया हैं और बीसीसीआई टीवी के कमेंट्री पैनल में भी है. उन्होंने कहा है कि ऐसे में उन्हीं खिलाड़ियों पर कमेंट्री करना कॉन्फिल्क्ट ऑफ इंटरेस्ट का मामला है, ऐसे में उन्हें दोनों में से एक पद से इस्तीफ़ा देना चाहिए. पढ़ें - 'धमकी देना बीसीसीआई को शोभा नहीं देता'उन्होंने साफ शब्दों में कहा है कि बीसीसीआई में सुपरस्टार खिलाड़ी के प्रभाव की वजह से कॉन्ट्रैक्ट प्रभावित होते हैं, कमेंटेटर से लेकर कोच के चयन प्रभावित होते हैं. कुंबले के साथ गलत व्यवहार क्यों?कुंबले का बचाव करते हुए गुहा ने कहा है कि कुंबले की कोचिंग में टीम इंडिया का प्रदर्शन बेहतर रहा है लेकिन इसके बावजूद कुंबले के भविष्य को अधर में रखा गया और इसके बाद इस पोस्ट के चयन प्रक्रिया की बात सामने आई. वे कहते हैं कि योग्यता और न्याय आधारित प्रक्रिया में कुंबले का कार्यकाल बढ़ सकता था. इमेज कॉपीरइट गुहा ने इसके साथ ही अपने स्थान पर एक पूर्व क्रिकेटर के तौर पर जवागल श्रीनाथ को प्रशासकों की समिति में रखने की सिफारिश भी की है. गुहा ने कहा था कि वह निजी कारणों से सीओए से हट रहे हैं, लेकिन अपने पत्र में उन्होंने भारतीय क्रिकेट के कर्ताधर्ताओं से कई सवाल किए हैं. उन्होंने कोच और यहां तक कि कमेंटेटर पैनल की नियुक्ति जैसे महत्वपूर्ण मसलों पर कोहली की 'वीटो शक्ति' पर सीधे सवाल उठाया है.(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)
सेल फोन उद्योग के बारे में सब सेल फोन उद्योग आज बड़े संचार उद्योग में सबसे तेजी से बढ़ता क्षेत्र है। अभी, इंटरनेट उन उद्योगों में से एक है जो विश्व स्तर पर सबसे बड़ी संख्या में लोगों द्वारा उपयोग किए जा रहे हैं। सेल फोन उद्योग मुख्य रूप से मोबाइल फोन हैंडसेट सहित मोबाइल फोन के निर्माण में लगा हुआ है। अब तक, सेल फोन उद्योग पूरी तरह से तकनीकी रूप से आगे बढ़ने पर केंद्रित है। यह दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाले उद्योगों में से एक है, जो आने वाले प्रौद्योगिकियों और नवाचारों के साथ-साथ बढ़ रहा है, "स्मार्टफोन" और अन्य फोन सुविधा और हाल के वर्षों में किए गए क्षेत्रों की प्रगति पर निर्माण कर रहा है। यह केवल १९९४ के बाद से सेल फोन बहुत अधिक लोकप्रिय होने लगा है। वास्तव में, इन उत्पादों का उपयोग उस समय से २४ मिलियन तक बढ़ गया, जब से आज यूएस में १८२ मिलियन उपयोगकर्ता हैं। सैमसंग और एचटीसी जैसी कंपनियों के माध्यम से अमेरिका में हाल के वर्षों में बड़े स्क्रीन वाले स्मार्टफोन उपलब्ध कराए गए हैं। २०१५ में, आपोल ने ४.७- और ५.५-इंच स्क्रीन वाले स्मार्टफोन पेश किए, जिन्हें 'फेबलेट्स' के नाम से जाना जाता है। बाजार में इफोन ६ और इफोन ६+ के प्रवेश ने इस दिशा में उनके पक्ष में गति बढ़ा दी है, और ये उत्पाद अब अमेरिकी स्मार्टफोन बाजार का 8४% हिस्सा है। सांस्कृतिक धारणाओं के बावजूद जो सेलफोन को पश्चिमी दुनिया के साथ जोड़ते हैं, वे वास्तव में आज दुनिया के लगभग हर कोने में पाए जा सकते हैं। वास्तव में, कई विकासशील देशों में, सेल फोन केवल बाहरी दुनिया के लिए उपयोग हैं, और एटीएम जैसे पैसे के लेन-देन का संचालन करने, इंटरनेट का उपयोग करने और व्यावसायिक आदेश रखने के लिए एक साधन के रूप में उपयोग किया जाता है, यहां तक कि उन जगहों पर भी जहां आधुनिक सुविधाएं जैसे जनता के लिए उपलब्ध पानी और बिजली आसानी से उपलब्ध नहीं हैं। यह सिर्फ सेल फोन की तकनीक नहीं है जो हाल के समय में बदल गई है। उनके भौतिक डिजाइन भी परिवर्तन और बदलाव के कई रोलरकोस्टर से गुजरे हैं। उन्होंने आकार, आकार और वजन में परिवर्तन करते हुए, अपने थोकपन को काफी कम कर दिया है। अब, सेल फोन अभी भी चिकना हो रहे हैं, जिससे उनके उपयोगकर्ता उन्हें ले जाने में बहुत सहज महसूस करते हैं। शोधकर्ताओं के अनुसार, यह माना जाता है कि, भविष्य में, सेल फोन हमारी जैविक सजगता और प्रक्रियाओं के साथ तालमेल बनाने में सक्षम होंगे, जैसे कि आंख की गतिविधियां, विचार प्रक्रिया, और कीनेस्टेटिक आंदोलनों, और यहां तक कि सांस्कृतिक प्राथमिकताएं भी। सेल फोन कई व्यक्तियों के जीवन का एक हिस्सा बन गए हैं, जिसके बिना वे खोए हुए महसूस करेंगे। तकनीकी रूप से, यह कहा गया है कि सेलफोन मानव जाति के लिए सबसे बड़ा उपहार है। १९ वीं शताब्दी के बाद से विभिन्न रूपों में फोन उपलब्ध हैं। हालांकि, जैसा कि शोधकर्ताओं ने अगली शताब्दी के दौरान विभिन्न प्रकार के फोन की खोज की, १९५6 में एरिक्सन कंपनी ने स्वीडन में "एमटीए" नामक एक पूरी तरह से स्वचालित, सेलुलर, फोन प्रणाली जारी की। यह गैजेट काफी भारी था, इसलिए उपयोगकर्ता इसे लंबे समय तक लेने के लिए खुश नहीं थे, क्योंकि इस मोबाइल फोन का वजन लगभग ४० किलोग्राम (८८ पाउंड) था! बाद में, इस अवधारणा का एक बेहतर संस्करण १९6५ में सामने आया, और इसे "एमटीबी" के रूप में जाना गया। १९66 में, "रत्ज - १०" नामक एक मोबाइल फोन पेश किया गया था। सेलुलर फोन के क्षेत्र में आगे के विकास पर, १९71 में फिनलैंड में "ज़ीरो जेनरेशन" मोबाइल नेटवर्क के रूप में जाना जाने वाला सबसे पहला वाणिज्यिक सेलुलर फोन पेश किया गया था। बाद में, वर्ष १९73 में, मोटोरोला को पेश किया गया था, जिसमें ५ की चौड़ाई और ९ की लंबाई थी, और एक प्रबंधनीय २.९ल्ब्स का वजन था। धीरे-धीरे, समय बीतने के साथ, मोबाइल फोन ने छलांग और सीमा में सुधार किया और, मोबाइल संचार के लिए ग्लोबल सिस्टम की शुरुआत के साथ, सेलुलर फोन सिस्टम में रेडियो स्पेक्ट्रोम्स का प्रभावी ढंग से उपयोग किया जा सका। अमेरिका में सेल फोन के लिए विनियामक जिम्मेदारियां संघीय संचार आयोग (फक) के साथ हैं, जो प्रमाणित करता है कि ये वायरलेस डिवाइस, और सभी फोन जो यूएस में बेचे जाते हैं, उन्हें उन दिशानिर्देशों का पालन करना चाहिए जो उन्होंने किले को निर्धारित किया है। एफसीसी एफडीए और अन्य स्वास्थ्य एजेंसियों पर निर्भर करता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सेलफोन उपयोगकर्ताओं और पर्यावरण के लिए सुरक्षित हैं। संभावित रूप से एक अंतरराष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य से वायरलेस संचार के संपर्क के कारण होने वाले प्रभावों में कई हानिकारक स्वास्थ्य प्रभाव शामिल हो सकते हैं। वायरलेस प्रौद्योगिकियों, जैविक अनुसंधान, विकास मानकों, और दूरसंचार उपकरणों की सुरक्षा से संबंधित संभावनाओं के क्षेत्र में उभरती हुई नई सफलताओं का उपयोग सभी सेल फोन को सुरक्षित और अधिक उपयोगी बनाने के लिए किया जा रहा है।
सालों बाद, नकोलिया बाध / अमित कुमार झा - गड्या कोश - हिन्दी कहानियाँ, लेख, लघुकथाएँ, निबन्ध, नाटक, कहानी, गद्य, आलोचना, उपन्यास, बाल कथाएँ, प्रेरक कथाएँ, गद्य कोश सालों बाद, नकोलिया बाध / अमित कुमार झा मुखपृष्ठरचनाकारों की सूचीअमित कुमार झा तकरीबन सात सालों बाद नकोलिया बाध जाने का मौका मिला। इस बाध का न तो कोई ऐतिहासिक महत्त्व है और न ही यह आपको गूगल में मिलने वाला है। दरअसल, हमारे यहाँ बाध उस जगह को कहा जाता है, जहाँ दूर-दूर तक चारों तरफ केवल खेत ही खेत होते हैं। उस बाध में हमारे पूर्वजों के नौ कोले (कोला- खेतों का टुकड़ा) खेत थे। ग्रीष्मावकाश में गाँव गया था, तो अचानक से नकोलिया (नौकोलिया) की याद आई. वर्षों तक वहाँ न जाने का कारण वहाँ की दूरी थी। यह बाध हमारे घर से तकरीबन कोस भर (कोस-२ मील) की दूरी पर है। तिस पर से जाने का कोई सड़क नहीं। बिल्कुल बाधे-बाध। अपने चचेरे भाई दीपक को साथ लेकर मैं चल पड़ा। पसरिया पोखर के पास सड़क से उतरकर खेत के आरों (मेड़) पर चलते हुए पुरना पोखर के महाड़ पर पहुँचा। मैं हैरत में था कि महाड़ कहीं नजर नहीं आ रहा था। मुझे याद है कि इस पोखर की मिट्टी को गाँव की सबसे अच्छी चिकनी मिट्टी कहा जाता थी। चाहे घर साटना हो या मूर्तियाँ बनाना लोगों की पहली पसंद यहीं की मिट्टी होती थी। मिट्टी माफियाओं ने महाड़ों की सारी मिट्टी बेच दी और अतिक्रमणकारियों ने उस जगह को अपना खेत बना लिया है। पहले इस पोखर में कमल खिला करता था। अब तो उसमें पानी ही नहीं है। खैर, हम आगे बढ़े। सामने पैंतु चौधरी का आड़ा था। हालांकि यह निजी संपत्ति है, किंतु फिर भी गाँव के पर्यावरण के लिए बहुत ही महत्त्वपूर्ण। यह एक आम का बगीचा है जिसमें अब केवल पचास-साठ पेंड़ बच गए हैं। फिर भी, इसमें तरह-तरह के आम फलते हैं यथा- फैजली, बंबइ, सिनुरिया, भेटरी, सब्जा, मालदह, कृष्णभोग इत्यादि। थोड़ा आगे बढ़ने पर ठुट्ठा बाध आया। कहते हैं यहाँ पर एक बड़ा-सा पेंड़ था जो बाद में ठूँठ हो गया था। इसीलिए इसे यह नाम दिया गया था। इससे आगे पगबन्हा, फिर कदमक कूँड़ के पास हम सरङा धार पार हुए. सामने ही हमारा नकोलिया बाध था। अपना खेत देखा। खेत में पटवा की फसल लहलहा रही थी। खेत की एकाध परिक्रमा कर लौट आया। आते-आते दीपक ने एक पेंड़ के पास बैठकर सुस्ताया और जामून भी तोड़ा। घर आते-आते दीपक ने कहा "कान पकड़ते हैं अमित भैया। फिर कभी यह बाध नहीं आएँगे हम। इतना दूर चलना आदमी का काम है क्या।" अब मैं उसे कैसे समझाऊँ कि यह बाध हमारे परिवार-समाज से लेकर देश तक का धरोहर है। हमारे पूर्वज वहाँ रोज जाया करते थे। मैंने तो दादाजी को दिन में तीन-तीन बार तक वहाँ जाते देखा है। " से लिया गया इस पृष्ठ का पिछला बदलाव ६ अक्टूबर २०1६ को ०३:२० बजे हुआ था। यह पृष्ठ ७४ बार देखा गया है।
शहर के पांच बड़े बकायादारों को टैक्स जमा करने निगम कमिश्नर प्रभाकर पाण्डेय ने जारी किया वारंट | देल्हिबुलएटीं होम छत्तीसगढ़ बिलासपुर शहर के पांच बड़े बकायादारों को टैक्स जमा करने निगम कमिश्नर प्रभाकर... शहर के पांच बड़े बकायादारों को टैक्स जमा करने निगम कमिश्नर प्रभाकर पाण्डेय ने जारी किया वारंट सात दिनों के अंदर टैक्स जमा नहीं करने पर कुर्की करने की जाएगी कार्रवाई बिलासपुर। निगम कमिश्नर प्रभाकर पाण्डेय ने जोन ४ के पांच बड़े बकायादारों को टैक्स जमा करने वारंट जारी किया है। वारंट जारी होने के सात दिनों के भीतर बकाया टैक्स जमा नहीं करने पर कुर्की करने की कार्रवाई की जाएगी। पिछले कई वर्षों से टैक्स जमा नहीं करने वाले बड़े व्यापारी व होटल संचालक को टैक्स जमा करने के लिए लगातार नोटिस जारी किया जा रहा है। नोटिस जारी करने के बाद भी बड़े बकायादारों द्वारा प्रापर्टी टैक्स जमा नहीं करने पर वारंट जारी कर कुर्की की कार्रवाई करने के निर्देश कमिश्नर पाण्डेय ने सभी जोन कमिश्नर को दिए हैं। शनिवार को जोन चार क्षेत्र के पांच बड़े बकायादार को नगर पालिक अधिनियम १९५६ की धारा १७५ की उपधारा (एक) के तहत् बकाया राशि वसूल करने के लिए वारंट की कार्यवाही की गई। इनमें हाॅटल नटराज लिंक रोड बिलासपुर भवन स्वामी टीएस ठाकुर बकाया राषि वर्ष १८-१९, एवं १९-२० कुल बकाया. २,५८,४६८, हाटल अजीत तेलीपारा रोड बिलासपुर भवन स्वामी सुरजीत कौर वर्ष १८-१९, एवं १९-२० कुल बकाया ३,००,४९५, महेश चौकसे निरंकारी भवन के पास डीपूपारा बिलासपुर बकाया राशि वर्ष १६-१७ से १९-२० कुल बकाया राशि रुपए ३,९६,७९५, जसपाल सेठी टेलीफोन एक्सचेंज रोड बकाया राशि वर्ष १६-१७ से १९-२० कुल राशि रुपए ३,८६,०९१, मोहम्मद नजीद पिता अब्दुल करीम लिंक रोड बिलासपुर बकाया वर्ष १७-१८ से १९-२० कुल राशि रुपए १,३9,75२ शामिल हैं। वारंट के बाद सात दिनों के अंदर टैक्स जमा नहीं करने की स्थिति में नियमानुसार कुर्की की कार्रवाई की जाएगी। बच्चे को खेल में लगी चोट तो नेताजी ने गाली-गलौच करते... प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया का सरकार को निर्देश, पत्रकारों के खिलाफ... डॉ. अनामिका पाल बनी जोगी कांग्रेस के महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश... विधायक शैलेष पांडेय ने खरीदा एपीएल का राशन, शहर के लोगों... हिन्दू नववर्ष शोभायात्रा के संबंध में बैठक ८ फरवरी को दोपहर...
क-२५३ २०१६ नवीनतम डिजाइन गुंडा ग्रीन सैन्य वर्दी शैली सेक्सी रिवेट्स महिला चौग़ा - बाय सेक्सी चौग़ा महिलाओं,सेक्सी महिलाओं के लिए समग्र,उच्च गुणवत्ता गर्भवती चौग़ा प्रोडक्ट ऑन अलीबाबा.कॉम क-२५३ २०१६ नवीनतम डिजाइन गुंडा ग्रीन सैन्य वर्दी शैली सेक्सी रिवेट्स महिला चौग़ा विरोधी पिलिंग, सांस, स्थायी, त्वरित सूखी, आरामदायक, अद्वितीय, सेक्सी, सुंदर ज़्स-क्स्क्स्ल से या मोजा टेबल पर आधारित गोथिक, गुंडा, कारण, आकस्मिक पैंट ३ पस आइटम प्रति, सभी में ६० पस १. एक टुकड़ा एक प्लास्टिक बैग के साथ २. पांच या अनुपात पैकिंग ३. कार्टन: ४०क्स५०क्स६० मानक निर्यात दफ़्ती में ६० पीसेस. ४. ग्राहक की आवश्यकता के अनुसार. विशेष पुराने शिल्प प्रक्रिया लाने के अवनति का लग रहा है समृद्ध अर्थ, ऊपरी भाग वियोज्य खोखले बाहर या कर सकते हैं, यह सुंदर और सेक्सी है। माप आकार आकार उपरोक्त तालिका पर अपने संदर्भ के लिए है। सभी आकार के बारे में के अधीन +/-०.५-१ इंचा सहिष्णुता है। (४). यदि आप कभी भी हमारे उत्पाद खरीद से पहले? खरीदने खुदरा या थोक? जहाँ खरीदने के लिए ? एक: प्रत्येक इटर्म मोक ३ पस कर रहे हैं, आप और अधिक आदेश अगर आप संबंधित छूट मिल जाएगा. पंक चित्र २ गुंडा डिजाइनर पंक विभिन्न पंक शैलियाँ पोस्ट गुंडा शैली गुंडा जापान पंक जापान गुंडा शादियों पंक १०० साल पंक उन्नत पंक गुंडा शैली ५० गुंडा फैशन गुंडा गुंडा कपड़े मुख्यमंत्री पंक पंक डिजाइन नि: शुल्क पंक डिजाइन फैक्टरी पंक दिन गुंडा डिजाइन गुंडा पंक पाउच गुंडा कंगन पंक पेंडेंट
ईद के मौके पर सलमान खान की भारत से सीधे टक्कर लेने आ रही है खेसारी लाल और पवन सिंह की ये फिल्में ईद के मौके पर आज जहां सलमान खान की 'भारत' रिलीज हुई, वहीं खेसारी लाल की फिल्म कुली नो.१ और पवन सिंह की फिल्म 'मैंने उनको सजन चुन लिया' भी रिलीज हो गई। यहां जानें दोनों फिल्मों में क्या है खास... हर साल ईद का जश्न मुस्लिमों के लिए बड़ा ही ख़ास होता है जिसकी एक वजह सलमान खान की फ़िल्मों का रिलीज़ होना भी है। सबके भाईजान सलमान अपने फैंस के लिए हर ईद एक खूबसूरत फ़िल्म ईदी के रूप में लाते हैं और कई सौ करोड़ की कलेक्शन कर ले जाते हैं। इस साल उनकी फिल्म भारत आ रही है जो देशभक्ति और एक्शन से भरपूर है। उनको टक्कर देने के लिए भोजपुरी सिनेमा के त्रिमूर्ति में से दो सुपरस्टार अपना कमर कस चुके हैं। खेसारीलाल यादव अपने भोजपुरिया फैन्स के लिए लेकर आ रहे हैं काजल राघवानी के साथ कूली नम्बर १ और पवन सिंह ला रहे हैं अपनी बहुप्रतिक्षित भोजपुरी फ़िल्म मैंने उनको सजन चुन लिया। दोनों भोजपुरी फिल्मों की ख़ास बात है कि दोनों की हिरोइन हैं काजल राघवानी। काजल की जोड़ी इन दोनों सुपरस्टार्स के साथ काफी हिट रही है और दर्शकों का भरपूर प्यार इन्हें मिलता रहा है। अब देखना ये है कि सलमान ख़ान की फ़िल्म भारत के सामने ये दोनों भोजपुरी फ़िल्में कितना मुक़ाबला कर पाती हैं। आपको बता दें कि कूली नम्बर १ भारत के ही जैसे पूरे देश मे रिलीज़ हो रही है जबकि पवन सिंह की फ़िल्म केवल बिहार और झारखंड में रिलीज़ हो रही है। कहानी की बात करें तो भारत का ट्रेलर देख कर ये तो पक्का हो गया है कि इसमें सलमान अलग अलग गेटअप में दिखेंगे। फ़िल्म में कई टाइम पीरियड भी दिखाए गए हैं। फ़िल्म में भारत और गल्फ देशों का लोकेशन दिखाया गया है। खेसारी लाल की 'कूली नो. १' की ये है रही खास बात बात अगर कूली नम्बर १ की हो तो फिल्म में खेसारीलाल अच्छे परिवार से हैं लेकिन एक बार जब वह वृद्धाश्रम आते हैं तो यहीं के हो जाते हैं। उनके पीछे उनकी प्रेमिका का रोल कर रहीं काजल राघवानी भी चली आती हैं। क्लाइमेक्स के बाद वह वृद्धाश्रम स्कूल में बदल जाता है और वहां रहने वाले बुज़ुर्ग अपने घर लौट जाते हैं। यह सब कैसे होता है और खेसारीलाल इस वृद्धाश्रम की ज़मीन पर कब्ज़ा करने वाले गुंडों से कैसे निपटते हैं यह फिल्म में देखने को मिलेगा। 'मैंने उनको सजन चुन लिया' में दिखेगा पवन सिंह का जलवा पवन सिंह की फ़िल्म मैंने उनको सजन चुन लिया की कहानी एक प्रेमी की है जो अपनी प्रेमिका के लिए पूरी दुनिया से लड़ने को तैयार है और वह कैसे उसके खूंखार भाई, चाचा और बाप से लड़ कर अपना प्यार पाता है यही फ़िल्म का थीम है। तीनों फ़िल्में क्या कमाल दिखाती हैं ये तो इस सप्ताह के अंत तक पता चल जाएगा। बहरहाल, खेसारीलाल यादव भी सलमान खान के जैसे चैरिटी करते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार वह सभी धर्म और जाति के ६२ बच्चों की पढ़ाई का ख़र्चा उठाते हैं और उनपर हर महीने लगभग तीन लाख रुपये खरचते हैं। खेसारी हर महीने वृद्धाश्रम में भी जाकर बुज़ुर्गों से मिलते हैं और उनके लिए फल मिठाइयाँ आदि ले जाते हैं। यह सुपरस्टार्स की दरियादिली है कि उनको जैसे भगवान छप्पर फाड़ के देता है वैसे ही वो भी ज़रूरतमंदों पर लुटाते हैं। दर्शकों को लिए यह ईद का त्योहार सच में काफी मनोरंजक होने वाला है उन्हें सलमान खान के साथ पवन सिंह और खेसारी लाल यादव की भी फ़िल्में देखने को मिलेंगी।
सुदर्शन क्रिया से छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य में सुधार, येल यूनिवर्सिटी का शोध बेंगलुरु। अमेरिका की प्रतिष्ठित येल यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के द्वारा किए गए एक महत्वपूर्ण अध्ययन से यह पता चला है कि जिन कॉलेज विद्यार्थियों ने सुदर्शन क्रिया श्वसन तकनीक का अभ्यास किया, उनके स्वास्थ्य के छः मुख्य क्षेत्रों- अवसाद, तनाव, मानसिक स्वास्थ्य, सचेतन अवस्था, सकारात्मक प्रभाव और सामाजिक जुड़ाव में सुधार देखा गया। फ्रंटियर्स इन साईकिएट्री में रिपोर्ट किए गए और येल यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर उल्लिखित किए गए जांच के परिणामों में यह कहा गया है कि कठिन परिस्थितियों से उबरने के लिए ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम यूनिवर्सिटी कैंपस में विद्यार्थियों के मानसिक स्वास्थ्य पर आए संकट को दूर करने में एक महत्वपूर्ण उपकरण साबित हुए हैं। इस उच्च स्तर के अध्ययन का निर्देशन येल चाइल्ड स्टडी सेंटर एंड येल सेंटर फॉर इमोशनल इंटेलिजेंस, येल यूनिवर्सिटी,सेंटर फॉर कंपैशन एंड अल्ट्रूज्म रिसर्च एंड एजुकेशन, स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी, लेपजिग यूनिवर्सिटी, लेपजिग, जर्मनी, येल स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, येल यूनिवर्सिटी एंड मेडिकल रिसर्च काउंसिल कोग्निशन एंड ब्रेन साइंसेज यूनिट, यूनिवर्सिटी ऑफ कैंब्रिज के शोधकर्ताओं के द्वारा किया गया। इस महामारी के चलते, जब मानसिक स्वास्थ्य की बात आती है, तो भविष्य को लेकर अनिश्चितताओं, बढ़ते विरोध और वैश्विक तनाव के कारण स्थिति और भी खराब हुई है और एक विशेष आयु समूह के युवा इसकी चपेट में आए हैं। यादृच्छिक नियंत्रित परीक्षण में, येल चाइल्ड स्टडी सेंटर एंड येल सेंटर फॉर इमोशनल इंटेलिजेंस की शोध टीम ने क्लासरूम में हुए तीन वैलनेस ट्रेनिंग प्रोग्राम के आधार पर मूल्यांकन किया। इन सभी प्रोग्राम्स में श्वसन एवं भावनात्मक बुद्धिमत्ता रणनीति शामिल थीं। इन प्रोग्राम्स का परीक्षण ४ हफ्तों तक १३५ अंडरग्रैजुएट विद्यार्थियों पर किया गया और परिणामों कि तुलना उन नियंत्रित अंडरग्रैजुएट विद्यार्थियों के समूह से की गई, जिन्होंने इन तीनों प्रोग्राम्स में से एक भी प्रोग्राम में हिस्सा नहीं लिया था। शोधकर्ताओं ने बताया कि नियंत्रित समूह की तुलना में एस के वाई कैंपस हैप्पीनेस ने बहुत अच्छे सुधार को दर्शाया। उन विद्यार्थियों को अवसाद, तनाव, सचेतन अवस्था, सकारात्मक प्रभाव और सामाजिक जुड़ाव जैसी छः स्थितियों में मदद मिली। आर्ट ऑफ लिविंग का एस के वाई कैंपस हैप्पीनेस प्रोग्राम एक श्वसन तकनीक पर आधारित है, जिसे एस के वाई (सुदर्शन क्रिया योग) कहा जाता है। इसमें श्वसन ध्यान, योगासन, सामाजिक जुड़ाव और सेवा कार्य शामिल हैं। एम्मा सेप्पाला, येल स्कूल ऑफ मैनेजमेंट में वूमेंस लीडरशिप प्रोग्राम की फैकल्टी डायरेक्टर और प्रमुख लेखिका ने यह बताया, "शैक्षिक कुशलताओं के साथ - साथ हमें विद्यार्थियों को यह भी सिखाने की आवश्यकता है कि एक संतुलित जीवन किस प्रकार से जिया जाए। पिछले १० वर्षों में विद्यार्थियों का मानसिक स्वास्थ्य खराब हुआ है।" सुदर्शन क्रिया एक शक्तिशाली लयबद्ध श्वसन तकनीक है, जो आर्ट ऑफ लिविंग के कार्यक्रमों में सिखाई जाती है, जो जीवकोषीय स्तर पर तनाव और भावनात्मक विष को दूर करती है। शोध यह दर्शाता है कि यह तकनीक नींद के चक्र को सुधारने, हैप्पी और फील गुड हार्मोन्स, जैसे- ऑक्सीटोसिन के स्राव को सुधारने, तनाव उत्पन्न करने वाले हार्मोन्स, जैसे- कॉर्टिसोल के स्राव को कम करने, सजगता को बढ़ाने और चिकित्सीय अवसाद लक्षणों को कम करने में मदद करती है। अमेरिका का संगीन आरोप, चीनी हैकर चुरा रहे हैं कोरोना वैक्सीन रिसर्च की जानकारियां ईत, आईम्स के शोध का दावा, मानसून-सर्दियों में कोरोना पहुंच सकता है अपने चरम पर
कढ़ाई 'सफेद लिली' | मुक्त योजना डाउनलोड १५.०६.२०१६१५.०६.२०१६श्रेणियाँ: रियोलिस, फूलटिप्पणियाँ: ० बुकमार्क करने के लिए जोड़ा गया: ६ इस कढ़ाई कुल(: २०, : ४.८५ ५ ) इस कढ़ाई डाउनलोड किया ४४५ समय. २८.०४.२०१३१९.०८.२०१४श्रेणियाँ: लंगर, फूल, गुलदस्ताटिप्पणियाँ: १ + ०९.०८.२०१५०९.०८.२०१५श्रेणियाँ: आरटीओ, पालतू जानवर, गर्मी, प्रकृति, रोमांस, फूलटिप्पणियाँ: ० + १०.०६.२०१२१५.०८.२०१५श्रेणियाँ: आयाम, फूलटिप्पणियाँ: ० + ०१.०२.2०१5०१.०२.2०१5श्रेणियाँ: सागर विषय, स्थिर वस्तु चित्रण, फूलटिप्पणियाँ: ० + २८.०७.२०१२०६.१०.२०१५श्रेणियाँ: रियोलिस, स्थिर वस्तु चित्रण, फूलटिप्पणियाँ: १ + १५.०४.२०१६१५.०४.२०१६श्रेणियाँ: लंगर, पूर्व, स्थिर वस्तु चित्रण, फूल, रसोई घर के लिएटिप्पणियाँ: ० + एक सपने में सूरजमुखी ०९.०३.२०१३२६.०८.२०१४श्रेणियाँ: गुंबद, इमारत, गर्मी, ग्रामीण परिदृश्य, फूल, सूरजमुखीटिप्पणियाँ: ० + कढ़ाई तारों से रात २४.०८.२०१२०६.१०.२०१५श्रेणियाँ: रियोलिस, चित्रटिप्पणियाँ: ३ कढ़ाई "फ़ील्ड 'कढ़ाई मेज पर गुलाब ० टिप्पणियाँ अलेक्जेंडर ग्रोमनित्स्काया पर "" सूर्य-०१० दुनिया भर से श्रृंखला २ महीने, १ सप्ताह पूर्व डीईए पर खोज योजनाओं आयाम ४ महीने, १ सप्ताह पूर्व वसिलेव५० पर खोज योजनाओं आयाम ५ महीने, १ सप्ताह पूर्व
कागंड़ा: नशे के गढ़ छन्नी बेली गांव में पुलिस की दबिश, १२५ लीटर लाहन-८ बाइक जब्त, ६ लोगों पर फिर कांगड़ा पुलिस ने रेड में सीज की अवैध शराब. ड्रग्स इन कांगड़ा: गांव छन्नी बेली लाहन के लिए मशहूर है. अब यहां पर चिट्टा का कारोबार भी होने लगा है. यहां कि महिलाएं भी नशे का कारोबार करती हैं. अब नाबालिग बच्चे भी इस काम को अंजाम दे रहे हैं. धर्मशाला. हिमाचल प्रदेश (हिमाचल प्रदेश) के कांगड़ा जिले में पुलिस के नशे (ड्रग्स) के खिलाफ चलाए गए अभियान के तहत थाना डमटाल के अंतर्गत नशे के गढ़ छन्नी बेली गांव में अवैध शराब (इलेगल लिकोर) की बड़ी खेप नष्ट और जब्त की गई. इस ८ बाइक जब्त किए गए और छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. १०० पुलिस कर्मियों ने दी दबिश जानकारी के अनुसार, डीएसपी नूरपुर डॉ. साहिल अरोड़ा और उनकी टीम के १०० से ज्यादा पुलिस कर्मियों ने सुबह ५ बजे गांव में दबिश दी. पुलिस ने हर घर की तलाशी ली. इस दौरान ६ चलती लाहन की भट्टियां और हजार-हजार लीटर के ८० कच्ची शराब के ड्रम नष्ट किए गए. 12५ लीटर तैयार शराब के अलावा, ८ मोटरसाइकिल भी जब्त किए गए. पुलिस ने छ लोगों पर आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है. नशे के लिए फेमस है गांव गांव छन्नी बेली लाहन के लिए मशहूर है. अब यहां पर चिट्टा का कारोबार भी होने लगा है. यहां कि महिलाएं भी नशे का कारोबार करती हैं. अब नाबालिग बच्चे भी इस काम को अंजाम दे रहे हैं. डीएसपी डॉ. साहिल अरोड़ा ने कहा कि नशा कारोबारियों को कतई बख्शा नहीं. जाएगा. उन्होंने आम लोगों से भी अपील की कि अगर कोई नशा बेचता है तो वह इसकी जानकारी नजदीकी थाना में दें या सीधे तौर पर मुझसे भी सम्पर्क कर सकते हैं. सूचना देने वाले का नाम व पहचान गुप्त रखी जाएगी. मौके पर थाना प्रभारी इंदौरा सुरिंदर धीमान,थाना प्रभारी नूरपुर भाटिया सहित डमटाल नूरपुर इंदौरा की पुलिस मौजूद रही.ये भी पढ़ें: हिमाचल पुलिस के जवान ने महिला पुलिस कर्मी के इनरवियर पर लिखे अश्लील शब्द, फिर
कन्वर्ट ४१९०२५२० नीदरलैंड एंटीलियन गिल्डर (अंग) में जिम्बाब्वे डॉलर (ज़ॉड), मुद्रा विनिमय दरें आज ४१९०२५२० अंग नीदरलैंड एंटीलियन गिल्डर सेवा ज़ॉड जिम्बाब्वे डॉलर आप परिवर्तित कर दिया है ४१९०२५२० अंग सेवा ज़ॉड : ०.०००००० . आखिरी अपडेट : तुए, ०७ जुल २०२० ०२:४६:४५ +०००० या ४१९०२५२० अंग सेवा ज़ॉड: = १०४७५६३०० नीदरलैंड एंटीलियन गिल्डर तो जिम्बाब्वे डॉलर २३०४६३८६० नीदरलैंड एंटीलियन गिल्डर तो जिम्बाब्वे डॉलर ४८१८७८९८० नीदरलैंड एंटीलियन गिल्डर तो जिम्बाब्वे डॉलर ९८४७०९२२० नीदरलैंड एंटीलियन गिल्डर तो जिम्बाब्वे डॉलर १९९०३६९७०० नीदरलैंड एंटीलियन गिल्डर तो जिम्बाब्वे डॉलर ४००१६९०६६० नीदरलैंड एंटीलियन गिल्डर तो जिम्बाब्वे डॉलर ८०२४३३२५८० नीदरलैंड एंटीलियन गिल्डर तो जिम्बाब्वे डॉलर १६०६९६१६४२० नीदरलैंड एंटीलियन गिल्डर तो जिम्बाब्वे डॉलर ३२१६०१८४१०० नीदरलैंड एंटीलियन गिल्डर तो जिम्बाब्वे डॉलर ४१९०२५२० नीदरलैंड एंटीलियन गिल्डर तो जिबूती फ्रैंक ४१९०२५२० नीदरलैंड एंटीलियन गिल्डर तो मलावी क्वाचा ४१९०२५२० नीदरलैंड एंटीलियन गिल्डर तो होन्ग कोंग डॉलर ४१९०२५२० नीदरलैंड एंटीलियन गिल्डर तो तंजानिया शिलिंग ४१९०२५२० नीदरलैंड एंटीलियन गिल्डर तो बेलारूसी रूबल ९९९९९९९९.९९९९९ ज़्मक सेवा आर्ड २५६६५२०० गीप सेवा लक ४८७७९९७ सर सेवा गत्क़
नींद में चलने की बीमारी - भारतकोश, ज्ञान का हिन्दी महासागर नींद में चलता रोगी नींद में चलना (अंग्रेज़ी: सोमनाम्बुलिस) अर्थात् स्लीपवाकिंग एक विचित्र प्रकार की गंभीर मनोवैज्ञानिक बीमारी है जो कि कुछ ही लोगों में पायी जाती है। जिसे सोमनाबुलिज्म (सोमनाम्बुलिस) या स्लीपिंग डिसऑर्डर भी कहा जाता है। इस रोग में रोगी नींद में ही चलने लगता है। इस बीमारी से ग्रसित रोगी रात में नींद से उठकर अपने बिस्तर से चलता है और एक जागे हुए मनुष्य की तरह विभिन्न कार्य को आसानी से कर देता है। उसे पता ही नहीं चलता कि वो रात को क्या कर रहा था। जब रोगी ऐसा कर रहा होता है तब वे अर्धजागृत अवस्था में होता है, लेकिन फिर से सो जाने के बाद जब वह सुबह जागता है तो उसे अपने द्वारा नींद में किए गए कार्य याद नहीं रहते। यह एक विचित्र बीमारी है जो कि स्नायुविक गड़बड़ी से होती है। नींद में चलना एक विकार है। आंकड़ों के अनुसार इससे भारत के लगभग चौदह प्रतिशत किशोर इस रोग से पीड़ित होते है। मनोवैज्ञानिकों के अनुसार ४ से ८ वर्ष के बच्चों में सोमनाबुलिज्म की समस्या ज़्यादा देखने को मिलती है। स्लीपवाकिंग स्कूल जाने वाली उम्र के बच्चों में आम रूप से होता है। एक अध्ययन से पता चला है की लगभग १५% तक बच्चे जो कि ५ से १२ साल की उम्र के हैं वो अपनी नींद में कम से कम एक बार चलते हैं। लड़कियों की अपेक्षा लड़कों में नींद में चलने की बीमारी ज़्यादा पाई जाती है। बार बार स्लीपवाकिंग पुरुषों में आम होती है और बिस्तर में पेशाब करने के साथ होती है। नींद में चलना एक मस्तिष्क रोग के साथ-साथ नींद का भी विकार है। यह तंत्रिका-तंत्र का मस्तिष्क विकार है। उदाहरण के लिए जैसे- जब हम जागृत अवस्था में होते हैं तो मस्तिष्क भी पूर्णतः जागृत अवस्था में होता है, परंतु नींद में चलने वालों के मस्तिष्क का एक हिस्सा तो गतिशील रहता है जबकि दूसरा हिस्सा सुप्त अवस्था में रहता है, जिसके कारण वे नींद में भी उठ कर चलने लगते है। लेकिन यह अवस्था ज़्यादा देर नहीं रहती, सिर्फ उतनी देर ही रहती है जब बच्चा चल रहा होता है। बच्चे नींद में क्यों चलते हैं? " से लिया गया
हरियाणा के फतेहाबाद की श्वेता मेहता लोकप्रिय स्टंट बेस्ड रियलिटी शो 'एमटीवी रोडीस राइजिंग' की विनर बन गई हैं। श्वेता मेहता को विनिंग अमाउंट के तौर पर पांच लाख रुपये और एक रेनॉल्ट डस्टर कार मिली। फिटनेस एथलीट में शामिल २८ साल की श्वेता मेहता जेराई वुमेन फिटनेस मॉडल चैंपियनशिप २०१६ भी जीत चुकी हैं और अब रोडिज का खिताब अपने नाम कर वो सातवें आसमान पर हैं। और सपना ही रह गया विश्वकप जीतना महिला विश्वकप के फाइनल मुकाबले में भारत को नौ रन से हराकर इंग्लैंड ने विश्वकप जीत लिया। आखिरी ओवर तक खिंचे इस रोमांचक मैच में भारत को हार का सामना करना पड़ा। इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत को २२८ रन का लक्ष्य दिया। जानिए, ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाजों के छक्के छुड़ाने वाली हरमनप्रीत कौर के फॉर्म का क्या है राज शामली में कुछ इस तरह लड़की ने सिखाया मनचले को सबक
चीन में साफ पीपी बुना बैग के लिए सबसे अच्छी कीमत - बाय पुनर्नवीनीकरण पीपी बुना बैग,बुना बैग १००% रीसायकल सस्ते,५० क्ग पीपी बैग प्रोडक्ट ऑन अलीबाबा.कॉम चीन में साफ पीपी बुना बैग के लिए सबसे अच्छी कीमत नीचे: एकल गुना सीवन; शीर्ष: गर्म काटने पीपी बुना बैग या के रूप में अनुकूलित ३. अनुकूलित मुद्रण ५. पर्यावरण के अनुकूल उत्पादों १००% पुनरावृत्ति या 'ग्राहकों की आवश्यकता के रूप में ग्रीन या 'ग्राहकों की आवश्यकता के रूप में ५५ कम (अनुकूलित किया जा सकता) १०० कम (अनुकूलित किया जा सकता) ९क्स९,१०क्स१०,११क्स११,१२क्स१२,१४क्स१४ (अनुकूलित किया जा सकता) ४७गम (अनुकूलित किया जा सकता) ५२ग (अनुकूलित किया जा सकता) एकल/डबल गुना सिलाई उर्वरक, रेत, सीमेंट, कचरा, अनाज, पशु चारा ५ टन, के बारे में ९६००० पस एफओबी क़िंगदाओ, सीआईएफ, कफ एल/सी, टी/टी (कुल राशि का ३०% जमा और ७०% संतुलन के बाद देखने के लिए बी/एल कॉपी में ३ दिन) सभी प्रकार के रंग और विशिष्टता या 'ग्राहकों की आवश्यकता के रूप में. वई चीन में पीपी बुना बैग के एक व्यावसायिक निर्माण कर रहे हैं, विभिन्न आकार के साथ उच्च गुणवत्ता और प्रतिस्पर्धी मूल्य है। आप अधिक जानकारी की जरूरत है, प्ल्स मेरे साथ संपर्क करने के लिए स्वतंत्र महसूस, मेरे स्काइपे:रु०६३२ टेनग्झू हओरन पैकेजिंग उत्पादों कं, लिमिटेड २००० में स्थापित किया गया था, में स्थित टेंग झोउ शहर की शान दांग प्रांत के रूप में प्रसिद्ध है जो कन्फ्यूशियस के गृहनगर और मेंसियस मो और के गृहनगर जि . के रूप में हमारे कारखाने है करने के लिए अगले वी शान पश्चिम में झील, चीन में सबसे बड़ी गीला भूमि है जो. और यातायात बहुत सुविधाजनक है, के पास बीजिंग --- फ़ूज़ौ रेलवे और १०४ राज्य सड़क, के बीजिंग --- हांग्जो ग्रांड नहर भर में टेनग्झू शहर है जो महत्वपूर्ण परिवहन जंक्शन के दक्षिण पश्चिम क्षेत्र में शेडोंग प्रोविंस. हम एक संयुक्त-स्टॉक उद्यम कर रहे हैं, और मुख्य रूप से विभिन्न प्रकार की पैकिंग और पैकेजिंग फिल्म, के रूप में शेडोंग प्रांत के दक्षिण पश्चिम क्षेत्र में सबसे बड़ी पैकेजिंग उद्यम है। कर रहे हैं ६०० स्टाफ, इंजीनियरों और तकनीशियनों ३०, ३० प्रबंधकों में हमारी कंपनी है। कंपनी आप्प्राइसेड किया गया है के रूप में अबिडिंग अनुबंध और भरोसेमंद उद्यम वर्ष वर्ष के बाद, १५० लाख युआन वार्षिक उत्पादन के साथ. हमारी कंपनी मुख्य रूप से उत्पादन एचडीपीई, लैंपे, एलएलडीपीई, पीपी और अन्य प्रकार की पैकेजिंग बैग है। लंबी अवधि लक्ष्यों, ईमानदार और स्थिर आपरेशन हमारे प्रबंधन के विचार से मिलकर बनता है। पूरी तरह से अवशोषित उन्नत साल के प्रबंधन के अनुभव से घर और विदेश में, हमारी कंपनी धीरे-धीरे रूपों एक अद्वितीय, वैज्ञानिक, और मानकीकृत उत्पादन प्रबंधन तंत्र है। हम कई वर्षों के अनुसंधान, उत्पादन, प्रबंधन और विपणन का अनुभव है। हम अपनाने उन्नत उत्पादन प्रौद्योगिकी और उपकरण है। हमारी कंपनी के सिद्धांत के साथ लाइन में है "सुधार रखने, गुणवत्ता पहले, ग्राहक पहले, ईमानदार और भरोसेमंद. हम तहे दिल से प्रदान घरेलू और विदेशी ग्राहकों के साथ उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों और सेवा.
हेलो मैम मैं स्ट्रेच मार्क्स हटाने के लिए क्या करूं प्लीज में मुझे बताइए कोई घरेलू नुस्खा बताइए मेरे स्ट्रेस हेलो मैम मैं स्ट्रेच मार्क्स हटाने के लिए क्या करूं प्लीज में मुझे बताइए कोई घरेलू नुस्खा बताइए मेरे स्ट्रेस मार्च बहुत ज्यादा है प्लीज मुझे बता दीजिए मैं क्या करूं जो यह बिल्कुल ही हट जाएं हेलो मैं मेरा बेबी ६ महीने का हो गया मैं उसे क्या खिला सकती हूं और कौन सा और दे सकती हूं हेलो मैम मेरा बेबी ६ महीने का हो गया है मैं उसे क्या खिला सकते हैं कौन सा दे सकते हैं बताइए
अगर आपका ऑफिस भी चारों तरफ से बंद है और यहां पर नैचरल हवा नहीं आती तो आपके लिए यह चिंता की बात हो सकती है। एक रिपोर्ट के मुताबिक-ऑफिस में प्राकृतिक हवा का न आना कर्मचारियों की सेहत पर खराब असर डालता है। ऑफिस में वेंटिलेशन (हवा की आवाजाही) न होने के चलते कार्बन डाईऑक्साइड का स्तर बढ़ जाता है जिसका दिमाग पर बुरा असर पड़ता है। को२ का कम स्तर भी दम घोंटू साबित हो सकता है एक रिपोर्ट के हवाले से न्यू यॉर्क टाइम्स में कहा गया कि इंसान उसी वातावरण में रह सकता है जहां ज्यादा ऑक्सिजन हो, ताकि हम आसानी से सांस ले सकें। कार्बन डाईऑक्साइड (जिसे हम श्वास के जरिए शरीर से बाहर निकालते हैं) शरीर के लिए नुकसानदेह साबित होती है। कमरे में कार्बन डाईऑक्साइड का बेहद कम स्तर भी दम घोंटू साबित हो सकता है। यह ब्रेन को मिलने वाली ऑक्सिजन को भी बाधित कर सकता है। बुद्धिमानी पर असर इस रिपोर्ट के मुताबिक शरीर के अंदरूनी अंगों में ऑक्सिजन का कम पहुंचना व्यक्ति की बुद्धिमानी पर असर डालता है। इन्वायरनरमेंटल प्रॉटेक्शन एजेंसी (ईपीए) के मुताबिक बंद कमरे में भी प्रदूषण का स्तर २ से ५ गुना तक बढ़ सकता है। ये प्रदूषक हृदय और फेफड़ों में होने वाली बीमारियों का खतरा बढ़ा सकते हैं। साथ ही इससे समय से पहले मौत भी हो सकती है। ऑफिस कोल्ड से ऐसे बचें महागुन बिल्डर के ऑफिस में ३५ लाख की डकैती का खुलासा, सुपरवाइजर ही निकला मास्टरमाइंड क्व्क ऑफिस पहुंचे क्बी निदेशक आलोक वर्मा, अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को किया खारिज ड्यूटी के दौरान ऑफिस से गायब रहने वाले कर्मचारियों की खैर नहीं, सरकार ने जारी किया ये सख्त आदेश मंदसौर कांड : जैन आयोग की रिपोर्ट १४ जून २०१८ आयी लेकिन अब तक नहीं हुई कोई कार्यवाही सोनभद्र हिंसा को लेकर प्रियंका गांधी का सियासी ऐक्शन, क्या कांग्रेस का है इंदिरा प्लान? मॉब लिंचिंग पर बोले आजम खान- पाक न जाने की सजा भुगत रहे हैं मुसलमान प्रदेश के कर्मचारियों को सौगात देने की तैयारी में सरकार स्नातक में टाप करने वाले विद्यार्थियों की ५०% राशि लौटाएगा विक्रम विवि बू: न्यू टूल्स एंड टेक्निक आॅफ टीचिंग-लॉ एंड साइकोलॉजी पर सेमिनार, २०० प्रोफेसरों ने की भागीदारी सरकार की मुश्किलें बढ़ा रहे निर्दलीय विधायकों के तेवर राज्य सरकार ने आईएफएस अफसरों की तबादला सूची जारी की भिंड और मुरैना बन रहा था 'ज़हरीला' दूध-मावा, स्त्फ ने ठिकानों पर की बड़ी कार्रवाई
इंडियन आर्मी में हवलदार के पदों पर निकली भर्ती, जल्दी करें आवेदन इंटरनेट डेस्क: सरकारी नौकरी पाने का सुनहरा मौका इंडियन आर्मी में हवालदार के २० पदों पर भर्तियां होने जा रही हैं। इच्छुक अभ्यर्थी इसके लिए ३ नंवबर तक आवेदन कर सकते हैं। इसकी आवेदन प्रक्रिया चालू है। इन पदों के लिए चयन लिखित परीक्षा के साथ साथ फिज़िकल टेस्ट के आधार पर होगा। आवेदन की पूरी प्रक्रिया अधिकारिक वेबसाइट पर दी गई है। जहां से पूरी जानकारी लेने के बाद ही आप अप्लाई कर सकते हैं। इन पदों पर चयन लिखित परीक्षा के साथ साथ फिजिकल टेस्ट के आधार पर होगा। इन पदों के लिए गणित विषय का होना जरूरी है भले ही ये बीए या बीएससी के साथ किया गया हो। साथ ही आवेदक को फिजिक्स, कैमिस्ट्री और गणित विषय में १२वीं उत्तीर्ण किया होना चाहिए।१ अक्टूबर, २०१8 को आवेदक की न्यूनतम आयु २० और अधिकतम आयु २५ साल होनी चाहिए। आवेदन ऑनलाइन ही किए जाएंगे। अगर आप भी इन पदों पर अप्लाई करना चाहते हैं तो आवेदन के लिए अधिकारिक विज्ञापन देखें। इन पदों पर आवेदक का चयन लिखित परीक्षा, फिज़िकल टेस्ट और स्क्रीनिंग टेस्ट के आधार पर होगा। अधिकारिक विज्ञापन के लिए यहां क्लिक करें
लोकायुक्त की नियुक्ति मामले में सरकार सुप्रीम कोर्ट में रखेगी पक्ष | खबर इंडिया नेटवर्क होम >> एक्स्स्लसिव न्यूज >> लोकायुक्त की नियुक्ति मामले में सरकार सुप्रीम कोर्ट में रखेगी पक्ष लोकायुक्त की नियुक्ति मामले में सरकार सुप्रीम कोर्ट में रखेगी पक्ष लखनऊ,(एजेंसी)२६ अगस्त। नये लोकायुक्त की नियुक्ति का प्रस्ताव चौथी बार राजभवन से खारिज होने के बाद सरकार अब सारी सच्चाई सुप्रीम कोर्ट के सामने रखेगी। सरकार के विधि विशेषज्ञों ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। उनका मानना है कि न्यायमूर्ति रविन्द्र सिंह को लोकायुक्त नियुक्त करने के लिए भेजा गया उनका प्रस्ताव कानूनी रूप से दुरुस्त है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद लोकायुक्त की नियुक्ति के प्रयास तेज हुए। समय-समय पर राज्य सरकार की ओर से भेजे गये चार प्रस्तावों पर राजभवन ने न सिर्फ सवाल उठाये बल्कि सोमवार को चौथा प्रस्ताव खारिज करते हुए रविन्द्र सिंह के स्थान पर नया नाम भेजने का निर्देश भी दे दिया। राजभवन के तल्ख रुख के बाद राज्य सरकार ने सब कुछ सुप्रीम कोर्ट को बताने की तैयारी है। सूत्रों का कहना है कि इसमें लोकायुक्त अधिनियम का हवाला देकर यह बताया जायेगा कि लोकायुक्त चयन कमेटी में सतर्कता के विभागीय मंत्री (जो मुख्यमंत्री हैं) व नेता प्रतिपक्ष सदस्य हैं, जिनके द्वारा चयनित नाम पर मुख्य न्यायाधीश से सलाह ली जाती है। दो सदस्यों ने रविन्द्र सिंह के नाम का चयन किया है। ऐसे में राजभवन का ऐतराज जायज नहीं है। सरकार सुप्रीम कोर्ट के सामने सुप्रीम कोर्ट के कुछ फैसलों का उल्लेख कर अपने प्रस्ताव को सही ठहराने का प्रयास भी करेगी। राज्य सरकार मुख्यमंत्री के विशेषाधिकार का हवाला भी दिया जायेगा। सरकार के सूत्रों का कहना है कि लोकतंत्र में चुनी हुई सरकार के कैबिनेट के निर्णय मानने की बाध्यता का तर्क भी सुप्रीम कोर्ट में रखा जायेगा। प्रेवियस: विधान सभा में हुआ जमकर हंगामा, बसपा ने किया वाकआउट नेक्स्ट: सानिया मिर्जा को खेल रत्न दिए जाने पर लगी रोक पश्चिम बंगाल में एक और भाजपा कार्यकर्ता की मौत, तृणमूल पर लगा इल्जाम महाराष्ट्र-हरियाणा के साथ नहीं होंगे झारखंड के विधानसभा चुनाव- सूत्र खराब मौसम के कारण कन्नौज में उतर सकता सीएम का हेलीकॉप्टर, अफसरों में अफरा तफरी
पेंशनर्स ३ जुलाई तक भर सकेंगे ई-फार्म | पेंशनर्स ३ जुलाई तक भर सकेंगे ई-फार्म - जहाजपुर न्यूज,जहाजपुर न्यूज़,जहाजपुर समाचार पेंशनर्स ३ जुलाई तक भर सकेंगे ई फार्म पेंशनर्स ३ जुलाई तक भर सकेंगे ई-फार्म जहाजपुर न्यूज - जहाजपुर | पेंशनर्स के लिए ई-फार्म भरने का अभियान १ से ३ जुलाई तक चलेगा। पेंशनर समाज के अध्यक्ष रामस्वरूप स्वर्णकार व... जहाजपुर | पेंशनर्स के लिए ई-फार्म भरने का अभियान १ से ३ जुलाई तक चलेगा। पेंशनर समाज के अध्यक्ष रामस्वरूप स्वर्णकार व संगठन मंत्री चंद्रप्रकाश जोशी ने बताया कि सरकार के आदेश के अनुसार १-१-१6 से पूर्व सेवानिवृत्त कर्मचारी और फैमिली पेंशनर को सातवें वेतनमान के संशोधित पेंशन के लिए फॉर्म परिशिष्ट ई भरकर पेंशन विभाग अजमेर को भेजना है। फॉर्म उपशाखा कार्यालय कल्याण मंदिर पर उपलब्ध है। जिसमें प्रथम पीपीओ की छाया प्रति संलग्न करनी है। १ जुलाई से ३ जुलाई तक अभियान चलेगा। पेंशनर संघ की बैठक आयोजित | खटवाड़ा | पेंशनर संघ की बैठक मंगलवार को त्रिवेणी संगम पर हुई। अध्यक्षता जिला अध्यक्ष राजेश कुमार ने की। उप शाखा अध्यक्ष नंदलाल मेवाड़ा ने बताया कि उपभोक्ता भंडार, चिकित्सा सुविधाएं एवं सदस्यों को जोड़ने सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई।
छत्तीसगढ़ बोर्ड के १०वीं और १२वीं कक्षा का रिजल्ट आज ९ मई २०१८ को घोषित किया जायेगा. यहां चेक करें अपना रिजल्ट? जो छात्र वर्ष २०१८ में छत्तीसगढ़ बोर्ड की परीक्षा में शामिल हुए हैं वे अपना रिजल्ट दैनिक भास्कर की साईट @ पर बहुत ही आसानी से देख सकते हैं. यहाँ पर हम सबसे पहले और त्रुटि रहित परीक्षा परिणाम प्रकाशित करते हैं. इसके अलावा छत्तीसगढ़ बोर्ड रेसल्ट २०१८ छत्तीसगढ़ बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन की ऑफिशियल वेबसाइट रेसल्ट्स.क्ग.निक.इन और सबसे.निक.इन पर भी प्राप्त कर सकते हैं. छत्तीसगढ़ बोर्ड १२ वीं परीक्षा का कार्यक्रम विदित है कि छत्तीसगढ़ बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (छत्तीसगढ़ बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एडउकेशन, सबसे) ने क्लास १२ की परीक्षा का आयोजन ७ मार्च से लेकर २ अप्रैल के मध्य आयोजित करवायी थी. परीक्षाएं दोनों पालियों में संपन्न हुई. परीक्षा की सुचिता को बनाए रख्रने और परीक्षार्थियों की सुविधा को देखते हुए छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल ने प्रदेश भर में अनेकों परीक्षा केंद्र बनाए थे. समय-समय पर परीक्षा केन्द्रों का औचक निरीक्षण उच्चाधिकारियों द्वारा भी किया जाता रहा है. हालांकि इसके बावजूद भी इस वर्ष नकल के ४० मामले सामने आए हैं. आपको यह भी याद दिला दें कि इस वर्ष पहली बार छत्तीसगढ़ बोर्ड की १०वीं और १२वीं परीक्षा का परिणाम एक ही दिन घोषित किया जाएगा. ऐसा संभवतः छत्तीसगढ़ में चुनाव को मद्दे नजर रखते हुए किया जा रहा है.
१८+ सेक्स टिप्स सेक्स सम्बन्धी १ ० कमेंट करने के लिए यहाँ क्लिक करें गुरुवार, ५ अक्तूबर 2०१7 एडिट तीस पोस्ट शारीरिक संबंध से यहां आपसी संबंध मजबूत रहते हैं,वहीं यह एक तरह की एक्सरसाइज भी है। जिससे शरीर में बहुत से बदलाव आते हैंं लेकिन इसके बाद अगर किसी कारण शारीरिक संबंधो से दूरी बना ली जाए तो इसका शरीर और लाइफस्टाइल पर बुरा असर पड़ सकता है। १. स्ट्रैस : यदि आप शारीरिक संबंध से ऊब गए हैं तो इससे आपको डिप्रैशन होने का खतरा बना रहता है। जो लोग एक हफ्ते में दो बार करते हैं वे हमेशा फ्रैश और फिट रहते हैं। ३. हाईपरटैंशन : शारीरिक संबंध से व्यक्ति तनाव मुक्त रहता है। लेकिन इससे दूरी बना लेने पर ब्लड प्रैशर हाई रहना शुरू हो जाता है। ४. हार्ट अटैक का खतरा : शारीरिक संबंध बनाने से दिल के रोगों से बचाव रहता है। ज्यादा समय तक न करने से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। ५. नींद न आना : संबंध बनाने के बाद नींद अच्छी आती है। तनाव मुक्त होने के कारण थकावट भी दूर हो जाती है। आपका शरीर अगर शारीरिक संबंध बनाने का आदि हो चुका है और इससे अचानक दूरी बना लेने से नींद न आने की समस्या हो सकती है। ६. यादाशत कमजोर : शारीरिक संबंध से दिमाग में एक तरह के सैल पैदा होते हैं। जिससे याद्दाशत बढती है। लेकिन इससे दूरी बना लेने से याद्दाशत पर बुरा असर पड़ना शुरू हो जाता है। ७. प्रोस्टेट कैंसर : यदि आपने शारीरिक संबंध बनाने काफी कम कर दिया है तो आप यह बात जान लें कि इससे आपको शारीरिक कमजोरी बहुत ही आ जाएगी। हाल ही हुए एक शोध के अनुसार शारीरिक संबंध रोज करने से प्रोस्टेट कैंसर होने की संभावना कम होती है। आयुर्वेदप्लस - हिंदी : रोजाना शारीरिक संबंध बनाने से दूर रहती हैं ये ७ बीमारियां
भाजयुमो ने जलाया आतंकवाद का पुतला, लगाऐ नारे | रूबरू न्यूज होम / मप्र के जिले / भाजयुमो ने जलाया आतंकवाद का पुतला, लगाऐ नारे भाजयुमो ने जलाया आतंकवाद का पुतला, लगाऐ नारे भिण्ड ५/नवंबर/२०१७(रूबरूडेस्क) @ >> बीते दिनों जम्मू-कश्मीर के शोपिया जिले में भाजपा युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष गौहर अहमद की आतंकवादियों ने धारदार हथियार से गला रेत हत्या के विरोध में रविवार देर शाम जिला भाजयुमो इकाई द्वारा आतंकवाद का पुतला दहन किया गया। जहां प्रदर्शनकारियों ने आतंक विरोधी नारेबाजी करते हुस इस घटना की निंदा की। रविवार शाम को धनवंतरी कॉम्प्लेक्स में एकत्रित हुए भाजयुमो कार्यकर्ता रौली निकालते हुए परेट चैराहा पहुंचे। यहां उन्होने आतंकवाद का पुतला फूंका। इस अवसर पर युवा मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष सुदीप भदौरिया ने आतंकवादियों की निंदा करते हुए कहा कि आतंकी अपनी कायरता पर उतर आए हैं जो किसी को भी घर से उठाकर उसकी नृशंस हत्या कर रहे हैं। दक्षिणी कश्मीर के सोफिया प्रांत में भाजयुमो जिलाध्यक्ष गौहर अहमद की हत्या को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यहां भाजयुमो जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र गुर्जर ने कहा कि आतंक के सामने उनके हौसले पहाड़ की तरह हैं, जो हर हाल में आतंकियों का डट कर मुकाबला करेंगे। विरोध प्रदर्शन के दौरान उपेंद्र राजौरिया, बजरंग भदौरिया, ओमेंद्र भदौरिया, अजय त्यागी,राजीव उपाध्याय, मोनू नरवरिया, रिशु कुशवाह, मनीष कुशवाह, रक्षपाल राजावत, जितेंद्र तोमर, अमित गोयल, रवि तोमर, लकी कुशवाह, संतोष भरौली, समीर भदौरिया, गोलू सोनी व श्यामू राजावत सहित काफी संख्या में भाजयुमो कार्यकर्ता मौजूद रहे।
बाइक सवारों ने महिला से कुंडल, जंजीर छीनी मैनपुरी। बाइक सवार चार लुटेरों ने एक महिला से कुंडल और जंजीर छीन ली। महिला के शोर मचाने पर लोगों ने दो लुटेरों को बाइक सहित दबोच लिया। उनके दो साथी भाग गए। भीड़ ने लुटेरों की पिटाई कर उन्हें पुलिस को सौंप दिया। पीड़ित महिला ने थाने में तहरीर दे दी है। थाना औंछा के बुढ़र्रा निवासी किरन कुमारी पत्नी अशोक कुमार गुप्ता अपने भाई सतीश के साथ मोहल्ला कटरा में एक शादी समारोह में भाग लेने के बाद रविवार को बाइक से गांव जा रहे थे। जब दोनों देवी रोड पर दुर्गा मंदिर के समीप पहुंचे तभी पीछे से दो बाइकों पर आए चार लुटेरों ने ओवरटेक कर दोनों को रोक लिया। महिला के कानों से कुंडल तथा गले में पहनी हुई जंजीर छीन ली। महिला ने शोर मचाया तो लोगों की भीड़ जमा हो गई। भीड़ का दबाव देख दो लुटेरे बाइक लेकर भाग गए। दो को भीड़ ने बाइक सहित दबोच लिया। भीड़ ने दोनों की जमकर पिटाई की। पूछताछ में उन्होंने अपने नाम राजेश पुत्र सर्वेश जाटव निवासी देवपुरा कोतवाली तथा विकास पुत्र सर्वेश कुमार निवासी आवास विकास कालोनी कोतवाली बताए। जानकारी पाकर पुलिस भी यहां आ गई। भीड़ ने दोनों को पुलिस को सौंप दिया। पुलिस दोनों को थाने ले आई। बाद में कोतवाली पहुंची किरन कुमारी ने घटना के संबंध में थाने में तहरीर दे दी है।
हाल सियासी योद्धाओं का सीट - कुल प्रत्याशी - जिनकी जमानत हो गई थी जब्त कोडरमा १६ १४ बरकट्ठा १३ ११ बरही १४ ११ बड़कागांव २० १८ रामगढ़ १७ १५ मांडू १६ १४ हजारीबाग २१ १९ सिमरिया १३ ११ धनवार १३ ०९ गोमिया १४ १२ बेरमो १२ १० ईचागढ़ २४ २२ सिल्ली ११ ०९ खिजरी २५ २४ रांची १७ १५ हटिया २९ २७ कांके १४ १२ दिल्ली असेंबली इलेक्शन २०२०: टिकट को लेकर अब भाजपा में भी शुरू हो गया विरोध चेहरे की मुस्कान बनी पाकबड़ा पुलिस की नेकदिली मोरादाबाद न्यूज लाइव: थोड़ी देर में नया इतिहास रचेगा बिहार, यहां बनाई जा रही विश्व की सबसे बड़ी मानव श्रृंखला मैसेज करके छात्रा को बुलाया, जंगल में ले जाकर की हैवानियत अमरोहा न्यूज गोरखनाथ मंदिर की स्वच्छता के कायल हुए जगद्गुरु भीमाशंकर गोरखपुर न्यूज ट्रांसपोर्टर के घर से १५ लाख के आभूषण समेत ६० हजार चुरा ले गए चोर दंपती की हत्या का डील तय कराने में शुभम ने निभाई अहम भूमिका, जानें क्या हुआ था तय विडियो: केंद्रीय मंत्री प्रताप सारंगी बोले, जिन्हें वंदे मातरम स्वीकार नहीं, उन्हें भारत में रहने का अधिकार नहीं ए माई हम पईसा भेजईथी, मिठाई खा लीहे, बेटवा के नाम आ गेलई आशिकी २ के इस गाने पर कफ स्टार यश ने पत्नी राधिका संग किया शानदार डांस, देखें विडियो
होम सिनेमा रीजनल सिनेमा प्रसून जोशी के कार्यकाल की पहली फिल्म पर सेंसर बोर्ड ने लगाया... मुम्बई। संस्कारी सैंसरशिप के लिए फेमस सेंसरबोर्ड के पूर्व अध्यक्ष पहलाज निहलानी का कार्यकाल समाप्त होने के बाद फिल्म इंडस्ट्री में चर्चा थी की अब फिल्मों के सर्टिफिकेशन में दिक्कत नही आएगी। इसके विपरीत नवनियुक्त अध्यक्ष प्रसून जोशी के आने के बाद सैंसर बोर्ड ने सर्टिफिकेशन के लिए आई पहली पंजाबी फिल्म तूफान सिंह को क्रूर और हिंसात्मक कंटेंट के चलते बैन कर दिया है साथ ही इंडस्ट्री को संकेत दे दिया है कि राहे इतनी भी आसान नही है। जोशी का यह फैसला मेकर्स के लिए सैटबैक साबित हो सकता है। जानकारी के अनुसार बाघेल सिंह के निर्देशन में बनी पंजाबी फिल्म तूफान सिंह में रणजीत बावा लीड रोल निभा रहे है जो देश के सिस्टम और राजनीति में फैले भ्रष्टाचार को मिटाने के लिए आतंकवादी गतिविधियों का सहारा लेता है। फिल्म के क्रूर और हिंसात्मक कंटेंट को देखते हुए सेंसर बोर्ड ने सर्टिफिकेट देने से इंकार करते हुए फिल्म को बैन कर दिया है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार फिल्म में तूफान सिंह एक आंतकवादी का किरदार अदा करते हुए भ्रष्ट नेताओं और प्रशासनिक अधिकारियों की निर्मम हत्या करता है। साथ ही फिल्म में तूफान सिंह को भगतसिंह के तुल्य दिखाने का प्रयास किया है। फिल्म बेहद क्रूर और अराजक है। बोर्ड ने इस प्रकार के क्रूरता का संदेश देने वाली इस फिल्म को रीलीज किया जाना उचित नही माना है अत: फिल्म को बैन कर दिया गया है। आपको बता दे कि यह पंजाबी फिल्म तूफान सिंह गत ४ अगस्त को ओवरसीज में रीलीज की जा चुकी है। बोर्ड के फैसले के बाद भारत में फिल्म अधर झूल में लटकी नजर आ रही है। प्रेवियस आर्टियलसोनी टीवी के शो हासिल का टीजर जारी, जायेद खान करेगें छोटे पर्दे पर डेब्यू नेक्स्ट आर्टियलदूसरे हफ्ते भी धमाल मचाए है अक्षय कुमार की टॉयलेट वाली प्रेमकथा
होम क्षेत्रीय उत्तर प्रदेश तो क्या भाजपा वालों ने खुद गाय काट कर फेंकी. तो क्या भाजपा वालों ने खुद गाय काट कर फेंकी. तो क्या भाजपा वालों ने ख़ुद गाय काट कर फेंकी.... लखनऊ। यूपी के बुलंदशहर कांड पर अब सियासत तेज हो गयी है। इस कांड की आग अब दिल्ली तक पहुंच चुकी है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा है, तो क्या भाजपा वालों ने ख़ुद गाय काट कर फेंकी, ख़ुद अपने गुंडे भेजकर दंगा करवाया और फिर पुलिस वाले को मरवा दिया? इस ट्वीट के साथ केजरीवाल ने एक वीडियो भी शेयर किया है, जो काफी हैरान करने वाला है। शेयर वीडियो में ये कहते हुए सुना जा सकता है कि गाय को कुंदन ने मारा है, अब ये कुंदन कौन है? और क्या ये किसी बड़ी साजिश की ओर इशारा कर रही है, इसी सवाल को उठाते हुए दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने इस वीडियो को रीट्वीट किया है। वीडियो में कुछ लोग गालियां देते हुए आपस में बात कर रहे हैं। वहीं फायरिंग की आवाज भी साफ सुनी जा सकती है। बताते चलें कि बुलंदशहर कांड पर योगी सरकार को विपक्ष लगातार घेर रहा है। सांप्रदायिक तनाव फैलाने की साजिश की बात की जा रही है। इस नए वीडियो के सामने आने के बाद योगी सरकार पर हमले और तेज हो गए हैं। बुलंदशहर के स्याना में गोकशी के शक में फैली अफवाह के बाद भड़की हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह समेत दो लोगों की मौत हो गयी। इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। एसआईटी बुधवार शाम तक रिपोर्ट शासन को सौपेगी। कहा जा रहा है कि पुलिस के कई बड़े अधिकारियों पर गाज गिर सकती है। एसआईटी की जांच रिपोर्ट आज रात तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपी जानी है। लखनऊ। यूपी के बुलंदशहर कांड पर अब सियासत तेज हो गयी है। इस कांड की आग अब दिल्ली तक पहुंच चुकी है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा है, "तो क्या भाजपा वालों ने ख़ुद गाय काट कर फेंकी, ख़ुद अपने गुंडे भेजकर दंगा करवाया और फिर पुलिस वाले को मरवा दिया?" इस ट्वीट के साथ केजरीवाल ने एक वीडियो भी शेयर किया है, जो काफी हैरान करने वाला है।शेयर वीडियो में ये कहते हुए सुना जा सकता है कि गाय को कुंदन ने मारा है, अब ये कुंदन कौन है? और क्या ये किसी बड़ी साजिश की ओर इशारा कर रही है, इसी सवाल को उठाते हुए दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने इस वीडियो को रीट्वीट किया है। वीडियो में कुछ लोग गालियां देते हुए आपस में बात कर रहे हैं। वहीं फायरिंग की आवाज भी साफ सुनी जा सकती है। बुलंदशहर वायरल वीडियो पिछला लेखमोदी सरकार की ओर से आर्मी अधिकारियों को तगड़ा झटका, सेना में नाराजगी अगला लेख#इंडव्स्स: ब्क्सी ने पहले टेस्ट के लिए टीम इंडिया की घोषणा, जानें किसे मिला मौका
यूरोपीय विंटेज निमंत्रण कस्टम सौंदर्य शादी लिफाफा - बाय लिफाफा,कागज लिफाफा,शादी लिफाफा प्रोडक्ट ऑन अलीबाबा.कॉम शादी लिफाफा, व्यापार लिफाफा १८३क्स१३२म्म/आ७, अनुकूलित आकार लिफाफे के साथ रिक्त कार्ड डिजाइनर शगुन लिफाफे बनाने शादी लिफाफे शादी के निमंत्रण लिफाफे हस्तनिर्मित शादी लिफाफे शादी लिफाफा विचारों खरीदें वेडिंग लिफाफे फीता लिफाफे शादी लिफाफा शादी लिफाफे ३ शादी स्क्रैपबुक शादी के कार्ड सबसे अच्छा शादी लाल कार्ड शादी पुस्तक कार्ड कागज शादी लिफाफे सफेद शादी लिफाफे आकार वेडिंग लिफाफे शादी लेजर कट
जोर से नाक साफ करने से हो सकता है खतरा जागरूक टाइम्स ३०० जुल २७, २०१८ क्या आप जानते हैं कि ज़्यादा ज़ोर से नाक साफ करने से आपको बड़ा नुकसान भी हो सकता है? गत दिनों एक ऐसा हादसा हुआ जिसमें एक ब्रिटिश महिला ने अपनी नाक इतनी ज़ोर से साफ की कि उसकी आई सॉकिट यानी आंख की थैली की हड्डी टूट गई। नाक साफ करने के लिए जो फोर्स लगाई गई वह इतनी ज़्यादा थी कि उस महिला को ऑर्बिटल ब्लोआउट फ्रैक्चर हो गया। मतलब यह है कि आई सॉकिट में जो एक पतली सी हड्डी होती है उसमें फ्रैक्चर हो गया। इस घटना को बीएमजे केस की रिपोर्ट्स में भी पब्लिश किया गया। इतना ही नहीं, इसके कुछ देर बाद उस महिला की दोनों आंखों की रोशनी भी चली गई। दो घंटे बाद उसकी नाक से खून आने लगा और उसकी बांई आंख के पास की स्किन पर भी सूजन आ गई। एक फैक्टर यह भी हो सकता है कि नाक साफ करते वक्त उस महिला ने अपना एक नथुना बंद कर लिया होगा, जोकि अक्सर कई लोग करते हैं। इसकी वजह से दोगुना प्रैशर पैदा हो जाता है जो खतरनाक होता है। इसके अलावा अगर किसी की आई सॉकिट की हड्डियां कमज़ोर हैं, तो उसमें ऐसा हादसा होने के चांस ज़्यादा होते हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, नाक साफ करने के दौरान कई बार ज़्यादा फोर्स लग जाती है, लेकिन इस दौरान आई सॉकिट की हड्डी टूट जाए, यह काफी कम ही होता है, लेकिन यहां एक बात ध्यान देने वाली है कि यह महिला धूम्रपान करती थी और रोज़ाना एक पैकिट पी लेती थी। अब स्मोकिंग करने से एक इंसान के साइनस यानी नासुरों में प्रैशर बदल जाता है। यह साइनस आई सॉकिट्स के पास ही मौजूद होता है और इसीलिए फ्रैक्चर होने के चांस बढ़ जाते हैं।
आयुष्मान भारत योजना में वंचित लोगों को भी मिले स्वास्थ्य बीमा का लाभ: सांसद सी.पी.जोशी जयपुर/नई दिल्ली। चित्तौड़गढ़ सांसद सी.पी.जोशी ने लोकसभा में सदन की कार्यवाही में भाग लेते हुये शुन्यकाल के दौरान आयुष्मान भारत योजना में वंचित लोगों को भी इसमें शामिल किये जाने का विषय रखा। सांसद जोशी ने बताया कि १ अप्रेल 20१8 से भारत सरकार के द्वारा गरीब लोगों के परिवारों के लिये चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने हेतु आयुष्मान भारत योजनान्तर्गत ५ लाख रुपए तक का कैशलेस स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया गया हैं। इस योजना से देश की ५0 करोड़ से अधिक आबादी को जोड़ा गया है, इसके साथ ही इस श्रेणी में आने वाले लोग इस योजना से लाभान्वित हो रहे है। सांसद जोशी ने आग्रह किया कि इस योजना से वंचित लगभग ८० करोड़ देशवासियों के लिये भी कोई विकल्प उपलब्ध कराया जाना चाहिये जिसमें इच्छुक व्यक्ति निश्चित प्रीमियम राशि जमा करवाकर कैशलेस स्वास्थ्य बीमा का लाभ उठा सकें। वर्तमान में जितने भी निजी हेल्थ बीमा जो उपलब्ध है, उनकी प्रीमियम राशि काफी अधिक हैं तथा उनकी क्लेम प्रक्रिया भी काफी जटिल हैं, जिस कारण बीमा राशि का क्लेम लेने में भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यदि वंचित वर्ग को सशुल्क आयुष्मान योजना से जुड़ने का मौका मिलता हैं तो यह राशि इस वर्ग के लिये वहन करने योग्य होगी। इससे राजकोष पर अतिरिक्त भार भी नही पड़ेगा तथा शेष वंचित लोगों को भी इस योजना का लाभ मिल सकेगा। सांसद जोशी ने सदन के माध्यम से सरकार से आग्रह किया कि देश के मध्यम वर्ग एवं पर्याप्त चिकित्सा सुविधा तथा बीमा लाभ से वंचित समस्त लोगों को स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ दिलाए।
लॉकडाउन में किसी कीमत पर आवश्यक वस्तुओं का परिवहन और परिचालन नहीं करना है बाधित हाजीपुर न्यूज - कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा द एपिडेमिक डिजीज एक्ट के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग... कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा द एपिडेमिक डिजीज एक्ट के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए लॉकडाउन का आदेश दिया है। जनता कर्फ्यू के दूसरे दिन से ही जिले में लॉकडाउन के आदेश की उड़ रही धज्जियों को देखते हुए पुलिस के स्तर से अनुपालन में अब काफी सख्ती बरती जा रही है। पुलिस के स्तर से बरती जा रही सख्ती की चपेट में प्रतिबंध से मुक्त रखे गए अनिवार्य व इमरजेंसी सेवा क्षेत्र से जुड़े लोग भी आ रहे हैं। इस स्थिति के कारण खाद्यान्न एवं स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित होने की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन ने पुलिस एवं प्रशासनिक पदाधिकारियों के लिए स्पष्ट गाइडलाइन जारी किया है। नहीं रोका जाना है आवश्यक व आकस्मिक सेवाओं से जुड़े लोग व वाहनों को कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए पीएम ने लॉक डाउन की अवधि अगले २१ दिन विस्तारित कर दिया है। लॉक डाउन के दौरान आवश्यक वस्तुएं, अनिवार्य सेवाएं बाधित होने की स्थिति में देश में अराजकता का माहौल उत्पन्न न हो इसके लिए भारत सरकार के गह मंत्रालय ने आदेश संख्या ४०-३/२०२० डी. दिनांक २४ मार्च २०२० के माध्यम से कार्यालय संचालन एवं आवश्यक वस्तुओं, स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता के संबंध में व्यापक निर्देश दिए हैं। आदेश में कहा गया है कि ऐसी सूचनाएं मिल रही है कि खाद्यान्न अन्य आवश्यक वस्तुओं के परिवहन के परिचालन भी विभिन्न कारणों से प्रभावित हो रहे हैं जबकि खाद्यान्न एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं के परिवहन से जुड़े वाहनों सहित आकस्मिक एवं आवश्यक वस्तुओं से जुड़े वाहनों पर किसी प्रकार का रोक नहीं है। होम डिलेवरी करने वाले ई-कॉमर्स से जुड़े आवश्यक सेवाओं के वाहनों के भी रोके जाने की शिकायत है। साथ ही विभिन्न कार्यालयों के कर्मियों को भी कार्यालय पहुंचने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। लॉक डाउन के आदेश के अक्षरश: पालन के साथ ही खाद्यान्न, स्वास्थ्य सेवाओं एवं आवश्यक वस्तुओं के वाहनों के सुगम परिचालन एवं खाद्य सामग्री एवं आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित किया जाना आवश्यक है अन्यथा बाद की स्थिति में विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होने से इंकार नहीं किया जा सकता। आपके पास होना चाहिए मान्य साक्ष्य आवश्यक वस्तुओं एवं सेवाओं से जुड़े प्रबंधन तंत्र तथा श्रमिकों, कर्मी को घर से कार्यालय पहुंचने तथा जाने के लिए वाहन पास, एवं फोटो पहचान पत्र निर्गत करने हेतु अफसरों, विभागों को प्राधिकृत किया गया है। लालगंज रेफरल अस्पताल में जांच के लिए स्क्रीनिंग मशीन की नहीं है उपलब्ध लालगंज| स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना वायरस के संदिग्धों की जांच करने की प्रक्रिया से खासे चिंतित नजर आ रहे है। स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली से लोगों में दहशत का माहौल है। लालगंज रेफरल अस्पताल में कोरोना वायरस के संदिग्धों की स्क्रीनिंग की जगह सिर्फ मौखिक पूछताछ करने की जा रही है। डॉक्टर आम बीमारी के तरह ही लोगों से पूछताछ कर रहे है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बिना किसी मशीन से स्क्रीनिंग किए बिना कोरोना वायरस के संक्रमण का पता लगाना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन है। कई बार डर के कारण मरीज पूछताछ के दौरान डॉक्टर से सही जानकारी छिपा लेते हैं। साथ ही लंबी इलाज के डर से झूठी जानकारी देकर डॉक्टर से बच निकलते है। डॉक्टर भी अन्य राज्यों से आने वाले प्रवासियों से मामूली पूछताछ करने के बाद घर जाने की इजाजत दे रहे हैं। डॉक्टर की इस रवैया से स्थानीय लोगों में कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने का डर सताने लगा है। लालगंज रेफरल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. शशिभूषण प्रसाद ने बताया कि खुद की सुरक्षा को ध्यान रखते हुए एक मीटर की दूरी बनाकर डॉक्टर संदिग्ध प्रवासियों से पूछताछ कर रहे है। प्रवासियों में कोरोना वायरस के संक्रमण का लक्षण नहीं पाए जाने पर उन्हें घर जाने दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से संदिग्धों की जांच के लिए स्क्रीनिंग मशीन उपलब्ध नहीं कराया गया है। प्रवासियों से डॉक्टर मौखिक पूछताछ कर कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं होने की बात बताकर घर जाने की इजाजत दे रहे हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए विधायक प्रेमा चौधरी ने की अपने मद से ३६ लाख रुपए की आर्थिक मदद करने की घोषणा पातेपुर| पातेपुर विधानसभा क्षेत्र में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए विधायक प्रेमा चौधरी ने अपने विधायक मद से ३६ लाख रुपए की आर्थिक मदद करने की घोषणा की है। इसके लिए विधायक प्रेमा चौधरी ने जिला योजना पदाधिकारी को पत्र लिखकर आवश्यक कार्रवाई करने की बात कही है। बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव का एक मात्र उपाय सोशल डिस्टेंस ही है। उन्होंने जनता से घरों में रहने की अपील की है। अधिक जरूरत होने पर ही सावधानी से घराें से निकलने की सलाह दी है। सदर अस्पताल में बनाया गया कंट्रोल रूम। यह दिया गया आदेश पहला | सभी आवश्यक वस्तु यथा खाद्यान्न आटा-चावल, तेल, दवा, दूध, पशुचारा, इंधन आदि से लदे वाहनों के विंड स्क्रीन पर आवश्यक वस्तु, वस्तु का नाम चिपका होना चाहिए। इस प्रकार के वाहनों को गंतव्य स्थल पर जाने दिया जाएगा। खाली वाहन भी इसी प्रकार से परिचालित होंगे। दूसरा | सभी चिकित्सकों, पारा मेडिकल स्टाफ, मेडिकल सेवा से जुड़े स्टाफ, सरकारी सेवा के कर्मी, ई-कॉमर्स यथा ऑमेजन, बिगबास्केट, मेडिसेफ के स्टाफ अपने होम डिलेवरी संस्थान का आईकार्ड दिखाकर गंतव्य स्थल पर जा सकते हैं। शहर के राजेन्द्र चौक पर छाया सन्नाटा। अनिवार्य सेवा क्षेत्र से जुड़े सरकारी-गैर सरकारी कर्मचारियों को आने-जाने की रहेगी छूट पर पास में होना चाहिए मान्य साक्ष्य दिन और इसी धैर्य की जरूरत लॉकडाउन का काउंट डाउन शुरू {जिलांर्तगत सभी रेलवे स्टेशनों, रेलवे कार्यालयों के स्टाफ को सोनपुर डीआरएम प्राधिकार पत्र या पास निर्गत करेंगे। {वैशाली समाहरणालय के सभी कार्यालय तथा अन्य जिला स्तरीय कार्यालय के स्टाफ को जिला नजारत उप समाहर्ता वकील प्रसाद सिंह को पास निर्गत करने के लिए प्राधिकृत किया गया है। {स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े सरकारीक-गैर सरकारी हॉस्पीटल स्टाफ को सिविल सर्जन पास निर्गत करेंगे। {विभिन्न औषधि दवा प्रतिष्ठान एवं संबंधित कार्य के लिए सहायक औषधि नियंत्रक पास निर्गत करेंगे। {बैकिंग, इंश्योरेंस, एटीएम एवं संबंधित क्षेत्र से जुड़े कर्मी का पास एलडीएम निर्गत करेंगे। {विद्युत सेवा से संबंधित पास एक्जीक्यूटिव इंजीनियर निर्गत करेंगे। {एलपीजी गैस, डेयरी, मिल्क बूथ, पशुचारा, कोल्ड स्टोरेज, ई-कॉमर्स सेवाओं, औद्योगिक प्रतिष्ठान से जुड़े लोग अपने एसडीओ से पास निर्गत करवा सकते हैं। एसडीओ अंतरजिला पास भी निर्गत करेंगे। {जलापूर्ति, स्वच्छता से जुड़े स्टाफ को अपने एक्जीक्यूटिव इंजीनियर से पास प्राप्त करना होगा। नगर निकाय के कर्मी कार्यपालक पदाधिकारी से पास हासिल करेंगे। आवश्यक व जीवनयापन की वस्तुओं के लाने-ले जाने के दौरान पुलिस की कार्रवाई को देखते हुए जारी किया गया आदेश जिले में लॉकडाउन के आदेश को देखते हुए पुलिस के स्तर से अनुपालन में अब काफी सख्ती बरती जा रही है हाजीपुर के दुकानों के सामने ग्राहकों को खड़े रहने के लिए बनाया जा रहा खाका।
होम > उत्पादों > जमे हुए बैंगन आयात डेटा (जमे हुए बैंगन आयात डेटा के लिए कुल २४ उत्पादों) जमे हुए बैंगन आयात डेटा - निर्माता, कारखाने, आपूर्तिकर्ता चीन से हम विशेष हैं जमे हुए बैंगन आयात डेटा निर्माताओं और आपूर्तिकर्ताओं / कारखाने चीन से। कम कीमत / सस्ते के रूप में उच्च गुणवत्ता के साथ थोक जमे हुए बैंगन आयात डेटा, चीन से अग्रणी ब्रांडों में से एक जमे हुए बैंगन आयात डेटा में से एक, ग्लोबल ट्रेड ऑनलाइन लिमिटेड। थोक चीन से जमे हुए बैंगन आयात डेटा , लेकिन कम कीमत के अग्रणी निर्माताओं के रूप में सस्ते जमे हुए बैंगन आयात डेटा खोजने की आवश्यकता है। बस जमे हुए बैंगन आयात डेटा पर उच्च गुणवत्ता वाले ब्रांडों पा कारखाना उत्पादन, आप आप क्या चाहते हैं, बचत शुरू करते हैं और हमारे जमे हुए बैंगन आयात डेटा का पता लगाने के बारे में भी राय, आप में सबसे तेजी से उत्तर हम करूँगा कर सकते हैं।
इसराइल के प्रधान मंत्री ने नमस्ते करने को कहा दुनिया को - येस विराल नो होम धर्म इसराइल के प्रधान मंत्री ने नमस्ते करने को कहा दुनिया को इसराइल के प्रधान मंत्री ने नमस्ते करने को कहा दुनिया को कोरोना वायरस का असर पूरी दुनिया में दिख रहा है। इसके कई नए मामले सामने आये हैं। दुनियाभर में कोरोना वायरस से अब तक ३,२०० लोगों से ज्यादा की मौत हो चुकी है। इसको रोकने के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं।इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपने देशवासियों से कहा है कि जानलेवा कोरोना वायरस को रोकने के लिए आप लोग हाथ मिलाने की बजाय भारतीयों की तरह नमस्ते करिए। पीएम नेतन्याहू ने कोरोना वायरस को लेकर मीटिंग करने के बाद नमस्ते करने की सलाह दी है। उन्होंने यह भी कहा है कि कोरोना वायरस को रोकने के लिए कई कदम उठाए जाएंगे, लेकिन कुछ साधारण तरीके अपनाकर भी इसको काफी हद तक रोका जा सकता है। इससे बचने के लिए लोगों को हाथ मिलाने की बजाय नमस्ते करना चाहिए।आप को बता दें कि यह कोरोना वायरस बिल्कुल सर्दी-खांसी की तरह ही एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक फैलता है। अगर कोई व्यक्ति छींकता या खांसता है तो हवा के जरिए फ्लू के वायरस दूसरे सामने वाले व्यक्ति तक पहुंचते हैं। भारतीय संस्कृति में कभी भी हाथ नहीं मिलाया जाता है बल्कि हाथ जोड़ आर नमस्ते की जाती है ,इसके पीछे विज्ञानं भी है अक्सर लोग तरह तरह की बीमारी से पीड़ित होते है .परन्तु जब हम हाथ मिलाते है तो ये फ़ैल जाता है इसलिए अगर हम नमस्ते करे तो बहुत से इन्फेक्शन से बच सकते है .तो आइये आज से हम हाथ नहीं मिलायेंगे नमस्ते करेंगे . प्रेवियस आर्टियलअनिल कपूर ने बेटी रिया का जनम दिन मनाया ,जनम दिन तस्वीर देखिये नेक्स्ट आर्टियलमेकप से कैसे बॉलीवुड वाले उम र को छुपा लेते है घर में आसानी से मिलने वाले इन खाद्य पदार्थों से बढ़ाए... ब्रश करने के बाद भी मुंह से बदबू आती है तो...
हिन्दी न्यूज: पांच साल में भी जल आवर्धन योजना को चालू नहीं पांच साल में भी जल आवर्धन योजना को चालू नहीं पांच साल में भी जल आवर्धन योजना को चालू नहीं कर पाई नगर परिषद, परेशान हो रहे नागरिक भास्कर संवाददाता | खिलचीपुर ... पांच साल में भी जल आवर्धन योजना को चालू नहीं कर पाई नगर परिषद, परेशान हो रहे नागरिक गर्मी की शुरूआत के साथ ही नगर में जल संकट ने पैर पसार लिए हैं। वर्षों से चली आ रही पानी की समस्या के प्रति जनप्रतिनिधियों सहित प्रशासन समस्या का हल नहीं कर पाया है। नागरिकों को इस विकट समस्या का निदान करने में कोई रुची नहीं है। इसके चलते अधिकांश वार्डों के लोग पानी के स्रोतों की तलाश में भटक रहे हैं। गर्मी शुरू होते ही अधिकांश स्थानों के पेयजल स्रोत समय से पहले ही दम तोड़ रहे हैं। जिससे रहवासियों की मुसीबतें और अधिक बढ़ रही हैं। वहीं नगर परिषद भी पर्याप्त और शुद्ध पानी उपलब्ध नहीं करा पा रही है। इस कारण लोग इधर-उधर पानी की जुगत में भटकते नजर आ रहे हैं। इसमें अधिक समस्या वार्ड नंबर चार व पांच के रहवासियों को उठाना पड़ रही है। मार्च माह से ही पानी के लिए दो से तीन किमी दूर से पानी लाना पड़ रहा है। पांच साल में चालू नहीं हुई योजना शासन द्वारा करोड़ों रुपए की मुख्यमंत्री जल आवर्धन योजना स्वीकृत की गई थी। जिस पर तीन साल से काम चल रहा है, लेकिन उसका काम पूरा नहीं किया जा सका है। अब तक बगा फत्तूखेड़ी से बैराज से नगर में पाइप लाइन लाई गई है, लेकिन उसे चालू नहीं किया गया है। इस कारण जान जोखिम में डालकर बालक-बालिकाओं सहित लोग नेशनल हाईवे को पार कर पानी लाते हैं। जो कभी भी दुर्घटना का कारण बन सकते हैं। दो-तीन किमी दूर से पानी ला रहे लोग : नगर में नागरिकों के लिए पानी के स्रोत भी नहीं हैं। हैंडपंप और ट्यूबवेल हैं, वह भी दम तोड़ रहे हैं। गर्मी अपने शबाब पर आने से पहले ही हिचकोले मारने लगे हैं। इससे लोगों को पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है। लोग कुएं-बावड़ियों पर निर्भर हैं, लेकिन इनमें भी पानी सूखने की कगार पर है। ऐसे में लोग निजी जल स्रोत ट्यूबवेलों के भरोसे हैं। तालाब स्थित जल कुएं, छोटे महाराज स्थित कुएं और क्षीर सागर का कुएं। इन तीनों कुओं से लोग पानी की जुटा रहे हैं। इसके अलावा फलौदी लॉज की ट्यूबवेल व कुएं, तोपखाना गेट पर राजा बोहरा की ट्यूबवेल से नागरिक पानी की जुगत कर रहे हैं। यहां से पानी भरने के लिए एक से तीन किमी की दूरी तय करना पड़ती है। लेकिन प्रशासन द्वारा कोई सार्थक कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। वेब तितले: पांच साल में भी जल आवर्धन योजना को चालू नहीं
होम > हिमाचल न्यूज > जिला मंडी में जल्द खुलेगा ओपन जिम २५ लाख रूपये मंजूर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने जिला मंडी में ओपन जिम खोलने की खोसणा की थी जिसे सरकार ने मंजूर कर लिया हो और ओपन जिम खोलने के लिए सरकार ने २५ लाख रूपये मंजूर कर दिए है। यह जानकारी ऊर्जा मंत्री अनिल शर्मा ने मंडी में प्रदेश सरकार को दी। और उन्होंने इसके लिए हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का आभार जताया। और अब जल्द हे मंडी में ओपन जिम खुल जायेगा। जिससे पड्डल मैदान में टहलने खुमने आने वाले लोगो और खिलाड़ियों को बहुत सुबिधा मिलेगी साथ ही ऊर्जा मंत्री ने बताया जब उन्होंने पड्डल मैदान का निरक्षण किया तो उन्होंने पाया के यह के लोगो को सुबह और शाम के समय लाइट न होने से बहुत असुबिधा सामना करना पड़ता है। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए ऊर्जा मंत्री ने पड्डल मैदान के चारो और सोलर लाइट्स लगाने का निरण्ये लिया है। हिमाचल प्रदेश में फिर बर्फबारी का दौर शुरू प्रदेश में अलर्ट जारी जुलाई २८, २०१७ ०१३२६ जुलाई ३, २०१७ ०९५७६
सहानुभूति फिर से विचार मनोविज्ञान दुनिया हिल शिशुओं और आत्मा के लिए संघर्ष मेरा सिकुड़ करें: मानसिक स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों की ऑनलाइन समीक्षा क्या आप अधिक इच्छा शक्ति प्राप्त कर सकते हैं? क्यों मनोवैज्ञानिक संक्रामक चिंराट के लिए प्रतिरक्षा हैं मनश्चिकित्सा में मनोचिकित्सा: फिर भी लगभग बेहतर भावनात्मक स्वच्छता के ५ कदम यदि आप 'मुझसे झूठ' देखते हैं, तो क्या आप झूठ का पता लगाने में अधिक सफल होंगे? क्या मेल गिब्सन हमेशा हिंसक मनोचिकित्सा था? भोजन विकार गलतफहमी खेल और युद्ध की गिरावट मैं एक मोनार्क तितली से क्या सीखा अपने चिंतित बीच में सशक्तीकरण गिलहरी से बचने के बारे में सीखना एक उत्पादक बैठक होल्डिंग के लिए १४ टिप्स मनोवैज्ञानिक निदान: खतरनाक, वांछनीय, या दोनों? सहानुभूति के बारे में मेरे दो पिछली पोस्ट के बारे में कई लोगों ने मुझे लिखा है मुझे अपने पाठकों को याद दिलाने दो कि मेरा विषय इस विषय पर चर्चा करने के लिए मेरे ब्लॉग को शुरू करने का इरादा नहीं था। यह द न्यू यॉर्क टाइम्स की गड़बड़ी को प्रकाशित करने के लिए गलती थी जिसमें कहा गया था कि छोटे बच्चों के स्वार्थी जानवर किसी भी इंसान की शक्ल में असमर्थ थे, ताकि समाजीकरण का असर इस तरह के बिच्छू प्राणियों को सौंपने के लिए किया गया। मेरी सहानुभूति का आह्वान सबसे पहले, यह दिखाने का एक प्रयास था कि टाइम्स के लेखक का बच्चा बच्चा था, क्योंकि युवा बच्चों अविश्वसनीय रूप से प्रबल हैं, वास्तव में मेरे अनुभव में, अक्सर वयस्कों की तुलना में बहुत अधिक। लेकिन फिर मैंने अपनी गर्दन को रोक दिया और कहा कि बच्चों को एक तस्वीर की किताब पर चर्चा करने से मुझे कुछ पता चलता है: यह सहानुभूति सब कुछ नहीं है, हमें पर्याप्त नैतिक सिद्धांत के आधार पर सहानुभूति की अपेक्षा अधिक आवश्यकता है। मेरी गर्दन आगे भी निकल गई, लेकिन मुझे यहां रोक दें, क्योंकि इसकी गंभीर क्षति के लिए विस्तारित पर्याप्त है देखो, सहानुभूति वास्तव में महत्वपूर्ण है और यह सबसे महत्वपूर्ण चीजों में से एक है जिसे हम बच्चों को "पढ़ा सकते हैं" लेकिन जब हम ऐसा करते हैं, हम उन्हें यह महसूस करने के लिए नहीं सिखा रहे हैं, लेकिन सहानुभूति के अपने प्राकृतिक चक्र को विस्तारित करने के लिए हम सब, मेरा मानना है, सहानुभूति का एक प्राकृतिक चक्र, अर्थात, जिनके भाग्य के लिए हम स्वाभाविक रूप से संवेदनशील हैं, जीवों का एक समूह है। खुशहाली परिवारों में टॉल्स्टॉय ने अनिवार्य रूप से उबाऊ के रूप में निंदा की, सहानुभूति अपने सभी सदस्यों से अपने सभी सदस्यों तक फैली हुई है यह है, क्योंकि टॉल्स्टॉय ने भी सुझाव दिया है, अक्सर देखा नहीं, यहां तक कि एक परिवार के रूप में भी छोटी इकाई के रूप में, सहानुभूति सार्वभौमिक रूप से विस्तारित नहीं हो सकती है। अपने खुद के परिवार का जन्म लें। कारणों से मैं अपने आप को समझने में सक्षम नहीं हूं और अपने आप में बहुत दर्द महसूस कर रहा हूं, मेरे भाई ने मुझे सहानुभूति के प्राकृतिक चक्र के अंदर शामिल नहीं किया है मनोवैज्ञानिकों ने "भाई प्रतिद्वंद्विता" शब्द का आविष्कार किया है जिससे कि यह निहितार्थ की विफलता स्वाभाविक लगता है, या, किसी भी स्थिति में, एक शर्त। लेकिन तथ्य यह है कि मेरे भाई ने मेरे साथ व्यवहार किया है कि वह किसी अजनबी का इलाज नहीं करेगा और संभवत: एक दुश्मन भी नहीं होगा मैं उसे नहीं लाता क्योंकि वह असाधारण है, बल्कि इसलिए कि मुझे डर है कि वह बहुत सामान्य है, इसलिए सहानुभूति का प्राकृतिक चक्र बहुत दूर तक नहीं फैलता है। धर्म के महान संत, और मैं विशेष रूप से यीशु के बारे में सोच रहा हूं, सभी के लिए सहानुभूति महसूस करने में सक्षम होने के बावजूद उन्होंने जो कुछ किया था, जो उन्हें चोट पहुंचाते थे। यह एक आदर्श है कि हमें धार्मिक आदमियों और संस्थाओं द्वारा काम करने के लिए आग्रह किया गया है: "अपने पड़ोसी को अपने जैसा प्यार करो।" अच्छा शब्द। बहुत ज्यादा करने की संभावना नहीं है लोगों के प्रति प्राकृतिक सहानुभूति बढ़ाने के काम के लिए, जो पहले से स्वाभाविक रूप से संवेदनशील नहीं था, शिक्षा की महान, मुश्किल उपलब्धियों में से एक है। मुझे आश्चर्य है कि जेम्स एजी ने शुरू में सोचा था कि उन्हें अलबामा जाने के लिए और तीन किरायेदारों के परिवारों के जीवन को कवर करने के लिए सौंपा गया था। मुझे संदेह है कि हार्वर्ड शिक्षित लेखक सहानुभूति के साथ भरी काम पर चला गया यह उन लोगों के बारे में कुछ था जिनसे वे सामना कर रहे थे, जिनकी वजह से आयुसे की आकस्मिक क्षमता को प्रभावित करने वाली स्थिति में सबसे अधिक घिनौने परिस्थितियों में गरिमा और स्व-मूल्य की भावना पैदा करने में सक्षम थे, जिसने उन ४३२ पन्नों के नैतिक आक्रोश को मंथन किया था, जिसमें वे उन गरीब लोगों के लिए सहानुभूति का अनुभव करने के लिए अपने सभी पाठकों को पाने की उम्मीद कर रहे थे। एजी ने मानवता को देखने के लिए आया था जो कि दोनों आर्थिक और सामाजिक स्थितियों के विलुप्त होने के कारण धमकी दी थी कि किरायेदार किसानों का सामना करना पड़ा और फिर भी वे अपने जीवन में खुद को जबरदस्ती कर रहे थे क्योंकि उन्होंने अपनी गरिमा को बनाए रखने की कोशिश की, उनका आत्म-मूल्य आप ग्रामीण अलबामा की यात्रा करने के लिए अपने आप को अधिक संवेदनशील होने के लिए धक्का करने के लिए नहीं है जब आप पेपर पढ़ते हैं और दुनिया के कुछ इलाके के बारे में एक लेख से गुजारना शुरू करते हैं, तो आप मामलों या किसी मुद्दे को नहीं सोचते हैं, जो आपके सामने आती हैं, इन कहानियों में रुचि की आपकी अभ्यस्त कमी न दें । गहरा गहराइए और देखें कि क्या कहानी के कुछ पहलू नहीं हैं जो आपको पकड़ लेता है, जिससे आपको लोगों को एक संवेदनशील तरीके से लिखा जा रहा है। या एक ऐसी फिल्म पर जाएं जिसे आपको लगता है कि आप नफरत करेंगे ईरान के बुद्धिजीवियों की दुर्दशा के बारे में एक फिल्म कहें कुछ अमेरिकियों ने उन चीजों की सूची में उच्च स्थान नहीं लगाया है जिन पर उन्हें अधिक सहानुभूति व्यतीत करना चाहिए। एक पृथक्करण , जो केवल एक साल पहले दिखाया गया था, मुझे देखते हैं कि शिक्षित व्यक्ति होने के लिए कितना मुश्किल होना चाहिए जिसका अर्थ है कि एक पश्चिमी व्यक्ति उस देश में। लेकिन यह आसान हिस्सा है: क्योंकि हम पश्चिमी ईरानियों में खुद को देखते हैं और स्वाभाविक रूप से उन्हें सहानुभूति देते हैं क्या फिल्म ने केवल उम्मीद के मुकाबले आगे बढ़ाया, जिस तरह से वह धार्मिक मुस्लिम आदमी को अपनी सहानुभूति का विस्तार करने में सक्षम था, जिसे हम एक ऐसी दुनिया में अपनी गरिमा बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं जो कि उनकी प्राकृतिक नहीं है। तो मैं क्या कह रहा हूं कि मैंने पहले कई तरह से सहानुभूति दी थी और यह दुर्भाग्यपूर्ण था क्योंकि ऐसा लगता है कि कुछ पाठकों को विमुख कर दिया है। अब, मुझे यह आशा है कि मुझे सहानुभूति है और विशेष रूप से अपने प्राकृतिक चक्र को अपनी सामान्य, अपेक्षित सीमा से परे बढ़ाने का काम एक योग्य पीछा है। प्रश्न यह माना जाता है कि क्या २१ वीं शताब्दी की शुरुआत में मानव जाति का सामना कर रहे बहुत ही वास्तविक खतरों से निपटने के लिए हमारे प्राकृतिक सहानुभूति चक्र के चक्र को चौड़ा करने के लिए आवश्यक है या नहीं। टॉम की सबसे हाल की किताब ए स्वीट इज़ एक स्नेच और अन्य दार्शनिक खोजों: चिड्रेन के साहित्य में ढूँढना बुद्धि है। उन्होंने व्याख्यान दिया और दार्शनिक सोच के लिए युवा बच्चों को पेश करने के बारे में कार्यशालाएं दीं। आत्म-मूल्य जाति ज्ञान धार्मिक नैतिक प्रेम भय शिक्षा सहानुभूति साहब
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ऋषभ पंत को वेस्टइंडीज दौरे में मिली जगह, वर्ल्ड कप टीम में नहीं हुआ था चयन भारतीय बल्लेबाज ऋषभ पंत को वेस्टइंडीज-ए दौरे के लिए वन-डे टीम में जगह मिली है। ये दौरा ११ जुलाई से शुरू होगा। वेस्टइंडीज-ए के खिलाफ चार दिवसीय मैच २४ जुलाई से शुरू होंगे। इससे पहले ११ जुलाई से पांच एकदिवसीय मैच खेले जाएंगे। ये दौरा भारत की सीनियर टीम के टेस्ट श्रृंखला के लिये वेस्टइंडीज दौरे से पहले आयोजित किया जा रहा है। इसमें इंडिया-ए टीम पांच वनडे और तीन चार दिवसीय मैच खेलेगी। इस बीच ऋद्धिमान साहा को भी वेस्टइंडीज दौरे की टीम में चुन गया है। कंधे की चोट के कारण साहा लगभग एक साल तक बाहर रहे। उन्होंने पिछले साल अगस्त में कंधे का ऑपरेशन करवाया था और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में बंगाल की तरफ से वापसी की और आईपीएल में हैदराबाद की तरफ से पांच मैचों में खेले। पृथ्वी शॉ, मयंक अग्रवाल और हनुमा विहारी को वन-डे और चार दिवसीय दोनों टीमों में चुना गया है। शॉ और अग्रवाल के वेस्टइंडीज सीरीज में टेस्ट टीम में भी चुने जाने की संभावना है। श्रेयस अय्यर चार दिवसीय मैचों में जबकि वनडे में मनीष पांडे भारत-ए की अगुवाई करेंगे। चयनकर्ताओं ने इसके साथ ही श्रीलंका-ए के खिलाफ २५ मई से शुरू होने वाली घरेलू सीरीज के लिए भी टीमों का चयन किया है। झारखंड के विकेटकीपर बल्लेबाज इशान किशन दो चार दिवसीय मैचों में टीम की कमान संभालेंगे जबकि गुजरात के प्रियांक पांचाल छह जून से होने वाले पांच एकदिवसीय मैचों में कप्तानी करेंगे। टेस्ट क्रिकेट में नियमित तौर पर खेलने वाले आर अश्विन, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे और तेज गेंदबाज उमेश यादव को भारत ए टीम में नहीं चुना गया है क्योंकि उनके काउंटी क्रिकेट में खेलने की संभावना है। शिखर धवन ने बल्ला छोड़ थामी बांसुरी, खास अंदाज में कर रहे वर्ल्ड कप की तैयारी वर्ल्ड कप से पहले गांगुली का बड़ा बयान- विराट को लेकर कही ये बात ये ५ हैं विश्व कप के सबसे बड़े खिलाड़ी, इन्हीं के नाम दर्ज हर खास रिकॉर्ड
अपान का स्थान स्वास्थ्य और शक्ति केन्द्र है। विसर्जन क्रिया को नियमित करने में मदद करती है। सुखासन या अन्य किसी ध्यान-आसन में बैठ कर करें। प्राण वायु शरीर के विभिन्न अवयवों एवं स्थानों के लिए भिन्न-भिन्न प्रकार से कार्य करती है। इस दृष्टि से उनको अलग-अलग नाम भी दिये गये हैं जैसे प्राण, अपान, समान, उदान और व्यान। यह वायु समुदाय पांच प्रमुख केन्द्रों में अलग-अलग तरह से कार्य करता है। प्राण स्थान मुख्य रूप से हृदय में आंनद केंद्र में है। प्राण नाभि से लेकर गले तक फैला हुआ है। प्राण का कार्य सांस लेने, छोड़ने, खाया हुआ भोजन पचाने, भोजन के रस को अलग-अलग इकाइयों में विभाजित करना, भोजन से रस बनाना और रस से अन्य धातुओं का निर्माण करना है। जबकि अपान का स्थान स्वास्थ्य और शक्ति केन्द्र है, योग इसे मूलाधर चक्र कहा जाता है। अपान का कार्य मल, मूत्र, वीर्य, गर्भ और रज को बाहर निकालना है। यह सोना, बैठना, उठना, चलना आदि गतिशील स्थितियों में सहयोग करता है। जैसे अर्जन जीवन के लिए जरूरी है, वैसे ही विसर्जन भी जीवन के लिए अनिवार्य है। शरीर में केवल अर्जन की ही प्रणाली हो, विर्सजन न हो तो व्यक्ति का एक दिन भी जिंदा रहना मुश्किल हो जाता है। विर्सजन के माध्यम से शरीर अपना शोधन करता है। शरीर विर्सजन की क्रिया यदि एक, दो या तीन दिन बंद कर दे तो पूरा शरीर मलागार हो जाए। ऐसी अवस्था में मनुष्य का स्वस्थ रहना मुश्किल हो जाता है। मानव स्वास्थ्य की रक्षा के लिए अपान मुद्रा बहुत महत्वपूर्ण क्रिया है। क्योंकि यह स्वस्थ शरीर की एक महत्वपूर्ण आवश्यकता-विसर्जन क्रिया को नियमित करती है और शरीर को निर्मल बनाती है। यानी अपान मुद्रा अशुचि और गंदगी का शोधन करती है। आइए जानें अपान मुद्रा कैसे की जाती है और इसके क्या लाभ है। सुखासन या अन्य किसी ध्यान-आसन में बैठ जाएं। दोनों हाथ घुटनों पर रखें, हथेलियां उपर की तरफ रहें एवं रीढ़ की हड्डी सीधी रहे। हाथ की तर्जनी (अंगूठे के पासा वाली) अंगुली को मोड़कर अंगूठे के अग्रभाग में लगा दें तथा मध्यमा (बीच वाली अंगुली) व अनामिका (तीसरी अंगुली) अंगुली के प्रथम पोर को अंगूठे के प्रथम पोर से स्पर्श कर हल्का दबाएं। कनिष्ठिका (सबसे छोटी अंगुली) अंगुली सीधी रहेगी। प्राण और अपान दोनों का शरीर में महत्व है। प्राण और अपान दोनों को समान बनाना ही योग का लक्ष्य है। प्राण और अपान दोनों के मिलन से चित्त में स्थिरता उत्पन्न होती है। अपान मुद्रा करने का सर्वोत्तम समय प्रात, दोपहर एवं सायंकाल है। इस मुद्रा को दिन में कुल ४८ मिनट तक कर सकते हैं। दिन में तीन बार १६ मिनट भी कर सकते हैं। अपान मुद्रा के स्वास्थ्य लाभ : अपान मुद्रा ह्रदय रोगों के लिए रामबाण है, यह हृदय को शक्तिशाली बनाती है। इसीलिए इसे ह्रदय मुद्रा भी कहा जाता है। एक्युप्रेशर के अनुसार इसके दाब केंद्र बिंदु श्वास रोगों को दूर करते हैं। यह मुद्रा पेट संबंधी समस्याओं को समाप्त करती है, अपच, गैस, एसिडिटी, कब्ज जैसे रोगों में अत्यंत लाभकारी है। वायु विकार एवं डायबिटीज दूर करने में मददगार होता है। इससे दांतों के दोष एवं दर्द दूर होते है। यह यूरीन संबंधी दोषों को दूर करती है। यह मुद्रा दोनों हाथ से करने से पूर्ण लाभ उठाया जा सकता है। लेकिन अगर किसी कारण से एक हाथ दूसरे कार्य में लगा हुआ हो तो एक हाथ से भी इस मुद्रा को किया जा सकता है। हालांकि एक हाथ से करने से दोनों हाथों से करने जितना लाभ नहीं मिलता, किन्तु फायदा अवश्य होता है। प्राण, अपान, समान, उदान और व्यान वायु के दोषों का परिष्कार अपान मुद्रा से किया जा सकता है। अपान मुद्रा के दौरान सावधानी अपान मुद्रा एक शक्तिशाली मुद्रा है इसमें एक साथ तीन तत्वों का मिलन अग्नि तत्व से होता है, इसलिए इसे निश्चित समय से अधिक नही करना चाहिए। साथ ही इस मुद्रा से यूरीन अधिक आ सकता है। इससे डरने की आवश्यकता नहीं है। सोर्स: ओन्ली माई हैल्थ सम्पादकीय विभागमई २७, २०१६ अपान मुद्रा क्या है अपान मुद्रा के फायदे कैसे करें अपान मुद्रा
मध्य प्रदेश डिस्ट्रिक्ट न्यूज़ पोर्टल : अनुपपुर : २६-मार्च-२०२० : ग्रामीण क्षेत्रों में घर घर सब्जी पहुँचाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के कलेक्टर कलेक्टर ने दिए दिए निर्देश : कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने २१ दिनो के लॉकडाउन के दौरान जीवनोपयोगी ग्रामीण क्षेत्रों में घर घर सब्जी पहुँचाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के कलेक्टर कलेक्टर ने दिए दिए निर्देश मनरेगा अंतर्गत १० से कम लोगों के साथ कार्य करने की दी स्वीकृति, गरीब बेसहारा लोगों को चिन्हित कर भोजन की व्यवस्था हेतु कलेक्टर ने दिए आदेश, स्वयं सेवी संस्थाएँ इस प्रयास में सहयोग हेतु सम्बंधित अनुभाग के एसडीएम से कर सकती हैं सम्पर्क
पहले आवभगत..रूपए देखते बदल गयी नीयत..साथियों को मारा-पीटा और लूट लिया १ लाख..दोनो आरोपी पकड़ाए - क्गवाल-छत्तीसगढ़ न्यूज होम मेरा बिलासपुर पहले आवभगत..रूपए देखते बदल गयी नीयत..साथियों को मारा-पीटा और लूट लिया १ लाख..दोनो आरोपी पकड़ाए बिलासपुर सरकंडा पुलिस ने १२ घंटे के अन्दर लूट पाट और मारपीट करने वाले दोनों आरोपियों को घर से धर दबोचा है। पुलिस ने दोनों आरोपियों के पास से खर्च के बाद बचे लूट की रकम और मोबाइल को जब्त किया है। आरोपियों को जेल भेजा दिया गया है। सरकंडा पुलिस जानकारी के अनुसार बसहा निवासी गुलाब प्रसाद ने थाना पहुंचकर बताया कि वह अपने साथ चन्दराम के साथ गांव से ट्रैक्टर की किश्त पटाने मंगला चौक स्थित एचडीएफसी बैंक बिलासपुर आया। किन्हीं कारणों से ८ जनवरी को रूपए जमा नहीं हो पाए। इसके बाद दोनों गांव के लिए निकले। रास्ते में पानी बरसने से भीग गए। बारीश से बचने और भीग जाने के कारण चन्दराम के परिचित हरिसिंगार अटल आवास में रहने वाले सरवन के घर चले गए। सरवन साहू का घर राजकिशोर नगर में है। इस दौरान दोनों ने कपड़ा बदला। गुलाब प्रसाद ने बताया कि कपड़ा बदलने के दौरान सरवन और उसका साथी रवि गंधर्व ने पांच-पाच सौ के एक लाख रूपए देख लिया। दोनों की नीयत बदल गयी। यकायक दोनों मिलकर गाली गलौच करने लगे। इसके पहले हम समझ पाते दोनों ने मिलकर मारना शुरू कर दिया। घर से बाहर निकाल दिया। किसी तरह दोनों बचकर मोपका चौक पहुंचे। घर वालों को फोन किया। घर वाले मोटरसायकल से आए और हम दोनों अपने बसहा पहुंचे। दूसरे दिन घर वालों के साथ लूट पाट और मारपीट की घटना का जिक्र किया। घरवालों के निर्देश पर सरकंडा थाना पहुंचकर शिकायत की। पार्थी रिपोर्ट लिखने के बाद पुलिस के आलाधिकारियों के निर्देश पर आरोपियों की तलाश शुूरू हुई। पुलिस ने सरवन और रवि गंधर्व को राजकिशोर स्थित हरसिंगार अटल आवास से दोनों आरोपियों को शिकायत के १२ घंटे के अन्दर पकड़ लिया गया। पुलिस ने दोनों आरोपियों के पास से लूट की कुल ६२ हजार रूपए नगद बरामद किया। इसके अलावा लूट के रूपए से खरीदी गयी मोबाइल को भी जब्त किया गया। आरोपियों को आईपीसी की धारा ३९४ के तहत अपराध दर्ज कर जेल भेज दिया गया।
नई दिल्ली। इलाहाबाद में होमगार्ड के पद पर ७० जवानों की भर्ती करने का बड़ा घोटाला सामने आया है। शासन की जांच में गड़बड़ी सामने आने के बाद पूरी भर्ती प्रक्रिया निरस्त करते हुए इलाहाबाद में तैनात होमगार्ड विभाग के १६:०३, ११.मई २०१८ प्रगति शर्मा इलाहाबाद। कटरा स्थित रेस्टोरेंट के बाहर सिर्फ पैर छू जाने की बात को लेकर गुंडों ने दलित प्रतियोगी छात्र को बेरहमी से हत्या कर दी थी। वारदात में शामिल सभी गुंडों की फ़ुटेज सीसीटीवी में क़ैद हो गई थी। इसी १८:०४, १४.फेब 20१८ प्रगति शर्मा इलाहाबाद। कटरा स्थित एक रेस्टोरेंट के बाहर दलित छात्र पर जानलेवा हमला किया गया। जिसके बाद छात्र बुरी तरह घायल हो गया। जख्मी दलित छात्र दिलीप की रविवार ११ फ़रवरी को सुबह अस्पताल में मौत हो गई। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज १२:४३, १२.फेब २०१८ प्रगति शर्मा
न्यूज: विधानसभा चुनाव, जोधीया उर्फ सुरज पिता बाबुलाल के विरूद्व रासुका के तहत कार्यवाही, असामाजिक तत्वों, अवैध शराब विक्रय, अवैध शस्त्र रखने एवं विक्रय करने वाले व्यक्तियों के विरूद्व कार्यवाही जारी, पढें खबर न्यूज: धानुका सोया प्लांट में विस्फोट मामला, झुलसे मज़दूरों में से १ की मौत बिग रिपोर्ट : मंदसौर गोलीकांड, मरने वाले किसानो की संख्या पांच हुयी, चौतरफा निंदा न्यूज: मौत के फंटे पर हादसा, टैंकर ने मारी टक्कर, एक युवक गंभीर घायल, टैंकर पलटा, पढें पूरी खबर ब्रेकिंग न्यूज: पिपलियामंडी चौपाटी, दो बाईक सवार और आया मौत बनकर एक अज्ञात वाहन, पढें फिर क्या हुआ बिग न्यूज: नगर के जानें-मानें कलमकार को अज्ञात वाहन ने मारी टक्कर, उपचार के दौरान हुई मौत, पढें बद्रीलाल गुर्जर की खबर मन्दसौर उपड़ते: बंधवार हत्याकांड, मंदसौर में शोक की लहर, अतिम यात्रा में उमडा जनसैलाब, हत्यारें को फांसी हो उठी मांग, पढें खबर बिग ब्रेकिंग: शामगढ गरोठ मार्ग पर सडक हादसा, युवक गंभीर घायल, पढें खबर
फिल्म 'अय्यारी' का दूसरा गाना 'याद है' भी रिलीज कर दिया गया है। फिल्म अय्यारी के दूसरे गाने को एक्टर सिद्धार्थ और एक्ट्रेस रकुल प्रीत सिंह पर फिल्माया गया है। जनसत्ता ऑनलाइन नई दिल्ली | जान्वरी १८, २0१८ २:३५ प्म फिल्म अय्यारी का दूसरा गाना याद है रिलीज हो गया है। बॉलीवुड अभिनेता सिद्धार्थ मल्होत्रा अपनी अपकमिंग फिल्म अय्यारी के कारण सुर्खियां बटोर रहे हैं। डायरेक्टर नीरज पांडे के निर्देशन में बनीं फिल्म अय्यारी का ट्रेलर पहले ही रिलीज हो चुका है। अब फिल्म का दूसरा गाना याद है भी रिलीज कर दिया गया है। फिल्म अय्यारी के दूसरे गाने को एक्टर सिद्धार्थ और एक्ट्रेस रकुल प्रीत सिंह पर फिल्माया गया है। फिल्म का पहला गाना ले डुबा रकुल प्रीत पर फिल्माया गया था। जिसमें सिद्धार्थ के लिए रकुल के एकतरफा प्यार को दिखाया गया था। फिल्म के दूसरे गाने याद है के बोल मनोज मुंतशिर ने लिखे हैं। गाने में पलक मुच्चल और अंकित तिवारी ने अपनी आवाज दी है। फिल्म अय्यारी का ट्रेलर लोगों के बीच काफी पॉपुलर रहा था। फिल्म के दूसरे गाने याद है को फिल्म की अभिनेत्री रकुल और एक्टर सिद्धार्थ ने सोशल मीडिया पर शेयर किया है। फिल्म के पहले गाने ले डुबा को दर्शकों ने काफी पसंद किया था। लेकिन फिल्म के दूसरे गाने यानी कि याद है में सिद्धार्थ मल्होत्रा, रकुल को मनाते हुए नजर आ रहे हैं। फिल्म अय्यारी में सिद्धार्थ और रकुल प्रीत सिंह ने पहली बार एक साथ काम करते दिखेंगे। फिल्म के ट्रेलर और पहले गाने को लोगों ने काफी पसंद किया था। निर्माताओं को उम्मीद है कि फिल्म का दूसरा गाना भी दर्शकों को पसंद आएगा। एक्टर सिद्धार्थ मल्होत्रा। सिद्धार्थ मल्होत्रा और रकुल प्रीत सिंह के साथ फिल्म में मनोज बाजपेयी,पूजा चोपड़ा, अनुपम खेर और नसीरुद्दीन शाह भी स्क्रीम शेयर करते नजर आएंगे। फिल्म ९ फरवरी को रिलीज होने जा रही है। हालांकि निर्माता फिल्म को जनवरी में ही रिलीज करना चाहते थे लेकिन फिल्म पद्मावत और पैडमैन के कारण फिल्म की रिलीज डेट को आगे खिसकाना पड़ा था।
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>विश्व विरासत दिवस किस तिथि को मनाया जाता है ? >भारत में राष्ट्रीय आय का आकलन पहली बार किसने किया था ? >किस राज्य की सरकार ने ३ फरवरीए 20१३ को सीएम किसान विदेश अध्ययन यात्रा आरम्भ करने की घोषणा की ? >सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की सेवानिवृत्ति की आयु कितनी होती है ? >सम्पत्ति के अधिकार को किस संविधान संशोधन के द्वारा मूल अधिकार से हटा दिया गया ? >भारत का प्रथम बायोस्फियर रिजर्व कहां है ? >पुस्तक लास्ट मैन इन दि टावर का लेखक कौन है ? >मोनेजाइट बालू में कौन-सा खनिज पाया जाता है ? >रेडियो का आविष्कार किसने किया था ? >गाँधी को सर्वप्रथम महात्मा किसने कहा ? >निकट दृष्टि दोष से पीडि़त व्यक्ति के चश्में में कैसा लैस प्रयोग किया जाता है ? >डूरण्ड रेखा किस देशों की महत्वपूर्ण सीमा के बीच में है ? >किस सिख गुरु पर औरंगजेब ने अत्याचार किया एवं मार दिया ? >सूर्य की सतह का तापमान लगभग कितना होता है ? >भारत में द्वैध शासन की प्रणाली किस वर्ष शुरू की गई थी ? >अमेरिका की डेट्रॉएट इलेक्ट्रिल्स कम्पनी द्वारा निर्मित सबसे तेज चलने वाली इलेक्ट्रिकल कार का नाम क्या है ? >गदर पार्टी की स्थापना किसने की थी ? >सूर्य का वजन पृथ्वी से कितना अधिक है ? >छऊ किस राज्य का प्रमुख लोक नृत्य है ? >बुध्द को प्रबोध कहां प्राप्त हुआ था ? >कुल्लू घाटी किसके बीच स्थित है ? >खनिज तेल एवं कोयला किन चट्टानों में पाया जाता है ? >वायुमण्डल का सबसे ऊपर का स्तर क्या कहलाता है ? >एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में आनुवंशिक गुणों के उत्तरदायी कौन होते हैं ? >भारत का दक्षिणतम स्थान इन्दिरा प्वाॅइण्ट कहाँ स्थित है ? >फ्रांसिस्को डी अलमिडा कौन था ? >आलू किसका संशोधित रूप (उत्पादन) है ? >हिंदू कानून जिनकी देन है वह कौन थे ? >विश्व में प्रथम महिला प्रधानमंत्री कौन थी ? >भारत द्वारा अपने देश में विकसित हलके युध्दक विमान का नाम क्या है ? >कौन-सा जैवीय कारक मरुस्थलों में कम वनस्पति के उत्पादन के लिए उत्तरदायी होता है ? >किस फसल के लिए भारत में विश्व का सबसे बड़ा ड्डषि क्षेत्र है ? >ऐन इक्बल म्यूजिक के लेखक कौन हैं ? >बाबरनामा मूल रूप से किसमें लिखा गया है ? >सूर्य में कौनसा परमाणु ईंधन होता है ? >उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों के पद की शपथ किसके द्वारा दिलाई जाती है ? >किस वायसरॉय के काल में वर्नाकुलर प्रेस एक्ट निरस्त किया गया ? >भारत का राष्ट्रपति बनने से पहले भारत रत्न का अवार्ड किसे मिला था ? >१६५१ में मुगलों द्वारा बंगाल में किस स्थान पर ईस्ट इंडिया कंपनी को व्यापार करने और फैक्टरी बनाने की अनुमति दी गई थी ? >कम्प्यूटर व दूरसंचार प्रणाली की सबसे छोटी सूचना संग्रहण इकाई कौन सी है ? >किस उपकरण द्वारा यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित किया जाता है ? >हरे पौधे किसकी उपस्थिति में भोजन बनाते हैं ? >विलास वस्तुओं में क्रय के लिए बैंको द्वारा किस प्रकार का ऋण दिया जाता है ? >मुद्राराक्षस नामक पुस्तक का लेखक कौन था ? >गरबा कहाँ का लोकनृत्य है ? >उबेर कप का सम्बन्ध किस खेल से है ? >मस्तिष्क कोरी पटिया के समान है, जिस पर अनुभव के द्वारा कुछ भी लिखा जा सकता है. उक्त कथन किसका है ? >किसने सबसे पहले यह पता लगाया कि शुक्र ग्रह पूरी तरह से बादलों से घिरा हुआ है ? >१९०५ में बंगाल प्रांत को दो भागों में किसने बांटा था ? >भगत सिंह, सुखदेव एवं राजगुरू को फाँसी पर कब चढ़ाया गया ? >हाल में एक नए राष्ट्र का उद्भव हुआ है। उसका नाम क्या है ? >मोनालिसा नामक चित्र की रचना किसने की थी ? >महमूद गजवनी के आक्रमणों में सबसे महत्त्वपूर्ण आक्रमण कौन-सा था ? >विश्व का दूसरा सबसे बड़ा महाद्वीप कौनसा है ? >सबसे लम्बी खाद्य श्रंखला कहाँ मिलती है ? >संस्ड्डत व्याकरण किसने लिखा था ? >फिरोजशाह कोटला ग्राउण्ड कहाँ स्थित है ? >गीत सेठी का सम्बन्ध किस खेल से है ? >प्रसिध्द गोमतेश्वर की मूर्ति कहाँ स्थापित है ? >हड्डी खाद के रूप में प्रयुक्त की जाती है, इसमें कौन सा पौध तत्व उपलब्ध होता है ? >राज्यपाल का मुख्य सलाहकार कौन होता है ? >नासा ने ग्रीनलैण्ड की बर्फ का अध्ययन करने के लिए एक रोबोट भेजा है। इसका नाम क्या है ? >भारत का पहला वायसराय कौन था ? >आंखो से दिखाई देने वाला सबसे दूरस्थ खगोलीय पिंड अर्थात् एंड्रोमीडा की ग्रेट गैलेक्सी पृथ्वी से कितने प्रकाश वर्ष की दूरी पर है ? >शिक्षा यानि ऐजुकेशन शब्द की उत्पत्ति हुई किस भाषा से हुई है ? >भारतीय योजना आयोग का गठन कब हुआ था ? >उपन्यास देवदास का लेखक कौन है ? >सौरमंडल की आयु कितने वर्ष है ? >सुवर्ण सौधा किस राज्य का विधानसभा भवन है ? >कौन-सा ग्रह अपनी धुरी पर पूर्व से पश्चिम की ओर घूर्णन करता है ? >घरेलू मक्खी द्वारा फैलने वाला रोग कौन सा हैं ? >सापेक्षिक आद्र्रता किसमें मापी जाती है ? >बगदाद किस नदी के किनारे स्थित है ? >भारत में साइमन कमीशन के बहिष्कार का मुख्य कारण क्या था ? >भारत में सर्वाधिक समय तक मुख्यमंत्री बने रहने वाले व्यक्ति कौन हैं ? >होम रूल लीग किसने शुरू की थी ? >रबी की अधिसूचना के अनुसार, २९ जून २०११ से कौन-से सिक्के बंद हो गये ? >कार्बिलान कप किस खेल से सम्बन्धित है ? >डबल रोटी बनाने में प्रयुक्त किए जाने वाला बेकिंग पाउडर क्या होता है ? >लॉर्ड डलहौजी ने अपनी लैप्स नीति का प्रयोग करते हुए किस राज्य का विलयन नहीं किया था ? >किस वर्ष में भारतीय कांग्रेस का गठन हुआ ? >भारत में ऋण नियन्त्रण का प्रचालन किसके द्वारा किया जाता है ? >दलबदल से सम्बन्धित प्रावधान किस अनुसूची में रखे गए हैं ? >राजस्थान राज्य की सर्वाधिक लम्बी सीमा किस राज्य के साथ है ? >राज्यों में राष्ट्रपति शासन की अधिकतम अवधि क्या है ? >चर्चित किताब हेमलेट किसके द्वारा लिखी गई थी ? >तंजौर के वृहदेश्वर मन्दिर का निर्माण किसने कराया था ? >भारत में ब्रिटिश शासन की शुरूआत किस लड़ाई द्वारा हुई ? >किस पादप को 'शाकीय भारतीय डॉक्टर कहते हैं ? >जैन तीर्थंकर श्री महावीर जी का जन्म कहाँ हुआ था ? >उत्तर.पूर्वी रेलवे का मुख्यालय कहां स्थित है ? >वानखेड़े स्टेडियम कहाँ अवस्थित है? >जनगणना २०११ के अनुसार देश में प्रति हजार पुरुषों पर महिलाओं की संख्या कितनी है ? >युनानियों को भारत से बाहर किसने निकाला था ? >पुस्तक द रोड अहेड का लेखक कौन है ? >कॉन्क्वेस्ट ऑफ सेल्फ पुस्तक के लेखक कौन है ? >मधुमक्खियों का पालना क्या कहलाता है ? >उत्तर प्रदेश का सर्वाधिक प्राचीन संग्रहालय कहाँ स्थित है ? >एशेज शब्द किस खेल से सम्बन्धित है ? >लेडी विद द लैम्प किसे उपनाम दिया गया है ? >उत्तर प्रदेश कितने न्यायिक जिलों में बाँटा गया है ? >पानीपत का द्वितीय युध्द कब हुआ था ? >महरौली में जंग.रहित लौह स्तंभ किसने स्थापित किया ? >भारत के स्थलाड्डतिक मानचित्र को कौन-सा संगठन बनाता है ? >जिस विदेशी मुद्रा में शीघ्र देशांतरण की प्रवृति हो, उसे क्या कहते है ? >मंत्रीमण्डल सामूहिक रूप से किसके प्रति उत्तरदायी है ? >मणिपुर और त्रिपुरा को पूर्ण राज्य का दर्जा किस वर्ष मिला था ? >आजकल सड़कों पर रोशनी के लिए प्रायः पीले लैंपों का प्रयोग किया जाता है। उन लैंपों में किस गैस का प्रयोग किया जाता है ? >थर्मल आयनीकरण के सिध्दांत का प्रतिपादन करने वाले भारतीय वैज्ञानिक कौन थे ? >दक्षिण ध्रुव की खोज किसने की थी ? >भारत में शून्य के संप्रत्यय सहित दशमिक संख्यात्मक प्रणाली की खोज कौन-से राजवंश के दौरान हुई ? >प्रति व्यक्ति आय निकालने के लिए राष्ट्रीय आय को किससे भाग किया जाता है ? >विश्व में कोयले का सबसे बड़ा उत्पादक देश कौनसा है ? >आइस हॉकी किस देश का राष्ट्रीय खेल है ? >गेकोएला गेपोरेन्सिस किसकी प्रजाति का नाम है ? >किस वर्ष में सूचना का अधिकार अधिनियम प्रभावी हुआ ? >काले वन किस देश में पाए जाते हैं ? >उपभोक्ता दिवस कब मनाया जाता है ? >ग्रीन पार्क स्टेडियम कहाँ अवस्थित है ? >भारत का प्रथम गवर्नर जनरल कौन था ? >भारत के किस राज्य को चावल का कटोरा (राइस बाउल) कहा जाता है ? >किसे लोकसभा की कार्यवाहियों में भाग लेने का अधिकार तो है, परन्तु मत देने का नहीं है ? >जिस मार्ग पर ग्रह सूर्य की परिक्रमा करते है, उसे क्या कहते हैं ? >संविधान की व्याख्या कौन करता है ? >कौन-से अनुच्छेद में समता के अधिकार का प्रावधान है ? >स्याद्वाद किस धर्म के दर्शन का मूल आधार है ? >बॉल पेन किस सिध्दान्त पर काम करता है ? >मुख्यमंत्री की नियुक्ति कौन करता है ? >सर्वाधिक सोने के सिक्के किस काल में चलाए गए ? >वर्तमान में भारतीय संविधान में कुल कितनी अनुसूचियाँ हैं ? >प्रधानमंत्री राहत कोष के लिए अंशदान पर आयकर में कितनी छूट प्राप्त होती है ? >कूलंब किसकी इकाई है ? >सूर्य का वार्षिक चक्कर लगाकर पृथ्वी कितने किलोमीटर की दूरी तय करती है ? >भारत की पहली बहुउद्देशीय परियोजना का निर्माण किस नदी पर हुआ था ? >पृथ्वी को १ अक्षांश घूमने में कितना समय लगता है ? >नींबू खट्टा किस कारण से होता है ? >श्रव्य परिसर में ध्वनि तरंगों की आवृत्ति क्या होती है ? >एशियाटिक सोसायटी का संस्थापक कौन था ? >चार मीनार कहाँ स्थित है ? >विटामिन.सी का रासायनिक नाम क्या है ? >गया सम्बन्धित है भगवान बुध्द से, आखिर किस कारण से ? >मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है. यह कथन किसका है ? >डबल फॉल्ट शब्द किस खेल से सम्बन्धित है ? >किस ब्रिटिश प्रधानमंत्री के समय भारत स्वतन्त्र हुआ ? >डिस्कवरी ऑफ इण्डिया किसने लिखी है ? >कंप्यूटर के किस हार्डवेयर डिवाइस को कंप्यूटर का ब्रेन कहते हैं ? >अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट टूर्नामेन्ट के आयोजन के सम्बन्ध में चर्चित शाहजाह किस देश में है ? >पंचायती राज व्यवस्था सम्बन्धित प्रावधान भारतीय संविधान की किस अनुसूची में रखे गए हैं ? >सतर्क आकाश.20१2 किन देशों के बीच हुए संयुक्त सैन्य अभ्यास का नाम है ? >भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम का पिता किसे कहा गया है ? मैनेज सर्विसेस बाय: समीक्षा सोफ्त्वार्
नयी दिल्ली : एयर मार्शल आरकेएस भदौरिया भारतीय वायुसेना के अगले प्रमुख बनेंगे तथा बी एस धनोआ की सेवानिवृत्ति के बाद यह दायित्व संभालेंगे. सरकार ने बृहस्पतिवार को यह घोषणा की. रक्षा मंत्रालय के प्रधान प्रवक्ता ने ट्विटर पर कहा, सरकार ने वर्तमान में वायुसेना उप प्रमुख एयर मार्शल आरकेएस भदौरिया, पीवीएसएम, एवीएसएम, वीएम, एडीसी को अगला वायुसेना प्रमुख नियुक्त करने का निर्णय किया है. भारतीय वायुसेना के २५वें प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीरेन्द्र सिंह धनोआ ३० सितंबर को सेवानिवृत्त होने जा रहे हैं. उन्होंने एक जनवरी २०१७ को यह दायित्व संभाला था.
हिंदी के नाम पर पाखंड - प्रवाकता.कॉम | प्रवक्ता.कॉम टैग्स: ११ वां अधिवेशन, फ्धचरेड, भाषा, मोरिशस, लीलादेवी दोखुन, विश्व हिंदी सम्मेलन, शिक्षा मंत्री, संयुक्तराष्ट्र, स्वतंत्र भारत नेक्स्ट *प्रकाशित पुस्तकें ही है लेखक की पहचान* ४ थॉट ऑन हिंदी के नाम पर पाखंड सिर्फ हिंदी ही देश की भाषा नही है. सभी भारतीय भाषाओं को प्रति सम्मान के साथ मैं अपनी बात रखना चाहता हूं. वास्तव में सरकारी प्रयास और धन का व्यय सिर्फ औपचारिकता भर बन कर रह गए है. कांग्रेस काल अवधि में मैं आनन्द शर्मा जैसे लोगो से अधिक अपेक्षा नही करता था. लेकिन सुषमा जी से मेरी अपेक्षाए बड़ी है क्योंकि उनकी क्षमताएं बड़ी है उनका संकल्प बड़ा है. हिंदी विश्व भाषा बनने को अग्रसर है. लेकिन हमारे भारतीय डिप्लोमैटिक मिशन ही इसे भारत की भाषा बनाने का काम कर रही है, जबकि वास्तव में यह अनेक देशों की भाषा है. मेरी बात का अर्थ थोड़ा धीरे समझ आएगा, आ जाए तो बेहतर है. हिमवंत जी, आपकी टिप्पणी में केवल शब्द आपके वक्तव्य में उलझन पैदा करते दिखाई देता है| हिंदी भाषा के संदर्भ में सुषमा स्वराज जी से अपेक्षा करते क्या आप कहना चाहते हैं कि उसके विपरीत (लेकिन) हमारे भारतीय डिप्लोमैटिक मिशन ही इसे भारत की भाषा बनाने का काम कर रही है? मैं यहां हिंदी के नाम पर नहीं विद्वत्ता के नाम पर क्षतिपूर्ण पाखण्ड देखता हूँ| चिरकाल से विभिन्न धर्म जाति रीती-रिवाजों और भाषाओँ में बंटे परंपरागत भारत में चौपाल अथवा पनवाड़ी की दूकान पर लगी गोष्ठियों में हो रही गप्प यदि मेरी जिज्ञासा नहीं मिटा पाती तो विचलित मन मैं समय की दिनचर्या में खो जाता रहा हूँ| लेख पढ़ते अनायास बचपन में सुनी जन-कथा मुझे याद हो आई| संक्षिप्त में, कथा एक युवक की है जो गाँव में एक पेड़ की ऊँची डाली पर बैठा उसे काटने में लगा था जब उधर से गुजरते गाँव के एक बुजर्ग ने उसे चेतावनी देते कहा कि ऐसा करते गिर उसके सिर माथा फूटने की सम्भावना बनी रहेगी| युवक तपाक से बोला, चलो, जाओ, अपना काम करो; तुम्हारी छोरी का भी ब्याह देखा था! जीवन में कई एक ऐसी घटनाओं ने मुझे सोचने को बाध्य कर जीवन के अर्थ को विश्लेषणात्मक ढंग से समझने के योग्य बना दिया है| भारतीय राजनीतिक क्षितिज पर प्रधान जन-सेवक के आगमन के पहले के वातावरण में दशकों से हो रही हिंदी व अन्य भारतीय मूल की भाषाओं की दुर्दशा का समाधान देश से दूर यदि मॉरीशस में विश्व हिंदी सम्मलेन के अधिवेशन अथवा संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा भाषा की स्वीकृति के उपक्रम द्वारा संभव हो जाए तो उसमें क्या बुराई है? लेखक से मेरा अनुरोध है कि अपने लेख को बार बार पढ़ें और यदि हो सके तो विषय पर अपनी मान्यता अथवा उसमें हुई कोई भूल-चूक को पाठकों से सांझा करें| ५२ मिन्स एगो विवेक कुमार पाठक
मथुरा खुदत कटत वृंदावन अब सांचै ही कलियुग आयौ..... - वृन्दावन टुडे मथुरा खुदत कटत वृंदावन अब सांचै ही कलियुग आयौ.. वृंदावन के प्रसिद्ध किशोरवन में व्याप्त हरियाली की अनुपम झांकी वृन्दावन के प्रसिद्ध किशोरवन में व्याप्त हरियाली की अनुपम झांकी वृन्दावन से बाग-बगीचों का खत्म होना जाना वृन्दावन, २०१७.०५.२७ (व्ट): तुलसी के वनों से आच्छादित वृंदावन आज उजड़ रहा है। जहां का हर कोना कभी हरियाली अपने आप में हरियाली समेटे हुआ था, वहां अब हरियाली नहंी रही। आबादी बढ़ी, पश्चिमी सभ्यता को देखकर लोगों की सोच बदली और विकास ने यहां पैर पसार लिए, यहां के बाग-बगीचे बड़ी बेरहमी से उजाडे़ गए और धीरे-धीरे वृन्दावन कंक्रीट का बन रहा है। वृक्षों से रगड़कर गुजरती हवा की ठंडक अब खत्म हो गई। मोरों के कलरव-नृत्य व खगों की चहचहाहट अब यहां से गायब सी हो गई है। हरियाली के साथ-साथ यहां बने सरोवर, बाबड़ी, झील, कुण्ड, पोखरों पर भी कब्जे के शिकार हो गए। वृंदावन के बारे में कहा जाता है कि वृंदावन सों वन नहीं, नंदगांव सों गांव। पर आज वृन्दावन में वन नहीं है। चारों तरफ विकास ही नजर आएगा और इस विकास की चकाचैंध में यहां नैसर्गिक खूबसूरती कहीं गायब सी हो गई है। बाग-बगीचों को खत्म कर हमने केवल पर्यावरण का ही नुकसान नहीं किया है, बल्कि अपनी संस्कृति को भी खत्म कर दिया है। वृन्दावन के हर प्रमुख मंदिरों के अपने बाग-बगीचे थे, जिसमें बकायदा ठाकुरजी अपने भक्त परिकर के साथ अपने बगीचे में जाया करते थे, लेकिन धीरे-धीरे बाग-बगीचे सब विकास की भेंट चढ़ गए। आज बाजार की दृष्टि से वृन्दावन को फिर से वृन्दा का वन बनाने की बातें और थोड़ा बहुत कार्य भी हो रहा है, मगर यह हमारे परंपरागत उस पावन हरितिमा युक्त वृन्दावन का स्थान नहीं ले सकती। आज बाग-बगीचों के न होने का परिणाम यह हो गया है कि प्रकृति, पर्यावरण और समाज संकट में आ घिरे हैं। वृन्दावन में श्रीनिधिवन राज, सेवाकुंज, किशोर वन, टटिया स्थान, रंगजी मंदिर बगीचा आदि में ही अब बस पावन वृन्दावन के दर्शन हो सकते हैं, बाकी पूरा वृंदावन सिर्फ नाम मात्र का वृन्दावन रह गया है। देखना यह है कि आने वाले समाज वृन्दावन को फिर से उसे उसका स्वरूप दिलवा पाता है या नहीं। ब्रज के रसिक संतों में से एक हरित्रयी के संत श्री हरिराम व्यास जी ने आज से ५०० वर्ष पूर्व ही वृन्दावन की आगामी स्थिति पर लिखा था कि मथुरा खुदत कटत वृन्दावन अब सांचै ही कलियुग आयौ, पूत कह्यो ना बाप को मानत, बेटिन को दिन-दिन मोल बढ़ायौ.। के तहत दायर: वृक्षारोपण सौर ऊर्जा तकनीक के वारे में छात्रों ने जानकारी ली विधानसभा में गूंजा मथुरा-वृन्दावन नगर निगम का मुद्दा
संयुक्त राष्ट्र ने की वैश्विक विकास की धीमी गति की भविष्यवाणी | संयुक्त राष्ट्र ने की वैश्विक विकास की धीमी गति की भविष्यवाणी - हिन्दी ओनेइंडिया संयुक्त राष्ट्र ने की वैश्विक विकास की धीमी गति की भविष्यवाणी संयुक्त राष्ट्र, १६ मई (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र ने अपनी अर्धवार्षिक आर्थिक रिपोर्ट में कहा है कि वर्ष २००८ के दौरान दुनिया की आर्थिक विकास दर में १.८ प्रतिशत की गिरावट आएगी। पिछले वर्ष यह ३.८ प्रतिशत थी। गुरुवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि इस वर्ष विकासशील देशों की अनुमानित औसत विकास दर पांच प्रतिशत रहेगी। वर्ष २००७ में यह ७.३ प्रतिशत थी। रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष २००९ में विकास दर में और गिरावट आएगी और यह ४.८ प्रतिशत पर जा पहुंचेगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए जो कदम उठाए गए हैं यदि उनका सकारात्मक असर होता है तभी स्थिति में कुछ बेहतरी की उम्मीद की जा सकती है। लेकिन अमेरिका की आर्थिक गति को फिर से लय में लाने के लिए ये उपाय काफी नहीं हैं। यदि वहां ऋण प्रवाह में कमी के कारण घरों और शेयरों की कीमतों में मौजूदा गिरावट जारी रही तो वैश्विक अर्थव्यवस्था में आभासी ठहराव की स्थिति बन सकती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि यदि मौजूदा नकारात्मक परिदृश्य जारी रहा तो वैश्विक विकास दर में गिरावट बढ़ती ही जाएगी। गौरतलब है कि जनवरी में संयुक्त राष्ट्र ने इस वर्ष विश्व विकास दर ३.४ प्रतिशत रहने की उम्मीद जताई थी।
गाय रामजी की हम लालूजी के यह भावनात्मक पत्र पढ़ने के बाद मैं शेयर करने पर मजबूर हो गया । एक दुखियारी भैंस का प्रधानमंत्री जी को मन की बात में भेजा गया पत्र । सबसे पहले तो मैं यह स्पष्ट कर दूं कि मैं ना आज़म खां की भैंस हूं । और ना लालू यादव की । ना मैं कभी रामपुर गयी । ना पटना । मेरा उनकी भैंसों से दूर दूर तक कोई नाता नहीं है । यह सब मैं इसलिये बता रही हूं कि कहीं आप मुझे विरोधी पक्ष की भैंस ना समझे लें । मैं तो भारत के करोड़ों इंसानों की तरह आपकी बहुत बड़ी फ़ैन हूं । मेरे साथ की सारी भैंसें मुझे भक्त भैंस भक्त भैंस कहकर चिढ़ाती रहती हैं । लेकिन मुझे इससे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता । मैं आपकी फ़ैन थी, हूं और सदा रहूंगी । चाहे कोई कुछ भी कहता रहे । जब आपकी सरकार बनी । तो जानवरों में सबसे ज़्यादा ख़ुशी हम भैंसों को ही हुई थी । हमें लगा कि अच्छे दिन सबसे पहले हमारे ही आयेंगे । लेकिन हुआ एकदम उल्टा । आपके राज में तो हमारी और भी दुर्दशा हो गयी । अब तो जिसे देखो वही गाय की तारीफ़ करने में लगा हुआ है । कोई उसे माता बता रहा है । तो कोई बहन । अगर गाय माता है । तो हम भी तो आपकी चाची, ताई, मौसी, बुआ कुछ लगती ही होंगी । हम सब समझती हैं । हम अभागनों का रंग काला है ना । इसीलिये आप इंसान लोग हमेशा हमें ज़लील करते रहते हो । और गाय को सर पर चढ़ाते रहते हो । आप किस किस तरह से हम भैंसों का अपमान करते हो । उसकी मिसाल देखिये । आपका काम बिगड़ता है अपनी गलती से । और टारगेट करते हो हमें कि देखो - गयी भैंस पानी में । गाय को क्यूं नहीं भेजते पानी में । वो महारानी क्या पानी में गल जायेगी ? आप लोगों में जितने भी लालू लल्लू हैं । उन सबको भी हमेशा हमारे नाम पर ही गाली दी जाती है - काला अक्षर भैंस बराबर । माना कि हम अनपढ़ हैं । लेकिन गाय ने क्या पीएचडी की हुई है ? जब आप में से कोई किसी की बात नहीं सुनता । तब भी हमेशा यही बोलते हो कि - भैंस के आगे बीन बजाने से क्या फ़ायदा । आपसे कोई कह के मर गया था कि हमारे आगे बीन बजाओ ? बजा लो अपनी उसी प्यारी गाय के आगे । अगर आपकी कोई औरत फैलकर बेडौल हो जाये । तो उसे भी हमेशा हमसे ही कंपरयर करोगे कि भैंस की तरह मोटी हो गयी हो । करीना और कैटरीना गाय और डॉली बिंद्रा भैंस । वाह जी वाह । गाली गलौज करो आप और नाम बदनाम करो हमारा कि - भैंस पूंछ उठायेगी तो गोबर ही करेगी । हम गोबर करती हैं । तो गाय क्या हलवा हगती है ? अपनी चहेती गाय के ऊपर तो आज तक आपसे बस एक ही कहावत बन पायी है और वो भी ऐसी कि जिसे सुनकर हमारी जांघ सुलग जाये । गाय की मिसाल आप सिर्फ़ तब देते हो । जब आपको किसी की तारीफ़ करनी होती है - वो तो बेचारा गाय की तरह सीधा है, या - अजी, वो तो राम जी की गाय है । तो गाय तो हो गयी राम जी की और हम हो गये लालू जी के । वाह रे इंसान । ये हाल तो तब है । जब आप में से ज़्यादातर लोग हम भैंसों का दूध पीकर ही सांड बने घूम रहे हैं । उस दूध का क़र्ज़ चुकाना तो दूर, उल्टे हमें बेइज़्ज़त करते हैं । एक बात बताओ । आपने कभी किसी भैंस को गायों की तरह सड़कों पर आवारा घूमते और पन्नी खाते देखा है क्या ? बताओ । असल में, सच्चाई ये है कि आप हमें ऐसे फालतू समझकर छोड़ ही नहीं सकते । हम हैं ही इतने काम की चीज़ । आपकी चहेती गायों की संख्या तो हमारे मुक़ाबले कुछ भी नहीं हैं । फिर भी, मेजोरिटी में होते हुए भी हमारे साथ ऐसा सलूक हो रहा है । प्रधानमंत्री जी, आप तो मेजोरिटी के हिमायती हो, फिर हमारे साथ ऐसा अन्याय क्यूं होने दे रहे हो ? प्लीज़ कुछ करो । आपके कुछ करने के इंतज़ार में - आपकी एक तुच्छ प्रशंसक.. साभार - एक फ़ेसबुक पेज से कलियुग में मोक्ष कैसे - पागल बाबा सतनाम साहेब सतनाम साहेब सतनाम साहेब कबीर साहिब के वचनों से कलियुग में मोक्ष उपाय पागल बाबा द्वारा - मेरे मार्ग पर चलने के लिये आपको पूरी बात समझनी होगी । सिर्फ़ जीते जी मुक्ति है । मरने के बाद किसी ने कहा नहीं कि स्वर्ग में गया या नर्क में गया । इसका कोई पता नहीं चला । जहिया जन्म मुक्ता हता तहिया हता न कोय । छटी तुम्हारी हौं जगह, तू क्यों चला बिगोय । बीजक - हे जीव तू मुक्त है । तेरे ऊपर कोई दूसरा कर्ता नहीं है । संसार में आकर के तेरे ऊपर बहुत से आवरण या गिलाफ़ चढ गये । काम क्रोध लोभ मोह अहंकार, मरने जीने का नर्क और स्वर्ग का ये तेरे सारे झूठे आवरण हैं । तू अजर अमर अविनाशी है । गीता में श्रीकृष्ण महाराज ने अर्जुन को समझाया है कि तुझे शस्त्र काट नहीं सकता । आग जला नहीं सकती । जल गला नहीं सकती । वायु सुखा नहीं सकती । फ़िर तुझे किसका भय है । तू अविनाशी मरने जीने वाला नहीं है । इसका उपाय श्रीकृष्ण ने अर्जुन से कहा है - तू किसी तत्वदर्शी सन्त के पास जा । दण्डवत प्रणाम कर । उसकी सेवा कर । सेवा करने पर प्रसन्न होकर तुझे तत्व का बोध करायेंगे । तेरे जन्म मरण का वो बन्धन छुङा देंगे । गीता में जीव मुक्त बताया है । और जिसका लोग भजन करते हैं । वो भी मुक्त बताया है । वो भी मरने जीने वाला नहीं है । ये दोनों बनने बिगङने वाले नहीं हैं फ़िर भजन किसका ? इस बात को समझें । लोग कहते हैं कि संसार किसी ने बनाया है । मैं कहता हूँ कि यदि संसार बनाया गया है । तो पहले बीज बना या वृक्ष ? ये अनादि है । किसी का बनाया हुआ नहीं है । पाँच तत्व छटवां जीव ( या बीज ) एक ही है । छह के अलावा जो कुछ भी दिखायी दे रहा है । सब बनने बिगङने वाला है । सदगुरु की पहचान - पहले गुरु को समझो । गुरु से सतसंग करो । गुरु से सतसंग करने से ही गुरुतत्व प्राप्त होगा । उसी को सदगुरु कहते हैं । सदगुरु देहधारी नहीं होता । गुरु देहधारी होता है । जब सदगुरु प्रकट हो जायेगा । तब तुम्हारे सब बन्धन छुट जायेंगे । कोई न काहू सुख दुख करि दाता । निज करि कर्म भोग सब भ्राता । फ़िर दूसरा कौन है । कौन कर सकता है ? जीव दया और आतम पूजा । मुक्त उपाय और नहिं दूजा । तेरे पास दो मार्ग हैं - एक शुभ कर्म और एक अशुभ कर्म । सुमार्ग पर जायेगा । तो राम, कृष्ण, कबीर सी पूजा होगी । कुमार्ग पर कंस रावण जैसा विनाश होगा । अब तू दोनों मार्ग समझ । किस पर चलेगा ? हम घर जारों आपना, लूका लीनों साथ, जो घर जारे आपना चले हमारे साथ । जो काम क्रोध, लोभ मोह अंहकार, को तोङ देगा । वही इस मार्ग पर पहुँचेगा । भक्ति का पहला मार्ग - मात पिता की सेवा, संसार से प्रेम, स्त्रियों के लिये सास ससुर की सेवा और पति को परमेश्वर मानना । बेटियों के लिये गुरु करने की आवश्यकता नहीं । अनसूया का कोई गुरु नहीं था । अपने पतिवृत धर्म से बृह्मा विष्णु शंकर को बालक बना दिया था । सत्यनाम - ये ज्ञान कबीर ने धर्मदास को कराया । वो ये ज्ञान है । राजा जनक ने शुकदेव को कराया । जनक को अष्टावक्र ने । श्रीकृष्ण ने अर्जुन को । सूर्य ने अपने पुत्र इच्छ्वाक को । जीव पर जब तक आवरण चढा है । तब तक जीव जीव है । आवरण हटने पर शिव हो जाता है । ज्ञान करने की विधि - पहले अनुलोम विलोम सुखासन पर बठकर । धीरे धीरे एक घन्टा चालीस मिनट करने पर आपको नासिका के अग्रभाग पर ध्यान को देना होगा । इतना होने के बाद फ़िर किसी तत्वदर्शी सन्त के पास जाना होगा । वो आपको पूर्ण ज्ञान करा देंगे । इससे आवागमन छुट जायेगा पिंडे सोई बृह्मांडे..बाहर सोई अन्दर, दोनों की जानकारी करने चाहते हो तो सम्पर्क करें । सभी मजहब व सभी संप्रदायों के लिये । शब्द की जानकारी, नाम की जानकारी, रुहानी मंडल की जानकारी, सारशब्द की जानकारी, दसवें द्वार की जानकारी, पाँच तत्वों की जानकारी, दस इन्द्रियों की जानकारी, कुन्डलिनी की जानकारी, परमहंस की अवस्था, उनमुनी, बालवत, पिशाच, सुजान । अवस्थाओं की जानकारी, जाग्रत स्वपन सुषुप्ति, तुरीया, तुरीयातीत । इस बात को समझें । और अपनी मंजिल तक पहुँचे । रामायण का नाम - कहाँ लगि करिहों नाम बढाई । सके न राम नाम गुण गाई । नानक साहब का शब्द - शब्द हि धरनी शब्द अकाशा । शब्दई शब्द भयो प्रकाशा । सोई शब्द घट घट में आछे । सगली सृष्टि शब्द के पाछे । मन को जानो, मन क्या है ? पाँच तत्वों की पच्चीस प्रकृतियों के नाम और काम । पच्चीस प्रकृतियों पाँच देवताओं के वास । पाँच तत्वों के पाँच विषयों का निर्णय । पच्चीसों के विषय व चाल । पाँच मुद्राओं पाँच शब्दों का निर्णय । पाँच देह का कोष्ठक निर्णय । पाँच देह का न्यारा न्यारा अर्थ विवरण । मात्राओं के अर्थ । मात्रा अकार उकार मकार । नाम शब्द और मन की जानकारी के लिये फ़ोन पर जानें । और मार्ग पर पहुँचना है । तो स्वयं मिलें । - सन्त पागलदास कैलाश मठ, पैरा मेडिकल के पास नगला भाऊपुरा, सैफ़ई, इटावा ( उ.प्र ) संपर्क - ० 9634० ७६८२१ नोट - लेख के तथ्य श्री पागल बाबा के कथनों पर आधारित है । ब्लाग की सहमति अनिवार्य नहीं । केवल दो हाथ न होने से
इफको बनी उर्वरक और कृषि रसायन क्षेत्र की नंबर-१ कंपनी फर्टिलाइजर सेक्टर की दुनिया की सबसे बड़ी सहकारी संस्था 'इफको' ने फर्टिलाइजर और एग्रो केमिकल के क्षेत्र में एक नई उपलब्धि हासिल करते हुए फर्टिलाइज़र ऐंड एग्रो केमिकल सेक्टर में नंबर १ स्थान प्राप्त किया है. भारत में फॉर्चून ५०० कंपनियों की सूची में 'इफको' लगातार अपना पहला स्थान बरकरार रखता आया है. इस बार फॉर्चून इंडिया की ५०० कंपनियों की लिस्ट में इफको ६८ वें स्थान पर काबिज है. टॉप- १00 कोऑपरेटिव कंपनियों की लिस्ट में जगह बनाने वाली इफको देश की इकलौती को-ऑपरेटिव कंपनी है. बता दें कि 'वर्ल्ड को-ऑपरेटिव मॉनिटर ऑफ इंटरनेशनल को-ऑपरेटिव अलायंस' की एक ग्लोबल रिपोर्ट में ३०० ग्लोबल सहकारी संस्थाओं में भी इफको को स्थान मिला है. इससे साफ है कि 'इफको' ग्लोबल को-ऑपरेटिव संस्था के तौर पर शीर्ष स्थान की ओर तेजी से अग्रसर है. गौरतलब है कि इफको से देशभर के ४ करोड़ से ज्यादा किसान सीधे जुड़े हुए हैं. इफको मौजूदा समय में ३६,००० से ज्यादा सहकारी संस्थाओं का सदस्य हैं. किसानों को फायदा देने और पर्यावरण के लिए अपनी प्रतिबद्धता के चलते इफको ने देशभर में ३६ लाख से ज्यादा नीम के पेड़ लगाए हैं जो कोऑपरेटिव संस्थाओं में अतुलनीय योगदान है. गौरतलब है कि हाल ही में इफको ने अपने गुजरात स्थित कलोल प्लांट के अनुसंधान और विकास (आरएंडडी) में भी बड़ा निवेश किया है. देश की यह अग्रणी सहकारी संस्था खाद्य प्रसंस्करण और ऑर्गेनिक उत्पाद के क्षेत्र में भी अच्छा काम कर रही है. इफको ने फूड प्रोसेसिंग ऐंड ऑर्गेनिक प्रॉडक्ट्स में भी एंट्री कर ली है. 'इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोआपरेटिव लिमिटेड' (इफको) विश्व की सबसे बड़ी उर्वरक सहकारिता संस्था है. देश में खाद्य सुरक्षा के लिए १९६७ से लेकर अब तक इसने कई बड़े काम किए हैं. सत्र २०१७-१८ के वित्तीय वर्ष में इफको ने ८४.७९ मिट्रिक टन उर्वरक का उत्पादन किया. इसका वार्षिक टर्नओवर २०,७८८ करोड़ का रहा. इंटरनेशनल फर्टिलाइजर एसोसिएशन और इंटरनेशनल कोऑपरेटिव अलायंस में इफको का काफी नाम है.
बीजेपी और टीएमसी की उठापटक जारी बारासात लोकसभा सीट पर १९ मई को होना है मतदान, टीएमसी से काकोली घोष दस्तीदार कैंडिडेट काकोली ने बीजेपी पर पैसे बांटने का लगाया आरोप, पुलिस ने बीजेपी वर्कर के घर में की छापेमारी बीजेपी नेता मुकुल रॉय ने कहा, काकोली घोष के नेतृत्व में उनके लोगों ने गाड़ियों पर हमला किया मृणाल कांति देबनाथ को बीजेपी ने बारासात लोकसभा सीट से बनाया है उम्मीदवार, आखिरी चरण में मतदान लोकसभा चुनाव के बीच पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच उठापटक शांत होने का नाम नहीं ले रही है। पश्चिम बंगाल की बारासात लोकसभा सीट से टीएमसी प्रत्याशी काकोली घोष दस्तीदार ने बीजेपी पर पैसे बांटने का आरोप लगाया। उधर, बीजेपी नेता मुकुल रॉय ने काकोली पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने कुछ लोगों के साथ मिलकर घर के बाहर खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ की। काकोली को भय किसका है बारासात से टीएमसी कैंडिडेट काकोली घोष दस्तीदार की शिकायत पर पुलिस ने सोमवार को जिले के ही एक बीजेपी कार्यकर्ता के घर में छापेमारी की। काकोली ने कहा, 'वे पैसा बांट रहे हैं। यह सब बीजेपी कर रही है।' पढ़ें: मतदान के दौरान हिंसा पर एक का बड़ा ऐक्शन काकोली घोष ने बीजेपी पर लगाया आरोप बीजेपी नेता मुकुल रॉय ने काकोली पर लगाया आरोप बीजेपी नेता मुकुल रॉय ने बारासात में सोमवार को कहा, 'बीजेपी नेता अरविंद मेनन कुछ नेताओं के साथ बारासात में मीटिंग कर रहे थे। इसी दौरान काकोली के नेतृत्व में कुछ लोग यहां आए और उन्होंने बाहर खड़ी गाड़ियों पर हमला किया। इस राज्य (पश्चिम बंगाल) में लोकतंत्र नहीं रह गया है।' मुकुल रॉय ने काकोली पर लगाया आरोप पढ़ें: 'मोदी नीच' बयान पर फिर लौटे मणिशंकर अय्यर चुनाव आयोग ने बांकुरा में हुई हिंसा पर लिया सख्त ऐक्शन बता दें कि पश्चिम बंगाल के बांकुरा जिले में छठे चरण में वोटिंग के दौरान राजनीतिक हिंसा के मामले में चुनाव आयोग ने सख्त ऐक्शन लेते हुए यहां के डीएम और जिला निर्वाचन अधिकारी को पद से हटा दिया है। आयोग ने इस संबंध में रविवार को हुई शिकायत के बाद सोमवार शाम आदेश जारी किया। काकोली का देबनाथ से है चुनावी मुकाबला बारासात लोकसभा सीट पर १९ मई यानी की लोकसभा चुनाव के सातवें चरण में मतदान होना है। यहां पर टीएमसी ने काकोली घोष दस्तीदार पर दांव लगाया है तो बीजेपी ने यहां से मृणाल कांति देबनाथ को कैंडिडेट घोषित किया है। लोकसभा चुनाव: पश्चिम बंगाल भाजपा प्रमुख का आरोप, ट्म्क के लोग बीजेपी कार्यकर्ताओं को धमका रहे हैंपश्चिम बंगाल के भाजपा प्रमुख ने यह आरोप लगाया है की ट्म्क के लोग राज्य में बीजेपी के कार्यकर्ताओं को धमकाने का काम कर रहे हैं और चुनाव आयोग को इस बात का संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए। लोकसभा चुनाव के छठे चरण के लिए मतदान जारी है। इस चरण में दिल्ली समेत ७ राज्यों की ५९ लोकसभा सीटों पर वोटिंग हो रही है। सुबह ७ बजे से शाम ६ बजे तक वोटर कर सकेंगे अपने मताधिकार का प्रयोग। इस चरण में कुल १०.1७ करोड़ मतदाता मतदान के योग्य हैं जो 9७9 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे।
लाखों रुपए खर्च करने के बावजूद अब भी तालाब में मिल रहा नालियों का पानी | लाखों रुपए खर्च करने के बावजूद अब भी तालाब में मिल रहा नालियों का पानी - न्यूज,इंदौर न्यूज़,इंदौर समाचार लाखों रुपए खर्च करने के बावजूद अब भी तालाब में मिल रहा नालियों का पानी न्यूज - आओ संवारे तालाब/कुएं/बावड़ी राणापुर. तालाब के इस हिस्से में सीवर इंटर सेप्टर का काम रुका हुआ है। इस बारे में... आओ संवारे तालाब/कुएं/बावड़ी राणापुर. तालाब के इस हिस्से में सीवर इंटर सेप्टर का काम रुका हुआ है। इस बारे में एसडीएम केसी परते ने कहा अतिक्रमणकर्ताओं को अतिक्रमण हटाने के नोटिस दिए थे। उन्होंने बताया है कि अतिक्रमण हटा लिए हैं। तहसीलदार को इसकी जांच कर वर्तमान स्थिति की रिपोर्ट देने को कहा है। उस रिपोर्ट के आधार पर अगली कार्रवाई तय होगी। वहीं तहसीलदार नितिन चौहान बोले- हम लोग हमारी मांगों को लेकर सामूहिक अवकाश पर हैं, इसलिए एसडीएम के आदेश को लेकर जानकारी नहीं है। व्यर्थ हो जाएगी २ करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि तालाब के सौंदर्यीकरण व शुद्धिकरण के लिए २ करोड़ १ लाख रुपए की लागत की योजना का काम चल रहा है। सीवर इंटरसेप्टर भी इसी का एक हिस्सा है। इसका करीब ८० फीसदी काम पूरा हो चुका है। इसके रास्ते में लोगों द्वारा किया गया पक्का अतिक्रमण बाधा बन गया है। राह में बाधक इन अतिक्रमण को हटाने के लिए ठेकेदार ने नगर परिषद से अनेक बार कहा। नगर परिषद इसे राजस्व विभाग का मामला बताती रही। उसके बाद ठेकेदार ने काम ही बंद कर दिया। करीब एक साल बीतने पर भी निराकरण नहीं हो पाया। फिलहाल वार्ड ९ व ३ की गंदी नालियां तालाब में ही मिल रही। जिससे इसका पानी दूषित होकर बदबूदार हो गया है। बारिश का सीजन शुरू होने वाला है ऐसे में काम पूरा नहीं हुआ तो मुश्किलें बढ़ जाएगी। सीवर इंटरसेप्टर का काम पूरा नहीं होने पर तालाब का पानी प्रदूषित ही रहेगा जिससे २ करोड़ से ज्यादा रुपए का खर्च व्यर्थ चला जाएगा।
मेट्रो स्टेशन पर बुजुर्ग की सहायता करने वाली प्रियंका बनी 'मेट्रो हीरो' - न्ट्ड इंडिया मेट्रो स्टेशन पर बुजुर्ग की सहायता करने वाली प्रियंका बनी मेट्रो हीरो चकाला मेट्रो स्टेशन पर बुधवार शाम ७.३० बजे प्रियंका नाम की महिला ऑफिस का काम खत्म कर घर जाने के लिए ट्रेन का इंतजार कर रही थी कि तभी उसने मेट्रो स्टेशन पर एक घोषणा सुनी, जिसमें चिकित्सा आपातकाल में सहायता के लिए हेल्थ केयर पेशेवर को कस्टमर केयर अधिकारी से मिलने का अनुरोध किया जा रहा था। प्रियंका ने यह घोषणा सुनी और सीधा कस्टमर केयर की तरफ बढ़ी। हेल्थकेयर क्लीनिकल ट्रेनर प्रियंका कस्टमर केयर सेंटर पहुंची जहां उसने देखा कि एक ७६ वर्षीय बुजुर्ग को दौरा पड़ा था। हेल्थकेयर में एचओएमई (एचसीएएच) प्रशिक्षण प्राप्त प्रियंका ने हालात संभालते हुए एम्बुलेंस आने तक (करीब २० मिनट) बुजुर्ग का उपचार किया। चकाला मेट्रो स्टेशन के कुछ कर्मचारियों के साथ प्रियंका ने एम्बुलेंस में रोगी के साथ यात्रा की और डॉक्टरों के साथ मिलकर उस बुजुर्ग को बचाने में मदद की लेकिन उस व्यक्ति की कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई। हालांकि प्रियंका के कार्य की वहां मौजूद सभी लोगों ने सराहना की। प्रियंका ने रोगी को न बचा पाने पर अफसोस जताया और कहा कि उसे गर्व है कि एचओएमई में लिया हेल्थकेयर प्रशिक्षण उसके काम आया। चकाला स्टेशन नियंत्रक ने प्रियंका को मेट्रो हीरो बैज के साथ प्रशंसा की और कृतज्ञता के प्रतीक के रूप में सम्मानित किया। चकाला मेट्रो स्टेशन के स्टेशन नियंत्रक विजय ने कहा, उन्होंने समाज के लिए एक उदाहरण स्थापित किया है। प्रियंका जैसे जिम्मेदार लोग हमारे समाज को बेहतर बनाते हैं। उसे मेट्रो हीरो के रूप में पहचानना हमारा सम्मान है। जीवन बचाने के हमारे प्रयासों में सक्रिय समर्थन करने के लिए हम उनका आभारी हैं।
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ट्रंप विरोधी यूजर्स की जानकारी हासिल करने के सरकार की कोशिशों को ट्विटर ने किया खारिज ट्विटर ने अभिव्यक्ति की आजादी के आधार पर अमेरिकी सरकार के खिलाफ मुकदमा दायर किया है वाशिंगटन: ट्विटर ने अमेरिकी सरकार के खिलाफ मुकदमा दायर करते हुए अदालत से समर्थन मांगा है. ट्विटर ने अमेरिकी सरकार को उन ट्विटर उपयोगकर्ताओं की जानकारी मुहैया कराने से इंकार कर दिया है जिनके बारे में प्रशासन का दावा है कि वह असहमति व्यक्त करने वाले संघीय कर्मचारी हैं. ट्विटर ने मुकदमा दायर किया था. इसमें यह खुलासा किया गया कि गृह सुरक्षा विभाग और अमेरिका सीमा शुल्क एवं सीमा सुरक्षा ने ट्विटर के एट एलटीयूएससीआईसी अकाउंट चलाने वाले यूजर की जानकारी मांगी थी. अकाउंट संचालक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन की लगातार आलोचना कर रहा है. यह मुकदमा इस बात का संकेत है कि सरकारी जानकारी को लीक करने वालों को पकड़ने के लिए सोशल नेटवर्क और अमेरिकी प्रशासन के बीच यह लड़ाई लंबी चल सकती है. यह ट्विट अकाउंट कथित तौर पर गृह सुरक्षा विभाग की अमेरिकी नागरिकता एवं आव्रजन सेवा इकाई के एक या कई मौजूदा कर्मचारी चला रहे हैं. यह ट्विटर हैंडल उन हैंडलों में से एक है जो ट्रंप के जनवरी में राष्ट्रपति बनने के बाद बनाए गए थे. इन हैंडलों ने कई बार उन डेटा को प्रकाशित किया है, जिसे नया प्रशासन दबाना या आधिकारिक वेबसाइट से हटाना चाहता था. ट्विटर ने कैलिफरेनिया की फेडरल अदालत में मुकदमा दायर किया है.
सुखी बहु गाँव की १७ अप्रैल 20१७ | जैन उत्तम मे मैं यदा कदा ब्लॉग लिखता हूँ ... विचारो की अभिव्यक्ति व्यक्त करता हूँ ... कहानी कभी लिखी नही प्रथम बार कोशिश की कोई शिक्षाप्रद कहानी लिखू आज की वर्तमान समस्या पर अच्छी लगे हौसला बढाये ....सभी नाम व स्थान काल्पनिक है . शीर्षक - सुखी बहू गाव की एक छोटा सा गाव था उस गाव मे एक स्कूल था वह भी १० वी तक गाव की लड़कियों की ज्यादा से ज्यादा शिक्षा १० वी तक ही होती थी. माँ बाप कम शिक्षित थे . लड़कियों को पड़ोस के शहर मे शिक्षा के लिए भेजना पसंद नही करते थे क्योंकि सोचते थे शहर मे जाकर लड़कियाँ गलत राह पर न चली जाये ! गाव की बहुए बहुएं भी ज्यादा पढ़ी लिखी नही थी ! १० वी तक पढ़ी हुई तो मुश्किल से २-४ होगी ! गाव की महिलाओ की दुनिया गाव गाँव तक ही सीमित थी ! यदा कदा शहर की ओर जाना होता था ! मगर गाव की बहुये खुद मस्ती मे रहती थी ! कभी घर मे सास बहू मे अनबन होती रहती थी एक बहू गाव गाँव मे ऐसी थी जो ज्यादा पढ़ी लिखी थी उसके सास व परिवार किसी से नही जमती थी आए दिन किसी न किसी बात पर सास बहू देवरानी जेठानी से झगडा होता रहता था ! गाव की एक अनपढ़ बहू ऐसी भी थी उसे सास सहित पूरे परिवार का सन्मान मिलता था पढ़ी लिखी बहू से एक दिन अनपढ़ बहू से अनायास मुलाक़ात हो गयी. पढ़ी लिखी बहू ने अनपढ़ बहू से पूछा बहन तू मुझसे कम पढ़ी लिखी है मुझ जितना ज्ञान भी नही फिर भी तेरा नसीब कितना अच्छा तुझे सास सहित पूरे परिवार का सन्मान मिलता है मुझे देख न सास का प्यार न परिवार का प्यार मिलता है ओर तो ओर मेरा पति भी खुद की माँ की तरफदारी करता है अनपढ़ बहू सुनती रही निशब्द थी बार बार पढ़ीलिखी बहू बार बार प्रश्न करती रही तो अनपढ़ बहू बोली बहन मेरी सास व पूरा परिवार मुझे प्यार देता है इसका कारण यह है की मे अपने पति से निश्चल अटूट प्यार करती हु उसकी हर भावनाओ का ख्याल रखती हूँ . जब मुझे लगा मेरा पति मेरी सास व ससुर को सदेव खुश देखना चाहते है ओर मुझे लगा मेरे पति की खुशियो मे क्यू नही मे शामिल हो जाऊ मे अपने पति से ज्यादा मेरी सास ससुर सभी की इज्जत करने लगी उनकी हर भावनाओ का ख्याल रखने लगी उनकी सेवा को अपना धर्म समझने लगी मुझे मेरा पति अपनी माँ व पिता की सेवा करते हुए देखता बड़ा खुश होता था खुद को शोभाग्यशाली समझने लगा ओर मुझे अथाह प्यार करने लगा ! आज मुझे मेरा पति भी प्यार करता है पूरा परिवार सम्मान करता है उसका रहस्य यही है मेने अपने पति की भावनाओ को समझा ओर उनके माँ पिता को सन्मान व प्यार दिया पूरी सेवा करती हु तो मेरा पति मुझ पर गर्व महसूस करता है ओर मुझे अथाह प्यार करता है बहन मेरी खुशी व घर मे मिलता सन्मान का रहस्य यही है पढ़ी लिखी बहू स्तब्ध थी खुद सोचने लगी मे इतनी शिक्षित होने के बाद भी कभी पति की भावनाओ को नही समझी सास व ससुर को अनदेखा करती गयी जिससे न परिवार मे सन्मान पायी न पति का प्यार मिला खुद मे परिवर्तन करने का मिशन लेकर अनपढ बहू से विदा ली ..... सार - हर पत्नी चाहे पति को कितना भी प्यार करे मगर पति की भावनाओ का सन्मान नही करेगी उसे न पति का प्यार मिलता है न परिवार का उत्तम जैन (विद्रोही ) ब्लॉग: सुखी बहू गाव की
मैड्रिड। स्पेन के कैटलोनिया प्रांत में विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में लगभग ९० लोग घायल हो गए। क्षेत्रीय चिकित्सा आपातकालीन सेवा ने शुक्रवार को बताया कि ८९ लोगों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिसमें से ६० लोग बार्सिलोना में घायल हुए हैं। बाकी लोग लिएडा, टैर्रागोना तथा गिरोना में घायल हुए हैं। कैटलोनिया के कानून एवं प्रवर्तन एजेंसी मोसोस डी एस्कुआड्रा ने बताया कि इस सिलसिले में ३१ लोगों को हिरासत में लिया गया है।
वर्ल्ड कप २०१९ : धोनी के अलावा विराट कोहली की मदद कोई नहीं करेगा, जानिए किसने कहा ऐसा नई दिल्ली। विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी(महेन्द्र सिंह धोनी) भारतीय क्रिकेट टीम के लिए कितने महत्तव रखते हैं, शायद इसकी व्याख्या करना भी आसान नहीं। विकेटकीपिंग में महानता हासिल करने वाले इस दिग्गज खिलाड़ी ने कप्तानी के मामले में भी खूब नाम कमाया। यही कारण है कि इंग्लैंड एंड वेल्स में होने जा रहे विश्व कप(वर्ल्ड कप) के दाैरान भी सभी को उन्हीं से बड़ी उम्मीद लगी है। वह भले ही टीम के कप्तान ना हों लेकिन मैदान के अंदर जिस तरह से उनका रवैया रहता है, उसे देख ऐसा लगता है कि टीम वही चला रहे हैं। विराट कोहली(विरत कोहली) कप्तानी के मामले में इतने पक्के नहीं हैं। धोनी के बिना वह सटीक फैसला नहीं ले सकते, ऐसा सोशल मीडिया पर क्रिकेट फैंस का जबकि कई दिग्गजों का भी मानना है। वहीं धोनी के बचपन के कोच केशव रंजन बनर्जी का भी मानना है कि कप्तानी के मामले में कोहली के पास ऐसी कला नहीं है जो धोनी के पास है। धोनी के अलावा कोहली की मदद कोई नहीं करेगा धोनी को तैयार करने वाले इस कोच ने एमएस धोनी क्रिकेट अकादमी क्लीनिक लांच के मौके पर समर कैंप' के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि जहां तक मैच की स्थितियों को पढ़ने और रणनीति बनाने की बात है तो धोनी की तुलना नहीं की जा सकती। यहां तक कि कोहली में भी यह कला नहीं है। इसलिए कोहली को कुछ सलाह लेने की जरूरत है। अगर धोनी भारतीय टीम का हिस्सा नहीं हों तो उनकी मदद के लिए कोई नहीं होगा।' उन्होंने कहा, विराट को अब भी कप्तान के तौर पर कुछ समय की जरूरत है और धोनी से सलाह से उसकी मदद ही होगी। नंबर ४ के लिए धोनी ही सही नंबर-४ पर काैन बल्लेबाजी करेगा, इसको लेकर कई दिग्गजों मेंं अभी भी आपसी बहस देखने को मिलती है। लेकिन बनर्जी के कोच का मानना है कि चाैथे नंबर की पहले अगर कोई सुलझा सकता है तो वह धोनी ही हैं। उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि विश्व कप में धोनी को चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करनी चाहिए। यह फैसला टीम प्रबंधन का है लेकिन यह मेरी राय है। अगर वह चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करता है तो उसके बाद बल्लेबाज खुलकर खेल सकते हैं।' धोनी के पास नंबर-४ पर ३० मैच खेलने का अनुभव है। इसपर नंबर पर वह खरे भी उतरे हैं। इसका अंदाजा यह देखकर लगाया जा सकता है कि विश्व कप २०११ का खिताब दिलाने वाले धोनी ने नंबर-४ पर आकर ५६.५८ की एवरेज के साथ 13५८ रन बनाए हैं, जिसमें १२ अर्धशतक व एक नाबाद शतकीय पारी भी शामिल है। संन्यास पर भी बोले वहीं अब यह भी सवाल उठने लग पड़े हैं कि क्या धोनी का यह आखिरी विश्व कप होगा। जब उनके कोच से यह सवाल किया गया तो उन्होंने हंसते हुए इसका जवाह दिया। बनर्जी ने कहा कि आप उन्हें संन्यास लेते देखना चाहते हैं। आपको देखना चाहिए कि वह कितने फिट हैं। यह अहम बात है। धोनी कब संन्यास लेंगे यह उनकी पत्नी और पिता को भी नहीं पता होगा। इसके अलावा उन्होंने ऋषभ पंत को टीम में नहीं चुनने पर कहा कि उन्हें मौका देना जल्दबाजी होगा। भारत के पास अच्छी बेंच स्ट्रैंग्थ है। उन्हें विश्व कप के बाद मौका मिल सकता है।
आईपीएल २०१७ क्क्र व्स मी रेसल्ट: चौका छूटा, कैच छूटा... फिर केकेआर के हाथ से मैच छूटा मुंबई इंडियंस ने बेहद रोमांचक मुकाबले में केकेआर को चार विकेट से मात दी चौका छूटा.. कैच छूटा.. और फिर मैच छूटा.. कोलकाता नाइटराइडर्स के लिए यही कहानी रही. आखिरी ओवर तक मैच मुंबई इंडियंस की पकड़ में आता दिखाई दे रहा था. इसके बावजूद केकेआर को जीत की उम्मीद थी. आखिर ओवर में ११ रन की जरूरत थी. लेकिन इसमें पहले सूर्यकुमार यादव ने एक रन की जगह चौका दिया. फिर ऋषि धवन ने हार्दिक पांड्या का कैच छोड़ दिया. इसके बाद आप जीत की उम्मीद नहीं कर सकते. मुंबई इंडियंस ने चार विकेट से मुकाबला जीत लिया. पहले बल्लेबाजी करते हुए केकेआर ने सात विकेट पर १७८ रन बनाए थे. मुंबई इंडियंस ने एक गेंद बाकी रहते छह विकेट पर १८० रन बनाकर मैच जीत लिया. मैच से पहले केकेआर टीम दस विकेट से जीतकर आई थी. मुंबई को हार मिली थी. कोलकाता नाइटराइडर्स और मुंबई इंडियंस के बीच ये मैच कुछ ऐसा ही था. कोलकाता टीम विजय के क्रम को आगे बढ़ाना चाहती थी और मुंबई अपनी सरजमीं पर जीत दर्ज करना. आईपीएल १० के सातवें मैच में १७९ का टारगेट मिला था. ये टारगेट ऐसा था, जिसके लिए एक छोर से बड़ी पारी की सख्त जरूरत थी. पहले विकेट के लिए जरूर पार्थिव पटेल (३०) और जोस बटलर (२८) ने ६५ रन जोड़े. लेकिन इसके बाद विकेट गिरने शुरू हुए, तो रुकने का नाम नहीं लिया. लेकिन जिस बड़ी पारी की जरूरत थी, वो देने का काम नितीश राणा ने किया. दिल्ली के इस बल्लेबाज ने २९ गेंद में ५० रन बनाकर मैच को पकड़ में पहुंचाया. फिर उसके बाद ११ गेंद में २९ रन की तूफानी पारी खेलकर हार्दिक पांड्या ने अपनी टीम को मुंबई के वानखेडे स्टेडियम मे जीत दिला दी. इससे पहले मनीष पांडेय ने नाबाद ८१ रनों की आतिशी पारी खेलकर कोलकाता को १७८ के चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचाया. टॉस हारकर बल्लेबाजी करने उतरी कोलकाता ने तेज शुरुआत की, हालांकि कप्तान गौतम गंभीर (१९) का विकेट सस्ते में गिर गया. रॉबिन उथप्पा (४) भी इसी ओवर की पांचवीं गेंद पर ऊंचा शॉट खेलने के प्रयास में हार्दिक पांड्या के हाथों लपके गए. पिछले मैच में गुजरात लायंस पर शानदार जीत दिलाने वाले क्रिस लिन (३२) भी जल्द ही जसप्रीत बुमराह की गेंद पर पगबाधा हो पवेलियन लौट गएय क्रुणाल पांड्या ने अपने अगले ही ओवर में यूसुफ पठान (६) का विकेट चटकाया. अगले पांच ओवरों में कोलकाता सिर्फ २४ रन जोड़ सकी. कोलकाता बड़े स्कोर की ओर बढ़ती नजर नहीं आ रही थी, लेकिन मिचेल मैक्लेनेगन द्वारा लाए गए पारी के आखिरी ओवर में २३ रन जोड़कर मनीष ने अपनी टीम को सम्मानजनक योग दिलाया. मनीष ने ४७ गेंदों में पांच चौका और इतने ही छक्के लगाए और अंत तक नाबाद रहे. मुंबई के लिए क्रुणाल ने सर्वाधिक तीन विकेट लिए. क्रुणाल ने सबसे किफायती गेंदबाजी भी की. उन्होंने चार ओवरों के अपने स्पेल में २४ रन दिए. लसिथ मलिंगा को दो और मैक्लेनेगन तथा जसप्रीत बुमराह को एक-एक विकेट मिला. हरभजन सिंह कोई विकेट हासिल नहीं कर सके.
- फेसबुक के माध्यम से चलाया अभियान - दुल्हा कैसा हो इसका भी किया खुलासा समाज में माता-पिता अक्सर अपने बेटा व बेटी के लिए दुल्हा-दुल्हन खोजते हैं। यह परंपरा सदियों से चली आ रही है। इसके विपरित एक बेटा अपने पिता के निधन के बाद मां को खुशी देने के लिए उनके लिए दुल्हे की तलाश कर रहा है। वह फेसबुक के माध्यम से दुल्हे की तलाश कर रहा है। हुगली जिले के चंदननगर निवासी बेटा गौरव अधिकारी अपनी मां की खुशी के लिए उसकी शादी करवाने के लिए फेसबुक के माध्यम से अच्छे दुल्हे की तलाश कर रहा है। उसने लिखा है कि मेरी मां का नाम दोला अधिकारी है और उम्र ४५ साल है। उसने यह भी लिखा है कि दुल्हा कैसा होना चाहिए। उसके पास जमीन या संपत्ति नहीं हो तो भी चलेगा। वह खुद कमाने वाला हो। उसका व्यवहार अच्छा हो। जो उसकी मां को खुश रख सके। निभाना चाहती हूं अपना फर्ज गौरव ने कहा कि अपनी मां के लिए उसे ऐसे ही दुल्हे की तलाश है। जो उसकी मां को हमेशा खुश रख सके और उसका ख्याल कर सके। गौरव के पिता का निधन २०१४ में हो गया था। गौरव का कहना है कि कभी-कभी काम के सिलसिले में घर से बाहर रहता है। ऐसे में उसकी मां अकेली हो जाती है। उसका ख्याल मैं नहीं रख पाता हूं। मैं चाहता हूं कि उनका जीवनसाथी ऐसा हो जो उन्हें हमेशा खुश रख सके। एक तरफ मैं बेटे का फर्ज निभा रहा हूं। दूसरी ओर अपनी मां की शादी कराकर एक जिम्मेदार अभिभावक का भी फर्ज निभाना चाहता हूं। कोई क्या कहेगा इसकी परवाह नहीं गौरव ने कहा कि मुझे इस बात की जरा सी भी परवाह नहीं है कि लोग क्या कहेंगे। उसका मुख्य सपना है कि वह मां की शादी कराकर उसे खुश देखना चाहता है। कहीं मायापुर का इस्कॉन मंदिर, तो कहीं राम मंदिर
दो दिन की बारिश से जलमग्र हुआ बणे दी हट्टी स्कूल असुरक्षित महिलाएं और शर्मसार होता हिमाचल सरकार की दूसरी सालगिरह पर भी आएंगे २५० निवेशक टौणी देवी में कार लुढ़की, एक ही परिवार के ३ सदस्यों की मौत धूमधाम से मनाया वार्षिक समारोह किड्जी प्री स्कूल ऊना में रविवार शाम को वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में नगर परिषद अध्यक्ष अमरजोत सिंह बेदी, नीरा कौर बेदी व रूपनीत कौर बेदी, स्कूल के चेयनमैन जगदीश राम, एमडी सुनील चौधरी, प्रधानाचार्य रेणुका चौधरी व एकेडमिक कोडिनेटर ममता व जेएस विज्डम स्कूल की एडमिन लविका ने बतौर गेस्ट शिरकत की। जबकि डीएसपी हरोली अनिल कुमार मेहरा, कुटलैहरिया व हरीश विशेष रूप से उपस्थित रहे। लैंप लाईटनिंग समारोह की शुरूआत सरस्वती वंदना से की गई। इसके बाद बच्चों ने जी एंथम से सांस्कृतिक कार्यक्रम शुरु किया। समारोह के दौरान बच्चों ने वैलकेम सांग के बाद हिप हॉप डांस किया, जिस पर बच्चों ने खूब तालियां बिटौरी। इसके अलावा बच्चों ने तेरी मिट्टी में मिल जावां सहित अनेक गीतों पर अपनी प्रस्तुतियां पेश की। बच्चों ने धरती, पर्यावरण, पानी, प्रदुषण, प्लास्टिक, जंक फूड, मोबाइल व सेव ट्री को लेकर बहुत से कार्यक्रम किए, जिसकी सभी ने सराहना की। बच्चों ने विभिन्न प्रकार के खेलों की झलकियां प्रस्तुत की। स्कूल प्रधानाचार्य रेणुका चौधरी ने स्कूल की वार्षिक रिपोर्ट पढ़कर सुनाई। उन्होंने वर्ष भर स्कूल में हुई गतिविधियों के साथ-साथ उपलब्धियों को लेकर पूरा ब्यौरा दिया। समारोह के दौरान स्कूल के रियांशा राणा को विभिन्न गतिविधियों में बेहतर प्रदर्शन के लिए सम्मानित भी किया गया। स्कूल के एमडी सुनील चौधरी ने कहा कि किड्जी प्री स्कूल ने बड़े कम समय में उन बुलंदियों को छुआ है, जिन्हे हासिल करने में वर्षों लग जाते हैं। किड्जी स्कूल ने क्षेत्र का एक अग्रणी संस्थान बन चुका है। बच्चों की शिक्षा और विकास की ओर ध्यान दे रहा है। स्कूल समय की आवश्यकता के दृष्टिगत ही अभिभावकों की मांग को ध्यान में रखते हुए अनुरूप शिक्षा प्रदान कर रहा है। एमडी सुनील चौधरी ने छात्रों की अद्भुत प्रस्तुतियों को सराहते हुए उनका मनोबल बढ़ाया साथ ही उनको प्रोत्साहित करते हुए हुए उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दीं। इस अवसर पर ममता लट्ठ, शैली, दीपिका, मुक्ता, अंजना सैणी, अनिता, पूजा जसवाल, अमरजीत, शिवानी, अमनदीप, रजनी, मिनाक्षी, वंदना, सुमन लत्ता, ममता, मोनिका, अनिल कुमारी, सुनिता कुमार व सुनीता, मीना, सिमरित, मनजिंद्र व मनोज सहित अन्य उपस्थित रहे। पंजाबी विषय न पढ़ाने पर बुद्धिजीवी वर्ग नाराज ऊना अस्पताल में शुरू हुआ गुरु का लंगर शास्त्री अध्यापक पर छेड़छाड़ का आरोप, गिरफ्तार
बवासीर से राहत पाने के प्राकृतिक नुस्खे - प्राकृतिक उपचार २०१९ से पीड़ित हैं अर्श (के रूप में भी जाना जाता है बवासीर) एक ऐसी स्थिति है जो वास्तव में असहज और दर्दनाक बन सकती है। बवासीर के बहुत सारे सामान्य मामले हैं, इनका दर्द कम करने के लिए प्राकृतिक तरीकों को जानना हमेशा उपयोगी होता है। लेकिन बवासीर या बवासीर क्या हैं? वे मूल रूप से हैं नसों की सूजन जो हमें मलाशय में स्थित मिली, और जब वे सूजन हो जाते हैं, तो यह कष्टप्रद लक्षण पैदा करता है जो कभी-कभी बहुत गंभीर हो सकते हैं। गंभीरता के आधार पर (और, अंततः, बवासीर की डिग्री और प्रभाव, १ से ४ तक), रक्तस्राव हर बार जब आप बाथरूम में जाते हैं, तो जलन, जलन और प्रभावित क्षेत्र में खुजली के दौरान दिखाई दे सकते हैं। उनके कारण वास्तव में बहुत विविध हैं, हालांकि अधिकांश अवसरों के परिणामस्वरूप वे उत्पन्न होते हैं कब्ज या संचलन मूल की समस्याओं के कारण। वे एक गतिहीन जीवन की खोज और शारीरिक व्यायाम के छोटे अभ्यास के कारण भी दिखाई देते हैं। हम आपको इस बार उन युक्तियों की एक श्रृंखला का प्रस्ताव देते हैं जिन्हें आपके घर में किसी भी समय और उसके बाद आसानी से लागू किया जा सकता है, चाहे वह बाथरूम के उपयोग के माध्यम से, बर्फ या चाय और अन्य तरीकों के उपयोग से हो इनसे पीड़ित हैं। बवासीर के इलाज में मदद करने के लिए टिप्स एक स्वस्थ आहार बवासीर के इलाज के लिए पहला कदम है उन खाद्य पदार्थों से स्वस्थ आहार लें जो फाइबर से भरपूर हों, जैसे कि ब्रेड या साबुत अनाज टॉर्टिला। पालक, किशमिश, प्लम, अनाज, ब्रोकोली और मटर जैसे विभिन्न फलों और सब्जियों का सेवन करें; इसके अलावा, ओट्स, बीन्स, अनाज और नट्स का सेवन आपको बवासीर का इलाज करने में मदद कर सकता है, क्योंकि जब यह इलाज करने की बात आती है, तो आहार सबसे महत्वपूर्ण कारक होता है, इससे पाचन संबंधी समस्याएं बेहतर होंगी जो आपको हो सकती हैं। दूसरी ओर ऐसे खाद्य पदार्थ हैं, जिन्हें खाने से बचना चाहिए जो रक्तस्राव के बिगड़ने का कारण बन सकते हैं, जैसे कि मिर्च मिर्च, कुछ मसाले और ड्रेसिंग, लहसुन, अजमोद, प्याज, सरसों, टमाटर सॉस, टमाटर, सिरका, कॉफी, चॉकलेट और शराब; ये ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जिनसे आपको बचना चाहिए और कब्ज या दस्त जैसी स्थितियों के निर्माण में मदद कर सकते हैं, जो निस्संदेह प्रभावित कर सकते हैं और बवासीर के सबसे सामान्य कारणों में से एक हो सकते हैं। उपचार प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए गर्म स्नान का उपयोग बवासीर के दर्द से राहत पाने का एक तरीका गर्म स्नान का उपयोग करना है। हम किसी भी साबुन या बाहरी एजेंट (स्वाद के पानी, शॉवर शैम्पू, साबुन, आदि) के बिना ८ इंच गर्म पानी के साथ एक टब भरने के लिए आगे बढ़ते हैं। गर्म पानी से भरे टब के साथ और कुछ नहीं (बहुत गर्म नहीं), अगला कदम १० से १५ मिनट के लिए टब में बैठना है, बवासीर की वसूली में तेजी लाने के लिए कई दिनों तक इस प्रक्रिया को दोहराएं और दर्द को कम करें इन। बर्फ या चाय बैग का उपयोग गुदा क्षेत्र में लगाए गए बर्फ या ठंडे चाय बैग के आवेदन से दर्द कम हो सकता है जो वसूली प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए प्रभावी हैं; लपेटना याद रखें, यदि आप बर्फ का उपयोग करते हैं, तो यह आपके आवेदन के लिए कपड़े में है। पीने के पानी का खूब पीने की सलाह दी जाती है; यदि यह पीने योग्य नहीं है, तो इसे उबाल लें या पहले शुद्ध कर लें, इसकी उच्च सोडियम सामग्री के कारण बवासीर होने पर मिनरल वाटर पीने की सलाह नहीं दी जाती है। अच्छी गुदा स्वच्छता बनाए रखना और एक ही समय में बवासीर को खरोंचने या रगड़ने से बचने के लिए उन्हें घायल करने और संक्रमण को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण पहलू है। ठंड या गर्म पानी से गुदा को धोने की कोशिश करें; इसे साफ करने के लिए, आपको सफाई के लिए टॉयलेट पेपर के उपयोग से बचना चाहिए, इसका उपयोग केवल पानी से धोने के बाद गुदा को सुखाने के लिए किया जाना चाहिए। मेलिलोटस का उपयोग यह एक जड़ी बूटी है जिसका औषधीय उपयोग है; लसीका जल निकासी को बढ़ावा देता है, जो द्रव प्रतिधारण को कम करता है, विशेष रूप से शिरापरक दीवार के ऊतकों में। स्वर बैठना, जुकाम, एंटी वैरिकाज़ टॉन्सिल के लिए उपयोगी, कसैले और निश्चित रूप से, दर्दनाक बवासीर भी। प्रभावित क्षेत्र की अधिकतम सफाई और देखभाल बनाए रखना इस के एक इष्टतम उपचार के लिए महत्वपूर्ण है। आवश्यक देखभाल के साथ, अधिकांश रोगसूचक बवासीर का दर्द दो से सात दिनों के भीतर कम हो जाएगा, और कठोर गांठ को चार से छह सप्ताह में कम होना चाहिए; आपके पास बवासीर नहीं होना चाहिए, खरोंच या परेशान नहीं होना चाहिए, क्योंकि यह एक संक्रमण में समाप्त हो सकता है और उन्हें बदतर बना सकता है। हालांकि, यदि आप इस समय में सुधार नहीं देखते हैं या यदि बवासीर २, ३ या ४ डिग्री है, तो आपको व्यक्ति की स्थिति का निदान करने के लिए एक पेशेवर चिकित्सक के पास जाना चाहिए और इसके लिए एक उपयुक्त उपचार भेजना चाहिए। यदि सर्जरी के बिना समस्या का इलाज नहीं किया जा सकता है, तो प्रभावित व्यक्ति को विभिन्न प्रकार के सर्जिकल उपचार उपलब्ध होंगे। यह लेख केवल सूचना के उद्देश्य से प्रकाशित किया गया है। यह एक चिकित्सक के साथ परामर्श को प्रतिस्थापित नहीं कर सकता है और नहीं करना चाहिए।हम आपको अपने विश्वसनीय चिकित्सक से परामर्श करने की सलाह देते हैं। बवासीर पाइल्स का स्थायी समाधान | इन कारणों को कर दें दूर कभी नहीं होगा बवासीरपाइल्स | पाइल्स ट्रेटमंट (जुलाई २०१९)
एक-दूसरे की जंग लड़ रहे ये पति-पत्नी, जानिए शॉटगन-पूनम व रंजीता-पप्पू की कहानी पटना । संसद तक पहुंचने की लड़ाई अपने अंतिम दौर में पहुंच चुकी है। बिहार में अंतिम चरण में आठ सीटों पर १९ मई को मतदान होना है। महत्वपूर्ण यह है कि इस चुनाव कई दिलचस्प नजारे मतदाताओं को देखने को मिले। एक और नजारा पटना में अंतिम दौर में नजर आ रहा है। पटना में एक सीट ऐसी भी है जहां पत्नी अपने पति की जीत के लिए दिन-रात एक किए हुए हैं। इसके पहले पति ने अपनी पत्नी के लिए भी खूब पसीना बहाया था।
कोको और कॉफी थाईलैंड सम्पर्क करने का विवरण जमे हुए उत्पादों आ४ कॉपी कागज गैर ग्मो पीला और सफेद मकई पशु और मानव उपभोग के लिए न्यूनतम आदेश मात्रा:५० तों/टॉन्स नाश्ता अनाज २१०/२५०ग मशरूम पॉपकॉर्न गुठली-सबसे अच्छी कीमत और गुणवत्ता पीला और सफेद मकई पशु फ़ीड और मानव उपभोग के लिए पूरे कर्नेल मीठी मकई जमे हुए उच्च प्रोटीन मकई लस भोजन ग्रेड एक मकई लस भोजन, मांस और हड्डी भोजन प्रोटीन ४५% करने के लिए ५२%, मछली भोजन इक़्फ और जमे हुए थोक मीठी मकई गैर ग्मो सफेद/पीला मक्का मकई थोक में आपूर्ति के लिए तैयार पीला मक्का/पीला मक्का के लिए पशु चारा गुणवत्ता ग्रेड १ पीला मक्का और सफेद मक्का/मक्का मानव और पशु चारा के लिए बिक्री के लिए मानव उपभोग के लिए पीला मक्का या पशु फ़ीड नई फसल थोक सूखे पीला मक्का/पीला मक्का के लिए पशु चारा पीला मक्का, मक्का, पोल्ट्री, पशु की खपत, मवेशी फ़ीड
रघुवर दास का अपना बचपन बहुत अभावों में गुजारा, जिसकी वजह से उन्होंने जमशेदपुर की टाटा स्टील रोलिंग मिल में मजदूर के रूप में अपना सफर शुरु किया। टाटा स्टील के कर्मचारी से झारखंड के नये मुख्यमंत्री बनने तक का रघुवर दास का सियासी सफर बेहद दिलचस्प रहा है। रघुवर दास झारखंड के पहले गैर आदिवासी मुख्यमंत्री हैं। रघुवर दास पहली बार १९९५ में भाजपा की टिकट पर जमशेदपुर (पूर्व) से चुनाव लड़े और जीत दर्ज की। चार बार विधायक रह चुके रघुवर दास ३० दिसंबर, २००९ से २९ मई, २०१० तक झारखंड के उपमुख्यमंत्री रह चुके हैं। एनडीए की पूर्व सरकार में इन्हें मंत्री पद भी दिया गया था। रघुवर दास को अमित शाह की टीम का हिस्सा माना जाता है। बतौर भाजपा संगठनकर्ता वे कई प्रदेशों में भाजपा की जीत में अहम भूमिका निभा चुके हैं। रघुवर दास भाजपा के कद्दावर नेताओं में जरूर गिने जाते हैं, लेकिन उनका आरएसएस या अन्य सहयोगी संगठनों से कोई सीधा संबंध नहीं है। रघुवर दास १९७४ के छात्र आंदोलन के समय समाजवादी छात्र संगठनों के संपर्क में रहे। उसके बाद भाजपा का दामन थामने के बाद पार्टी ने उन्हें कई जिम्मेदारियां दीं, जिसको उन्होंने बखूबी निभाया। उन्होंने २०१४ के चुनावों में 'जमशेदपुर पूर्व' सीट से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा तथा वे भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस के उम्मीदवार आनन्द बिहारी दुबे को ७०१५७ वोटों के अंतर से हराकर निर्वाचित हुए और झारखंड के छठवें मुख्यमंत्री नियुक्त किये हुए। रघुवर दास झारखंड के पहले गैर आदिवासी मुख्यमंत्री हैं। ५९-वर्षीय रघुवर दास वर्ष १९७७ में जनता पार्टी के सदस्य बने। वर्ष १९८० में बीजेपी की स्थापना के साथ ही वह सक्रिय राजनीति में आए।उन्होंने वर्ष १९९५ में पहली बार जमशेदपुर पूर्व से विधानसभा का चुनाव लड़ा और विधायक बने। तब से लगातार पांचवीं बार उन्होंने इसी क्षेत्र से विधानसभा चुनाव जीता है। तत्कालीन बिहार के जमशेदपुर पूर्व से वर्ष १९९५ में उनका टिकट बीजेपी के प्रसिद्ध विचारक गोविंदाचार्य ने तय किया था। दास पंद्रह नवंबर, २००० से १७ मार्च, २००३ तक राज्य के श्रम मंत्री रहे, फिर मार्च २००३ से १४ जुलाई, २००४ तक वह भवन निर्माण और १२ मार्च २००५ से १४ सितंबर, २००६ तक झारखंड के वित्त, वाणिज्य और नगर विकास मंत्री रहे। इसके अलावा दास २००९ से ३० मई, २०१० तक झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ बनी बीजेपी की गठबंधन सरकार में उपमुख्यमंत्री, वित्त, वाणिज्य, कर, ऊर्जा, नगर विकास, आवास और संसदीय कार्य मंत्री भी रहे। रघुवर दास पर कई विवादों के आरोप भी लगे हैं। जनवरी २०१० में रघुवर दास एक प्राइवेट कंपनी को पुरस्कार अच्छे कार्य करने के लिए पुरस्कार देने के चलते विवाद में रहे। बात २००४-२००५ की है जब दास झारखंड की मुंडा सरकार के अंतर्गत शहरी विकास मंत्री थे।
होम > उत्पादों > पतला धातु रोल बनाने की मशीन (पतला धातु रोल बनाने की मशीन के लिए कुल २४ उत्पादों) थोक चीन से पतला धातु रोल बनाने की मशीन , लेकिन कम कीमत के अग्रणी निर्माताओं के रूप में सस्ते पतला धातु रोल बनाने की मशीन खोजने की आवश्यकता है। बस पतला धातु रोल बनाने की मशीन पर उच्च गुणवत्ता वाले ब्रांडों पा कारखाना उत्पादन, आप आप क्या चाहते हैं, बचत शुरू करते हैं और हमारे पतला धातु रोल बनाने की मशीन का पता लगाने के बारे में भी राय, आप में सबसे तेजी से उत्तर हम करूँगा कर सकते हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष का बड़ा बयान- भाजपा से मिलीभगत कर जनता को धोखा दे रही इनेलो ०३/०६/२०१८ - ३:३8 प्म सिरसा । हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर ने हरियाणा की भाजपा सरकार पर किसान-कर्मचारी विरोधी नीतियों को लेकर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि पिछले चार साल में किसान की आमदनी दोगुनी होने के बजाय लगातार घटी है। किसान आज भाव न मिलने पर अपने उत्पादों को सड़क पर फेंक कर आंदोलन को मजबूर हुआ है। डॉ. तंवर ने ऐलनाबाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि विपक्ष का धर्म होता है कि जनता के हक की आवाज बने, लेकिन भाजपा से मिलीभगत कर जनता को धोखा देने का काम आज इनेलो कर रही है। गर्मी में साइकिल पर यात्रा के सवाल पर तंवर ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस की बस एक ही यात्रा हरियाणा बचाओ-परिवर्तन लाओ है बाकी सब कार्यक्रम सम्मेलन या जनसभा है। गत दिवस कांग्रेस की हरियाणा बचाओ-परिवर्तन लाओ साइकिल यात्रा रानियां से शुरू हुई। रविवार को यह यात्रा गांव जमाल से शुरू होकर गांव रुपावास पहुंची। इससे पूर्व यात्रा लहरावाली ढाणी, नकोड़ा, भडोलियावाली मोड़, जीवननगर चौक, जीवन नगर, बूढ़ीमेड़ी चौक, प्रताप नगर, ऐलनाबाद, ममेरा, सुरेरा चौक, पोहड़का, भुरटवाला, मेहनाखेड़ा, उमेदपुरा, मल्लेका, माधोसिंघाना, गुडिय़ाखेड़ा, ढुकड़ा होते हुए जमाल पहुंची थी। इस दौरान ग्रामीणों के बीच पहुंचे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि किसान को ताकतवर बनाने के लिए कांग्रेस ने डॉ. स्वामीनाथन आयोग का गठन किया था, लेकिन काम कम बात ज्यादा करने वाली भाजपा के चार साल में किसानों को अच्छे दिन दूर तक नजर नहीं आ रहे। कांग्रेस अध्यक्ष का बड़ा बयान- भाजपा से मिलीभगत कर जनता को धोखा दे रही इनेलो २०१८-०६-०३
इस त्योहारी सीजन में चीनी के लिए ढीली करनी होगी जेब, ९ से १० फीसदी तक बढ़ सकती हैं कीमतें आने वाले त्योहारी सीजन में चीनी की मिठास फीकी पड़ सकती है। रेटिंग एजेंसी क्रिसिल की रिपोर्ट के अनुसार कम उत्पादन और समय पर बारिश न होने के कारण चीनी की कीमतों में ८ से ९ फीसदी तक की बढ़ोतरी हो सकती... उत्तर प्रदेश: पुराने दामों पर ही सरकार ने तय किया गन्ने का मूल्य, नहीं बढ़ाया गया एमएसपी लखनऊ। संजय आर भूसरेड्डी (प्रमुख सचिव गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग) ने पिछले साल निर्धारित गन्ना मूल्य के आधार पर ही गन्ने के मूल्य निर्धारण का शासनादेश जारी किया है। सरकार ने इस बार भी अगेती प्रजाति... गाँव कनेक्शन ३ डेक २०१८ ६:4३ आम गम्त पिछले साल की अपेक्षा अब तक १५ फीसदी कम हुआ चीनी का उत्पादन, बढ़ सकती हैं कीमतें लखनऊ। आने वाले महीनों में चीनी की मिठास कम हो सकती है। पिछले साल की अपेक्षा अभी तक चीनी का उत्पादन १५ से भी कम हुआ है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है रहा है कि सबसे बड़े गन्ना उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश... एथेनॉल की कीमतों में बढ़ोतरी का असर, चीनी १६० रुपए महंगा नयी दिल्ली। बाजार में सीमित आपूर्ति और मांग बढ़ने के बाद शुक्रवार को दिल्ली के थोक चीनी बाजार में चीनी कीमतों में १६० रुपए प्रति कुंतल की भारी तेजी आयी। बाजार सूत्रों ने कहा कि एथेनॉल कीमतों में करीब... गाँव कनेक्शन १४ सेप २०१८ ११:२४ आम गम्त चीनी निर्यात कोटा की समय सीमा बढ़ी, कच्ची चीनी बाहर जाने से कीमतों में होगा सुधार नई दिल्ली। सहकारी चीनी मिलों का शीर्ष संगठन राष्ट्रीय सहकारी चीनी कारखाना संघ लिमिटेड (एनएफसीएसएफ) ने गुरुवार को चीनी निर्यात कोटा की समय सीमा बढ़ाने के सरकार के फैसला का स्वागत किया है। चीनी उद्योग... गाँव कनेक्शन २५ आग २०१८ ५:३६ आम गम्त चीनी मिलों की स्थिति सुधारने के लिए केंद्र सरकार का बड़ा ऐलान सरकार ने विपणन वर्ष २०१७-१८ के अंत तक २० लाख टन चीनी के निर्यात को मंजूरी दे दी है। यह कदम अतिरिक्त भंडार को कम करने तथा गन्ना किसानों को भुगतान के लिए चीनी मिलों की नकदी स्थिति सुधारने के लिए उठाया... गाँव कनेक्शन १ अप्रैल 20१8 १:३४ प्म गम्त चीनी उत्पादन में बढ़ोतरी के संकेत, कीमतों में आयेगी गिरावट ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि पहली अक्टूबर से शुरू हुए चालू पेराई सीजन २०१७-१८ में चीनी का उत्पादन ज्यादा होने का अनुमान है। ऐसे में चीनी मिलों को इस वर्ष नुकसान उठाना पड़ सकता है। चीनी उत्पादन बढ़ने... भारी उत्पादन और कमजोर मांग से चीनी की कीमतों में गिरावट नयी दिल्ली (भाषा)। अधिक उत्पादन के दबाव में चीनी मिलों की भारी आपूर्ति के कारण राष्ट्रीय राजधानी के थोक चीनी बाजार में चीनी कीमतों में ६५ रुपए प्रति क्वन्टिल तक की गिरावट आई।बाजार सूत्रों ने कहा कि... गाँव कनेक्शन १९ जान २०१८ ६:५० प्म गम्त
चीन ट्रैक्टर कोर एंड्रॉइड ५.१ जेएसी जे ५ नेविगेशन निर्माता विवरण:ट्रैड कोर एंड्रॉइड ५.१,एंड्रॉइड ५.१ जेएसी जे ५,जेएसी जे ५ नेविगेशन होम > उत्पादों > चीनी सीरीज एंड्रॉइड कार डीवीडी > ट्रैक्टर कोर एंड्रॉइड ५.१ जेएसी जे ५ नेविगेशन मॉडल नं.: कड-७२०८ १. क्वाड कोर एंड्रॉइड ५.१ जेएसी जे ५ नेविगेशन ७ इंच की कार जीपीएस है। क्वाड कोर अंड्रॉयड ५.१ जेएसी ज५ नेविगेशन जीपीएस, ब्लूटूथ, वाई-फाई, एसडी, यूएसबी, रेडियो, दर्पण-लिंक समारोह है। ऑब्द, डीवीआर, त्पम्स, पीछे देखने कैमरा और डी ए बी समारोह क्वाड कोर अंड्रॉयड ५.१ जेएसी ज५ नेविगेशन के लिए वैकल्पिक है। ट्रैड कोर एंड्रॉइड ५.१ जेएसी जे ५ नेविगेशन एचडी १024 * ६०० और कैपेसिटिव मल्टी-टच स्क्रीन है। ट्रैक्टर कोर एंड्रॉइड ५.१ जेएसी जे ५ नेविगेशन एंड्रॉइड ५.१ सिस्टम है। क्वाड कोर एंड्रॉइड ५.१ जेएसी जे ५ नेवीगेशन रॉकपीप पीएक्स ३ कॉर्टेक्स ए ९ का उपयोग करें। सुमसुंग १गब द्र३, १6गब नंद फ्लैश क्वाड कोर अंड्रॉयड ५.१ जेएसी ज५ नेविगेशन के साथ सुसज्जित है। २. ट्रैक्टर कोर एंड्रॉइड ५.१ जेएसी जे ५ नेवीगेशन जीपीएस और ग्लोनस समर्थन, तो क्वाड कोर एंड्रॉइड ५.१ जेएसी जे ५ नेवीगेशन नॉर्थ अमेरिकन मार्केट और रूस और यूक्रेन दोनों के लिए बाजार में फिट है। ट्रैक्टर कोर एंड्रॉइड ५.१ जेएसी जे ५ नेविगेशन को जेएसी जे ५ कार में स्थापित करना होगा। क्वाड कोर अंड्रॉयड ५.१ जेएसी ज५ नेविगेशन के सहायक सॉकेट, आरसीए केबल, जीपीएस केबल, यूएसबी केबल, माइक्रोफोन, दूरदराज के, आदि है क्वाड कोर अंड्रॉयड ५.१ जेएसी ज५ नेविगेशन समर्थन गूगल प्ले से ९०% क्षुधा युतुबे, व्हेत्सप्प, फेसबुक, ट्विटर की तरह, , इंस्टाग्रम, क़्क, वेचत, जीमेल, ... ३. क्वाड कोर एंड्रॉइड ५.१ जेएसी जे ५ नेवीगेशन समर्थन आईजीओ, सिगिक और पापुको मैप। ट्रैक्टर कोर एंड्रॉइड ५.१ जेएसी जे ५ नेविगेशन में विभिन्न नि: शुल्क नक्शे, यूरोप (यूके, स्पेन, रूस, इटली, रोमानिया, यूक्रेन, फ्रांस, पोलैंड, डेनमार्क, स्वीडन, स्विटजरलैंड, ग्रीस, हंगरी, जर्मनी, तुर्की और अन्य यूरोप के देशों) हो सकते हैं। , दक्षिण अमेरिका (ब्राजील, अर्जेंटीना, चिली, इक्वाडोर, पेरू, पनामा, कोलंबिया ...), एशिया (भारत, जापान, कोरिया, मलेशिया, फिलीपींस, थाईलैंड, सिंगापुर) , ताइवान, एच, चीन, ...), मध्य पूर्व (सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, कतर, बहरीन, इज़राइल, ओमान, जॉर्डन और मिस्र ...), ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड। क्वाड कोर अंड्रॉयड ५.१ जेएसी ज५ नेविगेशन के चित्र: फैक्टरी की प्रोफाइल तस्वीरें: ट्रैड कोर एंड्रॉइड ५.१ एंड्रॉइड ५.१ जेएसी जे ५ जेएसी जे ५ नेविगेशन ब्लैक ओपल एंड्रॉइड ७.१ ब्रावो एंड्रॉइड ७.१.१ टोयोटा केमरी एंड्रॉइड ६.० टोयोटा एंड्रॉइड ६.० इक्स3५ 2०१५ ऑटोरैडियो एंड्रॉइड ९.०
कैनरा रोबैको मीडियम टर्म अपॉर्च्युनिटीज फंड - रेगुलर प्लान (ग) पहला पन्ना >> मोनेकंट्रोल इंडिया >> म्युचुअल फंड >> का स्नैपशॉट कैनरा रोबैको मीडियम टर्म अपॉर्च्युनिटीज फंड - रेगुलर प्लान (ग) >> निवेश सूचना, फंड प्रदर्शन, पोर्टफोलियो विश्लेषण, समाचार, साक्षात्कार, नव चार्ट, सर्वश्रेष् चुने हुए एमएफ, एसेट मॉनिटर, योजना प्रोफाइल यू अरे हियर : एआसयमफ़ ट्रॅक स्नैपशॉट - कैनरा रोबैको मीडियम टर्म अपॉर्च्युनिटीज फंड - रेगुलर प्लान (ग) कैनरा रोबैको मीडियम टर्म अपॉर्च्युनिटीज फंड - रेगुलर प्लान (ग) १ महीना ०.४ ३२ ३ महीना १.५ २६ ६ महीना ४.१ २९ १ साल ९.७ २२ २ साल १४.४ २२ ३ साल २०.१ 2१ ५ साल ४३.० २३ २०१८ १.४ -०.२ ०.९ २.६ ५.२ २०१७ १.० २.० १.७ ०.२ ५.० २०१६ २.० १.७ ३.४ १.७ ९.५ २०१५ २.५ ०.९ २.५ १.२ ७.५ २०१४ १.४ ३.० २.० ३.३ १०.२ ०६-१२-२०१८ १४.३८०३० ०६-१२-२०१९ १५.७७२२० ५२ सप्ताह के उच्च १५.८३ (डेक ०४, १९) ५२ सप्ताह के निम्न १४.३५ (डेक ११, १८) १ यर : १2.४% | रैंक १
विराट कोहली और एरोन फिंच के बीच टी२० सीरीज में बल्ले की जंग | क्रिकेटकंट्री.कॉम हिन्दी चलिए आपको बताते हैं भारत में खेले गए टी२० मुकाबलों में कोहली और फिंच में कौन है आगे। रविवार को भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दो टी२० मुकाबलों की सीरीज का पहला मैच खेला जाएगा। इन दो मुकाबलों में भारतीय रन मशीन कप्तान विराट कोहली और टी२० स्टार ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एरोन फिंच पर नजर रहेगी। दोनों ही कप्तानों के बीच टी२० मुकाबलों में बल्ले के बीच जोरदार जंग देखने को मिल सकती है। दोनों ही रन बनाना पसंद करते हैं और दोनों ही विरोधी टीम पर हावी होने के हुनर में माहिर है। चलिए आपको बताते हैं भारत में खेले गए टी२० मुकाबलों में कोहली और फिंच में कौन है आगे। फिंच के नाम ज्यादा टी२० रन भारत में खेले गए मुकाबलों की बात करें तो विराट कोहली और एरोन फिंच दोनों ही कप्तानों ने ४-४ मैच खेले हैं। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान फिंच ने ४ मैच में १८२ रन बनाए हैं जबकि विराट को नाम इतने ही मुकाबलों से १३३ रन है। बेस्ट स्कोर फिंच के नाम भारत में खेले गए दोनों देशों के कप्तानों की बात करें तो सबसे बड़ा स्कोर फिंच के नाम पर है। एरोन फिंच ने राजकोट में खेलते हुए साल २०१३ में ८९ रन की पारी खेली थी। विराट का सर्वश्रेष्ठ स्कोर ८२ रन है जो उन्होंने साल २०१६ में मोहाली में बनाया था। कोहली औसत के मामले में फिंच से आगे विराट कोहली और फिंच दोनों ने भारत में ४ टी२० मुकाबले खेल हैं। फिंच के नाम रन ज्यादा हैं लेकिन कोहली का औसत उनसे बेहतर है। फिंच चारो ही मैच में अपना विकेट गंवा कर वापस लौटे थे जबकि कोहली दो मुकाबलों में नाबाद मैच से लौटे। फिंच का औसत ४5.५० का है तो कोहली ६६.५० का औसत रखते हैं। स्ट्राइक रेट में फिंच पर कोहली भारी तेजी से रन बनाने के मामले में विराट कोहली कंगारू कप्तान पर भारी है। कोहली १४९.४३ की स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं तो फिंच का स्ट्राइक रेट १४६.७७ हैं।
फीफा विश्व कप : उरुग्वे ने लगाई जीत की हैट्रिक, सुआरेज ने दागा ५२वां अंतर्राष्ट्रीय गोल एब्म न्यूज हिन्दी समारा : उरुग्वे ने फीफा विश्व कप के २१वें संस्करण में सोमवार (२५ जून) को समारा एरिना में खेले गए ग्रुप-ए के अपने तीसरे और आखिरी मैच में १० खिलाड़ियों से खेल रही मेजबान रूस को ३-० से मात देकर हैट्रिक पूरी कर ली. इसी के साथ उरुग्वे ने ग्रुप दौर का अंत अपने ग्रुप में पहले स्थान पर रहकर किया है. उसके तीन मैचों में तीन जीत के साथ नौ अंक हैं. वहीं, रूस के तीन मैचों में दो जीत और एक हार के साथ छह अंक हैं. उरुग्वे ने ग्रुप दौर के अपने सभी मैचों में एक भी गोल नहीं किया खाया और हमेशा क्लीनशीट हासिल की. उरुग्वे ने ऐसा पांचवीं बार किया है जब उसने विश्व कप में ग्रुप दौर का अंत क्लीनशीट के साथ किया हो. इससे पहले उरुग्वे ने 19३०, 195०, १९५४ और 2०१० में ग्रुप दौर का अंत सभी मैचों में क्लीनशीट के साथ किया था. पहले ही अंतिम-१६ में जगह बना चुकी दोनों टीमें ग्रुप दौरा का अंत पहले स्थान के साथ करना चाहती थीं, इसलिए दोनों ने आक्रामक फुटबॉल खेली. यह सुआरेज का ५२वां अंतर्राष्ट्रीय गोल था. एक गोल से पिछड़ने के बाद भी रूस के खेल का स्तर गिरा नहीं था. वह उसी लय में खेल रही थी. १७वें मिनट में गोल उसके पास से आके चला गया. इस मिनट मिले रूस के कॉर्नर पर आर्टेम डज्युबा का लगाया गया हेडर एक बाउंस लेकर बार के ऊपर से चला गया. रूस की किस्मत रूठी हुई थी तो उरुग्वे के सितारे बुलंदी पर थे. रूस के लिए इस विश्व कप में अभी तक सबसे ज्यादा गोल करने वाले डेनिस चेरिशेव ने आत्मघाती गोल कर उरुग्वे को २-० से आगे कर दिया. दरअसल २3वें मिनट में उरुग्वे को कॉर्नर मिला और रूस के डिफेंडर ने उसे क्लियर कर दिया. जो पेनाल्टी एरिया के बाहर खड़े डिएगो लाक्जाट के पास गयाा. डिएगो की किक चेरिशेव के पैर से टकरा कर नेट में चली गई और रूस के हताशा हाथ लगी. इंग्लैंड दौरे पर धमाल मचा रही टीम इंडिया ए, वेस्टइंडीज के खिलाफ चमके मयंक और चाहर फीफा वर्ल्ड कप : कोलकाता पुलिस ने उड़ाया मेसी का मजाक, फैंस हुए नाराज
भारत ने बांग्लादेश को पहले टेस्ट क्रिकेट मैच के तीसरे दिन ही पारी और १३० रन से करारी शिकस्त दी. बांग्लादेश की टीम पहली पारी में १५० रन पर सिमट गयी थी जिसके जवाब में भारत ने अपनी पहली पारी छह विकेट पर ४९३ रन बनाकर समाप्त घोषित की. बांग्लादेश की टीम दूसरी पारी में २१३ रन ही बना पायी. भारतीय टीम ने इस तरह से दो मैचों की श्रृंखला में १-० से बढ़त बना ली है. दूसरा और अंतिम टेस्ट मैच २२ नवंबर से कोलकाता में खेला जाएगा जो दिन रात्रि मैच होगा| रहीम ने ७ चौके की मदद से ६४ रन बनाए ! दूसरी पारी में मेहमान टीम के लिए सबसे अधिक रन मुश्फीकुर रहीम ने बनाए. उन्होंने १५० गेंदों पर सात चौके की मदद से ६४ रन बनाए. रहीम के अलावा, लिटन दास ने ३५ और मेहेदी हसन मिराज ने ३८ रनों का योगदान दिया| शमी ने सबसे ज्यादा ४ विकट चटकाए ! भारत की ओर से दूसरी पारी में तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने सबसे ज्यादा चार विकट चटकाए. रविचंद्रन अश्विन और उमेश यादव को दो-दो विकेट मिले जबकि एक विकेट अनुभवी ईशांत शर्मा ने लिया. दूसरा टेस्ट मैच २२-२६ नवम्बर तक कोलकाता में खेला जाएगा. यह भारत का पहला डे-नाइट टेस्ट होगा|
१२ मेकअप बैग अनिवार्य प्रत्येक लड़की के पास होना चाहिए - मेकअप और त्वचा की देखभाल - २०१९ १. सही नींव छाया। यहां तक कि यदि आप हर दिन मेकअप नहीं पहनते हैं, तो उन लोगों के लिए नींव रखना अच्छा होता है जिन्हें आप ~ दोषहीन ~ देखना चाहते हैं। कवरगर्ल, एल'ऑरियल और क्लिनिक जैसे ब्रांडों में निष्पक्ष और गहरे चमकीले लड़कियों के साथ-साथ बीच में सभी के लिए रंगों की एक विस्तृत श्रृंखला है। यदि नींव आपके लिए बहुत भारी महसूस करती है, तो एक टिंटेड मॉइस्चराइज़र, और बीबी और सीसी क्रीम हल्के विकल्प होते हैं जो हर दिन के लिए बहुत अच्छे होते हैं। यहां आपके लिए सही नींव खोजने के लिए सुझाव प्राप्त करें। २. एक बहुआयामी ब्रोंजर। कई रंगों के साथ मोज़ेक ब्रोंजर चुनें, और आप इसे साल भर पहनने में सक्षम होंगे। सर्दियों के महीनों के दौरान हल्के, अधिक हाइलाइटिंग रंगों पर धूल, जब आप अपने गालों को एक सुंदर, प्राकृतिक दिखने वाली चमक देने के लिए पालर होते हैं, और सूरज क्षति के बिना आसान ग्रीष्मकालीन तन के लिए गहरे कांस्य रंगों पर स्वाइप करते हैं। ३. चिमटी वास्तव में, वास्तव में काम करते हैं। उन ब्लंट चिमटी को डुबोएं जो छोटे बाल खींचने के लिए असंभव बनाते हैं। गुणवत्ता चिमटी की एक तेज जोड़ी में निवेश करें, और आप उन्हें हमेशा के लिए रखेंगे। चिमटी एक जीवन-बचतकर्ता होती है जब आपको अंतिम मिनट में भटक भौहें बाल साफ़ करने की आवश्यकता होती है, या जब आपको अपने शरीर पर बाल मिलते हैं जो वास्तव में वहां नहीं होना चाहिए। ट्वीज़मैन उज्ज्वल, मजेदार रंगों में सुपर-प्यारा मिनी बनाता है जिसे आप मुफ्त में तेज कर सकते हैं, ताकि वे हमेशा के लिए चले जाएंगे, जिससे उन्हें छेड़छाड़ की जा सकेगी। ४. निविड़ अंधकार मस्करा। यदि आपके मेकअप बैग में केवल एक मस्करा है, तो इसे निविड़ अंधकार बनाएं। इस तरह, आप पूल पार्टी से अपनी फिल्मों के साथ फिल्म रोना उत्सव में सब कुछ के लिए तैयार रहेंगे। जब आप इसे हटा रहे हों तो बस सावधान रहें। पनरोक मस्करा उतरना मुश्किल हो सकता है; एक तेल आधारित मेकअप रीमूवर का उपयोग करें ताकि आप अपनी चमक को खींच न सकें। क्लिनिक हाई इंपैक्ट वाटरप्रूफ मस्करा और मेबेललाइन ग्रेटलाश वाटरपोफ मस्करा मेकअप कलाकार फव्वारे हैं। ५. मेकअप ब्रश का एक सेट। अपने ब्लश या आंखों के साथ मिलने वाले छोटे ब्रश पर भरोसा न करें। सही उपकरण रखना महत्वपूर्ण है, भले ही आप सही पंख वाले एएलिनर कील की कोशिश कर रहे हैं, अपने गाल समोच्च, या बस एक प्राकृतिक चमक प्राप्त करें। अपनी हिरन के लिए सबसे ज्यादा धमाके के लिए, ब्रश के इस सूची के साथ शुरू करें, जो आपको एक उपकरण पर एक टन खर्च किए बिना मेकअप के साथ प्रयोग करने की अनुमति देगा, जिसे आप केवल एक बार उपयोग करेंगे। और आपको छेड़छाड़ करने की ज़रूरत नहीं है - ईएलएफ प्रसाधन सामग्री $ ३ के लिए औसत जो शानदार बनाता है। ६. नग्न एयेशडो पैलेट। इसमें आंखों, तनों और भूरे रंग के साथ एक आंखों की किट होने से आप मूल रूप से जीवन के लिए सेट हो जाएंगे। आप एक प्राकृतिक, हर रोज एक ग्लैम स्मोकी आंख से देख सकते हैं। यदि आप वास्तव में आंख मेकअप में हैं, शहरी क्षय नग्न पैलेट में निवेश करें, लेकिन आप दवा भंडार में एक महान डुप्ली भी पा सकते हैं। ७. ब्राउन एएलिनर। आपको लगता है कि आपको एक ब्लैक लाइनर चाहिए, लेकिन हर दिन के लिए गहरा भूरा अधिक पहनने योग्य है। अपने कौशल स्तर और वरीयता के आधार पर, आप एक पाउडर संस्करण, पेंसिल, या एक तरल लाइनर के लिए जा सकते हैं। लाइनर को एक सुंदर, भूरे रंग की धुंधली आंखों के देखो के लिए धुंधला करें, या एक आधुनिक शैली के लिए मोटी पर परत करें। ८. एक बोल्ड लिपस्टिक। यहां तक कि यदि आप एक होंठ चमकदार लड़की के अधिक हैं, तो आपको विशेष अवसरों के लिए अपने मेकअप बैग में एक अच्छी लिपस्टिक की आवश्यकता है। यह आपके द्वारा सोए जाने वाले दिनों में एक लाइफसेवर भी है। बस इसे स्वाइप करें, और आप तुरंत पॉलिश देखेंगे। इसके अलावा, जब आप चुटकी में हों तो आप इसे गाल या भौं के दाग के रूप में उपयोग कर सकते हैं। ९. कंसलर। ज़ीट, अंधेरे सर्कल, और लाली को कवर करने के लिए, एक अच्छा छुपा कुंजी महत्वपूर्ण है। उन दिनों में जब आप नींव छोड़ना चाहते हैं, तो आप केवल छुपाने वाले पर जा सकते हैं और जा सकते हैं। १०. आपकी त्वचा टोन के लिए सही ब्लश। ब्लश एक साल भर होना चाहिए। सही छाया तुरंत आपके चेहरे को उज्ज्वल कर देगी और अगर आप पूरी रात पढ़ रहे थे तब भी आप कम थके हुए दिखेंगे। लेकिन यह आपकी त्वचा के प्रकार के लिए सही सूत्र खोजने के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है जो आपको एक जोकर की तरह दिखने नहीं देता है। यदि आप त्वचा अधिक तेल या मुँहासे प्रवण हैं, तो एक प्रकाश, खनिज ब्लश के लिए जाएं जो आपकी त्वचा को सांस लेने देगी। यदि आप त्वचा सूखी हैं, क्रीम ब्लश अद्भुत काम करता है और आपको केकी नहीं छोड़ देगा। ११. ब्लॉटिंग चादरें। तेल-अवशोषित चादरें केवल तेल त्वचा के लिए नहीं हैं। वे सभी प्रकार के त्वचा के लिए जीवन-बचतकर्ता हैं, खासकर जब यह गर्म और आर्द्र हो जाता है और आपको अपने मेकअप को गड़बड़ किए बिना पसीने और तेल से छुटकारा पाना पड़ता है, या अधिक पाउडर पर पकड़ा जाता है। आप सूखे शैम्पू के लिए स्टैंड-इन के रूप में भी उपयोग कर सकते हैं जब आप खोपड़ी थोड़ा चिकना महसूस कर रहे हैं। जादू! १२. हाइलाइटर। मेरा मतलब है, चलो असली हो। आपको वास्तव में अपने चेहरे पर थोड़ा शर्मिंदा बिना अपने घर को नहीं छोड़ना चाहिए। चाहे आप रोजमर्रा के नज़र के लिए जा रहे हों या आप रात के लिए चीजों को अपनाने की कोशिश कर रहे हैं, सही हाइलाइटर आपके सुंदर गालबोन में एक नया आयाम जोड़ सकता है। यदि आप पहले से नहीं हैं, तो आप निश्चित रूप से दो फेस वाले डायमंड लाइट हाइलाइटर को आजमा सकते हैं। १२ मेकअप बैग अनिवार्य प्रत्येक लड़की के पास होना चाहिए - मेकअप और त्वचा की देखभाल - २०१९ - २०१९
चहल्लुम पर हुआ ताजियों को दफनाया फोटो ग्वालियर। चहल्लुम के अवसर पर शहर में बैठे ताजियों को रविवार को सागरताल में दफनाया गया। जबकि पिछोरियों की पहाड़ियां पर ताजियों को पीछे दफनाकर श्रद्घांजलि अर्पित की गई। मोहर्रम एवं करबला कमेटी के अध्यक्ष अख्तर हुसैन कुरैशी ने बताया कि चहल्लुम के अवसर पर सभी स्थानों से ताजिये अपने मुकामों से उठकर सागरताल पर पहुंचे। वहां पर तिलावत चहल्लुम के अवसर पर शहर में बैठे ताजियों को रविवार को सागरताल में दफनाया गया। जबकि पिछोरियों की पहाड़ियां पर ताजियों को पीछे दफनाकर श्रद्घांजलि अर्पित की गई। मोहर्रम एवं करबला कमेटी के अध्यक्ष अख्तर हुसैन कुरैशी ने बताया कि चहल्लुम के अवसर पर सभी स्थानों से ताजिये अपने मुकामों से उठकर सागरताल पर पहुंचे। वहां पर तिलावते कुराने की आयतों को पढ़कर ताजियों को दफनाया गया। साथ ही वहां पर श्रद्घांजलि भी आयोजित की गई। जबकि पिछोरियों की पहाड़ियों पर विराजने वाले ताजियों को पहाड़ियां के पीछे ही दफनाकर श्रद्घांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर कमेटी के महामंत्री लतीफ खां मल्लू, पूर्व विधायक रमेश अग्रवाल , अमर सिंह माहौर,कृष्णराव दीक्षित,चतुर्भुज धनोलिया, लाल सिंह एडवोकेट आदि उपस्थित थे।
मैक्रों की जीत पर झूमा एशियाई बाजार, सेंसेक्स-निफ्टी में भी बढ़त | न्यूज़ २४ मैक्रों की जीत पर झूमा एशियाई बाजार, सेंसेक्स-निफ्टी में भी बढ़त नई दिल्ली (८ मई): इमानुएल मैक्रों फ्रांस के अगले राष्ट्रपति होगें। ३९ साल के मैक्रों फ्रांग के देश के सबसे कम उम्र के राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं। मैक्रों ने अपने करियर की शुरुआत एक नौकरशाह के रूप में की थी। इसके बाद उन्होंने निवेश बैंकर के रूप में हाथ आजमाया और अब वह देश के नए राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं। इमैनुएल मैक्रों की जीत से दुनियाभर के शेयर बाजारों में खुशी का माहौल है। मैकों की जीत की खबर आने से एशियाई शेयर बाजारों में रौनक देखी जा रही है। जापानी शेयर मार्केट निक्केई पर लगभग १.८ फीसदी की उछाल के साथ दिन का कारोबार शुरू हुआ वहीं स्ट्रेट्स टाइम्स ०.१ फीसदी, हैंगसेंग ०.४ फीसदी और ताइवान शेयर बाजार ०.१ फीसदी की उछाल के साथ दिन की शुरुआत की। फ्रांस चुनावों के नतीजों पर भारतीय शेयर बाजार ने भी हरे निशान में शुरुआत करते हुए प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स ने शुरुआती कारोबार में लगभग १०० अंकों की बढ़त बनाते हुए ३०,००० के आंकड़े के पास पहुंच गया। सेंसेक्स में यह उछाल ०.३० फीसदी से अधिक की रही। वहीं 5० प्रमुख शेयरों वाला निफ्टी इंडेक्स भी एशियाई बाजारों की तर्ज पर ०.4० फीसदी की बढ़त लेते हुए ९,३२२ के स्तर पर पहुंत गया। अन्य प्रमुख एशियाई इंडेक्स कोस्पी ०.६ फीसदी की मजबूती के साथ खुला तो भारतीय शेयर बाजार के खुलने से पहले प्रमुख एशियाई इंडेक्स एसजीएक्स निफ्टी भी ०.२ फीसदी की मजबूती के साथ कारोबार कर रहा है। गौरतलब है कि एशियाई बाजारों में फ्रांस चुनावों से लौटी मजबूती के बाद उम्मीद जताई गई कि भारतीय शेयर बाजार भी मजबूत शुरुआत करते नजर आ सकते हैं।
उप सरकार का बड़ा फैसला, १५ अप्रैल से शुरू होगा कंस्ट्रक्शन का काम - एटःज्ञान उत्तर प्रदेश मैं सुरु हो जाएगा कंस्ट्रैक्शन का काम इस दौरान तय किया गया कि कंस्ट्रक्शन साइट शुरू किए जाएंगे उप में कोरोना के मरीज़ का आंकड़ा ५०० के पार पन्द्रह अप्रैल से कंस्ट्रक्शन का काम स्टार्ट हो जाएगा कोरोना वाइरस का खतरा और लॉकडाउन के बीच उत्तर प्रदेश के लोगों को एक और खुस दी गई है. पन्द्रह अप्रैल से कंस्ट्रक्शन का काम स्टार्ट हो जाएगा. उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य ने मंत्रियों की कमेटी और अधिकारियों के साथ आज बैठक की इस मीटिंग के बाद कंस्ट्रक्शन साइट शुरू किए जाएंगे, इन साइट पर ४० फीसदी मजदूर फिलहाल मौजूद हैं। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि पन्द्रह अप्रैल से कंस्ट्रक्शन का काम स्टार्ट हो जाएगा. जब तक लॉक डाउन के सारे नियमों का पालन किया जाएगा. इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला केंद्र सरकार पर छोड़ दिया है, लेकिन अपनी तरफ से पन्द्रह अप्रैल से कुछ रियायतों का ऐलान कर दिया था. इक्कस दिन के संपूर्ण लॉकडाउन के खत्म होना यानी चौदह अप्रैल के बाद से प्रदेश में कोरोना के खिलाफ का तौर तरीका कैसा होगा? इस पर योगी आदित्यनाथ ने सुन्दए को अपने सलाह कर के साथ बात की, यूपी मे पन्द्रह अप्रैल से ऑनलाइन रेस्टोरेंट खुलेंगे. पन्द्रह अप्रैल से रेस्टोरेंट से होम डिलिवरी सेवा शुरू होगी. कोरोना वाइरस का खतरा और लॉकडाउन के बीच उ. प. के लोगों को एक और खुुुुस खबरी दी गई है. पन्द्रह अप्रैल से कंस्ट्रक्शन का काम स्टार्ट हो जाएगा. उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य ने मंत्रियों की कमेटी और अधिकारियों के साथ आज मीटिंग की इस मीटिंग के बाद कंस्ट्रक्शन साइट शुरू किए जाएंगे, इन साइट पर चालिस फीसदी मजदूर फिलहाल मौजूद हैं। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि पन्द्रह अप्रैल से कंस्ट्रक्शन का काम स्टार्ट हो जाएगा. इस दौरान लॉक डाउन के सभी कानून और नियमों का पालन किया जाएगा। ओर इस से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला केंद्र सरकार पर छोड़ दिया है, लेकिन अपनी तरफ से पन्द्रह अप्रैल से कुछ रियायतों का ऐलान भी कर दिया था. इक्कस दिन के पूरे लॉकडाउन के खत्म होना यानी चौदह अप्रैल के बाद से प्रदेश में कोरोना के खिलाफ का तौर तरीका कैसा होगा? इस पर योगी आदित्यनाथ ने सुनेडी को अपने सलाह कर के साथ बात की, यूपी मे पन्द्रह अप्रैल से ऑनलाइन रेस्टोरेंट खुलेंगे. पन्द्रह अप्रैल से रेस्टोरेंट से होम डिलिवरी सेवा शुरू होगी. ऑनलाइन रजिस्ट्री शुरू होगी. निर्माण, शिक्षा, कृषि संबंधित कामकाज पर फैसले के लिए अलग-अलग कमेटियों का टीम कि इन्तेजाम किया गया. लॉकडाउन बढ़ाने पर केंद्र सरकार के फेसले के हिसाब से फैसला लिया जाएगा. दरअसल, बाकी राज्यों की तरह यूपी के सामने भी कोरोना संक्रमण को रोकने के साथ-साथ अब सब ठप पड़ी अर्थव्यवस्था को फिर से रफ्तार देने की दोहरी चुनौती है उ. प. में सुन्दए को कोरोना के चालीस नए मामले सामने आए हैं. इसमें ३६ अकेले आगरा के मामले हैं. चार मामले लखनऊ के हैं. लेकिन अब आगरा में कोरोना मरीजों की संख्या में एक सौ चालीस हो गई है. वहीं, पूरे प्रदेश में कोरोना मरीजो की संख्या ५२३ हो गई है, जिसमें पांच लोगों की मौत हो चुकी है.
शरीयत नहीं, मानसिकता बदलने की जरुरत : इमाम उमर इलयासी - थे शियासत डेली मुस्लिम धर्मगुरु इमाम उमर इलयासी ने बुधवार को कहा कि शरीयत कानून नहीं बल्कि मानसिकता बदलने की जरूरत है। उनका यह बयान जमीयत उलेमा हिंद के नेतृत्व में मुस्लिम समुदाय के २५ मौलानाओं की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हुई मुलाकात के बाद आया है। उन्होंने कहा, यह मामला बहुत गंभीर हो गया है। अब लगता है कि हमें कुछ तय करना होगा। जुलाई के पहले सप्ताह में हमने अखिल भारतीय इमाम संगठन की बैठक आयोजित करने का निर्णय लिया है जिसमें हम इस मामले पर चर्चा करेंगे। हम मानते हैं कि कहीं इसका दुरुपयोग हुआ है और इस पर चिंता करने की हमारी ज़िम्मेदारी है। महिलाओं के अधिकार केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं हैं, बल्कि समाज के भी हैं। लोगों की मानसिकता को बदलने की आवश्यकता है, शरीयत नहीं। इन नेताओं के प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने कहा था कि पूरी दुनिया भारत की तरफ देख रही है और यह कि भारतीय समाज के सभी वर्गों की जिम्मेदारी देश को आगे बढ़ाने के लिए है। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने डोभाल से सहमति व्यक्त की। प्रधानमंत्री से मुलाक़ात की प्रशंसा करते हुए प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने आशा व्यक्त की कि वे समाज के सभी क्षेत्रों की समृद्धि और कल्याण सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने तीन तलाक़ के मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी के रुख कीसराहना की। प्रतिनिधिमंडल के सदस्य जो शैक्षिक संस्थानों से भी जुड़े हुए हैं, ने सरकार की नकद रहित लेनदेन, स्टार्ट-अप आदि पहल का उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने पहले ही दोहराया कि मुस्लिम समुदाय को इस मुद्दे को राजनीति में घसीटने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए और इसमें सुधार की शुरुआत करने की जिम्मेदारी लेने का सभी से आग्रह किया गया।
क्या आप एक स्टूडेंट हैं? अगर आप एक स्टूडेंट हैं तो आज का ये पोस्ट आप के लिए बहुत लाभदायक साबित होगा.आज के इस पोस्ट में मै आप को मत सॉल्वर आप्प डावनलोड करने के बारे में बताऊंगा.मुझे लगता है की किसी भी स्टूडेंट के मैथ सबसे कठिन सब्जेक्ट साबित होता है.जब तक गणित के सवाल आसानी से हल होते हैं टैब तक गणित पढने में बहुत मज़ा आता है लेकिन जैसे ही कहीं सवाल फंसता है पढने की इक्छा खत्म हो जाती है.अगर आप के सामने भी ऐसी समस्या आती है तो आज मै आप को कुछ ऐसे मैथ्स आप और मत स्टडी आप्प या मत सॉल्यूशन आप्प के बारे में बताऊंगा जिनके हेल्प से मैथ के सवाल को हल कर सकते हैं. वैसे इन्टरनेट और एंड्राइड की दुनिया में मत प्रॉब्लम सोल्व करने के लिए बहुत सारे मैथेमेटिक्स आप्प उपलब्ध हैं और आज मै उन्हीं में से कुछ सबसे बेस्ट मत प्रॉब्लम सॉल्वर आप्प फॉर अंड्रॉयड के बारे में बताऊंगा.तो चलिए देखते हैं इन्टरनेट की दुनिया के कुछ सबसे अच्छे मैथेमेटिक आप्स. मेरे लिस्ट के सबसे पहले आप्स फॉर मैथ्स का नाम है मैस्क्रिप्ट कैलकुलेटर.ये एक बहुत ज़बरदस्त मत ट्यूटर आप्प है.इस मत ट्यूटर आप्प के मदद से स्टूडेंट या टीचर कठिन से कठिन गणित के सवाल को हल कर सकते हैं.इस मत सॉल्यूशन आप्प की सबसे अच्छी बात ये है की इसमें आप हैण्ड राइटिंग की मदद से कुछ भी लिख सकते हैं.इस मैथेमेटिक आप्स को आप प्ले स्टोर से अपने मोबाइल में फ्री में डाउनलोड और इनस्टॉल कर सकते हैं.निचे दिए गए लिंक को क्लिक कर के आप इस मत सोल्व आप्प को डाउनलोड और इनस्टॉल कर सकते हैं. मेरे लिस्ट के दुसरे नंबर पर जो मत सॉल्यूशन आप्प है उसका नाम है फोटोमत.यहाँ मै आप को बताना चाहूँगा की ये हिन्दी मे ब्लॉग के इस पोस्ट में भले ही दुसरे नंबर पर है लेकिन ये मत ट्यूटर आप्प दुनिया में सबसे अधिक पसंद किया जाता है और ये शायद दुनिया का नंबर वन मत सॉल्विंग आप्प है.इस मैथेमेटिक आप्स की सबसे अच्छी बात ये है की आप इसमें अपने मोबाइल कैमरे के उपयोग से किसी भी मैथेमेटिक्स क्वेस्शन का फोटो खीच कर उसे हल कर सकते हैं.एंड्राइड के अलावा इफोन के लिए भी फोटोमत आप्प डावनलोड किया जा सकता है.अगर आप फोटोमत अपक या फोटोमत आप्प डावनलोड डाउनलोड करना चाहते हैं तो निचे दिए लिंक को क्लिक कर के डाउनलोड कर सकते हैं. इस आर्टिकल में मै माथ्वे आप्प को तीसरे नंबर पर रखा हूँ.मैथेमेटिक्स क्वेस्शन को सोल्व करने के लिए इस मैथेमेटिक आप्स को भी दुनिया भर में बहुत पसंद और उपयोग किया जाता है.स्टूडेंट और टीचर इस मत सॉल्यूशन आप्प के हेल्प से हर तरह के सवाल को हल कर सकते हैं.ये एक ज़बरदस्त मत सॉल्विंग आप्प है आप इसको एक बार ट्राई कर सकते हैं.आप इस मत ट्यूटर आप्प को प्ले स्टोर से अपने मोबाइल में डाउनलोड कर सकते हैं.मत सॉल्वर आप्प डावनलोड करने के लिए निचे दिए लिंक को क्लिक करें.
अटल सेवा केन्द्र का नाम फिर राजीव सेवा केन्द्र होगा-गहलोत - रेजियोनल न्यूज - समय लाइव राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज विधानसभा में कहा कि राज्य में अटल सेवा केन्द्र का नाम फिर से राजीव सेवा केन्द्र किया जायेगा। गहलोत ने निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा द्वारा स्थगन प्रस्ताव के तहत उठाये इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए कहा कि इसके लिए पहले ही निर्देश दे दिये गये हैं और न्यायालय के आदेश की पालना के तहत प्रदेश में अटल सेवा केन्द्रों का नाम बदलकर फिर राजीव सेवा केन्द्र कर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि नाम बदलने का कोई औचित्य नहीं था लेकिन भारतीय जनता पार्टी की केन्द्र या राज्य सरकार ने पांच वर्ष में केवल नाम बदलने का काम ही किया है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भी भारत रत्न मिला और हम नहीं चाहते थे कि उनका नाम इससे हटाया जाये लेकिन इस मामले में न्यायालय के आदेश के कारण मजबूरन अब अटल सेवा केन्द्र का नाम फिर राजीव सेवा केन्द्र करना पड़ेगा। इससे पहले लोढ़ा ने कहा कि पूरे देश में राजीव सेवा केन्द्र का नाम चल रहा है लेकिन केवल राजस्थान में भाजपा सरकार ने इसे बदलकर अटल सेवा केन्द्र कर दिया। उन्होंने कहा कि यह मामला न्यायालय में चले जाने के बाद इस पर न्यायालय ने राज्य सरकार के निर्णय को निरस्त कर दिया। उन्होंने अटल सेवा केन्द्र का नाम बदलकर राजीव सेवा केन्द्र करने की मांग की।
बीजेपी की आधिकारिक वेबसाइट पर हैकर्स का अटैक, डाउन हुई साइट बीजेपी की आधिकारिक वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यूडॉट बीजेपी डॉट ओआरजी को मंगलवार को उस समय ऑफलाइन कर दिया जब हैकरों ने उस पर कई संदेश छोड़ दिए. अब तक किसी समूह ने इस साइबर हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. ज़ी जानकारीः दुनिया का एक देश ऐसा जो पूरे २ दिन के लिए ऑफ्लीन हो गया ३० मार्च को मौरिटैनिया की राजधानी नोआकशोट के पास एक फिशिंग शिप की चपेट में आने की वजह से ये केबल टूट गई. और पूरे देश में इंटरनेट सेवाएं बंद हो गईं.
प्रेवियस आर्टियल सपा नेता के आपत्तिजनक टिप्पणी पर बोलीं जया, हराकर बताऊंगी मैं क्या हूं नेक्स्ट आर्टियल इलाहाबाद विश्वविद्यालय के हॉस्टल में छात्र की हत्या, घटना से साथियों में आक्रोश ० शार्२३ वियुस्कम्मंट ऑफ ऑन आर्थिक आरक्षण से 4० केंद्रीय विश्वविद्यालयों में बढ़ेंगे 4००० शिक्षकों के पद, पढ़े पूरी डिटेल ० शार्९८ वियुस्कम्मंट ऑफ ऑन खुला नौकरी का पिटारा : इस सरकारी विभाग में हो रही हैं भर्तियां, जल्द करें अपना आवेदन ० शार्६५ वियुस्कम्मंट ऑफ ऑन रेलवे में नौकरी की भरमार, १ लाख से अधिक पदों पर बम्बर भर्तियां, अभी करे आवेदन ० शार्17० वियुस्कम्मंट ऑफ ऑन यूपी में निकली इस विभाग में ३२५९ पदों पर नौकरी, जानिए आवेदन की तिथि. ० शार्५७ वियुस्कम्मंट ऑफ ऑन यूजीसी नेट-2०19 जून परीक्षा के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू ० शार्१५३ वियुस्कम्मंट ऑफ ऑन १२वीं पास के लिए इस विभाग में आवेदन का आखिरी मौका, सैलरी- रु. २५,5००-८१,1००/- प्रतिमाह ० शार्९९ वियुस्कम्मंट ऑफ ऑन बेरोजगारों के लिए नौकरी का बड़ा मौका, आवेदन से पहले एक क्लिक में पढ़े पूरी जानकारी सपा नेता के आपत्तिजनक टिप्पणी पर बोलीं जया, हराकर बताऊंगी मैं क्या हूं
होम लाइफस्टाइल खाना खजाना नानखताई कुकर में बनायें नानखताई को कुकर में भी बहुत असानी से बना सकते हैं। बिना ओवन के भी यह नानखताई उतनी ही अच्छी स्वादिष्ट बनकर तैयार होती है। बेसन २ टेबल स्पून (१५ ग्राम) सूजी २ टेबल स्पून (१५ ग्राम) चीनी ३/४ कप (१२५ ग्राम) घी १/२ कप से थोड़ा सा ज्यादा (१२5 ग्राम) पिस्ते ५-६ कद्दूकस किए हुए नमक १/२ किलो विधि: नान खटाई बनाने के लिए किसी प्याले में मैदा निकाल लीजिए। मैदा में सूजी, बेसन डाल कर अच्छे से मिक्स कर लीजिए। अब एक दूसरे प्याले में देशी घी निकल लीजिए और घी में चीनी डाल कर अच्छे से मिक्स कीजिए और मिश्रण को तब तक फेंटिए जब तक की वो अच्छे से फूला हुआ और गाढा़ होकर एकसार हो जाए। मिश्रण के अच्छे से फूल जाने पर इसमें बेकिंग पाउडर और इलायची पाउडर डाल कर मिक्स कर लीजिए। इस मिश्रण में मैदा सूजी और बेसन का मिश्रण जो अलग से मिक्स कर लिया था इसमें डाल दीजिए और सभी चीजों को अच्छे से मिलाते हुए मिक्स कर लीजिए। मश्रण को हाथ से आटे के जैसा हल्का सा गूंथ कर तैयार कर लीजिए। (अगर आपका मिश्रण सूखा सा लग रहा है तो आप इसमें १-२ चम्मच दूध के डाल कर इसे ठीक कर सकते हैं)। नान खटाई बनाने के लिए कुकर को गैस पर गरम होने के लिए रखें। कुकर में १/२ किलो नमक डाल कर कुकर के तले पर नमक की परत बिछा दीजिए। अब इस पर एक जाली स्टैंड रख दीजिए। अब कुकर को ढक कर इसे अच्छे से गरम होने दीजिए। नान खटाई बनाने के लिए कोई भी ऐसी प्लेट ले लीजिए जो कुकर में आसानी से आ जाए। प्लेट को घी लगाकर चिकना कर लीजिए। अब नान खटाई के लिए तैयार किए मिश्रण में से थोडा़ सा मिश्रण निकाल लीजिए और हथेली की सहायता से इसे गोल आकार देकर हल्का सा चपटा कर लीजिए और इसे घी लगी प्लेट में रख दीजिए। सारी नान खटाई इसी तरह से बना कर प्लेट पर थोड़ी-थोड़ी दूरी पर रखते जाएं। सभी नान खटाई पर चाकू से क्रास का निशान बना दीजिए, और इस पर थोड़ा-थोड़ा पिस्ता डाल दीजिए। कुकर को ७-८ मिनिट तक गरम कर लिया है, कुकर अच्छे से गरम हो कर तैयार है। अब नान खटाई की प्लेट को कुकर में जाली स्टैंड पर रख दीजिए। कुकर को ढक कर मध्यम आंच पर १० मिनिट के लिए नान खटाई को बेक होने दीजिए। १० मिनिट बाद नान खटाई को चैक कीजिए। कुकर का ढक्कन खोले और चैक करें, नान खटाई फूल तो गई पर सिकी नहीं है तो इसे फिर से बंद करके ४-५ मिनिट के लिए सिकने दीजिए अब गैस की आंच को थोड़ा तेज कर दीजिए और तेज आंच पर इसे सिकने दीजिए। जब तक नान खटाई सिक रही है, बचे हुए मिश्रण से और नान खटाई बना कर तैयार कर लीजिए। नान खटाई को चैक कीजिए, नान खटाई सिक कर तैयार है यह अच्छी फूली हुई और हल्की सी ब्राउन सिक चुकी है। प्लेट को कुकर में से निकाल लीजिए और ठंडा होने दीजिए। तब तक तैयार मिश्रण से बनाई हुई नान खटाई की दूसरी प्लेट को सिकने के लिए कुकर में रख दीजिए। नान खटाई सिकने पर इसे भी निकाल लीजिए और ठंडा होने दीजिए। नान खटाई के ठंडा होने पर इसे प्लेट में निकाल लीजिए और सर्व कीजिए। नान खटाई को बेक होने में १२-१५ मिनिट का समय लग जाता है। नान खटाई को पूरी तरह से ठंडा हो जाने के बाद इसे किसी भी एयर टाइट कंटेनर में भर कर रख दीजिए और पूरे १ माह तक इसे खाते रहिए। आपको इसका स्वाद बहुत भाएगा।
आलोक कुमार और जितेन्द्र कुमार को नीति आयोग में पांच साल के लिए सलाहकार नियुक्त किया गया है। ये नियुक्तियां शनिवार से प्रभावी हो गई हैं।आलोक उत्तर प्रदेश कैडर के १९९३ बैच के आईएएस अधिकारी हैं, जबकि जितेन्द्र उत्तराखंड कैडर के १९८७ बैच के भारतीय वन सेवा के अधिकारी हैं। कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया है कि अन्ना राय को वित्तीय सेवाओं के विभाग में संयुक्त सचिव के तौर पर नियुक्त किया गया है। १९९२ बैच की भारतीय आर्थिक सेवा की अधिकारी राय का कार्यकाल ३१ अक्तूबर, २०१७ तक का होगा। अभी वह इसी विभाग में निदेशक के तौर पर काम कर रही हैं। आईएएस अधिकारी संजय प्रसाद को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग में पांच साल के लिए संयुक्त सचिव नियुक्त किया गया है। वहीं मणिपुर त्रिपुरा कैडर के १९९६ बैच के आईएएस अधिकारी जितेन्द्र कुमार सिन्हा को पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय में संयुक्त सचिव नियुक्त किया गया है। भारतीय डाक एवं दूरसंचार लेखा व वित्त सेवा के अधिकारी मोहम्मद शाहबाज अली को राष्ट्रीय अल्पसंख्यक विकास एवं वित्त निगम में प्रबंध निदेशक :संयुक्त सचिव के स्तर: के पद पर नियुक्त किया गया है। वहीं भारतीय वन सेवा के अधिकारी राजीव कुमार को इलेक्ट्रानिक्स व सूचना प्रौद्योगिकी विभाग में संयुक्त सचिव नियुक्त किया गया है, जबकि भारतीय रेलवे लेखा सेवा के १९८७ बैच के अधिकारी जगमोहन गुप्ता को जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा पुनरद्धार मंत्रालय में नया संयुक्त सचिव व वित्तीय सलाहकार नियुक्त किया गया है। भारतीय रेल सेवा (इलेक्ट्रिकल इंजीनियर्स) के अधिकारी वेणुगोपाल रेड्डी गद्दम को श्रम एवं रोजगार मंत्रालय में संयुक्त सचिव नियुक्त किया गया है। वहीं भारतीय राजस्व सेवा के १९८८ बैच के अधिकारी नवनीत सोनी को राष्ट्रीय स्मारक प्राधिकरण में सदस्य सचिव (संयुक्त सचिव स्तर का) नियुक्त किया गया है।
>नूरजहां का मूल नाम क्या था ? >जिसके पेट पर माँ ने रस्सी बाँधी थी उसे क्या कहते ? >उत्तर प्रदेश में स्वतन्त्रता से पूर्व कुल कितने विश्वविद्यालय थे ? >कार्बन एरोजेल किस तरह का पदार्थ है ? >१८६६ में दादाभाई नौरोजी द्वारा किस शहर में ईस्ट इंडिया एसोसिएशन की स्थापना की गई थी ? >प्लास्टर ऑफ पेरिस (पेरिस प्लास्टर) किससे बनता है ? >द फ्यूचर ऑफ इण्डिया नामक पुस्तक के लेखक कौन हैं ? >ग्रीन पार्क स्टेडियम कहाँ अवस्थित है ? >किस मुगल शासक ने तंबाकू के प्रयोग पर प्रतिबंध लगा दिया था ? >भारतीय संविधान के किस अनुच्छेद में यह अंकित है कि भारत अर्थात् इण्डिया राज्यों का एक संघ होगा ? >रवीन्द्रनाथ टैगोर ने किसके विराध में नाइटहुड का त्याग कर दिया था ? >शरीर की सबसे लम्बी हड्डी कौन सी है ? >स्त्रियों की दशा में सुधार न होने तक विश्व के कल्याण का कोई मार्ग नहीं है। यह किसने कहा है ? >एक सीडी.रोम का जीवनकाल/लाइफस्पैन लगभग कितना होता है ? >सरकारिया आयोग किसके अध्ययन के लिए गठित किया गया था ? >इंकलाब जिंदाबाद का नारा किसने दिया था ? >सफदरजंग का मकबरा किसने बनवाया ? >फुटबॉल में ब्लैक पर्ल के उपनाम से किसे जाना जाता है ? >नवयुवतियों हेतु राजीव गाँधी शक्तिकरण योजना सबला किस आयु वर्ग की लड़कियों के लिए है ? >अन्धकारमय महाद्वीप किसे कहा जाता है ? >१९६२ के भारत.चीन युध्द के दौरान भारत के रक्षा मंत्री कौन थे ? >उत्तर प्रदेश का सर्वाधिक प्राचीन संग्रहालय कहाँ स्थित है ? >आर्य भारत में सबसे पहले आकर कहाँ बसे ? >उत्तर.पूर्वी रेलवे का मुख्यालय कहां स्थित है ? >नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओशन टेक्नोलॉजी कहां अवस्थित है ? >हमारी आकाशगंगा में नक्षत्रों की संख्या कितनी है ? >भारत का राष्ट्रीय खेल क्या है ? >वायु में थोड़ी देर रखने पर किस धातु के ऊपर हरे रंग की परत जम जाती है ? >हीराकुण्ड बाँध किस नदी पर बनाया गया है ? >किसने सबसे पहले यह पता लगाया कि शुक्र ग्रह पूरी तरह से बादलों से घिरा हुआ है ? >भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम का पिता किसे कहा गया है ? >केईबुल लैम्जवो, विश्व का एकमात्र तैरता राष्ट्रीय उद्यान कहां स्थित है ? >डबल फॉल्ट शब्द किस खेल से सम्बन्धित है ? >बॉल पेन किस सिध्दान्त पर काम करता है ? >सल्तनतकालीन किस सुल्तान ने सर्वप्रथम किसानों पर सिंचाई कर तथा ब्राह्मणों पर जजिया कर लगाया ? >भारत का दागू, जियाचा तथा जीक्झू बाँधों को लेकर किस देश के साथ तनाव है ? >किसे लोकसभा की कार्यवाहियों में भाग लेने का अधिकार तो है, परन्तु मत देने का नहीं है ? >एक न्यूट्रॉन, एक इलेक्ट्रॉन, एक प्रोटॉन और एक अल्फा कण समान गतिज ऊर्जा से गतिमान है। इन कणों के वेग सही आरोही क्रम क्या होगा ? >मध्य प्रदेश में नेपानगर किसके लिए प्रसिध्द है ? >संयुक्त राज्य अमेरिका में किसने थियोसोफिकल सोसायटी की स्थापना की थी ? >संविधान सभा द्वारा अन्तिम रूप से पारित संविधान में कुल कितने अनुच्छेद और अनुसूचियाँ थी ? >अजलान शाह हॉकी टूर्नामेंट की मेजबानी कौन-सा देश करता है ? >भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्रथम महिला अध्यक्ष कौन थी ? >वॉ के आविष्कारक व प्रवर्तक कौन हैं ? >उत्तर प्रदेश के प्रथम राज्यपाल कौन थे ? >राष्ट्रीयड्डत बैंक का सबसे बड़ा शेयरधारक (प्रतिशत शेयरधारण में) कौन है ? >राजस्थान में ब्लू पाॅटरी का सर्वाधिक विकास किसके शासनकाल में हुआ था ? >यह किसका मत है कि जो एक स्कूल खोलता है वह एक बन्दीगृह बन्द करता है ? >नृत्य के मोहिनीअट्टम रूप का विकास कहाँ हुआ था ? >लहसुन की विशेष गंध किसके कारण होती है ? >हिन्दी वर्णमाला में संयुक्त व्यंजनों की संख्या कितनी है ? >ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना की अवधि क्या थी ? >हेमिस गुम्पा त्यौहार, जो अन्तर्राष्ट्रीय रूप से प्रसिध्द है, किस राज्य का है ? >चण्डीगढ़ का वास्तुविद् ले कोर्बुजिया किस देश का नागरिक था ? >इस समय भारत में सर्वाधिक मात्रा में पाया जाने वाला खनिज पदार्थ कौन सा है ? >एल्युमिनियम का प्रमुख अयस्क कौन-सा है ? >कौन-सा ग्रह अपनी धुरी पर पूर्व से पश्चिम की ओर घूर्णन करता है ? >कौन राममोहन राय के तत्काल बाद ब्रह्म समाज का प्रमुख बना ? >हरे पौधे किसकी उपस्थिति में भोजन बनाते हैं ? >कंप्यूटर सिस्टम के किस भाग को भौतिक रूप से स्पर्श किया जा सकता है ? >संविधान की कौनसी अनुसूची संसद सदस्य एवं विधान.सभा सदस्य की अयोग्यता का प्रावधान दल.बदल के आधार पर रखती है ? >वॉ का पूरा रूप क्या है ? >केन्द्रीय सरकार ने गाँव की ओर एक कदम की नीति स्वीकार करते हुए एक योजना जिसका नाम भारत निर्माण योजना था, प्रारम्भ की। यह योजना कब शुरू हुई ? >होम रूल लीग किसने शुरू की थी ? >कांग्रेस के प्रतिनिधि के रूप में गाँधी जी ने किस एकमात्र गोलमेज सम्मेलन में भाग लिया था ? >भारत में ब्रिटिश शासन की शुरूआत किस लड़ाई द्वारा हुई ? >अमेरिका की डेट्रॉएट इलेक्ट्रिल्स कम्पनी द्वारा निर्मित सबसे तेज चलने वाली इलेक्ट्रिकल कार का नाम क्या है ? >गाँधी सागर, जवाहर सागर तथा राणा प्रताप सागर बाँध किस नदी पर निर्मित हैं ? >विश्व का प्रथम कम्प्यूटर नेटवर्क कौन सा है ? >भारत में अधिकतम ड्डषि योग्य क्षेत्र घेरने वाली फसल है ? >किसके कारण दूध, दही में परिवर्तित होता है ? >किस राज्य का घण्टा मरदाला प्रमुख लोक नृत्य है ? >हड्डियों के जोड़ पर यूरिक ऐसिड क्रिस्टलों का एकत्र हो जाना किस रोग का कारण बनता है ? >संयुक्त राष्ट्र की आर्थिक और सामाजिक परिषद ने कितनी गैर.सरकारी संस्थाओं को विशेष सलाहकार का दर्जा दिया है ? >कौन-से विटामिन को डेंगू जैसी खतरनाक बीमारी के इलाज के लिए मददगार बताया गया है ? >किसके द्वारा एकाधिकारी प्रतियोगिता का सिध्दांत विकसित किया गया है ? >पुस्तक बैंकर टु द पुअर के लेखक कौन हैं ? >कैला देवी का विश्व प्रसिध्द मन्दिर राजस्थान के किस जिले में स्थित है ? >देवा शरीफ उत्तर प्रदेश में कहाँ स्थित है ? >राणा प्रताप सागर बाँध किस नदी पर स्थित है ? >यू.एस.ए. की राजधानी किस नदी के किनारे स्थित है ? >भारत सरकार द्वारा बालकों के कल्याण के लिए बाल नीति की घोषणा कब की गई थी ? >लोकसभा हेतु उत्तर प्रदेश में निर्वाचित संसद सदस्यों की कुल संख्या क्या है ? >विश्व का सर्वाधिक ऊँचा पठार कौन-सा है ? >काले वन किस देश में पाए जाते हैं ? >एजरा कप किस खेल से सम्बन्धित है ? >संघ शासित क्षेत्रों/केन्द्रशासित प्रदेशों के लिए प्रशासकों की नियुक्त कौन करता है ? >राजभाषा विभाग किस मंत्रालय के अधीन आता है ? >मानव ने ड्डषि कार्य किस युग से आरम्भ किया ? >फ्रांसिस्को डी अलमिडा कौन था ? >आधुनिक ओलम्पिक खेल सर्वप्रथम कब एवं कहाँ आयोजित किए गए ? >प्रिंटर, कीबोर्ड और मोडम जैसी बाहरी डिवाइसें क्या कहलाती हैं ? >हेमेराइट किसका अयस्क है ? >चीनी यात्री फाह्यान किस शासक के समय में आया था ? >सौरमंडल का केंद्र कौन-सा है ? >४ अक्टूबर किस दिवस के रूप में मनाया जाता है ? >आईसी २२ २३ क्या है ? >हल्दीघाटी की लड़ाई में अकबर ने किसको हराया था ? >पुष्कर मेले का आयोजन कहाँ होता है ? >किस नदी के किनारे नासिक शहर स्थित है ? >यू. जी. सी. की स्थापना किस वर्ष हुई थी ? >महाराष्ट्र के संगीत रंगमंच का प्रसिध्द लोकरूप कौन-सा है ? >द टेस्ट ऑफ माई लाइफ पुस्तक का लेखन किसने किया है ? >शाहनामा के रचनाकार कौन हैं ? >चर्चित किताब हेमलेट किसके द्वारा लिखी गई थी ? >वन्य जीव सप्ताह कब मनाया जाता है ? >भारतीय संविधान के अनुच्छेद १७ में क्या उपबंध किया गया है ? >उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक पुराना विश्वविद्यालय कौन-सा है ? >किस संग्रहालय को विश्व.कला संग्रहों का भण्डार कहा जाता है ? >यूनीसेफ (यूनीसेफ) का मुख्यालय कहां स्थित है ? >पोखरन में अणु विस्फोटन कब हुआ था ? >कोई व्यक्ति राष्ट्रपति पद के लिए अधिकतम कितनी बार निर्वाचित हो सकता है ? >लहसुन की विशिष्ट गंध निम्नलिखित में से किस एक के कारण है ? >सूर्य की किरण पृथ्वी की यात्रा पूरी करने में कितना समय लेती है ? >भारत की कौनसी कम्पनी विश्व की चैथी बड़ी टेलीकॉम ऑपरेटर बन गई है ? >संविधान में कितने प्रकार के आपातकालों का प्रावधान है ? >भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना कहाँ हुई ? >डी.एन.ए. का प्रमुख कार्य क्या है ? >रोम शहर किस नदी के तट पर बसा है ? >लिफ्ट का आविष्कार किसने और कब किया ? >भारतीय संविधान में मूल कर्तव्यों का वर्णन किस अनुच्छेद में है ? >सूक्ष्म विद्युत.धारा का पता लगाने एवं मापन के लिए किस उपकरण का प्रयोग किया जाता है ? >सालारजंग संग्रहालय कहाँ स्थित है ? >घरेलू मक्खी द्वारा फैलने वाला रोग कौन सा हैं ? >भारत में करेन्सी नोट कौन जारी करता है ? >भारतीय राष्ट्रीय चिह्न के नीचे देवनागरी लिपि में लिखा वाक्य सत्यमेव जयते कहां से लिया गया ? >आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली किसके चुनाव के लिए प्रयोग की जाती है ? >मोटर कार के धुएं से मानसिक रोग पैदा करने वाला प्रदूषक का नाम क्या है ? >२०१८ फीफा विश्व कप कहाँ आयाजित किया जाएगा ? >उत्तर प्रदेश में लोकायुक्त संगठन कब बना ? >कनिष्क किस वर्ष में राज्य सिंहासन पर आरूढ़ हुए ? >श्रव्य परिसर में ध्वनि तरंगों की आवृत्ति क्या होती है ? >प्राड्डतिक रबड़ किसका बहुलक है ? >बिरजू महाराज ने किस नृत्य शैली में ख्याति प्राप्त की थी ? >मुगलकाल में न्यायालयों में किस भाषा का प्रयोग किया जाता था ? >१६०५ में डचों ने सबसे पहले भारत में जहां अपना अधिकार जमाया, वह कौन सा स्थान था ? >संसार की छत किसे कहते हैं ? >उत्तर प्रदेश में भातखण्डे हिन्दुस्तानी संगीत महाविद्यालय किस नगर में स्थित है ? >भारत में निर्मित प्रथम कम्प्यूटर का क्या नाम है ? >देश का सबसे बड़ा वाणिज्यिक बैंक कौन-सा है ? >भारतीय राष्ट्रीय संघ (इनु) का गठन 185४ में किसके द्वारा किया गया था ? >विश्व की सबसे बड़ी वित्तीय संस्थाओं में से एक - बैंक ऑफ अमेरिका के बोर्ड में निदेशक के रूप में नियुक्त पहला गैर.अमेरिकी व्यक्ति कौन है ? >लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक की अध्यक्षता कौन करता है ? >भारत का संविधान किसका प्रतिनिधित्व करने के लिए राष्ट्रपति द्वारा लोकसभा के दो सदस्यों के नामांकन के लिए मुहैया करता है ? >उत्तर प्रदेश कितने न्यायिक जिलों में बाँटा गया है ? >शरीर में भोजन प्रायः किसमें पचता है ? >इकाइयों की अंतरराष्ट्रीय प्रणाली में मूल इकाइयां कितनी हैं ? >वर्तमान में संविधान में मूल कर्तव्यों की कुल संख्या कितनी है ? >बांबे, कलकत्ता और मद्रास उच्च न्यायालय की स्थापना किस अधिनियम के अंतर्गत की गई थी ? >सूर्य का वार्षिक चक्कर लगाकर पृथ्वी कितने किलोमीटर की दूरी तय करती है ? मैनेज सर्विसेस बाय: समीक्षा सोफ्त्वार्
गवर्नमेंट जॉब बुसिनेस लाइन- हस्तरेखा विज्ञान एक ऐसा विज्ञान है जिसमें हाथ की रेखाओं का अध्ययन किया जाता है हाथों की रेखाएं भाग्य, समृद्धि, जीवन और स्वास्थ्य के बारे में काफी कुछ बताती है. लेकिन क्या आप जानते है की हमारे हाथो की लकीरों के अध्ययन से हम ये जान सकते है कि आपको नौकरी में सफलता मिलेगी या फिर आप व्यवसाय में सफलता प्राप्त करेंगे. तो आइये जानते है कि आपके लिए नौकरी या व्यवसाय में क्या बेहतर और किन क्षेत्रों में आप अधिक सफल हो सकते हैं। हथेली में तर्जनी ऊँगली के नीचे स्थित भाग को गुरू पर्वत यानि की गुरु का स्थान कहा जाता है जिन लोगो की हथेली में गुरु पर्वत का स्थान उभरा हुआ होता है तो कहा जाता है की ऐसे लोग शिक्षा के क्षेत्र में बहुत अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। ऐसे जातक प्रबंधन, इंजीनियरिंग, चिकित्सा, राजनीति, सरकारी क्षेत्र में बड़े अधिकारी, शिक्षक एवं ज्योतिष के क्षेत्र में बहुत अच्छा करियर बना सकते है ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है की हथेली में गुरु पर्वत का उठा होना आपको जल्दी और बड़ी कामयाबी दिलाने में मदद करता है. हथेली में मध्यमा ऊँगली के नीचे स्थित भाग को समुद्रशास्त्र में शनि पर्वत कहा जाता है ज्योतिष शास्त्र अनुसार यदि किसी की हथेली में शनि पर्वत अधिक उभरा हुआ होता है तब शनि को बहुत ही ज्यादा प्रभावशाली माना जाता है। कहते है की शनि पर्वत का उभरा हुआ होना जीवन में अपनी मेहनत से सफलता दिलाने वाला साइन माना जाता है. ऐसे जातक इंजीनियरिंग, शोधकर्ता, वैज्ञानिक, पुरातत्ववेत्ता, जैसे क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन कर सफलता प्राप्त करते है. ऐसे व्यक्ति ठेकेदारी और इतिहास से जुड़ी चीजों में भी कामयाब हासिल करते है. इसे भी पढ़े- जीवनसाथी का साथ निभाने वाली राशियाँ हथेली में अनामिका ऊँगली के नीचे के भाग को सूर्य पर्वत कहा जाता है यदि किसी की हथेली में सूर्य का स्थान अर्थात सूर्य पर्वत उभरा हुआ हो तो ऐसे लोग इलेक्ट्रॉनिक्स, विज्ञापन, पेंटिंग, डेकोरेशन, सरकारी नौकरी जैसे क्षेत्रों में बड़ी कामयाबी हासिल करते है। छोटी ऊँगली के नीचे स्थित भाग को बुध पर्वत कहते है समुद्रशस्त्र अनुसार यदि हथेली में यह स्थान अधिक उभरा हुआ होता है तो ऐसे लोगो को बिज़नेस में बहुत अधिक सफलता मिलने के चांस होते है साथ ही हथेली में बुध पर्वत अच्छी स्थिति में होने पर व्यक्ति बैंकिेग, वाणिज्य, लेखन, पत्रकारिता, वकालत, विज्ञान एवं दवाईयों के कारोबार में बहुत अच्छा करियर बना सकते है और सफलता हासिल कर सकते है. हथेली में अंगूठे के नीचे स्थित भाग को शुक्र पर्वत कहा जाता है जिनकी हथेली में शुक्र पर्वत उभरा हुआ होता है ये इस बात की ओर इशारा करता है की आप विज्ञापन, संगीत, कला, सजावट, रेडिमेड कपड़ों के कारोबार या ब्यूटी इंडस्ट्री में सफल हो सकते है. समुद्रशास्त्र अनुसार अंगूठे के नीचे स्थित भाग निम्न मंगल और दूसरा स्थान उच्च मंगल भाग कहलाता है। जिनकी हथेली में मंगल पर्वत पर उभार से पता चलता है कि आप सेना, पुलिस, सुरक्षा एजेंसी, खेल, जमीन से जुड़े क्षेत्रों में अच्छी सफलता प्राप्त कर सकते है. अगर किसी की हथेली में कोई रेखा हथेली के अंतिम सिरे से चलकर छोटी उंगली तक पहुंचती है तो कहा जाता है की ऐसे लोगो को बिज़नेस में बहुत बड़ी सफलता मिलती है. प्रश्न- हथेली में सरकारी नौकरी रेखा कहाँ पर होती है? उत्तर- हथेली में सरकारी नौकरी के लिए अलग-अलग रेखाओं का अध्ययन किया जाता है. प्रश्न- नौकरी और व्यवसाय के लिए किन रेखाओं का अध्ययन किया जाता है? उत्तर- नौकरी और व्यवसाय के लिए गुरु पर्वत, शनि पर्वत और सूर्य पर्वत आदि रेखाओं का अध्ययन किया जाता है. प्रश्न- हथेली में मंगल पर्वत कहाँ पर होता है? उत्तर- हथेली में मंगल पर्वत अंगूठे के नीचे स्थित होता है. प्रश्न- हथेली में सूर्य पर्वत किस ऊँगली के नीचे होता है? उत्तर- हथेली में अनामिका ऊँगली के नीचे के भाग को सूर्य पर्वत कहा जाता है.
खीरी सांसद अजय मिश्र टेनी सिंगाही में किया गौशाला का उद्घाटन व पौधरोपड़ - स्वतंत्र प्रभात मीडिया खीरी सांसद अजय मिश्र टेनी सिंगाही में किया गौशाला का उद्घाटन... खीरी सांसद अजय मिश्र टेनी सिंगाही में किया गौशाला का उद्घाटन व पौधरोपड़ खीरी सांसद अजय मिश्र टेनी ने कांजी हाउस में किया गौशाला का उदघाटन और पौधारोपण भाजपा सांसद अजय मिश्र टेनी के द्वारा चलाया जा रहा हैं सदस्यता का अभियान,अभियान की जानकारी देते हुए इसी बीच आवासों के बारे में दी जनता को जानकारी और वहीं पर कहां की २०२२ तक हर पात्र व्यक्ति को दिया जाएगा पक्का घर और जिसका शुल्क आपको कहीं भी नहीं चुकाना होगा ना किसी को कोई पैसे देने की जरूरत होगी भ्रष्टाचार मुक्त भारत को बनाना चाहते हैं। इस अवसर पर नगर पंचायत चेयरमैन उत्तम मिश्रा, महावीर बत्रा, प्रदीप पुरवार,सुनील बत्रा सहित कस्बे के भारी संख्या लोग उपस्थित रहे। भारतीय पार्टी लोकतांत्रिक द्वारा... उपजिलाधिकारी द्वारा नोटिस देने... मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के खिलाफ हुए बाबरी के पक्षकार बोले राजनीती न करें लोग हेलमेट के बगैर, किसी भी पेट्रोल पंप पर बाइक सवार को पेट्रोल न दिया जाए .... जिला उद्योग बन्धु एवं औद्योगिक/ व्यापारिक सुरक्षा व्यवस्था संबंधित हुई बैठक शिक्षकों ने जिला मुख्यालय पर भरी हुंकार, कहां समस्याओं का समाधान न हुआ तो होगा व्यापक आंदोलन जिलाधिकारी से पीड़िता ने लगाई गुहार, पुलिस मांग रही २० हजार योगीराज में भू माफियाओं के हौसले बुलंद। मोहम्मद अकील खान भाजपा सरकार में किसानों उनकी फसल का बाजिव मूल्य दिया जा रहा है: वर्मा स्वच्छ भारत समर इंटर्नशिप के अंतर्गत निकलि विशाल स्वच्छता रैली विकास के साथ-साथ वृक्षारोपण को भी दे महत्व - एसडीएम